ब्राह्मी । Brahmi । Bacopa monniera
भारत की प्राचीन जड़ी बूटियों में से एक है ब्राह्मी (Brahmi)। यह तंत्रिका तंत्र और दिमाग तेज करने वाले औषधियों में गिना जाता है। पिछले 3000 वर्षों से भारतीय पारंपरिक औषधियों में ब्राह्मी का इस्तेमाल किया जाता रहा है। भारत के प्राचीन "ग्रंथ चरक संहिता" और "सुश्रुत संहिता" में भी इस जड़ी बूटी का उल्लेख मिलता है। सुश्रुत संहिता में ब्राह्मी घृत और ब्राह्मी को ऊर्जा प्रदान करने वाली बताया गया है।
ब्रह्माजी के दुर्गा कवच में वर्णित नवदुर्गा के नौ विशिष्ट औषधियों में से एक ब्राह्मी (Brahmi)
ब्राह्मी क्या है?
ब्राह्मी एक औषधीय पौधा है, जिस का वानस्पतिक नाम बकोपा मोनियरी है। यह पौधा भूमि पर फैल कर बड़ा होता है। इसके तने और पत्तियां मुलायम, गुदेदार और फूल सफेद रंग के होते हैं। यह पौधा नम स्थानों पर पाया जाता है तथा मुख्यता भारत ही इसकी उपज भूमि है। ब्राह्मी हरे और सफेद रंग की होती है। इसका स्वाद फीका होता है और इसकी तासीर शीतल होती है। इसे भारतवर्ष में विभिन्न नामों से भी जाना जाता है। यह पूर्ण रूप से औषधीय पौधा है।
जानते हैं ब्राह्मी के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुणों के बारे में
यह औषधि नाड़ियों के लिए पौष्टिक होती है, कब्ज को दूर करती है, इसके पत्ती में रक्त शुद्ध करने के गुण पाए जाते हैं और यह ह्रदय के लिए भी पौष्टिक होता है।
स्मरण शक्ति बढ़ाने में
ब्राह्मी में स्मृति, एकाग्रता और दिमाग को तेज करने की क्षमता होती है। ब्राह्मी लंबे समय से आयुर्वेदिक चिकित्सा में स्मृति और प्रतिधारण बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता है। लंबे समय तक ब्राह्मी का उपयोग युवा और बुजुर्ग लोगों में स्मृति की हानि होने से बचाता है। दिमाग को तेज करने में मदद करता है। ब्राह्मी में कुछ कार्बनिक यौगिक मस्तिष्क में संज्ञानात्मकता को प्रोत्साहित करते हैं।
अल्जाइमर की समस्या
ब्राह्मी में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी इन्फ्लेमेटरी व एंटी कान्वेलसेंट गुण होते हैं। यह गुण मस्तिष्क की कार्य क्षमता को बढ़ाते हैं। साथ ही अनिद्रा और चिंता को दूर करने में सहायक हो सकते हैं। इसके अलावा ब्राह्मी में मौजूद गुण अल्जाइमर यानी याददाश्त कमजोर होने की बीमारी को भी दूर करने में सहायक होते हैं।
तनाव होने पर
तनाव और चिंता से राहत देने के लिए ब्राह्मी के पौधों की दो - तीन पत्तियों को चबाने से लाभ होता है। ब्राह्मी में कुछ सक्रिय तत्व होते हैं, जो हमारे शरीर के हार्मोन असंतुलन पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं, जिसके फलस्वरूप तनाव और चिंता से बचा जा सकता है। ब्राह्मी कोर्टिसोल के स्तर को कम करके तनाव और चिंता को खत्म करने में मदद करती है। कॉर्टिसोल एक तनाव हार्मोन के रूप में जाना जाता है।
पाचन तंत्र को मजबूत करने में
ब्राह्मी विटामिन और मिनरल्स का अच्छा स्रोत है। इसमें मौजूद फाइबर आँतों में से हानिकारक पदार्थों को साफ करके पाचन तंत्र को मजबूत करते हैं।
त्वचा के लिए
ब्राह्मी में एस्ट्रिजेंट का गुण पाया जाता है, जो त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसीलिए सौंदर्य प्रसाधनों में एस्ट्रिजेंट का इस्तेमाल किया जाता है। एस्ट्रिजेंट त्वचा के रोम छिद्रों को साफ करके अतिरिक्त तेल को हटाने का काम करता है। ब्राह्मी के अर्क को गुलाब जल के साथ मिलाकर 5 मिनट तक चेहरे पर लगाने से त्वचा की गंदगी बाहर निकल जाती है।
त्वचा की झुर्रियां को कम करने में
ब्राह्मी चूर्ण को पानी के साथ मिलाकर पेस्ट बना लें और इसे चेहरे पर फेस पैक की तरह उपयोग करने से त्वचा स्वस्थ बनती है और साथ ही यह झुर्रियों व सूजन को कम करने में सहायक होती है।
सूजन और दर्द में
शरीर के जिस हिस्से में सूजन और दर्द हो, वहां ब्राह्मी के पौधे की पत्तियों को मलने से लाभ होता है। प्रभावित क्षेत्र को ब्राह्मी के तेल से मसाज करने से भी आराम मिलता है।
इम्यूनिटी बढ़ाने अर्थात रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में
ब्राह्मी का नियमित रूप से उपयोग करने पर प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है। इसमें मौजूद विभिन्न एंटीऑक्सीडेंट और पोषक तत्व हमारी इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं तथा अनेक बीमारियों से लड़ने में सहायक होते हैं।ब्राह्मी का किसी भी रूप में, जैसे- चाय या पत्ते का सीधा उपयोग कर सकते हैं, जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सकता है।
बालों के लिए
रूखे बालों का इलाज करने और बालों को झड़ने से रोकने के लिए ब्राह्मी का तेल बहुत अच्छा माना जाता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट घटक ना केवल बालों के रूखेपन को ठीक करते हैं, बल्कि यह बालों को स्वस्थ बनाने में भी मदद करते हैं। ब्राह्मी बालों की समस्याओं के इलाज के लिए काफी फायदेमंद है।
पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाने में
ब्राह्मी एक शामक और सुखदायक जड़ी बूटी है। साथ ही इसमें सूजन विरोधी गुण होते हैं। ब्राह्मी अल्सर जैसे जठरांत्र विकारों से राहत प्रदान करने में सहायक होते हैं।
ब्राह्मी का उपयोग (How to use Brahmi)
- ब्राह्मी के तेल को जोड़ों के दर्द व सिर दर्द में इस्तेमाल किया जाता है।
- इसकी पत्तियों को पानी में उबालकर काढे के रूप में उपयोग कर सकते हैं।
- ब्राह्मी का लेप सूजन को कम करने में सहायक होता है।
ब्राह्मी के नुकसान (Side Effects of Brahmi)
- किसी भी हर्बल का लंबे समय तक उपयोग करना अच्छा नहीं होता है। किसी भी हर्बल जड़ी बूटी का उपयोग 3 महीने के बाद कुछ दिनों के लिए छोड़ देना चाहिए। इसीलिए जब इसकी जरूरत हो, तभी इसका उपयोग किया जाना चाहिए।
- जिन लोगों का पेट संवेदनशील है या जिन्हें अल्सर है, उन्हें इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
- ब्राह्मी का अधिक सेवन करने से दस्त के साथ ही पेट में ऐठन की समस्या हो सकती है।
हरड़ या हरीतकी या हर्रे
ब्राह्मी / Brahmi / Bacopa monniera
धनिया । Coriander । Dhaniya
पेठा (Petha)
अलसी या तीसी (Flaxseed)
नागदोन / Nagdon
तुलसी (Basil Leaves)
शतावरी (Asparagus)
Good One...
ReplyDeleteगजब की मेहनत करती है आप
ReplyDeleteआपको सादर प्रणाम
ये बेफिक्र सी सुबह और
ReplyDeleteगुनगुनाहट शामों की
जिंदगी खूबसूरत है
अगर आदत हो मुस्कुराने की
हमेशा हसते मुस्कुराते रहिए ,हो सकता है कोई आपको देखकर ही मुस्कुराता हो 😊🙏🙏
ब्राह्मी के बारे में उपयोगी जानकारी।
ReplyDeleteVery good knowledge about bramhi
ReplyDeleteबढ़िया जानकारी 👍
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteVery effective knowledge has been provided by mem. An article full of knowledge and apracticable.
ReplyDeleteअच्छी जानकारी
ReplyDeleteब्राह्मी में अनेक औषधीय गुण हैं।इसमें स्मरण शक्ति बढ़ाने के साथ साथ एकाग्रता और दिमाग तेज करने की क्षमता होती है।इसके अतिरिक्त विभिन्न मानसिक एवं शारीरिक बीमारियों में लाभदायक है।
ReplyDeleteजीवन की उठापटक और आपाधापी
ReplyDeleteहमारे मन-मस्तिष्क को निस्तेज करें
ब्राह्मी नामक जड़ी-बूटी तंत्रिका-तंत्र
को सुचारू और दिमाग को तेज करें
क्यों ना ऐसी ही अनेक-अद्भुत जड़ी
बूटियों का जीवन पर्यंत इस्तेमाल करें
क्यों ना हम अपने इस जीवन को
पहले से और अधिक खुशहाल करें
https://twitter.com/RupaSin44202771/status/1454029205570670596
उपयोगी जानकारी
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteV nice information
ReplyDeleteIt looks like a delicate, inconspicuous plant with small flowers, and such a plant has a beneficial effect on people.
ReplyDeleteVery nice information...
ReplyDeleteब्राम्ही का शरबत ही केवल सुना था। इतनी विस्तृत जानकारी के लिए तुम्हें धन्यवाद। Good article 👍
ReplyDeleteब्राम्ही के इतने फायदे..👍🏻👍🏻👌👌
ReplyDeleteकमाल का है ब्राम्ही.पर ये मिलेगा कैसे
ReplyDeleteGood ji
ReplyDeleteMem bhut sunder jankari apne incorporate ki h.
ReplyDeleteSunder lekhan. Sunder sunder vichar.
ReplyDeleteUseful post
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