गुल्लक
एक गुल्लक रख रखी है मैंनेेे अपने सिरहानेPiggy Bank
🍁🍁हम सब के पास समय सीमित है
इसलिए इसे बेकार की कामों में व्यर्थ ना करें
A blog with multi colour from natural remedies to interesting and amazing things of world. Short stories to educate and entertain. The feel of nature with home remedies for different ailments . Also the twist of comedy and brilliance of Birbal. All in one place. Miles to go more to come...stay connected..India❤️
🍁🍁हम सब के पास समय सीमित है
इसलिए इसे बेकार की कामों में व्यर्थ ना करें
वाराणसी नरेश के राज बगीचे में एक माली हुआ करता था। वह बहुत दयावान था और उसने बगीचे में बंदरों को भी शरण दे रखी थी। अतः बंदर उसके कृपापात्र और कृतज्ञ थे।
एक बार वाराणसी में सात दिवसीय कोई धार्मिक त्यौहार का आयोजन था। वह माली भी 7 दिनों के लिए उस जलसे मे सम्मिलित होना चाहता था। अतः उसने बंदरों के राजा को अपने पास बुलाया और अपनी अनुपस्थिति में पौधों को पानी देने का निवेदन किया।
बंदरों के राजा ने माली की बात सहर्ष स्वीकार कर ली। जब माली बाग से चला गया, तो उसने अपने सारे बंदर साथियों को बुलाकर उनको पौधों को पानी देने की आज्ञा दी। साथ ही उसने सभी बंदरों को यह भी समझाया कि बंदर जाति उस माली की कृतज्ञ है, इसलिए वह कम से कम पानी का प्रयोग करें क्योंकि माली ने बड़े ही परिश्रम से पानी जुटाया था।
अतः बंदरों के राजा ने सभी बंदरों को सलाह दिया कि वह पौधों की जड़ों की गहराई का अनुमान लगाकर ही उन पर पानी डालें। बंदरों ने ऐसा ही किया फलतः पल भर में बंदरों ने सारा बाग ही उजाड़ डाला।
तभी उधर से गुजरते हुए एक बुद्धिमान राहगीर ने उन्हें ऐसा करते देखा तो टोकते हुए बंदरों को कहा कि पौधों को बर्बाद ना करें। फिर वह राहगीर बुदबुदाते हुए यह कहता हुआ वहां से निकल गया कि,"जबकि करना चाहता है अच्छाई, मूर्ख कर जाता है सिर्फ बुराई।"
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चुकंदर (Beetroot) से आप सभी परिचित होंगे। चुकंदर(Beetroot) एक मुसला जड़ वाला बनस्पति है, जो लगभग पूरे साल पाया जाता है। चुकंदर (Chukandar) का सेवन सलाद, सब्जी और जूस के रूप में किया जाता है। यह स्वास्थ्यवर्धक होने के साथ-साथ सौंदर्य की दृष्टि से भी बेहद फायदेमंद होता है। शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा को भी बढ़ाता है। चुकंदर(Beetroot) देखने में तो छोटा होता है, परंतु इसके फायदे अनगिनत होते हैं। चुकंदर (Chukandar) में बहुत से औषधीय गुण भी पाए जाते हैं।
खाने - पीने के कारण पेट में हुई गड़बड़ी को ठीक करने के लिए चुकंदर के 1-2 ग्राम बीज के चूर्ण का सेवन करना चाहिए। इससे पेट फूलना, अफारा तथा कब्ज में लाभ होता है।
नियमित रूप से चुकंदर के सेवन से रक्तचाप नियंत्रित रहता है। रक्तचाप को नियंत्रित रखने के लिए चुकंदर जूस के रूप में लेना फायदेमंद है।
चुकंदर में पाए जाने वाले विटामिन और मिनरल हृदय को नियमित रूप से कार्य करने में सहायक होते हैं, जिससे हृदय संबंधी समस्या से बचा जा सकता है।
चुकंदर में पाया जाने वाला एंटीऑक्सीडेंट कैंसर से हमारी बचाव करता है। यह मुख्यतः फेफड़ों और स्किन के कैंसर को शरीर में विकसित होने से रोकता है।
एनीमिया ऐसी अवस्था है, जिसमें शरीर में आयरन की कमी हो जाती है। एनीमिया की कमी को दूर करने के लिए आयरन युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करने की सलाह दी जाती है और प्रति 100 ग्राम कच्चे चुकंदर में 0.8 मिलीग्राम और पके चुकंदर में 0.79 मिलीग्राम आयरन पाया जाता है, जिसके सेवन से एनीमिया की शिकायत को दूर किया जा सकता है।
चुकंदर के 100ml जूस में 95kcal ऊर्जा होती है, जिसके सेवन से शरीर में तुरंत ऊर्जा का संचार होता है। अतः थकान मिटाने के लिए चुकंदर का जूस फायदेमंद है।
चुकंदर में विटामिन बी, विटामिन सी, फास्फोरस, कैल्शियम, प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर में रक्त शोधन का कार्य करते हैं और ऑक्सीजन को बढ़ाते हैं।
चुकंदर बालों के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। बालों की ग्रोथ के लिए फास्फोरस को बहुत अच्छा माना जाता है और चुकंदर में फास्फोरस पाया जाता है, जो बालों को बढ़ने में मददगार है। चुकंदर से सिर के बंद रोम छिद्र खुल जाते हैं, जिससे बाल मजबूत होते हैं।
चुकंदर के पत्ते के रस को कुछ दिनों तक लगातार सिर में लगाने से सिर का गंजापन कम होता है या चुकंदर के पत्ते में हल्दी मिलाकर पीसकर सिर में लगाने से भी बालों का झड़ना कम होता है।
कभी-कभी बालों का सही देखभाल न करने के कारण बालों में रूसी हो जाती है। चुकंदर के तने के काढ़े से सिर को धोने से सिर की रूसी और जुएं दूर होते हैं।
मुंह में छाले हो गए हों या दांत में दर्द हो तो चुकंदर के पत्तों का काढ़ा बनाकर कुछ देर मुंह में भरकर कुल्ला करने से आराम मिलता है।
चुकंदर के जड़ के चूर्ण को घी के साथ 21 दिनों तक सेवन करने से बवासीर में लाभ होता है। इसके अलावा चुकंदर का काढ़ा बनाकर 10 - 30 मिलीलीटर काढ़ा को सुबह भोजन के एक घंटा पहले तथा रात में सोते समय पीने से कब्ज तथा खूनी बवासीर में लाभ होता है।
चुकंदर हमारी त्वचा की रंगत को भी निखारता है। त्वचा पर इसके उपयोग से डेड सेल्स साफ हो जाते हैं, जिससे त्वचा निखरती है। चुकंदर के सेवन से त्वचा में रक्त संचार भी अच्छे से होता है जिससे उम्र का प्रभाव जल्दी नहीं होता और त्वचा निखरी रहती है। इसके साथ ही होंठ काले हो तो इसका रस होठों पर लगाने से होंठ गुलाबी हो सकते हैं। और यह आंखों के नीचे डार्क सर्कल को भी कम करता है।
अगर धूप में ज्यादा देर तक रहने के कारण या प्रदूषण के कारण चेहरे पर झाइयां हो गई हैं, तो चुकंदर के पत्ते के रस में शहद मिलाकर लगाने से दाग - धब्बे और झाइयां मिटती हैं।
चुकंदर के नियमित सेवन से हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधकता भी बढ़ती है क्योंकि इसके फाइबर्स पेट को साफ रखने में मददगार होते हैं और यह शर्करा का प्राकृतिक स्रोत है।
शरीर में इंसुलिन की कमी के कारण मधुमेह की समस्या होती है। चुकंदर के नियमित और सही मात्रा में सेवन से डायबिटीज पर नियंत्रण किया जा सकता है। डायबिटीज के लिए इसे प्राकृतिक उपाय के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके नियमित सेवन से खून में शुगर की मात्रा नियंत्रित होती है।
चुकंदर हमारे दिल को स्वस्थ रखने के साथ-साथ हमारे दिमाग का भी ख्याल रखता है। इसमें मौजूद नाइट्रेट और आयरन ब्लड में लाल रक्त कोशिकाओं को और खून के संचार को बढ़ाता है, जिससे दिमाग तक खून का संचार अच्छी प्रकार से होता है और हमारी याददाश्त भी अच्छी होती है।
गर्भवती महिलाओं को डॉक्टर सबसे पहले आयरन और कैल्शियम की गोलियां लेने की सलाह देते हैं। चुकंदर आयरन से भरपूर होता है ऐसे में गर्भवती महिलाओं को चुकंदर का सेवन करना फायदेमंद होता है।
अगर किसी को फैटी लीवर की समस्या है तो दवाओं के साथ चुकंदर का इस्तेमाल लिवर से जुड़ी बीमारियों और लीवर के फैट को कम करने में सहायक होता है, जिससे इस समस्या से जल्दी निजात पाया जा सकता है।
चुकंदर कैल्शियम का भी अच्छा स्रोत है, अतः इसके सेवन से हड्डियां और दांत भी मजबूत होते हैं।
चुकंदर के सेवन से कोलेस्ट्रोल भी नियंत्रित रहता है। शरीर में बनने वाले खराब कोलेस्ट्रॉल को एलडीएल(LDL) कहा जाता है। यह रक्त धमनियों में जमा होकर गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकता है। चुकंदर के जूस के सेवन से इसे कंट्रोल करने में मदद मिलती है। यह खराब कोलेस्ट्रोल की मात्रा को कम करता है और गुड कोलेस्ट्रोल की मात्रा को बढ़ाने में मदद करता है।
चुकंदर का सेवन वजन को नियंत्रित करने में सहायक होता है क्योंकि इसमें लैक्सटिव का गुण देखा गया है, जो कि शरीर के गंदगी को बाहर निकालकर वजन को कम करने में मदद करता है
ठंड लग जाने या काम के तनाव के कारण अगर सिर में दर्द हो रहा हो तो चुकंदर के जड़ के रस का 1-2 बूंद नाक में डालने से आराम मिलता है।
चुकंदर के ताजे पत्तों को पीसकर मोंच पर लगाने से दर्द और सूजन कम होती है तथा अल्सर के घाव पर लगाने से वह जल्दी ठीक होता है।
* अगर किसी को किडनी से संबंधित बीमारी है तो उसे चुकंदर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
* हीमोक्रोमेटोसिस एक ऐसी स्वास्थ्य संबंधी समस्या है जिसमें शरीर में आयरन की अधिकता हो जाती है। इससे ग्रसित व्यक्ति को चुकंदर का सेवन नहीं करना चाहिए।
* लो ब्लड प्रेशर की समस्या वाले व्यक्ति को भी चुकंदर का सेवन कम करना चाहिए क्योंकि इसके सेवन से ब्लड प्रेशर और लो हो सकता है।
* चुकंदर में अधिक मात्रा में हाइड्रॉक्साइड पाया जाता है अतः इसके अधिक सेवन से पथरी की समस्या हो सकती है।
अतः चुकंदर को उचित मात्रा में प्रयोग करने से यह शरीर के लिए फायदेमंद है। वहीं अति मात्रा में सेवन करने से रक्त में कैल्शियम की कमी हो सकती है, किडनी की परेशानी बढ़ सकती है, मधुमेह के रोगी का लेना हानिकारक हो सकता है तथा पेट में मरोड़ भी हो सकता है। अतः इसका अत्यधिक मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए।
English Translate
You will be familiar with Beetroot. Beetroot is a mussel root banaspati, which is found almost throughout the year. Beetroot (Chukandar) is consumed in the form of salads, vegetables and juices. Along with being healthy, it is also very beneficial in terms of beauty. Also increases the amount of hemoglobin in the body. Beetroot is small in appearance, but its benefits are numerous. Beet (Chukandar) also has many medicinal properties.
To cure stomach upset due to eating and drinking, 1-2 grams of beet powder should be consumed. It provides relief in flatulence and constipation.+
Blood pressure is controlled by regular beet intake. It is beneficial to take beet juice in the form of blood pressure.
Vitamin and mineral scores found in beetroot are helpful in regular functioning, which can prevent heart problems.
The antioxidant found in beet protects us from cancer. It mainly prevents lung and skin cancer from developing in the body.
Anemia is a condition in which there is a deficiency of iron in the body. To overcome the deficiency of anemia, it is advisable to eat iron-rich foods, and 0.8 mg per 100 grams of raw beet and .79 mg of iron in ripe beet is found, by which the intake of anemia is removed. can go.
100 ml juice of beet contains 95kcal energy, the intake of which instantly transmits energy in the body. Therefore, beet juice is beneficial to eliminate fatigue.
Beetroot contains vitamin B, vitamin C phosphorus calcium protein and antioxidants that perform the function of blood purification in the body and increase oxygen.
Beetroot is very beneficial for hair. Phosphorus is considered very good for hair growth and phosphorus is found in beetroot, which is helpful in growing hair. Beetroot opens the closed pores of the head, which strengthens the hair.
Applying beetroot juice in the head continuously for a few days reduces head baldness or by grinding turmeric in beet leaves and applying it in the head also reduces hair fall.
Sometimes dandruff can occur due to not taking proper care of the hair. Washing the head with the juice of beet stem removes dandruff and lice.
If there is a blister in the mouth or if you have a toothache, make a decoction of beet leaves and fill it in the mouth and rinse for some time.
Taking beet root powder with ghee for 21 days is beneficial in piles, besides making beet decoction, drinking 10 - 30 ml decoction one hour before meal in the morning and at bedtime at night, in constipation and bloody piles Benefit.
Beetroot also enhances our skin tone. Dead cells are cleaned by its use on the skin, which makes the skin shine. Consumption of beetroot also improves blood circulation in the skin due to which the effect of age is not fast and the skin remains sharp. In addition, if the lips are black, applying its juice on the lips can turn lips. And it also reduces dark circles under the eyes.
If there has been wrinkling on the face due to prolonged exposure to the sun or due to pollution, then adding honey to the beetroot juice and applying it, removes stains and freckles.
Regular intake of beetroot also increases the immunity of our body because its fibers are helpful in keeping the stomach clean and it is a natural source of sugars.
Lack of insulin in the body causes diabetes. Diabetes can be controlled by regular and proper intake of beetroot. It can be used as a natural remedy for diabetes. Its regular intake controls the amount of sugar in the blood.
Beetroot takes care of our mind along with keeping our heart healthy. Nitrate and iron present in it increases red blood cells and blood circulation in the blood, which leads to good circulation of blood to the brain and also improves our memory.
Pregnant women doctors first recommend taking iron and calcium pills. Beetroot is rich in iron, so it is beneficial for pregnant women to consume beetroot.
If someone has a problem with fatty liver, the use of beetroot with medicines is helpful in reducing liver related diseases and
fatty liver , so that the problem can be found quickly.
Beetroot is also a good source of calcium, so bones and teeth are also strengthened by its consumption.
Cholesterol is also controlled by the consumption of beetroot. Bad cholesterol produced in the body is called LDL. This blood can accumulate in the arteries and cause severe damage. Consuming beet juice helps to control it. This bird reduces the amount of cholesterol and helps to increase the amount of good cholesterol.
Beet intake is helpful in controlling weight as it has been shown to have laxative properties which helps in reducing weight by removing body dirt.
If you are suffering from headache due to cold or work stress, then taking 1-2 drops of beet root juice in the nose provides relief.
Applying ground beetroot fresh leaves on the monch reduces pain and swelling and by applying it on ulcer wounds, it heals quickly.
* If someone has a kidney disease, they should not use beetroot.
* Hemochromatosis is a health problem in which there is an excess of iron in the body. A person suffering from this should not consume beetroot.
* A person with low blood pressure problem should also reduce the intake of beetroot because its intake can cause blood pressure and low.
* A lot of hydroxide is found in beetroot, so excessive intake can cause stone problems.
Therefore, it is beneficial for the body by using proper amount of beetroot. At the same time, excessive intake can cause a deficiency in blood calcium, may increase kidney problems, diabetes patients may be harmful and may also cause stomach cramps. Therefore, it should not be consumed in excessive quantity.
एक समय की बात है। अकबर और बीरबल किसी विषय पर चर्चा कर रहे थे। तभी राजा अकबर ने बीरबल से कहा कि दुनिया में हर 100 आदमी के पीछे एक अंधा आदमी होता है। राजा अकबर की बात सुनकर बीरबल ने असहमति जताते हुए कहा, "नहीं महाराज! मेरे हिसाब से यह आकलन कुछ गलत प्रतीत हो रहा है। सही मायने में तो दुनिया में अंधों की संख्या देखने वालों की संख्या से काफी अधिक है।"
बीरबल का यह जवाब सुनकर अकबर को बहुत आश्चर्य हुआ और उन्होंने कहा, "जब हम अपने आसपास देखते हैं, तो देखने वाले लोगों की संख्या अंधों के मुकाबले अधिक प्रतीत होती है। ऐसे में अंधों की संख्या देखने वालों के मुकाबले अधिक कैसे हो सकती है?
अकबर की बात को सुनकर बीरबल ने कहा, महाराज! "किसी दिन मैं आपको यह बात प्रमाण के साथ साबित करके दिखाऊंगा कि दुनिया में अंधों की संख्या देखने वालों से अधिक है।" बीरबल का जवाब सुनकर राजा अकबर बोले ठीक है, प्रमाण के साथ इस बात को अगर तुम साबित कर दोगे, तो मैं भी इस बात को स्वीकार कर लूंगा। उस दिन यह बात वहीं रुक गई।
लगभग दो-चार दिन बीतने के बाद राजा अकबर इस बात को पूरी तरह भूल चुके थे। मगर बीरबल अपनी बात को प्रमाणित करने के लिए युक्ति सोचने में जुटे हुए थे। करीब 4 दिन बीतने के बाद बीरबल को एक योजना सूझी और वे दो मुनीम को लेकर उनके साथ बाजार की ओर चल पड़े।
बीच बाजार पहुंचने के बाद बीरबल सिपाहियों से एक चारपाई की चौखट मंगाते हैं और उसे बुनने के लिए रस्सी भी मंगवाए। बीरबल अपने साथ लाए दोनों मुनीम को आदेश देते हैं कि वे उनके दाएं और बाएं कुर्सी पर बैठ जाए। साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि दाएं बैठने वाले मुनीम उनके राज्य में मौजूद अंधों की सूची तैयार करेंगे और बाएं बैठने वाले मुनीम देखने वालों की सूची तैयार करेंगे।
बीरबल का आदेश मानते हुए दोनों मुनीम अपना काम करने के लिए कमर कस लिए और बीरबल खुद चारपाई बुनने का काम शुरू कर दिए। बीरबल को बीच बाजार चारपाई बुनते देख धीरे-धीरे वहां लोगों की भीड़ इकट्ठी होने लगी। उस भीड़ में से एक आदमी अपने आप को रोक नहीं पाता है और वह बीरबल से पूछ लेता है कि - "आप यह क्या कर रहे हैं?"
बीरबल इस सवाल का कोई जवाब नहीं देते और अपने दाएं बैठे मुनीम को इशारा करते हैं कि वह अपनी सूची में इस आदमी का नाम लिख ले। जैसे - जैसे समय बीतता जा रहा था वैसे - वैसे आने वालों की संख्या बढ़ती जा रही थी और आने वाले सभी लोग उत्सुकतावश बीरबल से यही पूछ रहे थे कि "वह यह क्या कर रहे हैं?" और इसी के साथ बीरबल अपने दाएं बैठे मुनीम को इशारा देकर यह सवाल पूछने वालों का नाम अंधों की लिस्ट में डलवाते जा रहे थे।
तभी अचानक वहां एक व्यक्ति आता है, जो बीरबल से पूछता है कि इतनी धूप में बैठकर आप चारपाई क्यों बुन रहे हैं? तब भी बीरबल कुछ नहीं बोलते हैं और बाएं बैठे मुनीम को यह सवाल पूछने वाले व्यक्ति का नाम अपनी सूची में लिखने का इशारा करते हैं। यह सिलसिला ऐसे ही चलता रहता है और धीरे-धीरे पूरा दिन निकल जाता है।
तभी इस बात की जानकारी राजा अकबर को होती है और वह भी माजरा समझने के लिए बाजार पहुंचते हैं, जहां बीरबल चारपाई बुनने का काम कर रहे होते हैं। राजा भी बीरबल के इस कार्य करने की पीछे की वजह जानना चाहते हैं। इसीलिए वह भी बीरबल से सवाल कर बैठते हैं कि बीरबल यह तुम क्या कर रहे हो?
राजा का सवाल सुनते ही बीरबल अपने दाएं बैठे मुनीम को आदेश देते हैं कि अपनी अंधों की लिस्ट में महाराज अकबर का नाम भी शामिल कर ले। बीरबल की यह बात सुनकर राजा अकबर को थोड़ा गुस्सा आता है और आश्चर्य भी होता है।
गुस्से में राजा अकबर कहते हैं, "बीरबल! मेरी आंखें पूरी तरह से ठीक है और मैं सब कुछ अच्छी तरह देख सकता हूं, फिर क्यों तुम मेरा नाम अंधों की सूची में लिखवा रहे हो?" राजा अकबर के इस सवाल पर बीरबल मुस्कुराते हुए कहते हैं,"महाराज आप देख सकते हैं कि मैं चारपाई बुन रहा हूं, फिर भी आप ने सवाल किया कि मैं क्या कर रहा हूं?" अब महाराज ऐसे सवालों का क्या मतलब है? यह तो एक अंधा व्यक्ति ही पूछ सकता है।
बीरबल का यह उत्तर सुनकर राजा अकबर को समझ में आ जाता है कि वह कुछ दिन पहले की गई बात को प्रमाणित करने के लिए यह सब कर रहे हैं। यह बात समझ में आते ही राजा अकबर भी मुस्कुराते हैं और पूछते हैं, बीरबल तो फिर बताओ कि तुमने अपने इस प्रयास में क्या पता लगाया और यह भी बताओ कि देखने वालों की संख्या अधिक है या अंधों की?
राजा के सवाल पर बीरबल उत्तर देते हैं,"महाराज! मैंने जो कहा था वही बात सच निकली। दुनिया में देखने वालों के मुकाबले अंधों की संख्या ज्यादा है। मेरे द्वारा तैयार की गई दोनों सूची का मिलान करके आप खुद ही इस निष्कर्ष पर पहुंच सकते हैं कि किस की संख्या अधिक है और इस बात को खुद अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
बीरबल का उत्तर सुनकर राजा अकबर एक बार पुनः बीरबल की बुद्धिमत्ता का लोहा मानते हैं और कहते हैं, "बीरबल! तुम अपनी बात को साबित करने के लिए कुछ भी कर सकते हो"
शिक्षा :- कहानी से सीख इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि सामने दिखाई देने के बावजूद भी मूर्खतापूर्ण सवाल करने वाले व्यक्ति किसी अंधे के समान ही होते हैं।
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Once upon a time. Akbar and Birbal were discussing some topic. Then King Akbar told Birbal that behind every 100 men in the world there is a blind man. Hearing the king, Birbal expressed disagreement and said, "No Maharaj! I think this assessment seems to be somewhat wrong. Truly, the number of blind people in the world is much higher than the number of sighters."
Akbar was very surprised to hear Birbal's reply and said, "When we look around, the number of sighted people seems to be more than the blind. How can the number of blinds be more than that of the blind? The
Hearing Akbar's talk, Birbal said, Maharaj! "Someday I will prove to you with proof that the number of blind in the world is more than those who see." Hearing Birbal's answer, King Akbar said, "If you can prove this thing with proof, then I will accept it too." That day it stopped there.
After about two-four days, King Akbar had completely forgotten this thing. But Birbal was busy thinking of a way to prove his point. After about 4 days, Birbal came up with a plan and went with him to the market with two bookkeepers.
After reaching the beach market, Birbal asks the soldiers for a four-foot frame and also gets a rope to weave it. Birbal orders the two accountants, brought with him, to sit on their right and left chairs. Also, keep in mind that the right-seated bookkeeper will prepare a list of blinds present in their state and the list of left-seated bookkeepers.
Accepting Birbal's orders, the two bookkeepers agreed to do their work and Birbal started weaving the cot himself. Seeing Birbal weaving the beach market, a crowd of people started gathering there. One man in that crowd is unable to stop himself and he asks Birbal - "What are you doing?"
Birbal does not give any answer to this question and signs the bookkeeper to his right that he should write the name of this man in his list. As time passed, the number of visitors was increasing and all the people were eagerly asking Birbal that "What is he doing?" And with this, Birbal was pointing to the seer of his right and putting the name of those asking this question in the list of blind people.
Then suddenly a person comes there, who asks Birbal why are you knitting the cots sitting in such a sun? Even then Birbal does not speak anything and signs the name of the person sitting on the left to write the name of the person asking this question in his list. This cycle continues like this and gradually the whole day passes.
That's when King Akbar comes to know about this and he too reaches the market to understand the matter, where Birbal is doing the work of weaving cots. The king also wants to know the reason behind Birbal doing this work. That is why they also sit with Birbal, what are you doing, Birbal?
On hearing the king's question, Birbal orders the bookkeeper sitting to his right to include the name of Maharaj Akbar in his list of blinds. Raja Akbar gets a little angry and is surprised to hear this about Birbal.
Angrily King Akbar says, "Birbal! My eyes are completely fine and I can see everything well, then why are you writing my name in the list of blind people?" On this question of King Akbar, Birbal smiles and says, "Maharaj, you can see that I am weaving cots, yet you have asked what am I doing?" Now Maharaj, what do such questions mean? Only a blind person can ask this.
Hearing this answer of Birbal, King Akbar realizes that he is doing all this to authenticate what was done a few days ago. As soon as this thing is understood, King Akbar also smiles and asks, Birbal then tell me what did you find out in your endeavor and also tell whether there are more number of sighters or blind people?
On the King's question, Birbal answers, "Maharaj, the same thing came true that I said. There are more blind people than there are people in the world. By matching the two lists prepared by me, you yourself reach this conclusion. Which number is more and can understand this thing very well.
Hearing Birbal's answer, King Akbar once again considers Birbal's intelligence and says, "Birbal! You can do anything to prove your point".
Moral :- Learning from the story, we learn from this story that despite appearing in front of us, people who make silly questions are just like a blind person.
" हैंग सोंन डूंग गुफा" दुनिया की सबसे बड़ी गुफा है। 200 मीटर ऊंची, 150 मीटर चौड़ी और 9 किलोमीटर लंबी इस गुफा की अपनी अलग ही दुनिया है। हैंग सोंन डूंग गुफा के अंदर छोटे से जंगल, पेड़ पौधे और नदी भी है, जो इसे खूबसूरत बना देती है।" हैंग सोंन डूंग गुफा" को कोई नहीं जानता था और इसका प्रवेश द्वार बहुत छोटा और धुंध से ढका रहता था।
इस गुफा की खोज साल 1991 में 'हो खाना' नाम के एक स्थानीय शख्स ने की थी, लेकिन उस वक्त पानी की भयंकर गर्जना और गुफा में घोर अंधेरा होने के कारण कोई भी अंदर जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाया था।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साल 2009 में इस गुफा को पहचान मिली जब एक 'ब्रिटिश केव रिसर्च एसोसिएशन'ने एक अभियान के द्वारा इसके अंदर प्रवेश कर इसके प्राकृतिक दृश्यों का अवलोकन किया और पहली बार दुनिया को इस गुफा की झलक दिखाई।
यह अभियान 10 अप्रैल से 14 अप्रैल तक चला और 200 मीटर ऊंची दीवार के कारण यह बीच में ही रुक गया। बाद में साल 2010 में वैज्ञानिकों ने एक 200 मीटर ऊंची दीवार जिससे 'वियतनाम की दीवार' भी कहते हैं, को पार कर गुफा के अंदर जाने के रास्तों का पता लगाया। उन्होंने पाया कियह गुफा वियतनाम की पिछली सबसे बड़ी गुफा से 5 गुना तथा विश्व मैं अब तक की सबसे बड़ी गुफा, 'मलेशिया' की 'डियर केव' से दुगुना बड़ी है इस गुफा का कुछ हिस्सा ऊपर से टूटा हुआ है और इसमें सूरज की रोशनी भी पहुंचती है। सूरज की रोशनी पहुंचने की वजह से हरे भरे पेड़ भी निकल आए हैं जो छोटा सा जंगल का रूप ले लिए हैं।इस गुफा में 300 मिलियन साल पुराने जीवाश्म भी मिले हैं।यहां पर दुनिया के सबसे ऊंचे चुने के स्तंभ में पाए गए हैं।
लाखों साल पुरानी इस गुफा को पहली बार 2013 में पर्यटकों के लिए खोला गया।आपको यह जानकर हैरानी होगी कि शुरुआत में हर साल सिर्फ 250 से 300 लोगों को ही यहां जाने की इजाजत मिलती थी। 900 से ज्यादा लोग गुफा में जा सकेंगे। वह गुफा में 4 दिन और 3 रात रहेंगे एक टिकट लगभग 1.91 लाख का है।
हर साल अगस्त महीने के पहले ही पर्यटक इस गुफा में से जाकर लौट आते हैं, क्योंकि इसके बाद गुफा के अंदर मौजूद नदी का जलस्तर बढ़ जाता है। गुफा के अंदर जाने के लिए पहले पर्यटकों को 6 महीने की ट्रेनिंग दी जाती है। उन्हें कम से कम 10 किलोमीटर पैदल चलने और छह बार रांक क्लाइंबिंग यानी चट्टानों पर चढना सिखाया जाता है, और उनका फिटनेस टेस्ट भी होता है। इसके बाद ही उन्हें गुफा में ले जाया जाता है।
English Translate
"Hang Son Dung Cave" is the largest cave in the world. 200 meters high, 150 meters wide and 9 kilometers long, this cave has its own world. There is also a small forest, tree plant and river inside the Hang Son Dung Cave, which makes it beautiful. Nobody knew the "Hang Son Dung Cave" and its entrance was very small and covered with mist.
This cave was discovered in 1991 by a local man named 'Ho Khana', but at that time no one could muster the courage to go inside due to the fierce roaring of the water and the darkness in the cave.
Internationally, this cave was recognized in 2009 when a 'British Cave Research Association' entered an expedition to observe its natural landscape and for the first time the world got a glimpse of this cave.
The expedition ran from 10 April to 14 April and was halted in the middle due to the 200 meter high wall. Later in the year 2010, scientists traced a 200-meter-high wall, also known as the 'Vietnam Wall', and found ways to enter the cave. They found Kieh Cave is 5 times bigger than the last largest cave in Vietnam and twice the largest cave in the world, 'Dear Cave' of 'Malaysia'. She also reaches. Due to the arrival of sunlight, green trees have also emerged which have taken the form of small forest. 300 million years old fossils have also been found in this cave. It has been found in the pillar of the world's highest chun.
This cave, which was millions of years old, was first opened to tourists in 2013. You would be surprised to know that initially only 250 to 300 people were allowed to visit the place every year. More than 900 people will be able to go to the cave. He will stay in the cave 4 days and 3 nights. A ticket is about 1.91 lakhs.
Every year, before the month of August, tourists return from this cave, because after that the water level of the river inside the cave rises. The first tourists are given 6 months training to go inside the cave. They are taught to walk at least 10 km and climb the rocks six times, and also have a fitness test. Only then are they taken to the cave.
आप सभी को 72वें गणतंत्र दिवस की बधाई।
भारत 15 अगस्त 1947 को आज़ाद हुआ था और 26 जनवरी 1950 को हमारे देश के संविधान को आत्मसात किया गया, जिसके तहत भारत देश को एक लोकतांत्रिक, संप्रभु और गणतंत्र देश घोषित किया गया।. इसलिए हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।
देश के पहले राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने 26 जनवरी 1950 को 21 तोपों की सलामी के साथ ध्वजारोहण कर भारत को पूर्ण गणतंत्र घोषित किया था। इसके बाद से हर साल इस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है और इस दिन देशभर में राष्ट्रीय अवकाश रहता है।
भारत राज्यों का एक संघ है। ये संसदीय प्रणाली की सरकार वाला गणराज्य है। ये गणराज्य भारत के संविधान के अनुसार शासित है, जिसे संविधान सभा ने 26 नवंबर 1949 को ग्रहण किया था और ये 26 जनवरी 1950 से प्रभाव में आया।
देश के प्रथम नागरिक यानी राष्ट्रपति गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लेते हैं और राष्ट्रीय ध्वज भी वही फहराते हैं। संबंधित राज्यों के राज्यपाल राज्य की राजधानियों में।
भारत के राष्ट्रपति नई दिल्ली में होने वाली भव्य परेड की सलामी लेते हैं। वो भारतीय सशस्त्र बलों के कमांडर-इन-चीफ़ भी होते हैं। इस परेड में भारतीय सेना अपने नए लिए टैंकों, मिसाइलों, रडार आदि का प्रदर्शन भी करती हैं।
गणतंत्र दिवस समारोह का अंत बीटिंग रिट्रीट के आयोजन के बाद होता है। यह आयोजन रायसीना हिल्स पर राष्ट्रपति भवन के सामने किया जाता है, जिसके चीफ़ गेस्ट राष्ट्रपति होते हैं। बीटिंग रिट्रीट का आयोजन गणतंत्र दिवस समारोह के तीसरे दिन यानी 29 जनवरी की शाम को किया जाता है। बीटिंग रिट्रीट में थल सेना, वायु सेना और नौसेना के बैंड पारंपरिक धुन बजाते हुए मार्च करते हैं। भारत में हर साल 26 जनवरी की पूर्व संध्या पर बहादुर बच्चों को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार दिए जाते हैं। इन पुरस्कारों की शुरुआत 1957 से हुई थी। इनमें पुरस्कार के रूप में एक पदक, प्रमाण पत्र और नकद राशि दी जाती है। सभी बच्चों को स्कूल की पढ़ाई पूरी करने तक वित्तीय सहायता भी दी जाती है।
गणतंत्र दिवस का एक मुख्य आकर्षण इसकी परेड है। गणतंत्र दिवस परेड राष्ट्रपति भवन से शुरू होती है और इंडिया गेट पर ख़त्म होती है।
आइए, इस गणतंत्र दिवस पर हम संकल्प लें कि देश प्रेम का लक्ष्य लेकर हम अपने कर्तव्य पथ पर निरंतर आगे बढ़ते रहेंगे। प्रसिद्ध कवि राम नरेश त्रिपाठी जी की पंक्तियां प्रस्तुत हैं :
यदि रक्त बूँद भर भी होगा कहीं बदन में
नस एक भी फड़कती होगी समस्त तन में
यदि एक भी रहेगी बाक़ी तरंग मन में
हर एक साँस पर हम आगे बढ़े चलेंगे
वह लक्ष्य सामने है पीछे नहीं टलेंगे
मंज़िल बहुत बड़ी है पर शाम ढल रही है
सरिता मुसीबतों की आग उबल रही है
तूफ़ान उठ रहा है, प्रलयाग्नि जल रही है
हम प्राण होम देंगे, हँसते हुए जलेंगे
पीछे नहीं टलेंगे, आगे बढ़े चलेंगे
अचरज नहीं कि साथी भग जाएँ छोड़ भय में
घबराएँ क्यों, खड़े हैं भगवान जो हृदय में
धुन ध्यान में धँसी है, विश्वास है विजय में
बस और चाहिए क्या, दम एकदम न लेंगे
जब तक पहुँच न लेंगे, आगे बढ़े चलेंगे
एक बार फिर आप सभी की 72वें गणतंत्र दिवस की बधाई।
English Translate
Congratulations to all of you on the 72nd Republic Day.
India became independent on 15 August 1947 and the Constitution of our country was assimilated on 26 January 1950, under which the country of India was declared a democratic, sovereign and republican country. Therefore, 26 January is celebrated every year as Republic Day.
The first President of the country, Dr. Rajendra Prasad, declared India a full republic by flagging off with a 21-gun salute on 26 January 1950. Since then, every year this day is celebrated as Republic Day and this day is a national holiday throughout the country.
India is a union of states. It is a republic with a parliamentary system of government. This republic is governed according to the Constitution of India which was adopted by the Constituent Assembly on 26 November 1949 and came into effect from 26 January 1950.
The first citizen of the country i.e. the President takes part in the Republic Day celebrations and also hoists the national flag. Governors of the respective states in the state capitals.
The President of India takes the salute of the grand parade to be held in New Delhi. He is also the Commander-in-Chief of the Indian Armed Forces. In this parade, Indian Army also displays tanks, missiles, radar etc. for their new ones.
The Republic Day celebrations end with the holding of the Beating Retreat. The event is held in front of the Rashtrapati Bhavan on Raisina Hills, which houses the Chief Guest. The Beating Retreat is organized on the third day of the Republic Day celebrations i.e. the evening of 29 January. At the Beating Retreat, bands from the army, air force and navy march playing traditional melodies. Every year in India, National Bravery Awards are given to brave children on the eve of 26 January. These awards started in 1957. In these, a medal, certificate and cash is given as a prize. Financial assistance is also provided to all children till they complete school.
One of the highlights of Republic Day is its parade. The Republic Day Parade begins at Rashtrapati Bhavan and ends at India Gate.
Come, let us pledge on this Republic Day that with the goal of love for the country, we will continue to move forward on our duty path. The lines of famous poet Ram Naresh Tripathi ji are presented:
If even a drop of blood will be in the body
A single vein will burst into the entire body
If there will be one remaining wave in the mind
On every breath we will move forward
That goal is in front, not behind
The floor is very big but the evening is going down
The fire of troubles is boiling
The storm is rising, the flame is burning
We will give life, burn with laughing
Will not move backward, will move forward
It is not surprising that companions flee and leave in fear
Why worry, God is standing in the heart
The tune is in meditation, faith is in victory
What else is needed, will not take the power
Until you reach, we will move forward
Once again congratulations to all of you on the 72nd Republic Day.
अकबर बीरबल से कौन वाकिफ नहीं होगा। कितनी ही कहानियां जुड़ी हुई है अकबर बीरबल के नाम से। इन कहानियों में कितनी सच्चाई है और कितनी मनगढ़ंत है यह तो कोई भी नहीं बता सकता, परंतु यह बात है कि इनसे जो प्रेरणा और शिक्षा मिलती है उससे कोई इनकार भी नहीं कर सकता। इन कहानियों में बीरबल मुश्किल से मुश्किल सवाल का जवाब बड़ी आसानी से देते हैं, इससे उनकी हाजिर जवाबी का और बुद्धि का पता लगता है। बच्चों के लिए यह कहानियां प्रेरणादायक हैं। इसकी प्रासंगिकता हमेशा बनी रहेगी।
आज उन्हीं कहानियों में से 15 मनोरंजक तथा शिक्षाप्रद कहानियां आप लोगों के समक्ष प्रस्तुत हैं।
बादाम ~ Badam ~ Almond लगभग सभी घरों में उपयोग में लाया जाता है। कुछ घरों में बादाम (Almond)भिगो के उपयोग होता है, तो कुछ घरों में भोजन को स्वादिष्ट बनाने में। सूखे बादाम की तुलना में भीगे हुए बादाम ज्यादा हेल्दी होते हैं। बादाम में प्रोटीन, मिनरल्स, विटामिंस और फाइबर्स होता है, जो हमारे सेहत के लिए फायदेमंद है।
बादाम की गिरी 5 - 10 ग्राम में मिश्री मिलाकर सेवन करें। इसके उपरांत दूध पीने से शारीरिक कमजोरी दूर होती है और शरीर पुष्ट होता है।
बादाम में बहुत ही कम मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होता है, लेकिन इसमें प्रोटीन, मैग्नीशियम, फाइबर और हाई फैट पाया जाता है। इसलिए यह ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है। डायबिटीज से पीड़ित अधिकतर लोगों में मैग्नीशियम की कमी पाई जाती है और बादाम खाने से मैग्नीशियम की मात्रा बढ़ती है, जिससे ब्लड शुगर लेवल में सुधार होता है।
बादाम के इस गुण से बच्चा- बच्चा परिचित है कि बादाम खाने से बुद्धि तेज होती है। बादाम में मौजूद विटामिन ई दिमाग की सतर्कता को बढ़ाता है तथा यादाश्त को भी बरकरार रखता है। बादाम में जिंक भी भरपूर मात्रा में होता है तथा इसमें पाया जाने वाला विटामिन बी6 दिमाग की कोशिकाओं को मरम्मत करने में मदद करता है।
प्रतिदिन 3 - 4 भीगे बादाम खाने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रित रहता है। बादाम का नियमित सेवन हानिकारक कोलेस्ट्रोल के स्तर को नियंत्रित रखता है और अच्छे कोलेस्ट्रोल को बढ़ाता है।
बादाम में हाई फैट होने के बाद भी यह हमारे वजन को घटाने में हमारी मदद करता है। बादाम में मौजूद मोनोसैचुरेटेड फैट लंबे समय तक भूख का एहसास नहीं होने देते, जिससे हम कम खाते हैं।
बादाम को हार्ट के लिए भी बहुत अच्छा माना जाता है। यदि कोई व्यक्ति प्रतिदिन 5 बादाम खाता है, तो उसमें हार्ट अटैक का खतरा 50% तक कम हो जाता है।
बादाम विटामिन ई के सर्वश्रेष्ठ स्रोत में से एक है। 28 ग्राम बादाम में हमारी जरूरत का 37% हिस्सा मिल जाता है। इससे कैंसर, अल्जाइमर जैसी कई बीमारियां होने की संभावना बहुत कम हो जाती हैं।
बादाम में फोलिक एसिड होता है, जो होने वाली संतान को हृष्ट - पुष्ट बनाता है तथा होने वाले विकारों से उसे बचाता है। जो महिलाएं गर्भावस्था के दौरान बादाम का सेवन करती हैं, उनके शिशु में एनटीडी (तंत्रिका ट्यूब दोष) की संभावना कम हो जाती है।
जो लोग भूख ना लगने या कम लगने की समस्या से परेशान हैं उनके लिए भी बादाम उपयोगी है। ऐसे लोगों को बादाम का सेवन -- "बादाम को आधा दिन 12 घंटे पानी में भिगो दें इसके बाद बादाम को पानी में उबालकर ऊपर का छिलका उतार लें और इसे चासनी में मिलाकर मुरब्बा बना ले। इस मुरब्बे के सेवन से भूख बढ़ती है।"
चेहरे की झुर्रियां भी आम समस्या है। बादाम का उपयोग इसमें भी कारगर साबित हो सकता है। इसके लिए बादाम को सरसों, वचा तथा सेंधा नमक के साथ पीसकर चेहरे पर लेप करें। इस लेप के प्रतिदिन सेवन से चेहरे की झुर्रियां तथा झाइयां मिटती हैं।
दांतों की समस्या होने पर बादाम के छिलकों को जलाकर भस्म बना लें। इस भस्म से दातों पर मालिश करने से दांतो से संबंधित बीमारियां ठीक होती हैं।
हमें स्वस्थ रहने में अहम योगदान आंतों का भी है। आंतों के स्वस्थ रहने पर पेट भी स्वस्थ तरह से काम करता है। जो लोग आंतों से संबंधित रोग से परेशान हैं, उन्हें बादाम को अंजीर के साथ पीसकर खाना चाहिए इससे आंतों की समस्याएं ठीक होती हैं।
बच्चे और बड़े सभी को फोड़े होते हैं। ऐसे में बादाम के बीजों को पीसकर फोड़ों पर लेप करने से घाव तथा फोड़े जल्दी ठीक हो जाते हैं।
बादाम में प्रचुर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है जो दांतों और हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
यदि आंखों के नीचे काले धब्बे हो गए हैं तो बादाम का तेल असरदार साबित हो सकता है सोने से पूर्व आंखों के नीचे 1 महीने तक लगातार बादाम के तेल से हल्की हल्की मसाज करें।
बादाम के नियमित सेवन से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है ।इससे सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार आदि छोटी-छोटी बीमारियों का असर शरीर पर जल्दी नहीं होता।
जिसकी त्वचा अत्यधिक शुष्क रहती है या सर्दियों में त्वचा रूखी हो, तो बादाम के तेल लगाने से इस समस्या से छुटकारा मिल जाता है। साथ ही त्वचा पर ग्लो भी आता है। बदाम के पेस्ट को शहद में मिलाकर त्वचा पर लेप करने से भी ड्राई स्किन मेला होता है।
English Translate
Almonds are used in almost all households. In some households, almond soaked is used, while in some houses it is used to make the food tasty. Soaked almonds are healthier than dried almonds. Almonds contain protein minerals, vitamins and fibers, which are beneficial for our health.
Take 5 to 10 grams of almond kernels mixed with sugar candy and after that drinking milk ends physical weakness and strengthens the body.
Almonds contain a very small amount of carbohydrates, but contain protein, magnesium, fiber and high fat. Therefore, it controls blood sugar. Most people suffering from diabetes are found to have a deficiency of magnesium and eating almonds increases magnesium content, which improves blood sugar levels.
The child is familiar with this quality of almonds that eating almonds increases intelligence. Vitamin E present in almonds increases the alertness of the brain and also preserves the memory. Zinc is also rich in almonds and the vitamin B6 found in it helps in repairing the brain cells.
Cholesterol levels are controlled by eating 3 - 4 soaked almonds daily. Regular intake of almonds controls harmful cholesterol levels and increases good cholesterol.
Even after being high fat, almonds help us in reducing our weight. Monosaturated fats present in almonds do not allow us to feel hungry for long, which makes us eat less.
Almonds are also considered very good for the hand. If a person eats 5 almonds daily, then the risk of heart attack is reduced by 50%.
Almonds are one of the best sources of vitamin E. 37% of our requirement is available in 28 grams of almonds. This greatly reduces the chances of many diseases like cancer, Alzheimer's.
Almonds contain folic acid, which makes the offspring strong and protects them from disorders. Women who consume almonds during pregnancy are less likely to have NTD (neural tube defects) in their baby.
Almond is also useful for those who are suffering from problems of loss of appetite or feeling low. Such people consume almonds - "Soak almonds in water for 12 hours for half a day, after which boil the almonds in water, take off the top peel and mix it in the sauce and make it jam. The consumption of this marmalade increases appetite."
Facial wrinkling is also a common problem. The use of almonds can also prove effective in this. For this, grind almond with mustard, vacha and rock salt and apply it on the face. Wrinkles and freckles of the face disappear by daily consumption of this paste.
Burn almond peels and burn them in case of dental problems. Massaging the teeth with this ash helps in curing diseases related to teeth.
The intestines are also a major contributor to keeping us healthy. The stomach also works well when the intestines are healthy. People who are troubled by intestinal diseases should grind almonds with figs and it helps to cure intestinal problems.
Children and adults all have boils, in this case, grinding almond seeds and applying them on the wounds and boils are cured quickly.
Almonds are found in plenty of calcium which helps in strengthening teeth and bones.
If there are dark spots under the eyes, then almond oil can prove to be effective. Massage lightly with almond oil under the eyes continuously for 1 month before sleeping.
Regular intake of almonds increases the immunity of the body. It does not hasten the effects of minor diseases like cold, cough, cold, fever etc.
If the skin remains very dry or if the skin is dry in winter, applying almond oil can get rid of this problem and glow on the skin. Dry skin fair is also made by mixing paste of almond with honey and applying it on the skin.
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