दूब घास / Durva (Doob) Grass
हिंदू घरों में पूजा पद्धति में प्रयोग होने वाले दूब घास के विषय में सभी जानते हैं। गणेश चतुर्थी की पूजा में दूब का प्रयोग किया जाता है और भी पूजा विधि में दूब का प्रयोग किया जाता है। भारतवर्ष में इसे पवित्र पौधा माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि दूब घास 'अमृत' की उत्पत्ति है। जब राक्षस और देवताओं के बीच समुद्र मंथन हुआ था, तब अमृत की कुछ बूंदे पृथ्वी पर भी गिर गई थी, जिससे दूब घास की उत्पत्ति हुई। धार्मिक समारोह में इस तू का प्रयोग किया जाता है, परंतु पूजा पद्धतियों के अलावा भी इस डूब के बहुत से फायदे हैं। आज हम यहां उन्हीं फायदों की चर्चा करेंगे।
दूब घास क्या है?
दूब पूरे वर्ष भर उगने वाला आरोही, चिकना, बहु शाखाओं वाला घास होता है। दूब पूरे साल बढ़ने वाला पौधा होता है, जो भूमि पर चारों और फैलता है। नए-नए तने जमीन पर आगे-आगे प्रसरण करते हैं और पीछे-पीछे प्रत्येक पर्व से जड़ निकलकर भूमि में घुसती जाती है और बाह्यकांड से निकलकर नया पौधा जन्म ले लेता है। इसका कांड अनेक पर्व युक्त, जड़ निकलकर जमीन पर लगी हुई तथा शाखाएं छोटी जमीन से उठी हुई कोमल, सीधी, लगभग 30 सेंटीमीटर लंबी होती है। इसके पत्ते संकुचित 2 से 10 सेंटीमीटर लंबे तथा 1 से 3 सेंटीमीटर चौड़े, सुदृढ़ आवरण युक्त, नरम, रेखीय, भालाकार तथा आगे का भाग सुई की तरह नुकीला होता है।
जानते हैं दूब घास के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुणों के बारे में
दूब घास को आयुर्वेदिक चिकित्सा में एक पारंपरिक जड़ी-बूटी के तरह प्रयोग में लाया जाता है। दूब घास में कैल्शियम, फास्फोरस, फाइबर, पोटैशयम और प्रोटीन की मात्रा पाई जाती है जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है।
सर दर्द होने पर
काम के तनाव और प्रदूषण और भागदौड़ भरी जिंदगी की वजह से अगर सिर दर्द की शिकायत है तो दूब घास तथा चुने की समान मात्रा लेकर पानी में पीसकर कपाल पर लेप करने से आराम मिलता है।
नकसीर (नाक से खून बहना) की समस्या
अनार के फूल के रस को दूब के रस के साथ मिलाकर एक दो बूंद नाक में डालने से नकसीर की समस्या में लाभ होता है।
आंख दर्द में
अगर ज्यादा देर तक कंप्यूटर पर काम करने से या आंखों के थकने की वजह से आंखों में दर्द हो रहा है, तो दूब को पीसकर पलकों पर बांधने से आंख दर्द में आराम मिलता है तथा साथ ही आंखों से कीचड़ निकलने की समस्या से भी राहत मिलता है।
उल्टी की समस्या
फास्ट फूड के बढ़ते चलन में यदि ज्यादा मसालेदार या खाने पीने की अनियमितता के कारण उल्टी की समस्या है तो डूब के 5 मिलीलीटर रस को पिलाने से आराम मिलता है।
दस्त लग जाने पर
जंक फूड या पैक्ड फूड या बाहर का खाना खाने के कारण दस्त की समस्या हो गई है तो दूब के ताजे पंचांग स्वरस का सेवन करने से लाभ होता है।
पाइल्स की समस्या
- दूब के पंचांग को पीसकर दही के साथ मिलाकर सेवन करने से तथा इसके पत्तों को पीसकर बवासीर पर लेप करने से लाभ होता है।
- दूब का काढ़ा बनाकर 10 से 30 मिलीलीटर मात्रा में सेवन करने से रक्त वाले बवासीर तथा मूत्र संबंधी समस्या में लाभ होता है।
पथरी की समस्या
संतुलित आहार और अनियमित जीवनशैली के कारण किडनी स्टोन की समस्या बढ़ गई है डूब को 30 मिलीलीटर पानी में पीसकर मिश्री मिलाकर सुबह-शाम पीने से पथरी टूटकर निकल जाती है।
मुंह में छाले हो जाने पर
मुंह में छाले की समस्या होने पर दूब की पत्तियों को चबाने से लाभ होता है।
चोट से रक्तस्राव होने पर
किसी भी जगह चोट लगने पर यदि रक्तस्राव बंद नहीं हो रहा है तो डूब डूब को पीसकर लेप करने से फायदा होता है दूब में रक्त को बहने से रोकने का गुण पाया जाता है जिसके कारण चोट पर लगाते ही रक्तस्राव कम होने लगता है।
चेहरे पर झाइयों की समस्या
दूब घास को पीसकर दूध के साथ लेप लगाने से चेहरे की झाइयों में तथा त्वचा संबंधी विकार में लाभ होता है।
दूब घास में मौजूद पोषक तत्व
अन्य भाषाओं में डूब का नाम
दूर्वा घास का वानास्पतिक नाम Cynodon dactylon (साइनोडॉन् डैक्टाइलान)
संस्कृत-शतपर्वा, गोलोमी, दूर्वा, नीलदूर्वा, रुहा, अनन्ता, भार्गवी, शतपर्विका, सहस्रवीर्या, शतवल्ली, सिता, हरित, शीतकुम्भी, शीतली, हरिता, शम्भवी, श्यामा, शतग्रंथि, अमृता, अनुवल्लिका, शिवा, सुभगा, भूतघ्नी, गौरी, शान्ता, रुहा, अमरी, महावरी, हस्सालिका, दुर्भरा, बहुवीर्या, हरिताली, कच्छरुहा;
Hindi-हरी दूब, नीली दूब, रामघास, दूब, दूर्वा;
Urdu-दूब (Dub);
Odia-फैइतुलनिम (Phaitualnim), दूबोघास (Dubboghas);
Kannada-कुडीगरकाई (Kudigarikai), गरिके (Gareike);
Gujrati-धोकड (Dhrokad), ध्रोह (Dhroh);
Tamil-अरुवमपिल्लु (Aruvampillu);
Telegu-दूलु (Dulu), गरीकगडडी (Garikaggaddi);
Bengali-नीलदुर्बा (Neeldurba), दुर्बा (Durba);
Nepali-दुबो (Dubo);
Punjabi-दूबड़ा (Dubra);
Marathi-नीलीदूर्वा (Neelidoorva), हरियाली (Hariyaly)।
English-डेविल्स ग्रास (Devil”s grass), दूब ग्रास (Dub grass), काउच ग्रास (Couch Grass), फ्लोरिडा ग्रास (Florida grass), इण्डियन दूब ग्रास (Indian doob grass);
Arbi-नादिर (Nadir), नाजिल (Nagil);
Persian-मर्ग (Marg)।
दूब घास के नुकसान (Side Effects of Durva)
दूब घास के नुकसान के संबंध में किसी भी तरह का वैज्ञानिक शोध उपलब्ध नहीं है।
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ReplyDeleteरोचक,ज्ञानवर्धक जानकारी
ReplyDeleteबहुत सुन्दर..... 😊
ReplyDeleteलाजबाब अद्धभुत जानकारी
ReplyDeleteNice information...
ReplyDeleteअच्छी जानकारी
ReplyDeleteGood knowledge
ReplyDeleteबहुउपयोगी दूब के बारे में जानकारी।
ReplyDeleteUseful tips
ReplyDeleteबेहद रोचक और दुर्लभ जानकारी
ReplyDeleteबड़ी ही सुलभता से मिलने वाला बहुत उपययोगी औषधि
ReplyDeleteअत्यंत ही महत्वपूर्ण जानकारी
ReplyDeleteबहुत मूल्यवान गुण।
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteUseful post..
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