श्री अंजनेय मंदिर बैंगलोर
भगवान हनुमान को पूरे भारत में अंजनेय, हनुमानजी, मारुति, बजरंग बली, महावीर, पवन कुमार जैसे विभिन्न नामों से पूजा जाता है। उनका जन्म पवन देवता और अंजना देवी से हुआ था। वह सात चिरंजीवियों (अमर) में से एक हैं। सूर्य देव को इनका गुरु माना जाता है। बैंगलोर में भगवान अंजनेय (हनुमान) को समर्पित कई मंदिर हैं।
उन्ही मंदिरों में आज हम चर्चा करेंगे "श्री अंजनेय मंदिर बैंगलोर" की
यह प्राचीन मंदिर 150 वर्ष से अधिक पुराना बताया जाता है और विजयनगर साम्राज्य के राजगुरु, व्यासराजा द्वारा भगवान अंजनेय स्वामी की मूर्ति स्थापित की गई है। इसे उडुपी से कुंडापुरा के रास्ते पर स्थित एक छोटे से शहर 'सालिग्राम' में उकेरा गया था। यह स्थान बेंगलुरु के उत्तर पूर्व में लगभग 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक प्रसिद्ध व्यस्त इलाका है। हालाँकि इस मंदिर के बारे में एक अल्पज्ञात तथ्य यह है कि हनुमान जयंती के अवसर पर अंजनेय मूर्ति आँसू बहाती है। दोपहर की पूजा के बाद उस दिन आंखों से आंसू बहते हैं।
यह मंदिर डोड्डा बनासवाड़ी बैंगलोर में श्री अंजनेय मंदिर के नाम से विख्यात है। इस मंदिर से जुड़ी हुई किवदंती है कि प्रभु श्री राम हर साल इसी दिन अपने अनंतपरम भक्त श्री हनुमानजी को दर्शन देते हैं। ये उनके प्रभु को देखकर खुशी के आंसू हैं। यह शायद इस मंदिर की सबसे अनूठी विशेषता है। वास्तव में ऐसा न किसी मंदिर की घटना के बारे में सुना गया है, ना देखा गया है। कलयुग में भी प्रभु श्रीराम अपने परम् भक्त वीर बजरंगबली को प्रतिवर्ष उनके जन्मोत्सव के दिन उनको अपने दर्शन देते है।
सनातन धर्म को मानने वाले लोगों का विश्वास है कि कलयुग में भी पृथ्वी पर श्री वीर बजरंगबली एवम श्री शनिदेव साक्षात रूप से निवास करते हैं। शनिदेव व्यक्ति को उसके कर्म से हिसाब से यही दंड प्रदान करते हैं तो बजरंगबली अपने भक्तों को अभय प्रदान करते हैं।
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Sri Anjaneya Temple Bangalore
Lord Hanuman is worshiped by different names like Anjaneya, Hanumanji, Maruti, Bajrang Bali, Mahavir, Pawan Kumar all over India. He was born to Pawan Devta and Anjana Devi. He is one of the seven Chiranjeevis (immortals). Surya Dev is considered his guru. There are many temples dedicated to Lord Anjaneya (Hanuman) in Bangalore.
In those temples, today we will discuss "Shri Anjaneya Temple Bangalore".
This ancient temple is said to be more than 150 years old and the idol of Lord Anjaneya Swamy was installed by Vyasaraja, the Rajaguru of the Vijayanagara Empire. It was carved in 'Saligram', a small town on the way from Udupi to Kundapura. This place is a well-known busy locality located about 6 kilometers to the North East of Bangalore. However, a little known fact about this temple is that the Anjaneya idol sheds tears on the occasion of Hanuman Jayanti. Tears flow from the eyes on that day after the afternoon worship.
This temple is popularly known as Sri Anjaneya Temple in Dodda Banaswadi Bangalore. The legend associated with this temple is that every year on this day Lord Shri Ram gives darshan to his eternal devotee Shri Hanumanji. These are tears of joy on seeing their Lord. This is perhaps the most unique feature of this temple. In fact, such an incident in any temple has neither been heard nor seen. Even in Kalyug, Lord Shriram gives his darshan to his supreme devotee Veer Bajrangbali every year on the day of his birth anniversary.
People who believe in Sanatan Dharma believe that Shri Veer Bajrangbali and Shri Shani Dev reside on earth in Kalyug as well. Shanidev gives the same punishment to a person according to his deeds, then Bajrangbali gives fearlessness to his devotees.