तू मेरे ही तो पास है..
तू मेरे ही तो पास है
तू मेरे पास नहीं,
तेरा एहसास जो हर पल साथ है,
कह रहा ये चांद भी मुझसे,
तू मेरे ही तो पास है..
ढूंढ़ती हूँ मैं तुझे
हर जगह हर डगर
तेरे बिन जो न मिटेगी
मुझे ऐसी प्यास है,
कह रही ये हवायें मुझसे
तू मेरे ही तो पास है..
मिले है मंजर हसीन हर मोड़ पर,
इन आँखों को बस तेरी तलाश है,
कह रही है ये रागनी रात की मुझसे
तू मेरे ही तो पास है..
तुझे मैं बांध के रख लूं,
बस एक यही बाकी आस है,
मेरे आँशुओं को पोंछ कर कह रहा ये समय मुझसे
तू बैठा क्यों हताश है वो तेरे ही पास है..
कोई तो बताए,
फिर ये दिल क्यों उदास है
जब तू मेरे पास है तू मेरे पास है..
भावुक करने वाली कविता।
ReplyDeleteकोई कितना भी दूर चला जाये,हृदय में उसकी मधुर स्मृतियां सदैव विद्यमान रहती हैं।
Bahut khub
ReplyDeleteसिर्फ छु कर युं
ReplyDeleteबहक जाने को नहीं...
उतर कर रूह में
महक जाने को जिंदगानी कहते हैं
बेहतरीन रचना काबिलेतारीफ 👌👌
ReplyDeleteYe ghatayen..
ReplyDeleteYe fijayen..
Dur tak faile ye dharti asman
Dekho na ye hawayen
Lai hai yahi paigam
Tu mere hi to paas hai
Tu mere hi to paas hai ❣️
क्या गजब की लाइन लिखी है दिल ❤️छू गयी है
ReplyDeleteWah
ReplyDeleteबहुत ही अच्छी कविता ❤️😍
ReplyDeleteVery nice
ReplyDeleteBahut sunder panktiyan..
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