अदरक / Ginger / Adrakh
अदरक, अदरक का नाम सुनते ही अदरक की चाय याद आती है। शायद ही कोई घर ऐसा होगा जहां अदरक वाली चाय ना बनती हो। अदरक लगभग सभी घरों में चाय में, सब्जी, चटनी, अचार, सॉस में इस्तेमाल होता है। अदरक एक ऐसी खाद्य सामग्री(मसाला) है, जो हर घर में रोजाना उपयोग में लाई जाती है। अदरक स्वाद बढ़ाने वाली सिर्फ एक खाद्य सामग्री ही नहीं है अपितु एक जड़ी-बूटी भी है, जिसके औषधीय गुण भी बहुत है। अदरक में भी हल्दी की तरह कई औषधीय गुण पाए जाते हैं। अदरक को आयुर्वेद में महाऔषधि कहा जाता है। ताजी अदरक में 81% जल, 2.5 % प्रोटीन, 1% वसा, 13% कार्बोहाइड्रेट होता है। इसके अतिरिक्त इसमें आयरन, कैल्शियम, फास्फेट, आयोडीन, क्लोरीन, खनिज लवण तथा विटामिन पर्याप्त मात्रा में होते हैं। सूखी अदरक को सोंठ कहा जाता है। इसमें 15% प्रोटीन, 3-6% वसा, 3- 8% रेशे, 60 -70% शर्करा तथा उड़नसील तेल 1 से 3% होते हैं। यहां यह भी स्पष्ट करना जरूरी है कि अदरक को सुखाकर सोंठ बनता है और सोंठ में अदरक से अधिक औषधीय गुण पाए जाते हैं।
तो चलिए फिर जानते हैं अदरक के फायदे नुकसान उपयोग और औषधीय गुणों के बारे में
अदरक (Ginger) के औषधीय गुण, फायदे और नुकसान
# पाचन को मजबूत करें
अदरक का सेवन अपच, गैस की समस्या, पेट दर्द, सूजन दूर करने, पेट में कीड़े, पेशाब की मात्रा बढ़ाने, हाजमा ठीक करने में किया जाता है। 10 से 20 मिलीलीटर अदरक के रस में बराबर मात्रा में नींबू का रस मिलाकर पिलाने से पाचन तंत्र का विकार ठीक होता है।
# कोलेस्ट्रोल में
अदरक के प्रभाव से रक्त प्लेटलेट्स कोशिकाओं का चिपचिपापन कम हो जाता है, जिससे रक्त में थक्का बनने की संभावना बहुत कम हो जाती है। फलस्वरूप अनेक रोगों जैसे हृदय आघात, स्ट्रोक, पक्षाघात इत्यादि से बचाव होता है। अदरक के सेवन से कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम बढ़ता है ।
# इम्यूनिटी बढ़ाने में
अदरक पर किए गए शोधों से पता चला है कि अदरक शरीर में कुछ खास किस्म के जैव रसायन बायोकेमिकल का निर्माण करने में सहायक है, जो ना सिर्फ कुदरती तौर पर घाव के ठीक होने में मदद करता है बल्कि शरीर में इम्यूनिटी को भी बढ़ाता है।
# सिर दर्द में
50 मिली दूध में 5 ग्राम सोंठ का पाउडर या पेस्ट मिला लें। इसको उबालकर छानकर इसमें मिश्री या खांड डालकर सेवन करने से सर का दर्द ठीक होता है।
# मांसपेशियों के लिए
अदरक के सेवन से पूरे शरीर में रक्त प्रवाह सुचारू रूप से होता है। इसके सेवन से हृदय की मांसपेशियां ज्यादा शक्ति से संकुचित होती हैं। रक्तवाहिनीयां फैल जाती है, जिससे उत्तकों और कोशिकाओं का रक्त प्रवाह बढ़ जाता है और मांसपेशियों का अकड़न, दर्द, तनाव आदि से आराम मिलता है
# कान दर्द में
सोंठ के रस को गुनगुना कर 2-3 बूंद कान में डालने से कान का दर्द ठीक होता है।
# दांत दर्द में
सोंठ के टुकड़े को दांतो के बीच दबाने से दांत दर्द में आराम मिलता है।
# खांसी जुकाम में
* 100 मिली दूध में 2 ग्राम अदरक चूर्ण मिलाकर, उबालकर इसका सेवन करने से जुकाम में आराम होता है।
* दो चम्मच अदरक के रस में मधु मिलाकर सुबह और शाम सेवन करने से सांसो से जुड़ी बीमारी खांसी तथा जुकाम आदि रोगों में लाभ होता है।
* 5 मिली अदरक के रस में चौथाई भाग मधु मिलाकर सेवन करने से खांसी जुकाम और बुखार ठीक होता है।
# ठंड लगने पर
शरीर जब ठंडा पड़ जाए या ठंड के दिनों में अधिक ठंड लगने पर सोंठ के रस में थोड़ा सा लहसुन का रस मिला लें। इससे मालिश करने से शरीर में गर्माहट आती है।
# निमोनिया में
5 मिली अदरक के रस में 1 या 2 वर्ष पुराना घी व कपूर मिलाकर गर्म कर छाती पर मालिश करने से आराम मिलता है।
# भूख बढ़ाने में
* 2 ग्राम सोंठ चूर्ण को गुनगुने जल के साथ प्रतिदिन सुबह सेवन करने से भूख की कमी दूर होती है, जिससे भूख बढ़ती है और हृदय बलवान होता है।
* अदरक का अचार खाने से भी भूख बढ़ती है।
# दस्त लगने पर
धनिया (10 ग्राम) तथा सोंठ (10 ग्राम) को मिलाकर काढ़ा बना लें।इस काढे को सुबह - शाम 10 - 30 मिली मात्रा में सेवन करने से बुखार दर्द और दस्त ठीक होता है।
# पेट के गैस की समस्या
* अदरक पेस्ट को दूध के साथ सेवन करने से पेट की गैस में तुरंत लाभ होता है।
* 25 ग्राम काला तिल (छिलका रहित), 100 ग्राम गुड़ और 50 ग्राम सोंठ के चूर्ण को मिलाकर 2- 5 ग्राम की मात्रा में दूध के साथ सेवन करने से वात दोष के कारण होने वाली पेट की गैस की समस्या में लाभ होता है।
# पीलिया रोग में
अदरक त्रिफला और गुड़ को समान मात्रा में मिलाकर सेवन करने से पीलिया रोग में आराम मिलता है।
# बवासीर में
* 2 - 4 ग्राम सोंठ के चूर्ण में दोगुना गुण मिला लें। इसकी गोली बनाकर सेवन करने से आम दोष से होने वाले विकारों में लाभ होता है
* मिश्री, पिपली, सोंठ तथा हरीतकी को बराबर मात्रा में लेकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण की 2 से 4 ग्राम मात्रा को गुड़ के साथ सेवन करने से बवासीर ठीक होता है।
* अदरक का काढा बनाकर 10 से 20 मिलीलीटर मात्रा में सेवन करने से सूजन एवं बवासीर का दर्द तथा कब्ज से आराम मिलता है।
# दमा रोग में
दो चम्मच अदरक के रस में मधु मिलाकर सुबह-शाम सेवन करने से सांसो से जुड़ी बीमारी में आराम होता है।
# जोड़ों के दर्द में
* अदरक के 1 लीटर रस में 500 मिली तिल का तेल डालकर आग पर पकाएं। जब रस जलकर केवल तेल रह जाए, तो उतारकर छान लें। इस तेल की शरीर पर मालिश करने से जोड़ों का दर्द ठीक होता है।
* सोंठ, तिल और गुड़ को समान मात्रा में पीस लें। इसे 2 से 4 ग्राम की मात्रा में 50 -100 मिलीलीटर दूध के साथ पिएं। इससे 3 से 7 दिन में गठिया के दर्द में आराम होने लगता है।
# त्वचा रोग में
बेदाग और कील मुहांसों से रहित त्वचा पाने के लिए अदरक का इस्तेमाल फायदेमंद साबित हो सकता है। 5 मिलीलीटर अदरक के रस में गुड़ मिलाकर पीने से पित्त की वजह से होने वाली त्वचा संबंधी बीमारियों में लाभ होता है।
अदरक का नुकसान
हालांकि अदरक के बहुत से स्वास्थ्य लाभ हैं परंतु इसके कुछ दुष्परिणाम भी हैं। अधिक मात्रा में अदरक का सेवन (6 ग्राम या अधिक) करने से यह नुकसानदायक भी हो सकता है ।
* हृदय संबंधी विकार
* केंद्रीय तंत्रिका तंत्र संबंधी विकास
* उच्च रक्तचाप
* गर्भावस्था में अदरक का सेवन नहीं करना चाहिए
* पित्त संबंधी समस्या से होने वाले पथरी की बीमारी और बच्चों को बुखार होने पर अदरक का इस्तेमाल नहीं कराना चाहिए।
* अधिक मात्रा में अदरक का सेवन से दस्त, पेट की विभिन्न समस्या, मुंह में जलन और गंभीर डकार या उबकाई आदि की समस्या हो सकती है।
* अदरक खून को पतला करता है। यदि कोई ब्लड क्लोटिंग के लिए दवाई ले रहा हो या खून के पतलेपन की समस्या से ग्रसित हो तो उसके लिए अदरक नुकसानदायक साबित हो सकती है।
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Ginger
Ginger, on hearing the name of ginger, remembers ginger tea. There is hardly any house where ginger tea is not made. Ginger is used in tea, vegetables, chutneys, pickles, sauces in almost all households. Ginger is a food item (spice) that is used daily in every household. Ginger is not just a food enhancer, but is also an herb, which also has many medicinal properties. Ginger also has many medicinal properties like turmeric. Ginger is called Mahaushadhi in Ayurveda. Fresh ginger contains 81% water, 2.5% protein, 1% fat, 5% in 210 and 13% carbohydrates. In addition, it contains iron, calcium, phosphate, iodine, chlorine, mineral salts and vitamins in sufficient quantity. Dry ginger is called dry ginger. It contains 15% protein, 3-6% fat, 3-8% fiber, 60 -70% sugars and uranseal oil 1 to 3%. It is also necessary to clarify here that dry ginger makes dry ginger and the ginger has more medicinal properties than ginger.
So let's know about the advantages and disadvantages of ginger and its medicinal properties.
Medicinal properties, advantages and disadvantages of Ginger
# Strengthen digestion
Ginger is used in the treatment of indigestion, gas problems, stomach pain, swelling, worms in the stomach, increasing the amount of urine, curing hazam. Mixing equal quantity of lemon juice in 10 to 20 ml ginger juice and drinking it cures the digestive system disorder.
# In cholesterol
The effect of ginger reduces the viscosity of blood platelets cells, greatly reducing the chances of clot formation in the blood. As a result, many diseases like heart stroke, stroke, paralysis etc. are avoided. Consumption of ginger increases cholesterol levels.
# Increasing immunity
Research on ginger has shown that ginger is helpful in the manufacture of certain types of biochemistry biochemicals in the body, which not only help in healing the wound naturally but also increase immunity in the body.
# In headache
Add 5 grams of dry ginger powder or paste to 50 ml milk. Boil it and filter it and take it after adding sugar candy or khand, it cures headache.
# For muscles
Consumption of ginger leads to smooth flow of blood throughout the body. Heart muscle is compressed with more power due to its consumption. The blood vessels dilate, which increases the blood flow of tissues and cells and relieves muscle stiffness, pain, tension etc.
# In ear pain
Adding 2-3 drops of dry ginger juice in the ear cures ear pain.
# In toothache
Pressing a piece of dry ginger between the teeth provides relief in toothache.
# Cough in cold
* Mixing 2 grams of ginger powder in 100 ml milk, boiling it and taking it helps to cure colds.
* Mixing two spoons of ginger juice in honey and taking it in the morning and evening is beneficial in diseases related to breath, cough and cold etc.
* Mixing one-fourth of honey mixed with 5 ml ginger juice, cures cough, cold and fever.
# In cold
When the body gets cold or feels cold on cold days, mix a little garlic juice in the ginger juice. Massaging it brings warmth in the body.
# In pneumonia
Mixing 1 or 2 years old ghee and camphor in 5 ml ginger juice and heating it on the chest provides relief.
# In increasing appetite
* Consumption of 2 grams dry ginger powder with lukewarm water every day in the morning removes loss of appetite, which increases appetite and makes the heart strong.
* Eating ginger pickle also increases appetite.
# Diarrhea Problem
Make a decoction by mixing coriander (10 grams) and dry ginger (10 grams). Taking 10 to 30 milliliters of this decoction twice a day cures fever pain and diarrhea.
# Stomach gas problem
* Consuming ginger paste with milk provides instant relief in stomach gas.
* Mixing 25 grams black sesame (without peel), 100 grams jaggery and 50 grams dry ginger powder and taking 2 to 5 grams of milk with milk provides relief in stomach gas problem caused by Vata dosha.
# In jaundice disease
Mixing equal quantity of ginger triphala and jaggery and taking it provides relief in jaundice.
# In piles
* Mix twice the quality of 2 - 4 grams dry ginger powder. Taking this tablet and taking it is beneficial in disorders caused by common defects.
* Make equal powder by taking sugar candy, applique, dry ginger and Haritaki. Take 2-4 grams of this powder with jaggery, it cures piles.
* Taking 10 to 20 ml ginger decoction to get relief from swelling and piles pain and constipation.
# In Asthma disease
Mixing two spoons of ginger juice with honey and taking it in the morning and evening provides relief in respiratory diseases.
# In joint pain
* Put 500 ml sesame oil in 1 liter of ginger juice and cook on fire. When only the oil remains after burning the juice, remove and filter it. Massaging this oil on the body ends joint pain.
* Grind equal amount of dry ginger, sesame seeds and jaggery. Drink 2 to 4 grams of it with 50 -100 ml milk. With this, the pain of arthritis starts to be relaxed in 3 to 7 days.
#In dermatitis
The use of ginger can prove to be beneficial for getting a skin without spotless and nail pimples. Drinking mixed jaggery in 5 ml ginger juice is beneficial in skin diseases caused by bile.
Side Effects of ginger
Although ginger has many health benefits, it also has some side effects. Consuming ginger in excess (6 grams or more) can also be harmful.
* Cardiovascular disorders
* Central nervous system development
* high blood pressure
* Ginger should not be consumed during pregnancy
* Ginger should not be used in the case of gallstones and children with fever due to bile problems.
* Consumption of ginger in excess can cause diarrhea, various stomach problems, burning sensation in the mouth and severe belching or nausea.
* Ginger dilutes the blood. If someone is taking medicines for blood clotting or is suffering from blood thinning problem, then ginger can prove to be harmful for him.
Very informative 👍👍
ReplyDeleteAdrak toh chai ki jaan hai
ReplyDeleteAapne bhutttt hi achhi jankari badhayi h 👌🙏👍
Very nice
ReplyDeleteअदरक का प्रयोग तो हर घर में ही होता है लेकिन इतना गुणकारी है कम लोग ही जानते होंगे, अच्छी और विस्तृत जानकारी
ReplyDeleteबहुत लाभदायक जानकारी
ReplyDeleteGood madicin
ReplyDeleteअच्छी जानकारी
ReplyDeleteIske bina to chai me swaad hi nhi aata
ReplyDeleteGood madicin
ReplyDeleteNice meficine
ReplyDeleteNice meficine
ReplyDeleteएक अद्भुत चीज़
ReplyDeleteअदरक हम सभी के लिए वरदान है। सभी को इसका उपयोग अवश्य करना चाहिए।
ReplyDeleteThanku for such useful information🙏🏻🙏🏻
ReplyDeleteAdrak k itne sare fayde h aaj pta chala ....Very nice👍👍
ReplyDeleteAdrak ke bina to chai ka maja nhi ha...pr adrak me swad ke sath sath itna gun ha ye nhi pta tha,.. useful post 👍👍
ReplyDeleteVery Useful...
ReplyDeleteVery useful
ReplyDeletevery useful for daily life
ReplyDeleteNice information
ReplyDeleteविस्तृत और बढिया जानकारी
ReplyDeleteकुछ फायदे तो पता थे लेकिन इतने फायदे और नुकसान के बारे में पता नहीं था
अत्यंत महत्वपूर्ण और दुर्लभ जानकारी
ReplyDeleteअदरक को हमलोग चाय में डालकर पीते थे
ReplyDeleteतथा सर्दी जुकाम में गर्म करके खाते थे ।
लेकिन इतने सारी बीमारियों में इसका प्रयोग किया जा सकता है उसे आज जाना हूँ ।
🙏🙏🙏🙏🙏
क्या बात है 👍
ReplyDelete🙏🙏🙏जय श्री राम 🚩🚩🚩
ReplyDelete👌👌👌बहुत बढ़िया लाभदायक जानकारी 🙏🙏🙏🙏आप का बहुत बहुत धन्यवाद 💐💐