छोटी इलायची / Green Cardamom / Elaichi
इलायची को मसालों की रानी कहा जाता है। भारत के घर-घर में गर्म मसालों से लेकर खीर, हलवा आदि मीठे व्यंजनों में छोटी इलायची का प्रयोग किया जाता है। भोजन के बाद मुंह को सुगंधित करने के लिए भी इलायची का प्रयोग होता है। पर इलायची केवल एक सुगंधित मसाला ही नहीं है, बल्कि यह एक अच्छी औषधि भी है।
इलायची क्या है?
छोटी इलायची एक सुगंधित मसाला है। इलायची का पौधा लगभग 10 से 12 फुट लंबा होता है, जो समुंदर के किनारे वर्षभर पैदा होता है। यह पत्तेदार होता है। इसके पत्ते ऊपर से एकदम हरे, भाले के आकार के और 2 फुट तक लंबे होते हैं। पौधों में गुच्छों में फल लगते हैं। सूखे हुए फल को ही छोटी इलायची के नाम से जाना जाता है। इलायची दो प्रकार की होती है - छोटी इलायची और बड़ी इलायची। इलायची का औषधीय गुण बहुत होने के कारण आयुर्वेदिक और यूनानी चिकित्सा पद्धतियों में इलायची का प्रयोग किया जाता है।
जानते हैं इलायची के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुणों के बारे में
इलायची के बीज गैस को खत्म करते हैं, भूख बढ़ाते हैं, पेशाब की समस्या दूर करते हैं और हृदय तथा शरीर को बल प्रदान करते हैं। इसलिए इलायची के बीजों का अपच, पेटदर्द, जुकाम, खाँसी, लीवर की समस्याओं, उल्टी आदि अनेक बीमारियों में प्रयोग किया जाता है। इस प्रकार देखें तो छोटी इलायची के फायदे बहुत हैं। इसका दुष्प्रभाव नहीं के बराबर है।
सिर दर्द में
चिंता और तनाव के कारण होने वाले सिर दर्द में दो छोटी इलायची एक बड़ी इलायची तथा 1 ग्राम कपूर पीसकर ललाट पर लगाने से सिर दर्द दूर होता है।
आंखों की समस्या
प्रतिदिन एक चम्मच मधु के साथ एक छोटी इलायची खाने से आंखों की रोशनी बढ़ती है तथा तंत्रिका तंत्र को बल मिलता है और आंखें स्वस्थ रहती हैं।
मुंह के रोग
मुंह में किसी भी प्रकार का संक्रमण होने पर या मुंह में छाले हो गए हो तो या फिर दातों और मसूड़ों में सूजन के कारण मुंह से दुर्गंध आ रही हो तो दालचीनी, नागर मोथा, छोटी इलायची तथा धनिया बराबर मात्रा में लेकर उसका चूर्ण बना लें। इस चूर्ण की 125 मिलीग्राम की वटी बना लें। इसका सेवन करने से मुंह का संक्रमण दूर होता है। इसी चूर्ण से मंजन करें और इसी चूर्ण को पानी में घोलकर गरारा करें।
दमा में
सूखी खांसी तथा दम फूलने की शिकायत होने पर इलायची तथा काली मिर्च को बराबर मात्रा में मिलाकर काढ़ा बना लें। इस 10 से 20 मिलीलीटर काढ़े में खंड मिलाकर सेवन करने से सूखी खांसी तथा सांस फूलने की परेशानी ठीक होती है।
ह्रदय के स्वास्थ्य के लिए
छोटी इलायची रक्त संचार को ठीक बनाए रखती है, जो कि ह्रदय के लिए बहुत लाभकारी है। छोटी इलायची चूर्ण तथा पीपली की जड़ के चूर्ण को बराबर मात्रा में मिलाकर 1 - 2 ग्राम की मात्रा को दोगुना घी में मिलाकर खाने से हृदय रोग तथा गैस के कारण होने वाले सीने के दर्द में लाभ होता है।
गैस की समस्या
इलायची पेट में गैस और एसिडिटी से भी राहत दिलाती है। यदि भोजन के बाद एसिडिटी होती है, तो भोजन के बाद नियमित रूप से इलायची का सेवन करने से भोजन का पाचन अच्छे से होता है और एसिडिटी से राहत मिलती है।
पेचिश की समस्या
इलायची को पानी में उबालकर 10 से 15 मिलीलीटर मात्रा में सेवन करने से पेचिश, लूज मोशन तथा पेशाब की समस्या में लाभ होता है।
दिमाग को मजबूत बनाने में
रात में सोने से पहले छोटी इलायची के बीज के चूर्ण को सूंघने से मानसिक अवसाद तथा यादाश्त की कमी में लाभ होता है
मजबूत पाचन तंत्र के लिए
इलायची का सेवन करने से पाचन शक्ति मजबूत होती है क्योंकि इसमें दीपन का गुण होता है, जो पाचक अग्नि को बढ़ाकर पाचक तंत्र को मजबूत करने में मदद करता है।
ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में
इलायची का सेवन हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में सहायता करता है, क्योंकि आयुर्वेद के अनुसार इलायची ब्लड शुगर को नियंत्रित करने की एक प्रभावी औषधि है।
मुंह के छालों में
इलायची के सेवन से या इलायची को मुंह में रखकर चूसने से मुंह के छालों में आराम होता है क्योंकि इलायची में पित्त शामक गुण होता है, जो जलन को कम कर छालों को जल्दी ठीक करने में सहायक होता है।
सिर दर्द में
सिर दर्द यदि पित्त के प्रकोप की वजह से हो रहा है, तो इलायची के सेवन से सर दर्द में आराम मिलता है। इलायची में शीत गुण होता है, जो पित्त को शांत करता है जिससे सिर दर्द में आराम होता है।
छोटी इलायची के नुकसान
सामान्यता इलायची खाने से कोई नुकसान नहीं होता है, परंतु कई बार अधिक मात्रा में इलायची के सेवन के कुछ दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं।
- पथरी के रोगियों को इलायची का सेवन करने से पहले चिकित्सक का परामर्श लेना चाहिए क्योंकि इलायची पथरी के दर्द को उत्पन्न कर सकती है।
- इलायची यदि ठीक से ना पचे तो गाल ब्लैडर की पथरी भी बनाती है।
- लंबे समय तक इलायची का ज्यादा मात्रा में प्रयोग सांस से संबंधित बीमारियों को जन्म दे सकती है।
रूपा जी के नुस्के
ReplyDeleteये मेरे नुस्खे नहीं होते। ये राजीव दीक्षित जी के और बालकृष्ण जी के नुस्खे होते..हम यहां सिर्फ एक माध्यम हैं।
Delete👍
Deleteछोटी इलायची की खुशबू बहुत अच्छी होती है, और मीठे व्यंजन में डलने पर स्वाद का कहना ही क्या.. और तुम्हारे ब्लॉग के जरिए इसके फायदे भी जान लिए..
ReplyDeleteVery nice knowledge 👍👍
Good one...Keep going...Best of luck 🙏🙏
ReplyDeleteVery nice
ReplyDelete👍👍
ReplyDeleteवाह बहुत खूब 👏
ReplyDeleteअच्छी जानकारी
ReplyDeleteखुशबूदार और स्वादवर्धक होने के साथ लाभकारी औषधि भी।
ReplyDeleteवाह अच्छी जानकारी
Nice
ReplyDeleteNice information..
ReplyDeleteGood job
ReplyDeleteछोटी इलायची बचपन से ही हम सभी को अपने बेहतरीन स्वाद और खुशबू के कारण लुभाती रही है। बढ़िया जानकारी।
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteछोटी इलायची फायदे बड़े।
ReplyDeleteअच्छी जानकारी
ReplyDeleteVery Useful Post.. health bhi taste bhi 👌👍
ReplyDeleteNice ji
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteI expanded my messages again. Thank you.
ReplyDeleteइलायची की तो जरा
ReplyDeleteकुछ बात ही निराली है
इसकी महक से सरोबार
सुबह चाय कि प्याली है
इसके बिना तो जिंदगी
तो जैसे खाली-खाली है
तरह-तरह के व्यंजन में
इलायची भी तो डाली है
https://twitter.com/RupaSin44202771/status/1442741208405606405
#इलायची_के_फायदे
#इस्तेमाल_के_कायदे
🙏🥰👌🦚👌🥰🙏
Nice
ReplyDeleteOknisha
ReplyDeleteइलायची से गर्भपात कैसे करें