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Ayurveda The Synthesis of Yoga and Natural Remedies - 75 - तपेदिक (Tuberculosis)

 तपेदिक (Tuberculosis)

यह एक जीवाणु ट्यूबरक्लोसिस (बैक्टीरिया) से फैलने वाली बीमारी है। यह एक संक्रामक रोग है। यह मुख्य रूप से फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है।यह बैक्टीरिया शरीर के उन भागों में बढ़ता है जिनमें खून और ऑक्सीजन होता है। टीवी का बैक्टीरिया हवा के माध्यम से फैलता है।संक्रमित व्यक्ति की खांसी या उसकी लार क द्वारा बैक्टीरिया स्वस्थ व्यक्ति तक पहुंचता है। इसको अनेक नामों से जाना जाता है। कई लोग टीबी, यक्ष्मा तथा क्षय रोग कहते हैं। अक्सर देखा जाता है कि जैसे ही रोगी को टीबी होने का पता चलता है, वाह बहुत घबरा जाता है, जबकि ऐसा नहीं करना चाहिए। शांत होकर टीवी का सफल घरेलू इलाज कर सकते हैं।

टीवी होने का कारण (Causes of Tuberculosis):-

#  यह माइकोबैक्टेरियम ट्यूबरक्लोसिस नामक बैक्टीरिया के कारण होता है।

#  टीवी के बैक्टीरिया संक्रमित रोगियों द्वारा हवा में फैल जाते हैं और स्वस्थ व्यक्ति द्वारा सांस लेने पर शरीर के भीतर चले जाते हैं

#  अनुवांशिक कारणों से

#  किताबों और मक्खियों द्वारा एक से दूसरी जगह फैलता है

#  जीवन शक्ति की कमजोरी के कारण

#  पौष्टिक भोजन के अभाव के कारण

# पत्थर घिसने का व्यवसाय करने वालों को

टीवी के लक्षण (Symptoms of Tuberculosis):-

#  थोड़ी-थोड़ी खांसी बार-बार आती है या खांसते समय सीने में दर्द होता है

#  रोगी का वजन घटने लगता है या भूख कम लगती है

#  शरीर में कमजोरी के कारण रोगी के चेहरे पर पीलापन आ जाता है

#  रोग की वृद्धि होने पर थूक से खून आने लगता है

#  थोड़ी सी मेहनत करने पर कष्ट का अनुभव होता है या बिना मेहनत थकान होना

#  सांस लेने में कष्ट का अनुभव होता है

#  उल्टी और मिचली रहती है या फेफड़ों में सूजन आ जाती है

तपेदिक का घरेलू उपचार (Home Remedies for Tuberculosis):-

#  केले के पत्तों को सुखाकर उसकी राख बनाएं। आधा चम्मच राख शहद के साथ प्रतिदिन चाटें।इसके साथ-साथ कच्चे केले की सब्जी बना कर खाएं और दो चम्मच केले के तने का रस भी प हैं भोजन के बाद पके केले खाने से भी रोग में काफी आराम मिलता है

#  आंवला तथा सेब का मुरब्बा खाने से टीवी में काफी आराम मिलता है

#  आधा चम्मच पीपल के फलों का चूर्ण गाय के दूध के साथ ले ंं

#  प्रतिदिन आम का रस गाय के दूध के साथ पिलाएं

#  देसी गाय के घी में 2 लौंग का चूर्ण मिलाकर चाटें

#  10 काली मिर्च के दाने लेकर घी के साथ फ्राई करें इसमें एक चुटकी हींग पाउडर मिलाकर रख ले इसको तीन हिस्सों में बांटकर दिन में तीन बार लें

#  लहसुन की 1-2 कली सुबह खाकर, ऊपर से ताजा पानी पिएं। इससे टीवी में बहुत लाभ होता है

#  एक चम्मच पिसे हुए लहसुन को एक कप दूध में मिला लें और इसमें 4 कप पानी डालकर उबालें। जब यह दूध एक चौथाई रह जाए तब इसे पी लें

#  प्रतिदिन सहजन के पत्तों को उबालकर सेवन करें। इसकी सब्जी भी खा सकते हैं। इससे संक्रमण से जल्दी राहत मिलती है

#  तुलसी के 11 पत्ते, थोड़ा सा जीरा एवं हींग को एक गिलास पानी में डालें इसमें एक नींबू निचोड़ कर दिन में तीन बार पीएं

#  ट्यूबरकुलोसिस के केस में गोमूत्र अवश्य पिलाएं तीन चार महीने में टीवी ठीक हो जाएगी और पुनः दोबारा नहीं होगी।

#  अखरोट का सेवन करें। यह इम्यूनिटी (रोग प्रतिरोधकत क्षमता) बढ़ाता है

English Translate

Tuberculosis

It is a disease spread by bacterial tuberculosis (bacteria).  It is an infectious disease.  It mainly damages the lungs. This bacteria grows in the parts of the body that contain blood and oxygen.  TV bacteria spread through the air. Bacteria reach a healthy person by hanging or salivating the infected person.  It is known by many names.  Many people call it TB, tuberculosis and tuberculosis.  It is often seen that as soon as the patient is diagnosed with TB, wow is very nervous, whereas it should not be done.  You can calm down and make TV a successful home treatment.

 Causes of Tuberculosis: -

 # It is caused by bacteria called Mycobacterium tuberculosis.

 # TV bacteria are spread in the air by infected patients and are inhaled by the healthy person.

 # Due to genetic reasons

 # Spreads by books and flies from one place to another

 # Due to weakness of vitality

 # Due to lack of nutritious food

 # To those who do the stone rubbing business

 Symptoms of Tuberculosis: -

 # A slight cough occurs frequently or causes chest pain while coughing

 # The patient starts to lose weight or feels hungry

 # Yellowishness occurs on the face of the patient due to weakness in the body.

 # Sputum starts to bleed as the disease progresses

 #A little hard work causes discomfort or fatigue without effort

 #Breathing difficulty

 # Vomiting and fishiness or swelling in lungs


 Home Remedies for Tuberculosis: -

 #  Dry the banana leaves and make ashes.  Lick half a teaspoon of ash with honey every day. Along with this, eat raw banana vegetable and eat two teaspoons of banana stem juice. Eating ripe bananas after meals also gives a lot of relief in the disease.

 # Eating gooseberry and apple marmalade provides great comfort in TV

 # Take half teaspoon powder of Peepal fruit with cow's milk

 # Drink mango juice daily with cow's milk

 # Desi cow's ghee mixed and licked 2 cloves powder

 # 10 Fry black pepper with ghee and mix a pinch of asafoetida powder in it and divide it into three parts and take it thrice a day.

 # Eat 1-2 buds of garlic in the morning, drink fresh water from above.  This benefits TV a lot

 # Mix one spoon of ground garlic in one cup of milk and boil it by adding 4 cups of water.  When this milk remains a quarter, then drink it

 # Boil the drumstick leaves daily and consume it.  Can also eat its vegetable.  It provides quick relief from infection

 # Put 11 basil leaves, a little cumin and asafetida in a glass of water and squeeze one lemon in it and drink it thrice a day.

 # In case of tuberculosis, definitely drink cow urine in three to four months, TV will be cured and will not happen again.

 # Eat walnuts.  It increases immunity.


Sunday

इतवार 

उम्मीद हमें छोड़कर कहीं नहीं जाती..
जल्दबाजी में हमलोग ही उसे छोड़ देते हैं ..

        बचपन 

वह बचपन ही था

जहां कहानियां सच्ची सी लगती थी

और सच कहानियों सा लगता था

हर दिन नया सा होता था

हर शाम मस्तानी सी होती थी

ना जिक्र थकान का होता था

ना फिक्र कल की होती थी

ना तपती धूप चुभती थी

ना कड़कड़ाती ठंड का होश होता था

क्या बदल गया इतने सालों में

कहां छुप गया वह बचपन बहानों में

क्यों हंसी का कारण ढूंढते हुए

हर संघर्ष का फसाना अपना सा लगता है

जिंदगी के झूले पर फिसल रहे आज भी

पर हाथ छोड़ने में अब जाने क्यों डर सा लगता है!!

एक वक्त था जब हम सोचते थे 
हमारा भी वक्त आएगा ..
और एक ये वक्त है कि हम सोचते हैं 
कि वो भी क्या वक्त था ... 

English Translate

Hope doesn't go anywhere except us.

 We leave him in a hurry ..


 childhood

 It was childhood

 Where stories seemed true

 And seemed like true stories

 It was a new day

 Every evening there was a fun

 Not to mention tired

 Never worried about yesterday

 No scorching sun

 There was no sensation of bitter cold

 What has changed in all these years

 Where did he hide in childhood excuses

 Finding reasons to laugh

 Every conflict seems like its own

 Still swinging on the swing of life

 But why feel scared to leave your hands now !!

बुद्धिमान मुर्गे की कथा (The Story of a Rooster)

 बुद्धिमान मुर्गे की कथा 

बुद्धिमान मुर्गे की कथा (The Story of a Rooster)

अपने सैकड़ों रिश्तेदारों के साथ एक वन में एक मुर्गा रहता था। अन्य मुर्गों से वह कहीं ज्यादा बड़ा और हृष्ट पुष्ट था। उसी वन में एक जंगली बिल्ली रहती थी। उसने मुर्गे के कई रिश्तेदारों को मार दिया था और उनको अपना आहार बना लिया था उसकी नजर अब उस मोटे मुर्गे पर थी अनेक यत्न करने पर भी वह उसे पकड़ नहीं पा रही थी अंततः उसने जुगत लगाई और 1 दिन उस पेड़ के नीचे पहुंची जिसके ऊपर वह मुर्गा बैठा हुआ था बिल्ली ने कहा हे मुर्गे मैं तुमसे प्यार करती हूं तुम्हारी सुंदरता प्रमुख दूं तुम्हारे पंख और कल भी बड़े आकर्षक हैं मुझे तुम अपनी पत्नी स्वीकार करो और तत्काल नीचे आ जाओ ताकि मैं तुम्हारी सेवा कर सकूं

मुर्गा बड़ा बुद्धिमान था उसने कहा :-

"ओ बिल्ली! तेरे हैं चार पैर 

मेरे हैं दो 

ढूंढ ले कोई और वर  

बुद्धिमान मुर्गे की कथा (The Story of a Rooster)

क्योंकि सुंदर साथ होते नहीं 

कभी एक पक्षी और एक जंगली जानवर"

बिल्ली ने मुर्गे को जब फिर से फुसलाना चाहा तो मुर्गे ने उससे कहा:-

"ओ बिल्ली, तूने मेरे रिश्तेदारों का खून पिया है। मेरे लिए भी तेरे मन में कोई दया भाव नहीं है। तू फिर क्यों मेरी पत्नी बनने की इच्छा जाहिर कर रही है।"

मुर्गे के मुख से कटु सत्य को सुनकर और स्वयं के ठुकराए जाने की शर्म से वह बिल्ली उस जगह से तत्काल प्रस्थान कर गई और उस पेड़ के आसपास फिर कभी भी दिखाई नहीं पड़ी।

शिक्षा/Moral : कभी किसी के बहकावे में नहीं आना चाहिए तथा अपने बुद्धि से काम लेना चाहिए।

बुद्धिमान मुर्गे की कथा (The Story of a Rooster)


English Translate

The Story of a Rooster

A rooster lived in a forest with hundreds of his relatives.  He was much larger and stronger than other hens.  A wild cat lived in the same forest.  She had killed many of the relatives of the hen and made them her diet. Her eyes were now on that fat hen she was not able to catch him even after many efforts, finally she got engaged and reached under the tree for 1 day.  That cock was sitting, the cat said, O chicken, I love you, your beauty is the chief, your wings and you are very attractive tomorrow. Let me accept your wife and come down immediately so that I can serve you.

 The cock was very intelligent, he said: -

 "O cat! You have four legs

 I have two

 Find another groom

 Because beautiful is not together

 Ever a bird and a wild animal "

 When the cat wanted to lure the chicken again, the chicken said to him: -

बुद्धिमान मुर्गे की कथा (The Story of a Rooster)

 "Oh cat, you have drunk the blood of my relatives. There is no mercy in my mind for you too. Why are you again expressing my desire to be my wife."

 Hearing the bitter truth from the mouth of the chicken and being ashamed of being turned down, the cat immediately departed from that place and never appeared again around that tree.

 Education / Moral: Never be seduced by anyone and work with your intellect.

Ayurveda The Synthesis of Yoga and Natural Remedies - 74 - Goosefoot (बथुआ)

  Goosefoot (बथुआ)

जीवन में दवाओं से बचना चाहते हैं तो इस पौधे के बारे में अवश्य जानें ंं।

आज हम इस मौसम के सबसे अच्छे आहार के बारे में बात करेंगे। जैसा की सर्वविदित है अच्छा आहार तो स्वस्थ जीवन। हम लोग खाने पीने को लेकर अपने स्वाद के हिसाब से चीजों में ढूंढने लगते हैं पर यह नहीं जानते कि जिन चीजों को हम अपने स्वाद के लिए छोड़ देते हैं उनमें कई ऐसे गुण मौजूद हैं जो हमें बीमारियों से बचा कर रखते हैं आज हम ऐसी ही एक हरी सब्जी के बारे में बात करेंगे, जिसका नाम "बथुआ" है।

वैसे तो बथुआ के बारे में सभी लोग जानते होंगे। पर आज यहां उसकी विस्तृत जानकारी आपके साथ साझा करेंगे, जिसके बारे में कम लोग ही जानते होंगे। उसके अंदर मौजूद गुण हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद है।

बथुआ अनादि काल से खाया जाता रहा है, लेकिन यह बात कुछ ही लोगों को पता होगी कि विश्व की सबसे पुरानी महल बनाने की पुस्तक 'शिल्प शास्त्र' में लिखा है कि हमारे बुजुर्ग अपने घरों को हरा रंग करने के लिए पलस्तर में बथुआ मिलाते थे और हमारी बुढ़िया सिर में डैंड्रफ साफ करने के लिए बथुए के पानी से बाल धोया करती थी। बथुआ गुणों की खान है और भारत में प्रसिद्ध जड़ी बूटियों में इसका भी एक स्थान है।

बथुए में विटामिन B1, B2, B3, B5, B6, B9 और विटामिन C प्रचुर मात्रा में है तथा बथुए में कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, मैग्नीज, फास्फोरस, पोटैशियम, सोडियम, जिंक आदि मिनरल्स हैं। 100 ग्राम कच्चे बथुए यानी पत्तों में 7.3 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 4.2 ग्राम प्रोटीन, व 4 ग्राम पोषक रेशे होते हैं। कुल मिलाकर 43 Kcal होती है।

जब बथुआ को मट्ठा या लस्सी या दही में मिला दिया जाता है तो यह किसी भी मांसाहार से ज्यादा प्रोटीन वाला व किसी भी अन्य खाद्य पदार्थ से ज्यादा सुपाच्य व पौष्टिक आहार बन जाता है।

गर्भवती महिला को खास तौर पर विटामिन सी, विटामिन बी व आयरन की गोली बताई जाती है और बथुए में वह सब कुछ है। कहने का तात्पर्य यह है कि बथुआ पहलवानों से लेकर गर्भवती महिलाओं तक और बच्चों से लेकर बड़ों तक सब के लिए अमृत समान है। जब तक इस मौसम में बथुए का साग मिलता रहे नित्य प्रति इसका सेवन करना लाभप्रद है।

जानते हैं इसके औषधीय गुणों के बारे में :-

#  यह साग प्रतिदिन खाने से गुर्दे में पथरी नहीं होती है। बथुआ आमाशय को बलवान बनाता है तथा गर्मी में बढ़े हुए यकृत को ठीक करता है। बथुआ के साग का सही मात्रा में सेवन किया जाए तो निरोग रहने के लिए सबसे उत्तम औषधि है।

#  बथुआ कब्ज दूर करता है और अगर पेट साफ रहेगा तो कोई भी बीमारी शरीर में लगेगी नहीं तथा ताकत और स्फूर्ति बनी रहेगी।

#  अगर किसी को पथरी की समस्या हो तो नित्य प्रति बथुए के जूस का सेवन करने से पथरी टूटकर बाहर निकल आएगी। बथुए के रस में चीनी मिलाकर पीने से पथरी की समस्या आसानी से हल हो जाती है।

#  बथुए के रस में नमक मिलाकर सेवन करने से पेट के कीड़े मर जाते हैं और पेट की कई बीमारियों का निदान होता है। पेट दर्द में भी आराम मिलता है।

#  सर में होने वाली रूसी और जुओं से छुटकारा पाने के लिए बथुए और नींबू को पानी में उबालकर उस से सर धोना है।

#  अक्सर पानी की कमी के कारण या फिर किसी और कारण से यूरिन में जलन और दर्द की शिकायत होने लगती है। ऐसे में बथुए में नमक, जीरा और नींबू को उबालकर उस के सेवन से इस समस्या का निवारण होता है।

#  मलेरिया अथवा किसी अन्य बुखार में इसके सेवन से लाभ मिलता है।

#  बथुए के रस के नियमित सेवन से त्वचा संबंधी बीमारी जैसे कील, मुंहासे, फोड़े, दाद, खाज, खुजली की समस्याओं से छुटकारा मिलता है।

विभिन्न भाषाओं में बथुआ का नाम

Hindi – बथुआ, बथुया, चिल्लीशाक, बथुआ साग

English – आलगुड (Allgood), बेकॉन वीड (Bacon weed), फ्रोंस्ट-बाइट (Frost-bite), वाइल्ड स्पिनिच (Wild spinach), वाइल्ड गूज फुट (Wild goose foot), लैम्ब्स क्वार्टर (Lamb’s Quarters)

Sanskrit – वास्तूक , क्षारपत्र, चक्रवर्ति, चिल्लिका, क्षारदला, शाकराट्, यवशाक

Oriya – बथुआ (Bathua)

Konkani – चकविट (Chakvit)

Kannada – विलिय चिल्लीके (Viliye chillikae), चक्रवत्ति (Chakravatti)

Gujarati – टांको (Tanko), बथर्वो (Batharvo)

Tamil – परुपकिराई (Parupkkirai)

Telugu – पप्पुकुरा (Pappukura)

Bengali – बेतुया (Betuya), चंदन बेथू (Chandan betu)

Nepali – बथु (Bathu)

Punjabi – बाथु (Bathu), लुनाक (Lunak)

Marathi – चाकवत (Chakavata), चकवत (Chakvat)

Malayalam – वस्तुक्कीरा (Vastuccira)

Arabic – रोक् बतुल बजामेल (Rok batul bajamel)

Persian – कताफ (Qataf), कुलफ (Kulf), खुरफा (Khurfa), खुरुअलसाफिर (Khuruelasafir)

English Translate

Goosefoot

If you want to avoid medicines in life, then you must know about this plant.

 Today we will talk about the best diet of this season.  Good diet is a healthy life as is well known.  We start looking for things to eat and drink according to our taste, but do not know that the things we leave for our taste have many such qualities that protect us from diseases, today we are like this  Talk about a green vegetable, named "Bathua".

 By the way, everyone will know about Bathua.  But today, here we will share his detailed information about which only few people will know.  The quality inside it is very beneficial for our body.

 Bathua has been eaten since time immemorial, but few people will know that in the world's oldest palace building book 'Shilp Shastra' it is written that our elders used to mix Bathua in plastering to make their houses green.  And our old lady used to wash the hair with the water of Bathua to clean the dandruff in the head.  Bathua is a mine of virtues and also has a place among the famous herbs in India.

Vitamin B1, B2, B3, B5, B6, B9 and Vitamin C are abundant in Bathu and mineral contains calcium, iron, magnesium, manganese, phosphorus, potassium, sodium, zinc etc.  100 grams of raw berthu i.e. leaves contain 7.3 grams of carbohydrates, 4.2 grams of protein, and 4 grams of nutritious fiber.  The total is 43 Kcal.

 When Bathua is added to whey or lassi or curd, it becomes more nutritious and nutritious than any carnivore and more nutritious than any other food item.

 Pregnant women are specifically told to take vitamin C, vitamin B and iron tablets and everything is in the bath.  It means to say that nectar is equal to everything from wrestlers to wrestlers to pregnant women and from children to elders.  As long as the greens of Bathua are available in this season, it is beneficial to consume it regularly.

 Know about its medicinal properties: -

# Eating this greens daily does not cause kidney stones.  Bathua makes the stomach strong and cures enlarged liver in summer.  If the right amount of greens of Bathua is consumed, then it is the best medicine to remain healthy.

 # Bathua removes constipation and if the stomach remains clean, then no disease will occur in the body and strength and elation will remain.

 # If someone has a stone problem, then consuming juice of bathu regularly will break the stones and come out.  The problem of appendicitis is easily solved by drinking sugar mixed with the juice of Bathoo.

 # Taking salt mixed with the juice of bathuels kills stomach worms and many diseases of the stomach are diagnosed.  There is also relief in stomach pain.

 # To get rid of dandruff and lice in the head, boil the lamb and lemon in water and wash the head with it.

 # Often due to lack of water or for some other reason, urine starts complaining of burning and pain.  In this case, boiling salt, cumin and lemon in Bathu, this problem is solved by taking it.

 # It is beneficial in malaria or any other fever.

 # Regular intake of Bathu Juice helps in getting rid of skin related problems like nail, pimples, boils, ringworm, itching, itching problems.


सबसे बड़ी चीज 'गरज़' - Sabse badi Cheej 'Garaj'

 सबसे बड़ी चीज 'गरज़'

सबसे बड़ी चीज 'गरज़' (Sabse badi Cheej 'Garaj')

एक दिन बीरबल दरबार में उपस्थित नहीं थे। ऐसे में बीरबल से जलने वाले सभी सभासद बीरबल के खिलाफ बादशाह अकबर के कान भर रहे थे।अक्सर ऐसा ही होता था, जब भी बीरबल दरबार में उपस्थित नहीं होते थे, तभी दरबारियों को मौका मिल जाता था। आज भी ऐसा ही मौका था।

बादशाह के साले मुल्ला दो प्याजा के कुछ सभासदों ने कहा -'जहांपनाह!'

आप वास्तव में बीरबल को आवश्यकता से अधिक मान देते हैं, हम लोगों से ज्यादा उन्हें चाहते हैं। आपने उन्हें बहुत सिर चढ़ा रखा है। जबकि जो काम वे करते हैं, वह हम भी कर सकते हैं। मगर आप हमें मौका ही नहीं देते।’

बादशाह को बीरबल की बुराई अच्छी नहीं लगती थी, अतः उन्होंने उन चारों की परीक्षा ली- 'देखो, आज बीरबल तो यहां हैं नहीं और मुझे अपने एक सवाल का जवाब चाहिए।

यदि तुम लोगों ने मेरे प्रश्न का सही-सही जवाब नहीं दिया तो मैं तुम चारों को फांसी पर चढ़वा दूंगा।' बादशाह की बात सुनकर वे चारों घबरा गए।

उनमें से एक ने हिम्मत करके कहा- 'प्रश्न बताइए बादशाह सलामत ?'

'संसार में सबसे बड़ी चीज क्या है?

....और अच्छी तरह सोच-समझ कर जवाब देना वरना मैं कह चुका हूं कि तुम लोगों को फांसी पर चढ़वा दिया जाएगा।'

बादशाह अकबर ने कहा- 'अटपटे जवाब हरगिज नहीं चलेंगे। जवाब एक हो और बिलकुल सही हो।'

'बादशाह सलामत? हमें कुछ दिनों की मोहलत दी जाए।' उन्होंने सलाह करके कहा।

'ठीक है, तुम लोगों को एक सप्ताह का समय देता हूं।' बादशाह ने कहा।

चारों दरबारी चले गए और दरबार से बाहर आकर सोचने लगे कि सबसे बड़ी चीज क्या हो सकती है? एक दरबारी बोला- 'मेरी राय में तो अल्लाह से बड़ा कोई नहीं।’ 

'अल्लाह कोई चीज नहीं है। कोई दूसरा उत्तर सोचो।' - दूसरा बोला।

'सबसे बड़ी चीज है भूख जो आदमी से कुछ भी करवा देती है।' - तीसरे ने कहा।

'नहीं…नहीं, भूख भी बर्दाश्त की जा सकती है।’

'फिर क्या है सबसे बड़ी चीज?' छः दिन बीत गए लेकिन उन्हें कोई उत्तर नहीं सूझा।

हार कर वे चारों बीरबल के पास पहुंचे और उसे पूरी घटना कह सुनाई, साथ ही हाथ जोड़कर विनती की कि प्रश्न का उत्तर बता दें।

बीरबल ने मुस्कराकर कहा- 'मैं तुम्हारे प्रश्न का उत्तर दूंगा, लेकिन मेरी एक शर्त है।'

'हमें आपकी हजार शर्तें मंजूर हैं।' चारों ने एक स्वर में कहा- 'बस आप हमें इस प्रश्न का उत्तर बताकर हमारी जान बख्शी करवाएं।

'बताइए आपकी क्या शर्त है?' 'तुममें से दो अपने कंधों पर मेरी चारपाई रखकर दरबार तक ले चलोगे। एक मेरा हुक्का पकड़ेगा, एक मेरे जूते लेकर चलेगा।' बीरबल ने अपनी शर्त बताते हुए कहा।

यह सुनते ही वे चारों सन्नाटे में आ गए। उन्हें लगा मानो बीरबल ने उनके गाल पर कस कर तमाचा मार दिया हो। मगर वे कुछ बोले नहीं। अगर मौत का खौफ न होता तो वे बीरबल को मुंहतोड़ जवाब देते, मगर इस समय मजबूर थे, अतः तुरंत राजी हो गए।

दो ने अपने कंधों पर बीरबल की चारपाई उठाई, तीसरे ने उनका हुक्का और चौथा जूते लेकर चल दिया। रास्ते में लोग आश्चर्य से उन्हें देख रहे थे। दरबार में बादशाह ने भी यह मंजर देखा और वह मौजूद दरबारियों ने भी। कोई कुछ न समझ सका।

तभी बीरबल बोले- 'महाराज? दुनिया में सबसे बड़ी चीज है- गरज। अपनी गरज से यह पालकी यहां तक उठाकर लाए हैं।'

बादशाह मुस्कराकर रह गए। वे चारों सिर झुकाकर एक ओर खड़े हो गए।

English Translate

The Biggest Thing

सबसे बड़ी चीज 'गरज़' (Sabse badi Cheej 'Garaj')

Birbal was not present in the court one day.  In such a situation, all the leaders who were burning with Birbal were filling the ears of Emperor Akbar against Birbal. This was often the case when Birbal was not present in the court, then the courtiers got a chance.  Today was a similar opportunity.

 Some of the councilors of the king's brother-in-law, Mullah do Pyaaja, said - "Jahanpanah!"

 You really value Birbal more than we need, we want them more than people.  You have kept them very beheaded.  While the work they do, we can also do it.  But you don't give us a chance. '

 The king did not like Birbal's evil, so he took the test of those four - 'Look, Birbal is not here today and I need an answer to my question.

 If you guys did not answer my question correctly, I will get all four of you hanged.  Hearing of the emperor, all four were frightened.

 One of them dared to say - 'Question, King Salamat?'

 'What is the biggest thing in the world?

 .... and to answer well thoughtfully, otherwise I have said that you will be hanged.

 Emperor Akbar said- 'Strange answers will not follow.  The answer should be one and be right.

 'King Salamat?  May we be given some time off. '  He asked for advice.

 "Okay, give you guys a week's time."  The king said.

 The four courtiers went and came out of the court and thought what could be the biggest thing?  A courtier said- 'In my opinion, there is no one greater than Allah.'

 'Allah is nothing.  Think of another answer. '  - Said another.

 "The biggest thing is hunger that makes a man do anything."  - The third one said.

 'No… no, hunger can also be tolerated.'

 'What's the biggest thing then?'  Six days passed but he did not think of any answer.

 Defeated, the four approached Birbal and heard him say the whole incident, as well as pleading with folded hands to answer the question.

 Birbal said with a smile - 'I will answer your question, but I have a condition.'

 'We accept your thousand terms.'  The four said in one voice- 'Just tell us the answer to this question and make us live.

 'What is your condition?'  'Two of you will carry my bed on your shoulders and take you to the court.  One will hold my hookah, one will take away my shoes. '  Birbal said stating his condition.

 On hearing this, they came in all four silence.  He felt as if Birbal had slapped his cheek tightly.  But he did not say anything.  Had death not been a fear, he would have given a befitting reply to Birbal, but was compelled at this time, so immediately agreed.

 Two carried Birbal's cot on their shoulders, the third carried his hookah and the fourth with shoes.  On the way, people were watching him with surprise.  The emperor also saw this scene in the court and the courtiers present.  Nobody could understand anything.

 Then Birbal said- 'Maharaj?  The biggest thing in the world is thunder.  With his thunder, he has brought this sedan up to here.

 The king remained smiling.  They stood on one side, bowing their four heads.


अद्भुत संसार - 17 - दूधसागर वाटरफॉल (Dudhsagar Falls)

दूधसागर वाटरफॉल (Dudhsagar Water Falls)

इसमें कोई दो राय नहीं कि गोवा हमेशा से ही लोगों के बीच 'बीच डेस्टिनेशन' के कारण काफी लोकप्रिय रहा है। गोवा में खूबसूरत समुद्र के अलावा और भी कई आकर्षक चीजें हैं, देखने लायक जैसे - किले, गिरजाघर, वाइल्ड लाइफ सेंचुरी और साथ ही खूबसूरत वाटरफॉल भी।

जी हां गोवा में कई सारे खूबसूरत वाटरफॉल है जो पर्यटकों को अपनी ओर काफी आकर्षित करते हैं जिनमें से एक है "दूधसागर वाटरफॉल"।

दूधसागर जाना यानी दूध जैसा सफेद झरना.. जिसकी खूबसूरती देखते ही बनती है। झरना दो राज्यों की सीमा पर स्थित है। गोवा - कर्नाटक बॉर्डर से माण्डवी नदी गुजरती है, जिस पर यह झरना स्थित है। यह जलप्रपात 'भगवान महावीर वन्यजीव अभ्यारण्य' और 'मोल्लेम राष्ट्रीय उद्यान' के बीच स्थित है जोकि "सांगुएम ताल्लुका" में  है(सांगुएम ताल्लुका अपने वानर मारे जनजाति के लिए प्रसिद्ध है)। मांडवी नदी की उत्पत्ति कर्नाटक के दक्कन के पठार से होकर पश्चिमी घाट अर्थात सहकारी पर्वत के उच्च चोटी से होकर बहती है। नदी का पानी अपने केंद्र से अत्यधिक गहरी मार्ग से होते हुए पश्चिम में अरब सागर से जाकर मिलती है। इस झरने का पानी 310 मीटर की ऊंचाई से होकर पर्वत के बड़े घेरे में बिखर जाता है और इतना स्वच्छ और निर्मल पानी नीचे गिरता है ,जिससे यह दूधिया रंग का प्रतीत होता है ,यही वजह है कि इसका नाम दूधसागर जलप्रपात(दूध का समुद्र) रख दिया गया । पणजी से इसकी दूरी लगभग 60 किलोमीटर है।यह देशी व विदेशी सभी पर्यटकों का पसंदीदा स्थान बन गया है।

यहां पर आसानी से सड़क मार्ग द्वारा पहुंचा जा सकता है, जो मोल्लेम राष्ट्रीय उद्यान के जंगलों से होकर गुजरती है। यह मानसून के दौरान पर्यटकों का हुजूम उड़ता है। दूधसागर जलप्रपात सबसे ऊंचे झरनों की सूची में भारत में पांचवें स्थान पर और विश्व में 227 वें स्थान पर है। इस झरना की ऊंचाई 310 मीटर और औसत चौड़ाई लगभग 30 मीटर है। दूधसागर जलप्रपात मानसून के दौरान पर्यटकों को ज्यादा आकर्षित करता है।

गोवा में बीच और क्लबों के भीड़-भाड़ से अलग यह रोमांचकारी और अद्भुत दुनिया को देखने में 1 दिन का पूरा समय लग जाता है। यहां झरने में तैरने के साथ-साथ अपने चारों ओर बंदरों के उछलने और कूदने का भी आनंद लिया जा सकता है। दूधसागर देखने जाने का सही समय मानसून के बाद अक्टूबर में है उस समय यहां का मौसम अत्यंत सुहावना एवं दृश्य मनोरम  होता है।

शाहरुख़ खान की ब्लाकबस्टर फिल्म चेन्नई एक्सप्रेस के ट्रेन वाले सीन में इस झरने को काफी अच्छे से दर्शाया गया है।

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Dudhsagar Water Falls

There is no doubt that Goa has always been very popular among the people due to 'beach destination'.  In addition to the beautiful sea in Goa, there are many other attractive things to see, such as - Fort, Church, Wildlife Century as well as beautiful waterfalls.

 Yes, Goa has many beautiful waterfalls that attract tourists to them, one of which is "Dudhsagar Waterfall".

Going to Dudhsagar means white waterfall like milk .. whose beauty is made by seeing it.  The waterfall is located on the border of two states.  Goa - The Mandvi river passes through the Karnataka border, on which this waterfall is located.  This waterfall is located between the 'Bhagwan Mahaveer Wildlife Sanctuary' and the 'Mollem National Park' which is in the "Sanguem Talluka" (Sanguem Taluka is famous for its Vanar Mare tribe).  The Mandvi river originates from the Deccan plateau of Karnataka through the Western Ghats i.e. the high peak of the Sahakari mountain.  The water of the river goes from its center through the extremely deep route to the west through the Arabian Sea.  The water of this waterfall shatters in a large circle of mountain through a height of 310 meters and so clean and serene water falls down, due to which it appears to be of milky color, that is why its name is Dudhsagar waterfall (sea of ​​milk)  Has been kept  Its distance from Panaji is around 60 kilometers. It has become a favorite place for all tourists, domestic and foreign.

It can be easily reached by road, which passes through the forests of Mollem National Park.  It flies tourists during the monsoon.  Dudhsagar Falls is ranked fifth in India and 227th in the world in the list of highest waterfalls.  The height of this waterfall is 310 meters and the average width is about 30 meters.  Dudhsagar Falls attracts more tourists during the monsoon.

It takes 1 day to see this thrilling and amazing world apart from the crowds of beaches and clubs in Goa.  Here, along with swimming in the waterfall, monkeys can also enjoy jumping and jumping around them.  The right time to visit Dudhsagar is in October after the monsoon, at that time the weather here is very pleasant and the view is captivating.

 Shahrukh Khan's blockbuster film Chennai Express's train scene depicts this waterfall very well.

भारतीय सांस्कृतिक धरोहर (Bhartiya Sanskritik Dharohar) - 9 - शोर मंदिर (Shore Temple)

शोर मंदिर (Shore Temple)

 शोर मंदिर भारत के तमिलनाडु राज्य के महाबलीपुरम में स्थित एक दर्शनीय स्थल है।( मंदिरों का शहर महाबलीपुरम तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई से 55 किलोमीटर दूर बंगाल की खाड़ी के तट पर स्थित है।) इसे महाबलीपुरम का रथ मंदिर भी कहते हैं। यह मंदिर प्राचीन स्मारकों का प्रतीक है और इस मंदिर की मूर्तिकला पल्लव वास्तुकला का एक खूबसूरत उदाहरण है। इसके अलावा सातवीं आठवीं शताब्दी के दौरान की द्रविड़ वास्तु शैली की झलक भी मंदिर में देखने को मिलती है। शोर मंदिर के प्रमुख देवता भगवान विष्णु और भोलेनाथ हैं।

शोर मंदिर का निर्माण 700 से 728 ई.पू. हुआ था। इसके निर्माण में काले ग्रेनाइट का उपयोग हुआ है। यह एक संरचनात्मक मंदिर है तथा सबसे प्राचीन पत्थर मंदिरों में से एक है, जो देश के दक्षिण भाग में स्थित है। बंगाल की खाड़ी के किनारे की ओर अग्रसर मूर्तिकला उत्कृष्टता का यह मंदिर महाबलीपुरम का प्रतीक है। एक टूटा हुआ मंदिर, खंभे, रथ और कला के कई टुकड़े बेहद शानदार चट्टानों पर खोद कर बनाए गए हैं। यहां का हर खंड सराहनीय है। यह अद्वितीय और भव्य है और इसका आकर्षण जादुई है। इसे पल्लव राजा नरसिंह वर्मन द्वितीय द्वारा निर्मित कराया गया था।

शोर मंदिर को वर्ष 1984 में यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की सूची में भी शामिल किया जा चुका है। शोर मंदिर की संरचना में मंदिर के अंदर और बाहर दोनों तरफ खूबसूरत नक्काशीदार मूर्तियां चित्रित की गई हैं। नंदी महाराज या नंदी बैल की खूबसूरत संरचना वाकई दर्शनीय है। इस मंदिर की संरचना इस प्रकार की गई है कि सूर्य की पहली किरण मंदिर पर पड़े और सूर्यास्त के वक्त मंदिर की खूबसूरत छवि पानी में दिखाई दे।

शोर मंदिर के अंदर तीन मंदिर बने हुए हैं। मध्य में भगवान विष्णु का मंदिर है जबकि दोनों और भगवान शिव के मंदिर स्थित हैं। शोर मंदिर को कई खंडों में विभाजित किया गया है और प्रत्येक खंड में एक अलग देवी देवता का स्थान है। मंदिर की संरचना में सुंदर चित्रकारी, आकर्षित मूर्ति और शेरों के चित्र देखने को मिलते हैं, जिससे पता लगता है कि यह स्थान कला और संस्कृति का प्रतीक है। मंदिर के बारे में सबसे दिलचस्प बात यह है कि मंदिर की संरचना अखंड है और इसे पंच रथों की भांति डिजाइन किया गया है। शोर मंदिर की अद्वितीय संरचना के कारण ही इसे सात पैगोडा (Seven Pagodas) नाम दिया गया है। मंदिर का कुछ हिस्सा समुंद्र के नजदीकी की वजह से नष्ट हो गया है।

शोर मंदिर की ऊंचाई 60 फीट है, जो कि एक पिरामिडनुमा संरचना है। 50 फीट वर्गाकार क्षेत्र में बनाया यह दर्शनीय मंदिर द्रविड़ वास्तु शैली का अद्भुत उदाहरण है और यह भारत के सबसे खूबसूरत पत्थर मंदिरों में से एक है।

शोर मंदिर का संबंध पौराणिक कथाओं से भी जुड़ा है। माना जाता है कि राक्षस हिरण कश्यप और उनके पुत्र प्रहलाद का संबंध इस मंदिर से है। भगवान श्री हरि विष्णु ने नरसिंह अवतार धारण करके इस स्थान पर हिरण कश्यप का वध किया था। हिरण्यकश्यप की मृत्यु के बाद प्रहलाद राजा बने। एक कहानी प्रचलित है, जिसके अनुसार राजा प्रहलाद के पुत्र राजा बलि ने महाबलीपुरम के इस दर्शनीय मंदिर की स्थापना कराई थी।

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Shore Temple

Shore Temple is a scenic spot located in Mahabalipuram in the state of Tamil Nadu, India. (The city of temples Mahabalipuram is situated on the banks of the Bay of Bengal, 55 km from Chennai, the capital of Tamil Nadu.) It is also known as the Chariot Temple of Mahabalipuram.  This temple is a symbol of ancient monuments and the sculpture of this temple is a beautiful example of Pallava architecture.  Apart from this, a glimpse of Dravidian architectural style during the seventh eighth century is also seen in the temple.  The major deities of the Shore temple are Lord Vishnu and Bholenath.

The construction of Shore temple from 700 to 728 BC  happened.  Black granite is used in its construction.  It is a structural temple and one of the oldest stone temples, which is located in the southern part of the country.  This temple of sculptural excellence leading to the shores of the Bay of Bengal is a symbol of Mahabalipuram.  A broken temple, pillars, chariots and many pieces of art have been made by digging on extremely magnificent rocks.  Every section here is admirable.  It is unique and grand and its charm is magical.  It was built by the Pallava king Narasimhavarman II.

 The Shore Temple has also been included in the list of UNESCO World Heritage Sites in the year 1984.  The structure of the Shore temple features beautifully carved sculptures both inside and outside the temple.  The beautiful structure of Nandi Maharaj or Nandi bull is truly worth visiting.  The structure of this temple is designed in such a way that the first rays of the sun fall on the temple and at sunset the beautiful image of the temple can be seen in the water.

Three temples remain inside the Shore temple.  In the middle is the temple of Lord Vishnu while both and Lord Shiva's temple are located.  The Shore temple is divided into several sections and each section has a separate goddess place.  The temple structure has beautiful paintings, attractive sculptures and pictures of lions, which show that the place is a symbol of art and culture.  The most interesting thing about the temple is that the structure of the temple is monolithic and it is designed like five chariots.  It is because of the unique structure of the Shore Temple that it has been named Seven Pagodas.  Some part of the temple has been destroyed due to its proximity to the sea.

The Shore Temple has a height of 60 feet, which is a pyramidal structure.  This scenic temple built in a 50 feet square area is a wonderful example of Dravidian architectural style and it is one of the most beautiful stone temples in India.

 The Shore temple is also associated with mythology.  The demon deer Kashyapa and his son Prahlada are believed to be associated with this temple.  Lord Shri Hari Vishnu, wearing the incarnation of Narasimha, killed the deer Kashyapa at this place.  Prahlada became king after Hiranyakashipu's death.  There is a story, according to which Raja Bali, son of King Prahlada, established this spectacular temple of Mahabalipuram.

Ayurveda The Synthesis of Yoga and Natural Remedies - 73 - सर्दी खांसी जुकाम (Cough and Cold)

सर्दी, खांसी और जुकाम (Cough and Cold)

बदलते मौसम का असर सेहत पर पड़ सकता है। इस मौसम में सर्दी, जुकाम और खांसी की समस्या आम है। बहुत लोगों को ठण्ड आते ही खांसी, गले में खराश हो जाता है।  मौसम में बदलाव से हुए इन सभी समस्याओं से कुछ घरेलू नुस्खों को अपनाकर बचा जा सकता है।  

सर्दी, जुकाम और खांसी का कारण (Causes of Caugh and Cold)

#  ऋतु परिवर्तन के कारण
#  धूल और धुएं के कारण
#  रेफ्रिजरेटर की वस्तुओं का उपयोग करने से
#  गले में खराश होने से या छाती में बलगम होने से
#  आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक्स के सेवन से

सर्दी, जुकाम और खांसी का लक्षण  (Symptoms of Caugh and Cold)

#  नाक बंद होना 
#  बार बार छींक आना 
#  नाक का बलगम गले से निकलना 
#  गले में खरास, गला बैठना 
#  कान में दर्द, सिर में दर्द, हल्का बुखार 
#  भूख में कमी और शारीरिक थकान 

  सर्दी, जुकाम और खांसी का घरेलू उपचार (Home Remedies of Caugh and Cold)

#  सर्दी जुकाम यानी कफ बढ़ा हुआ है, जिसकी अच्छी दवा है शहद या गुड़ चूना भी दे सकते हैं। गाय का घी या सरसों का तेल नाक में डालने से आराम मिलता है। हल्दी दूध में डालकर दे सकते हैं। इसमें यदि घी मिला दे तो बहुत ही अच्छा परिणाम हो जाएगा। 


#  अदरक के रस को हल्का गर्म करके उसमें शहद मिलाकर पी लें। या अदरक का रस, तुलसी का रस हल्का गर्म करके शहद मिलाकर लें। गरम करने के बाद ही शहद मिलाया जाता है। उसके पहले शहद नहीं मिलाया जाता है। सब मिलाकर एक बार में एक चम्मच से ज्यादा नहीं ले। सुबह खाली पेट, दोपहर और शाम तीन बार लेना है। 

#  अदरक, सोंठ,  हल्दी, चूना, किशमिश, दालचीनी, मेवा दाना इनके साथ काली मिर्च या तुलसी का पत्ता लें। 

#  हल्दी 1/4 चम्मच दूध में डालकर उबाल लें और रात में सोते समय ले सकते हैं। कच्ची हल्दी के छोटे टुकड़े करके दूध में गर्म करके ले सकते हैं। दूध नहीं हो तो पानी में भी गर्म करके ले सकते हैं। 

#  रात में सोते समय एक गिलास दूध, चौथाई चम्मच हल्दी, एक चम्मच घी उबालकर चाय की तरह पीने से बहुत आराम मिलता है।  

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Cough and Cold

The changing weather can affect health. Cold, cold and cough problems are common in this season. Many people get a cough, a sore throat as soon as they get cold. All these problems caused by changes in the weather can be avoided by adopting some home remedies.

 Causes of cold and cough

 # Due to change of seasons
 # Due to dust and smoke
 # From using refrigerator items
 # Having a sore throat or a mucus in the chest
 # Ice cream, using cold drinks

 Symptoms of Caugh and Cold

 #Sneezing
 # Nose mucus from the throat
 # Sore throat, sore throat
 # Ear ache, headache, mild fever
 # Loss of appetite and physical fatigue

   Home Remedies of Caugh and Cold

 #  Colds have increased phlegm, which is good medicine, honey or jaggery can also be given lime. Putting cow's ghee or mustard oil in the nose provides relief. Turmeric can be given in milk. If you add ghee to it, a very good result will occur.

 #  Heat ginger juice lightly and drink it by adding honey. Or take ginger juice, basil juice lightly mixed with honey. Honey is added only after heating. Honey is not added before that. All together do not take more than a teaspoon at a time. Take it on an empty stomach in the morning, three times in the afternoon and evening.

 #  Take ginger, dry ginger, turmeric, lime, raisins, cinnamon, dry fruits along with black pepper or basil leaves.

 #  Boil turmeric by adding 1/4 teaspoon of milk and can be taken at bedtime at night. You can take small pieces of raw turmeric by heating it in milk. If there is no milk, you can take it by heating it in water also.

 #  Boiling a glass of milk, quarter teaspoon turmeric, one teaspoon of ghee at bedtime and drinking it like tea provides great relief.

Sunday

इतवार 

If you can stay positive in a negative situation,
you Win..

                  सफर

सफर में धूप तो होगी, जो चल सको तो चलो

सभी हैं भीड़ में तुम भी निकल सको तो चलो

किसी के वास्ते राहें कहां बदलती हैं

तुम अपने आप को खुद ही बदल सको तो चल

यहां किसी को कोई रास्ता नहीं देता

मुझे गिरा के अगर तुम संभल सको तो चलो

कहीं नहीं कोई सूरज धुआं धुआं है फजा

खुद अपने आप से बाहर निकल सको तो चलो

यही है जिंदगी कुछ ख्वाब, चंद उम्मीदें

इन्हीं खिलौनों में तुम भी बहल सको तो चलो!!

मिले ना मिले, यह तो किस्मत की बात है। 
हम कोशिश ही न करें, ये तो गलत बात है।।   

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The journey

 There will be sun in the journey, if you can walk then come

 Everyone is in the crowd, even if you can get out, come on

 Where does the path change for someone...

 If you can change yourself then walk

 Nobody gives a way here.... Drop me if you can manage

 There is no sun, only smoke, only smoke

 If you can come out on your own then come on

 This is life, some dreams, few hopes

 If you can get away with these toys too, come on !! 

Miles can't achieve, it is a matter of luck.

 If we do not try, it is wrong.

बंदर का ह्रदय (The Heart of the Monkey)

 बंदर का ह्रदय 

बंदर का ह्रदय (The Heart of the Monkey)

किसी जगह पर एक नदी के तट पर एक वन था। उस वन में एक बंदर निवास करता था। जो वन के फल आदि खाकर अपना निर्वाह करता था। नदी में एक टापू भी था और टापू और तट के बीच में एक बड़ी सी चट्टान थी। जब कभी बंदर को टापू के फल खाने की इच्छा होती, वह उस चट्टान से होते हुए उस टापू पर पहुंच जाता और जी भर अपने मनचाहे फलों का आनंद उठाता था। 

उसी नदी में घड़ियाल की 1 जोड़ी भी रहती थी। उसमें से मादा घड़ियाल जब भी उस हृष्ट- पुष्ट बंदर को मीठे रसीले फलों का आनंद उठाते देखती, तो उसके मन में उस बंदर के हृदय को खाने की तीव्र इच्छा हो उठती। एक दिन उसने नर घड़ियाल से कहा, - "प्रिय अगर तुम मुझसे प्रेम करते हो, तो मुझे इस बंदर का हृदय खिलाकर दिखा दो।" नर घड़ियाल ने उसकी बात मान ली। 

बंदर का ह्रदय (The Heart of the Monkey)

दूसरे दिन बंदर जैसे ही टापू पर पहुंचा नर घड़ियाल टापू और तट के बीच के चट्टान के निचले हिस्से पर चिपक गया। वह बंदर बहुत बुद्धिमान था। शाम के समय जब वह लौटने लगा और तट और टापू के बीच के चट्टान को देखा तो उसे चट्टान की आकृति में कुछ परिवर्तन दिखाई पड़ा। उसने तत्काल समझ लिया कि जरूर कुछ गड़बड़ है। तथ्य का पता लगाने के लिए उसने चट्टान को नमस्कार करते हुए कहा," हे चट्टान मित्र! आज तुम शांत कैसे हो? मेरा अभिवादन भी स्वीकार नहीं कर रही हो?" घड़ियाल ने समझा, शायद चट्टान और बंदर हमेशा बात करते रहते हैं। इसलिए उसने स्वर बदलकर बंदर के नमस्कार का प्रत्युत्तर दे डाला। बंदर की आशंका सत्य निकली। बंदर टापू पर ही रुक तो सकता था, मगर टापू में उसके निर्वाह के लिए पर्याप्त आहार उपलब्ध नहीं था। 

बंदर का ह्रदय (The Heart of the Monkey)

जीविका के लिए उसका वापस लौटना अनिवार्य था। अतः अपनी परेशानी का निदान ढूंढते हुए उसने घड़ियाल से कहा,"मित्र! चट्टान तो कभी बातें नहीं करती। तुम कौन हो और क्या चाहते हो?" दंभी घड़ियाल ने तब उसके सामने प्रकट हो कहा - "ओ बंदर! मैं एक घड़ियाल हूं और तुम्हारा हृदय अपनी पत्नी को खिलाना चाहता हूं।" तभी बंदर को एक युक्ति सूझी। उसने कहा," हे घड़ियाल! बस इतनी सी बात है, तो तुम तत्काल अपनी मुंह खोल दो, मैं सहर्ष ही अपने नश्वर शरीर को तुम्हें अर्पित करता हूं।" बंदर ने ऐसा इसलिए कहा कि वह जानता था कि जब घड़ियाल मुख खोलते हैं, तो उनकी आंखें बंद हो जाती हैं। फिर जैसे ही घड़ियाल ने अपना मुंह खोला बंदर ने तेजी से एक छलांग उसके सिर पर मारी और दूसरी छलांग में नदी के तट पर जा पहुंचा। इस प्रकार अपनी सूझबूझ और बुद्धिमानी से बंदर ने अपने प्राण बचा लिए। 

बंदर का ह्रदय (The Heart of the Monkey)

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The Heart of the Monkey

At some place there was a forest on the banks of a river.  A monkey lived in that forest who used to eat the fruits of the forest etc.  The river also had an island and there was a big rock between the island and the coast.  Whenever the monkey wished to eat the fruit of the island, he would reach that island through that rock and enjoy all the fruits he wanted.

 There were also a pair of alligators in the same river.  From there, whenever the female crocodile would see that strong monkey enjoying the sweet juicy fruits, she would have a strong desire to eat that monkey's heart.  One day he said to the male crocodile, "Dear you, if you love me, bring me this monkey's heart and feed me."  The male crocodile obeyed him.

बंदर का ह्रदय (The Heart of the Monkey)

  The next day, as soon as the monkey reached the island, the male gong was stuck on the lower part of the rock between the island and the coast.  That monkey was very intelligent.  In the evening when he started returning and saw the rock between the coast and the island, he saw some change in the shape of the rock.  He immediately realized that something was definitely wrong.  To find out the fact, he greeted the rock and said, "O rock friend! How are you calm today? Not even accepting my greetings?"  Ghadiyal understood, perhaps the rock and the monkey are always talking.  So he changed the tone and responded to the monkey's greeting.  Monkey's fears turned out to be true.  The monkey could have stayed on the island itself, but the island did not have enough food to sustain it.  It was mandatory for him to return for a living.  So, looking for a solution to his problem, he said to the crocodile, "Friend! The rock never talks. Who are you and what do you want?"  The proud crocodile then appeared in front of him and said - "O monkey! I am a crocodile and I want to feed your heart to my wife."  Then the monkey thought of a trick.  He said, "Hey crocodile! That's all the matter, then you open your mouth immediately, I gladly offer my mortal body to you."  The monkey said this because he knew that when the gongs open the mouth, their eyes are closed.  Then as soon as the crocodile opened its mouth, the monkey quickly hit one jump on its head and reached the banks of the river in the second jump.  Thus the monkey saved his life with his intelligence and intelligence.



बंदर का ह्रदय (The Heart of the Monkey)

Ayurveda The Synthesis of Yoga and Natural Remedies - 72 - नजला / जुकाम ( Commom cold or Rhinitis)

नजला / जुकाम ( Commom cold or Rhinitis)
नाक में सायनस की हड्डी या मांस बढ़ने से नाक में जीवाणुओं द्वारा संक्रमण हो जाता है। जिससे सांस लेने की प्रक्रिया बाधित होती है। इसी को साइनस या नजला कहते हैं। सामान्य रूप से ठंड लगने या ठंडे पानी में चलने फिरने से नजला-जुकाम हो जाता है। यह एक प्रकार का संक्रामक रोग है। जुकाम होने पर बार बार छींक आती है और नाक में पानी आता है।कभी कभी बलगम भी आता है। 

नजला का कारण (Causes of Rhinitis) :-

#  फर वाले जानवरों के कारण।

#  तकिया, बेडशीट, पर्दे आदि के धूल के कारण।

#  वायु प्रदूषण के कारण या फलों के परागकण के कारण।

#  बार बार सर्दी होने के कारण।

#  एलोपैथिक दवाओं के दुष्प्रभाव के कारण।

#  फंगस के कारण या धूम्रपान के कारण।

#  रेफ्रिजरेटर की वस्तुओं का उपयोग के कारण।

#  अधिक एयर कंडीशनर में रहने के कारण।

नजला का लक्षण (Symptoms of Rhinitis) :- 

#  नाक से दूधिया या पीले रंग का स्राव होना।

#‌  नाक बंद होना या बार-बार छींके आना।

#  गले में खराश। 

#  खांसी, बुखार आना या आंखों की पलकें लाल व सूजी हुई होना।

#  बालों का सफेद होना या नाक, कान, और गले में खुजली का एहसास होता है।

#  सर में दर्द या भारीपन। 

नजला का घरेलू उपचार (Home Remedies for Rhinitis) :- 

#  गाय का घी एक-एक बूंद गर्म करके रात में सोते समय नाक में डाल दें।

#  कच्चे लहसुन की एक दो कलियां चबाकर खाएं और पानी पिए।

#  आंवला के रस को शहद में मिलाकर चाटने से काफी आराम मिलता है।

#  राई पीसकर नाक पर लगाने से जुकाम में आराम मिलता है।

#  आधा चम्मच सौंठ गाय के दूध के साथ प्रतिदिन पिएं।

#  बकरी के दूध में 100 ग्राम खजूर उबालकर खाएं। जुकाम की सबसे अच्छी दवा है।

#  यदि जुकाम के साथ बुखार और सिर दर्द भी है तो एक गिलास गाय के दूध में काली मिर्च का चूर्ण और हल्दी मिलाकर उबालें और चाय की तरह पियें, शरीर को आराम मिलेगा।

#  छींक बहुत आती है और नाक से पानी गिरता है इसकी अच्छी दवा है, कुछ दिन चूना खिलाएं और गाय का घी रात में सोते समय नाक में डालकर सोएं बीमारी से जल्द आराम मिलेगा।

#  बच्चों को खांसी की एलर्जी के लिए नियमित रूप से कफ नाशक चीजें खिलाइए जैसे - सौंठ, पान का पत्ता, शहद और गुण है।

#  नाक के दोनों छिद्रों में रात को सोते समय सरसों का तेल 2 -2 बूँद डालकर सोएं। 

#  छोटे बच्चों को जुकाम होने पर 6-7 बूँद अदरक एवं तुलसी का रस शहद में मिलाकर चटाने से आराम मिलता है। 

#  देसी गाय का घी एक एक बूंद हल्का गर्म करके नाक में डालना है, सोते समय नियमित रूप से, 15 दिन में ठीक कर देगा। इससे नींद बहुत अच्छी आती है, खर्राटे बंद हो जाते हैं, साइनस ठीक हो जाता है, नाक में मांस बढ़ गया तो ठीक हो जाता है, मुंह खोल कर सोने वाले मुंह बंद कर लेंगे, 15 - 20 दिन से 3 महीने तक मस्तिष्क से रक्त बाध्यता निकालता है। देशी गाय का घी जितना पुराना होगा उतना ही अधिक गुणकारी होगा। नकसीर की भी दवा गाय का घी ही है।

English Translate

Commom cold or Rhinitis

The growth of cyanus bone or flesh in the nose leads to infection by bacteria in the nose.  Due to which the process of breathing is interrupted.  This is called Rhinitis.  Normally, walking in cold water causes colds.  It is a type of infectious disease.  A cold sneezes frequently and water comes in the nose. Sometimes mucus also comes.

 Causes of Rhinitis: -

 # Due to animals with fur.

 # Due to dusting of pillows, bedsheets, curtains etc.

 # Due to air pollution or due to pollination of fruits.

 # Due to frequent colds.

 # Due to side effects of allopathic medicines.

 # Due to fungus or due to smoking.

 # Due to the use of refrigerator items.

 # Due to being in more air conditioners.

 Symptoms of Rhinitis: -

 # Milky or yellow discharge from the nose.

 # 4 Nasal congestion or frequent sneezing.

 # Sore throat.

 # Cough, fever or eyelids red and swollen.

 # One feels white hair or itching in the nose, ears, and throat.

 # Pain or heaviness in the head.

Home Remedies for Rhinitis: - 

Heat one drop of cow's ghee and put it in the nose while sleeping at night.

 # Chew one or two buds of raw garlic and eat water.

 # Licking amla juice mixed with honey gives plenty of relief.

 # Grinding mustard and applying it on the nose provides relief in cold.

 # Drink half a teaspoon of dry ginger with cow's milk.

 # Boil 100 grams of dates in goat milk and eat it.  The best medicine for colds.

 # If there is fever and headache along with a cold, then boil a glass of cow's milk mixed with black pepper powder and turmeric and drink it like tea, the body will get relief.

 # Sneezing comes a lot and water drops from the nose is a good medicine, feed lime for a few days and put cow's ghee in your nose at night, and sleep will get relief soon.

 # For children who are allergic to cough, regularly feed them with phlegm, such as dry ginger, betel leaf, honey and properties.

 # Put 2 to 2 drops of mustard oil in both the nostrils while sleeping at night.

 # Small children get relief by having 6-7 drops of ginger and basil juice mixed with honey in cold.  

# One drop of desi cow's ghee is heated and put in the nose, regularly at bedtime, it will cure in 15 days.  Due to this, sleep is very good, snoring stops, sinus is cured, if the flesh in the nose gets increased, it is cured, those who open their mouth will close their mouth, for 15 - 20 days to 3 months from the brain.  Removes blood pressure.  The older the ghee of the native cow, the more beneficial it will be.  The medicine for nosebleed is cow's ghee.