धनिया / Coriander
धनिया की चटनी तो सभी को स्वादिष्ट लगती है और सभी को बहुत पसंद भी आती हैं। सामान्य तौर पर लोग धनिया के पत्ते की चटनी या इसके बीज को मसाले के रूप में प्रयोग करते हैं, परंतु आहार के अलावा भी धनिया के इस्तेमाल के फायदे होते हैं, तो यहां बात करते हैं धनिया के औषधि रूप की।
ब्रह्माजी के दुर्गा कवच में वर्णित नवदुर्गा के नौ विशिष्ट औषधियों में से एक चंदुसूर (धनिया)
धनिया क्या है?
संपूर्ण भारत में हर घर में धनिया के सूखे फलों का प्रयोग मसाले के तौर पर किया जाता है। धनिया से सभी परिचित हैं। धनिया एक वार्षिक जड़ी बूटी है। धनिया के पौधे के सभी भाग खाने योग्य होते हैं, परंतु ताजे पत्ते और सूखे बीज आमतौर पर खाना पकाने में उपयोग किए जाते हैं। पत्तियों में बीज से एक अलग स्वाद होता है।
जानते हैं धनिया के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुणों के बारे में
धनिया की तासीर ठंडी होती है, इसलिए इसका उपयोग पेट की समस्याओं के लिए किया जाता है। धनिया के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। धनिया में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं। पारंपरिक उपचार और खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए विभिन्न सभ्यताओं के लोग धनिया का प्रयोग करते हैं। धनिया का पूरा पौधा लिपिड का अच्छा स्रोत माना जाता है क्योंकि इसमें पेट्रोसेलिनिक एसिड और एसेंशियल ऑयल होता है।
अत्यधिक प्यास लगने की समस्या
- अगर किसी को बहुत ज्यादा प्यास लगने की समस्या है तो धनिया के पानी में मधु और मिश्री मिलाकर पीने से पित्त के कारण लगने वाली प्यास मिटती है।
- 10 से 20 मिलीलीटर धनिया के काढ़े में चीनी मिलाकर पीने से प्यास और जलन शांत होती है।
खांसी की समस्या
बच्चों को अधिक खांसी होने पर चावल के पानी में 10 से 20 ग्राम धनिया को घोंट लें। इसमें चीनी मिलाकर सुबह दोपहर तथा शाम को पिलाने से बच्चों की खांसी और दमे में लाभ होता है।
भूख ना लगने की समस्या
रात भर पानी में भिगोए हुए धनिया के बीजों को अच्छी तरह धुल कर सुखा लें। सूखे हुए धनिए को भूनकर इसमें काली मिर्च, हल्दी, सेंधा नमक तथा नींबू के रस को मिला लें। इसे थोड़ी मात्रा में लेकर चबाने से भूख बढ़ती है।
पाचन शक्ति की समस्या
- धनिया के बने काढ़े में दूध एवं चीनी मिला लें। इसे पीने से पाचन तंत्र के विकार में फायदा होता है।
- बराबर बराबर मात्रा में धनिया और सोंठ का काढ़ा बना लें। इसे 20 से 30 मिलीलीटर की मात्रा में सुबह-शाम सेवन करने से पाचन शक्ति बढ़ती है।
पेट में गैस की समस्या
धनिया और सोंठ का काढ़ा पीने से पेट में गैस और अपच की समस्या ठीक होती है।
पेट के दर्द में
2 ग्राम धनिया के चूर्ण को 5 ग्राम मिश्री के साथ मिला लें। इसे दिन में दो तीन बार लेने से गर्मी से होने वाले पेट दर्द में आराम होता है।
कब्ज की समस्या
20 ग्राम धनिया तथा 120 मिलीलीटर पानी को मिट्टी के बर्तन में डालकर रात भर भिगो दें। सुबह इसे छानकर 13 ग्राम खांड मिलाकर थोड़ा-थोड़ा पीने से कब्ज में आराम मिलता है।
आंखों की सूजन और दर्द में
20 ग्राम धनिया को 400 मिलीलीटर पानी में उबालें। जब यह एक चौथाई शेष रह जाए, तो इससे आंखों को धोने से आंखों की सूजन और दर्द में आराम मिलता है।
नाक से खून बहने (नकसीर)की समस्या
धनिया के 20 ग्राम पत्तों को पीस लें। इसमें थोड़ा सा कपूर मिला लें। इसे एक- दो बूंद नाक में डालने से और सिर पर मालिश करने से नाक से खून बहना बंद हो जाता है।
सांसो में बदबू की समस्या
सांसों की बदबू से परेशान हैं, तो 5 से 10 ग्राम धनिया को नियमित रूप से चबाने से सांसों से आने वाली बदबू मिटती है।
सिर दर्द की समस्या
- बराबर -बराबर मात्रा में धनिया और आंवला को रात भर पानी में भिगोकर सुबह पीसकर छान लें। इसमें मिश्री मिलाकर पीने से गर्मी से होने वाले सिर दर्द में आराम मिलता है।
- धनिया का गाढ़ा काढ़ा बना लें। इसे 6 ग्राम की मात्रा में प्रतिदिन सेवन करें इससे सिर दर्द में आराम होता है।
कंठ का दर्द
धनिया के 5 से 10 ग्राम बीजों को दिन में दो-तीन बार चबाने से कंठ का दर्द ठीक होता है।
चेहरे की कांति के लिए
धनिया के पत्तियों को पीसकर यदि प्रतिदिन चेहरे पर लगाते हैं, तो इससे चेहरे की कांति बढ़ती है और यदि चेहरे पर छोटे-छोटे मस्से व झाइयां हैं, तो उसके लिए भी यह लेप बहुत लाभकारी होता है।
बवासीर की समस्या
10 से 20 ग्राम धनिया के बीजों को एक गिलास पानी और 10 ग्राम मिश्री के साथ उबालकर पीने से बवासीर में लाभ होता है।
हरड़, गिलोय तथा धनिया को समान मात्रा में लेकर 4 गुने पानी में उबालें। जब यह चौथाई बच जाए तो गुड़ डालकर सेवन करने से बवासीर में लाभ होता है।
जोड़ों के दर्द में
6 ग्राम धनिया के चूर्ण में 10 ग्राम शक्कर मिलाकर सुबह-शाम खाएं। इससे जोड़ों के दर्द में फायदा होता है।
धनिया में पाए जाने वाले पोषक तत्व
विभिन्न भाषाओं में धनिया के नाम
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Hindi – धनियां
· Sanskrit – धान्यक, धाना, कुस्तुम्बुरु, वितुन्नक, छत्रा, धान्यक, धान्या, धानी, धानेयक, छत्रधन्य, धन्याक, धनिक, धनेयक, धनक, धान्यबीज, धेन्निका, जनप्रिय, शाकयोग्य, सुगन्धि, सूक्ष्मपत्र, वेधक, वेषण, बीजधान्य
· English
– चाइनीज पार्सले (Chinese parsley), कोरिएन्डर (Coriander)
· Konkani – कोटबोर (Kotbor)
· Kannada – कोथांबरी (Kothambari), हविज (Havija)
· Gujarati – धाना (Dhana), कोथमीरी (Kothmiri)
· Tamil – कोटमल्लि (Kotamalli), कोतमल्ली (Kothmalli)
· Telugu – कोत्तिमिरि(Kotimiri), धनियलु (Daniyalu)
· Bengali – धाने (Dhane)
· Nepali – धनियां (Dhaniya)
· Marathi – धानया (Dhanya), कोथिमीर (Kothimir)
· Arabic – कजबुरा (Kuzbura), कुजबरह (Kuzbarah)
· Persian – काश्नीज (Kashniz)
धनिया के नुकसान
धनिया के पत्ते और बीजों को अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से कुछ परेशानियां हो सकती हैं।
- दमे के रोगी को यह नुकसान पहुंचा सकता है।
- पेट की गैस की समस्या में धनिया डालकर पकाएं हुए पानी का सेवन करना हितकर होता है।
Coriander
Coriander chutney is liked by everyone and everyone likes it very much. In general, people use coriander leaf sauce or its seeds as a spice, but there are benefits of using coriander apart from diet, so let's talk about the medicinal form of coriander here.
What is coriander?
The dried fruits of coriander are used as a spice in every household all over India. Everyone is familiar with coriander. Coriander is an annual herb. All parts of the coriander plant are edible, but the fresh leaves and dried seeds are commonly used in cooking. The leaves have a different flavor from the seeds.
Know about the advantages, disadvantages, uses and medicinal properties of coriander
Coriander has a cooling effect, so it is used for stomach problems. Coriander has many health benefits. Many medicinal properties are found in coriander. Coriander is used by people of different civilizations for traditional remedies and to enhance the taste of food. The entire coriander plant is considered a good source of lipids as it contains petroselinic acid and essential oil.
excessive thirst
- If someone has the problem of feeling excessively thirsty, then drinking coriander water mixed with honey and sugar candy ends the thirst caused by bile.
- Drinking 10 to 20 ml coriander decoction mixed with sugar quenches thirst and burning.
cough problem
If children have excessive cough, mix 10 to 20 grams of coriander in rice water. Mixing sugar in it and taking it in the morning, afternoon and evening is beneficial in cough and asthma in children.
loss of appetite
Wash and dry the coriander seeds soaked in water overnight. Roast the dried coriander and mix black pepper, turmeric, rock salt and lemon juice in it. Chewing it in small quantity increases appetite.
digestive problems
- Mix milk and sugar in a decoction made from coriander. Drinking this is beneficial in the disorders of the digestive system.
- Make a decoction of coriander and dry ginger in equal quantity. Digestive power increases by taking it in the amount of 20 to 30 ml in the morning and evening.
stomach gas problem
The problem of gas and indigestion in the stomach is cured by drinking a decoction of coriander and dry ginger.
in colic
Mix 2 grams coriander powder with 5 grams sugar candy. Taking it two or three times a day provides relief in stomach pain due to heat.
constipation problem
Put 20 grams coriander and 120 ml water in an earthen pot and soak it overnight. Sieve it in the morning and mix 13 grams of molasses and drink it little by little, it provides relief in constipation.
Swelling and pain in eyes
Boil 20 grams coriander in 400 ml water. When it remains one-fourth, then washing the eyes with this provides relief in swelling and pain of the eyes.
nose bleeds
Grind 20 grams coriander leaves. Add some camphor to it. Putting one or two drops of this in the nose and massaging it on the head stops bleeding from the nose.
bad breath problem
If you are troubled by bad breath, then chewing 5 to 10 grams of coriander regularly ends bad breath.
headache problem
- Soak equal amounts of coriander and amla in water overnight and grind it in the morning and filter it. Mix sugar candy in it and drink it, it provides relief in headache due to heat.
- Make a thick decoction of coriander. Take 6 grams of it daily, it provides relief in headache.
sore throat
Chewing 5 to 10 grams seeds of coriander 2-3 times a day ends throat pain.
for face glow
Grind coriander leaves and apply it on the face daily, it increases the radiance of the face and if there are small warts and freckles on the face, then this paste is also very beneficial for that.
piles problem
- Boil 10 to 20 grams coriander seeds with one glass of water and 10 grams sugar candy and take, it is beneficial in piles.
- Boil Harad, Giloy and Coriander in equal quantity in 4 times water. When this fourth remains, then adding jaggery and consuming it is beneficial in piles.
in joint pain
Mix 6 grams of coriander powder with 10 grams of sugar and eat it in the morning and evening. It is beneficial in joint pain.
Side Effects of coriander
Consuming coriander leaves and seeds in excessive amounts can cause some problems.
- It can harm the asthmatic patient.
- In the problem of stomach gas, consuming water cooked by adding coriander is beneficial.
ब्राह्मी / Brahmi / Bacopa monniera
धनिया । Coriander । Dhaniya
पेठा (Petha)
अलसी या तीसी (Flaxseed)
नागदोन / Nagdon
तुलसी (Basil Leaves)
शतावरी (Asparagus)
Very informative post👍
ReplyDeleteVery useful in thyroid also
धनिया स्वाद की रानी है
ReplyDeleteपोस्ट वाली महारानी है
ReplyDeleteमहारानी को सादर प्रणाम
Good one...
ReplyDeleteVery nice
ReplyDeleteNice post
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteKya baat hai...abhi tak to dhaniya swad ke liye hi upyog hota tha...ab iska swad aur badh jayega
ReplyDeleteधनिया स्वादिष्ट होने के साथ साथ इसमें अनेक औषधीय गुण पाए जाते हैं ।इसका उपयोग दैनिक जीवन में करना चाहिए
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteGood 👍
ReplyDeleteNice information
ReplyDeleteअच्छी और उपयोगी जानकारी, धनिया में इतने सारे औषधीय गुण हैं बिना जाने ही हर घर में उपयोग होता है और मुझे तो धनिया की चटनी आहा
ReplyDeleteधनिया सुनते ही धनिया की चटनी याद आ जाती और मुंह में पानी। स्वाद के लिए तो सभी घरों में धनिया का इस्तेमाल होता है। शायद ही कोई घर ऐसा हो जहां धनिया का उपयोग न होता हो, पर इसके गुणों से कुछ लोग ही अवगत होंगे
ReplyDeleteUseful Post...