पैकिंग आटा में कीड़े क्यों नही पड़ते ??
आंखें खोल देने वाला सच.......
मैं पैकिंग का आटा नहीं खाती हूं और इस विषय में मुझे कोई जानकारी नहीं थी, परंतु कुछ दिनों पहले मैंने एक आर्टिकल पढ़ा और पैकेट का आटा खाने वाले कुछ लोगों से चर्चा की। लगभग सभी लोगों का जवाब एक सा ही था। आज वह आर्टिकल आप लोगों के साथ साझा कर रही हूं।
एक प्रयोग करके देखें।
गेहूं का आटा पिसवा कर उसे 2 महीने स्टोर करने का प्रयास करें। आटे में कीड़े पड़ जाना स्वाभाविक हैं। हम आटा स्टोर नहीं कर पाएंगे। फिर ये बड़े बड़े ब्रांड आटा कैसे स्टोर कर पा रहे हैं? यह सोचने वाली बात है।
एक केमिकल है- बेंजोयलपर ऑक्साइड, जिसे ' फ्लौर इम्प्रूवर ' भी कहा जाता है। इसकी पेरमिसीबल लिमिट 4 मिलीग्राम है, लेकिन आटा बनाने वाली फर्में 400 मिलीग्राम तक ठोक देती हैं। कारण क्या है? आटा खराब होने से लम्बे समय तक बचा रहे। बेशक़ उपभोक्ता की किडनी का बैंड बज जाए।
कोशिश कीजिये खुद सीधे गेहूं खरीदकर अपना आटा पिसवाकर खाएं।
ठंडके दिनों में 30 दिन
गरमी के दिनों में 20 दिन
बारिस के दिनों में 15 दिन का बताया गया है।
ताजा आटा खाइये, स्वस्थ रहिये...समझदार बनें, अपने लिए पुरुषार्थी बन सभी गेंहू पिसवा कर काम में लाइए न कि कोई रेडीमेड थैली का।
अपने घर में केवल 3 बदलाव कर के देखे
1.) नमक सेंधा प्रयोग करे।
2.) आटा चक्की से पिसवा कर लाये।
3.) पानी मटके का पिये,सुबह गर्म पानी पिये।
स्वस्थ रहें मस्त रहें ....
🙏🙏
ReplyDeleteBehad upyogi Jaankari
ReplyDeleteयह बहुत सुन्दर बात है,जानकारी के लिये धन्यवाद🙏 वैसे पहले बचपना में मेरी माँ जाता से पीसकर रोटी बनती थी लेकिन अब छोटी चक्की हो गयी.एक खासियत यह की घरचक्की में गेहुं कटता है बारीक और पत्थर वाली में पीसता है🙏
ReplyDeleteसभी के लिए अमल में लाने लायक सुझाव।
ReplyDeleteNice information...
ReplyDeleteएक असाधारण पोस्ट, रोजमर्रा की जिंदगी में बहुत उपयोगी, क्योंकि हर कोई इसके बारे में नहीं जानता।
ReplyDeleteAn extraordinary post, very helpful in everyday life, because not everyone knows about it.
Deleteये सब अब तक क्यों नही अपने पटल पर रखा, रूपा जी, देर आये, दुरुस्त आये, धन्यवाद
ReplyDeleteVery important information
ReplyDeleteहम अपने लिये जहर खुद खरीद कर ला रहे हैं और उसको अपने परिवार को परोस रहे है.
ReplyDeleteसमय आ गया है, अधुनिकता से बचे और रूपा जी की बात पर अमल करे
हम अपने लिये जहर खुद खरीद कर ला रहे हैं और उसको अपने परिवार को परोस रहे है.
ReplyDeleteसमय आ गया है, अधुनिकता से बचे और रूपा जी की बात पर अमल करे
Good information
ReplyDeleteजानकारी तो अच्छी है, पर आजकल कौन पिसवा के आटा लाता है। ज्यादातर लोग तो पैकेट का ही ले के आते। कोई इतना मेहनत नहीं करना चाहता।लोग आराम से पैकेट का आटा लाते।
ReplyDeleteGood information..
ReplyDelete🙏🙏💐💐सुप्रभात 🕉️
ReplyDelete🙏जय जय सियाराम 🚩🚩🚩
🙏आप का दिन मंगलमय हो 🙏
🙏जय जय बजरंगबली 🚩🚩🚩
👌👌Eye Opening & Valuable Information 🙏
🙏Thanks a lot 💐💐
बहुत ही अच्छी जानकारी प्रदान किए हैं। सफेद आटा,सफेद नमक सफेद चावल सब हानिकारक
ReplyDeleteहै फिर भी लोग खाते हैं और हॉस्पिटल जाते रहते हैं।सुबह गुनगुना पानी पीना बहुत फायदेमंद है।🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Very Nice Information रूपा जी Thank you so much 🙏👍
ReplyDeleteअच्छी जानकारी है 👌👍🤞🙏🚩
ReplyDeleteBahut achi jankari 👌🏻👌🏻
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