उम्र को दराज में रख दें, उम्रदराज़ न बनें
उम्र को दराज में रख दें, उम्रदराज़ न बनें
खो जाएं जिन्दगी में,
मौत का इन्तजार न करें..
जिनको आना है आएं,
जिनको जाना है जाएं,
पर हमें जीना है,
ये न भूल जाएं...
जिनसे मिलता है प्यार,
उनसे ही मिलें बार बार,
कभी बचपन को जीएं
तो कभी जवानी को,
पर न छोड़ें बुढापे में भी
सपने संजोने को...
महफिलों का शौक रखें,
दोस्तों से प्यार करें,
जो रिश्ते हमें समझ सकें
उन रिश्तों की कद्र करें...
बंधें नहीं किसी से भी,
न किसी को बँधने पर मजबूर करें।
दिल से जोड़ें हर रिश्ता
और उन रिश्तों से दिल से जुड़े रहें...
हँसना अच्छा होता है,
पर अपनों के लिये रोया भी करें,
याद आएं कभी अपने तो
आँखें अपनी नम भी करें...
जिंदगी चार दिन की है,
तो फिर, शिकवे शिकायतें कम ही करें,
*उम्र* को दराज में रख दें
उम्रदराज़ न बनें।
Life ka basic fanda yahi hona chahiye
ReplyDeleteकहने और सुनने से ज्यादा खुद पर अमल भी जरूरी है
ReplyDeleteSo nice
ReplyDeleteVery nice👌👌
ReplyDeleteकैसे
ReplyDeleteLajwaab👌👌
ReplyDeleteHappy Sunday 🌹🌹
V nice
ReplyDeleteHappy Sunday
Happy Sunday nice poem
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteBahut sunder❤️❤️
ReplyDeleteVery Nice, Happy Sunday
ReplyDeleteबेहतरीन
ReplyDelete🙏🙏💐💐
ReplyDelete🕉️शुभरात्रि 🕉️
🙏जय श्री कृष्ण 🚩🚩🚩
👌👌👌बहुत खूब, आप का बहुत बहुत धन्यवाद 💐💐
🚩🚩राधे राधे 🚩🚩
आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" बुधवार 8 नवंबर 2023 को साझा की गयी है......... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ReplyDeleteअथ स्वागतम शुभ स्वागतम।
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पांच लिंकों के आनंद पर इस रचना को साझा करने के लिए आपका हार्दिक आभार।
Deleteअति सुन्दर रचना है बस हमलोग इसे अमल में लाएं तो जिंदगी में बहुत बदलाव आ जायेगी🙏
ReplyDeleteVaah Very Nice रूपा जी 👌🏻👍🙏🏻
ReplyDeleteसुन्दर
ReplyDeleteबहुत खूब कहे 👌👌
ReplyDeleteआत्मीय भावों से सजा सुंदर सृजन,
ReplyDeleteBehad sunder line
ReplyDeleteMastttttt
ReplyDeleteMastttttt
ReplyDeleteYahi to life ka key h...mushkil v h😊
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