मनसा देवी मंदिर, हरिद्वार (Manasa Devi Temple, Haridwar)
उत्तरांचल के हरिद्वार के पहाड़ियों में बसा माता मनसा देवी मंदिर का अधिक महत्व बताया गया है। मनसा देवी मंदिर का महत्व इसलिए भी है, क्योंकि यह देवी सर्प दोष दूर करती हैं। विष्णु पुराण के अनुसार मनसा देवी एक नागकन्या थीं। मनसा देवी की पूजा से धन संबंधी समस्या रोगों से मुक्ति और घर की समस्त बाधा दूर होती है।
मनसा देवी मां की उत्पत्ति
भगवान शिव और माता पार्वती की एक पुत्री थी जिसका नाम मनसा देवी था। यह मस्तक से उत्पन्न हुई थीं इसलिए उनका नाम मनसा देवी पड़ा। मनसा देवी को कश्यप ऋषि की पुत्री भी कहा गया है, क्योंकि कश्यप ऋषि के मन से उत्पन्न होने के कारण देवी का नाम मनसा रखा गया।मनसा देवी के दो बड़े भाई और दो छोटी बहनें हैं जिनका नाम क्रमशः कार्तिकेय, अय्यप्पा, देवी ज्योति और देवी अशोक सुंदरी है।
उनके छोटे भाई गणेश हैं। मनसा देवी का विवाह जरत्कारु के साथ किया गया था और उनसे उनका एक पुत्र हुआ, जिसका नाम आस्तिक था
मनसा का अर्थ अभिलाषा से भी होता है। हरिद्वार की शिवालिक पहाडि़यों पर स्थित मनसा देवी का मन्दिर अत्यन्त प्राचीन और सिद्धपीठों में से एक है। मनसा देवी के मन्दिर में एक मूर्ति के पॉच मुख और दस भुजायें है और दूसरी मूर्ति की अठारह भुजायें व एक मुख है। इनके पति जगत्कारु तथा पुत्र आस्तिक जी हैं। इन्हें नागराज वासुकी की बहन के रूप में पूजा जाता है, प्रसिद्ध मंदिर एक शक्तिपीठ पर हरिद्वार में स्थापित है। ब्रह्मवैवर्त पुराण के अंतर्गत एक नागकन्या थी जो शिव तथा कृष्ण की भक्त थी। उसने कई युगों तक तप किया तथा शिव से वेद तथा कृष्ण मंत्र का ज्ञान प्राप्त किया जो मंत्र आगे जाकर कल्पतरु मंत्र के नाम से प्रचलित हुआ। उस कन्या ने पुष्कर में तप कर कृष्ण के दर्शन किए तथा उनसे सदैव पूजित होने का वरदान प्राप्त किया।
English Translate
Manasa Devi Temple, Haridwar
The importance of Mata Mansa Devi temple, situated in the hills of Haridwar of Uttaranchal, has been told. The importance of Mansa Devi temple is also because this goddess removes snake defects. According to Vishnu Purana, Manasa Devi was a Nagakanya. Worshiping Mansa Devi removes money related problems, diseases and removes all obstacles in the house.
Origin of Mansa Devi Maa
Lord Shiva and Mother Parvati had a daughter named Mansa Devi. She was born from the head, hence she was named Mansa Devi. Manasa Devi is also said to be the daughter of Kashyapa Rishi, as the goddess was named Manasa due to her origin from the mind of Kashyap Rishi. Manasa Devi has two elder brothers and two younger sisters named respectively Kartikeya, Ayyappa, Devi Jyoti and Goddess Ashok is Sundari.
His younger brother is Ganesh. Manasa Devi was married to Jaratkaru and they had a son, Aastik.
Manasa also means desire. Situated on the Shivalik hills of Haridwar, the temple of Mansa Devi is one of the most ancient and Siddhapeeths. In the temple of Mansa Devi, one idol has five faces and ten arms and the other idol has eighteen arms and one face. Her husband is Jagatkaru and son is Aastik. She is worshiped as the sister of Nagraj Vasuki, the famous temple situated in Haridwar on a Shaktipeeth. Under the Brahmavaivarta Purana, there was a Nagakanya who was a devotee of Shiva and Krishna. He meditated for many ages and received the knowledge of Vedas and Krishna mantra from Shiva, which later became popular as Kalpataru Mantra. After doing penance in Pushkar, that girl had darshan of Krishna and got the boon of being worshiped from him forever.
माँ का संछिप्त व्यख्या विवरण बहुत बेहतरीन 👌👌
ReplyDeleteमनसा देवी की जय, मां मनसा देवी सबकी मनोकामना पूर्ण करें।
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteJai mata ji🙏🙏🙏
ReplyDeleteMem, excellent article
ReplyDeleteजय माता दी
ReplyDeleteजय माता मनसा देवी नमः।।
ReplyDeleteशुभ रात्रि
Jai mata di
ReplyDeleteI have gone there also
Jai mata di
ReplyDeleteजय माता दी
ReplyDeleteजय माता दी 🙏🏻 माता रानी आपकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण करें यही उनके चरणों में हमारी प्रार्थना 🙏🏻
ReplyDeleteJai maata Di.
ReplyDeleteजय मां मनसा देवी।
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteजय माता मनसा देवी की।
ReplyDeleteJai Mata Mansa Devi 🙏
ReplyDeleteNice
ReplyDelete