कड़ी पत्ता (Curry Leaves)
भारतीय रसोई घर में खासकर दक्षिण भारत में करी पत्ता का उपयोग व्यंजन को स्वादिष्ट बनाने के लिए किया जाता है। कड़ी पत्ता ना सिर्फ हमारे खाने के स्वाद को बढ़ाता है, बल्कि हमारे स्वास्थ्य के लिए भी बहुत लाभकारी होता है। इसको मीठी नीम के नाम से भी जाना जाता है।
कड़ी पत्ता क्या है?
कड़ी पत्ता भारत का एक उष्णकटिबंधीय पेड़ है। हरे रंग के मध्य आकार के पत्ते एक मुख्य तने से जुड़े होते हैं और इसमें एक तीक्ष्ण सुगंध होती है। इसमें सफेद रंग के फूल आते हैं तथा हरे, लाल रंग के फल लगते हैं जो पकने के बाद काले हो जाते हैं। कड़ी पत्ता कई व्यंजनों में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है, जो खाने के स्वाद को बढ़ाता है। इसके साथ ही दवाओं में भी इसका प्रयोग किया जाता है। इसके पत्तों को बड़े पैमाने पर दक्षिण पूर्व एशियाई खाना पकाने में इस्तेमाल करते हैं, जो व्यंजनों में एक अलग स्वाद और सुगंध छोड़ता है।
जानते हैं कड़ी पत्ता के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुणों के बारे में
कड़ी पत्ता में आयरन, कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन b1, विटामिन b2, विटामिन सी, विटामिन ए जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके साथ ही करी पत्ता एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी डायबिटिक, एंटीमाइक्रोबियल गुणों से परिपूर्ण होता है।
मधुमेह में
- मधुमेह से पीड़ित रोगी के लिए कड़ी पत्ता बहुत ही लाभकारी है। इसके लिए कड़ी पत्ते को कूटकर पाउडर बना लें और सुबह-शाम नियमित रूप से 3 से 4 ग्राम पाउडर का सेवन करें। इससे मधुमेह व मधुमेह से होने वाली परेशानियां दूर होती है।
- मीठी नीम की 10 पत्तियों का रोज सुबह खाएं। इससे डायबिटीज और डायबिटीज के कारण होने वाली बीमारियों में लाभ होता है।
त्वचा के झाइयों व मुंहासे के लिए
कड़ी पत्ता हमारे सौंदर्य के लिए भी बहुत अचूक है। जो व्यक्ति झाइयों, मुंहासे व फोड़े फुंसी आदि से परेशान है वह इसके ताजे पत्ते को पीसकर पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाएं। इससे चेहरे की सुंदरता बढ़ती है तथा झाइयां, मुहासे, फोड़े फुंसी आदि में लाभ मिलता है। कड़ी पत्ते के बीज का तेल त्वचा संबंधी परेशानियों के लिए लाभकारी होता है।
रक्त दोष में
कड़ी पत्ते के पके फलों को पीसकर पाउडर बना लें और सुबह-शाम एक-एक चम्मच नियमित रूप से सेवन करने से रक्त दोष की समस्या दूर होती है। आंतरिक कांति बढ़ती है और त्वचा की विकृति दूर होती है।
फोड़े फुंसियां होने पर
शरीर में कहीं पर भी फोड़ा फुंसी है तो कड़ी पत्ते को पीसकर पेस्ट बनाकर उस जगह पर लगाने से फोड़े फुंसियां ठीक हो जाती हैं।
पेट दर्द की समस्या
2-3 ग्राम कड़ी पत्ते को लेकर दो गिलास पानी में उबालें। जब पानी आधा गिलास बच जाए तो उसको पीने से पेट दर्द व अफारा ठीक होते हैं।
अपच की समस्या/कम भूख लगना
1- 2 ग्राम कड़ी पत्ते को उबालकर चाय की तरह सुबह-सुबह नियमित रूप से पीने से पाचन क्रिया ठीक होती है, भूख बढ़ती है, और पेट संबंधी परेशानियां भी दूर होती हैं।
पेट में कृमि होने पर
बड़े या बच्चों के पेट में कृमि होने पर 2 - 3 ग्राम कढ़ी पत्ते का पाउडर बनाकर सुबह खाली पेट नियमित रूप से सेवन करने से पेट के कीड़े निकल जाते हैं और पेट संबंधी अन्य परेशानियां भी दूर होती हैं।
वजन कम करने में / कोलेस्ट्रॉल कम करने में
कड़ी पत्ते के प्रयोग से वजन को भी घटाया जा सकता है। कड़ी पत्ता में पर्याप्त मात्रा में फाइबर मौजूद है, जो शरीर में जमी हुई चर्बी और विषैले पदार्थों को बाहर निकालने के लिए काम करता है। प्रतिदिन 8 से 10 कड़ी पत्ता खाने से कोलेस्ट्रॉल कम होता है और वजन नियंत्रित रहता है।
बालों के लिए
कढ़ी पत्ते का प्रयोग बालों की जड़ों को मजबूत बनाने के लिए भी किया जाता है। इसमें मौजूद विटामिन बालों को झड़ने से रोकता है और बालों में रूसी की समस्या को भी दूर करता है। कड़ी पत्ते को पानी में पीसकर बालों पर 15 से 20 मिनट के लिए हफ्ते में दो बार लगाया जाए या कड़ी पत्ते को पानी में उबालकर इस पानी से हफ्ते में दो-तीन बार बालों की जड़ों में मसाज की जाए तो बालों को काफी फायदा होता है। इसके साथ ही यदि करी पत्ते को दही के साथ पीसकर पेस्ट बनाकर बालों पर लगाया जाए तो यह नेचुरल कंडीशनर की तरह काम करता है।
संक्रमण से बचाव
कड़ी पत्ते के तेल में पाए जाने वाले कुछ खास पोषक तत्वों में एंटीबायोटिक और एंटीफंगल गुण होते हैं। यही गुण बैक्टीरिया और फंगल के प्रभाव को कम करने में सहायक होते हैं, जिससे संक्रमण से बचाव होता है।
कड़ी पत्ता में पाए जाने वाले पोषक तत्व
अन्य भाषाओं में कड़ी पत्ता के नाम
कड़ी पत्ता के नुकसान (Side effects of Curry Leaves)
कढ़ी पत्ते का कोई भी नुकसान नहीं होता है, परंतु इसकी तासीर ठंडी होती है। अतः इसका जरूरत से ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए। यदि कोई गठिया से पीड़ित या सर्दी खांसी वाला व्यक्ति इसका सेवन जरूरत से ज्यादा मात्रा में कर ले तो कुछ दुष्प्रभाव दिखाई दे सकते हैं।
English Translate
Curry Leaves
Curry leaves are used for flavoring dishes in Indian kitchens, especially in South India. Curry leaves not only enhance the taste of our food, but are also very beneficial for our health. It is also known as Meethi Neem.
What is curry leaf?
Curry leaves are a tropical tree native to India. The green mid-sized leaves are attached to a main stem and have a pungent aroma. It bears white colored flowers and bears green, red colored fruits which turn black after ripening. Curry leaves are widely used in many cuisines, which enhance the taste of food. Along with this, it is also used in medicines. Its leaves are extensively used in Southeast Asian cooking, adding a distinct flavor and aroma to dishes.
Know about the benefits, harms, uses and medicinal properties of curry leaves
Nutrients like iron, calcium, protein, vitamin B1, vitamin B2, vitamin C, vitamin A are found in curry leaves. Along with this, curry leaves are full of anti-oxidant, anti-diabetic, antimicrobial properties.
in diabetes
- Curry leaves are very beneficial for the patient suffering from diabetes. For this, make powder by crushing curry leaves and take 3 to 4 grams of powder regularly in the morning and evening. This removes the problems caused by diabetes and diabetes.
- Eat 10 leaves of sweet neem every morning. It is beneficial in diabetes and diseases caused by diabetes.
For skin blemishes and acne
Curry leaves are also very infallible for our beauty. The person who is troubled by freckles, acne and boils, pimple, etc., grind its fresh leaves and make a paste and apply it on the face. It enhances the beauty of the face and benefits in freckles, acne, boils, pimple etc. Curry leaf seed oil is beneficial for skin related problems.
in blood defect
Make a powder by grinding the ripe fruits of curry leaves and take one spoon regularly in the morning and evening, it ends the problem of blood defects. Inner radiance increases and skin discoloration is removed.
on boils
If there is a boil anywhere in the body, then making a paste by grinding curry leaves and applying it on that place cures the boils.
stomach ache problem
Boil 2-3 grams curry leaves in two glasses of water. When half a glass of water is left, drinking it ends stomachache and bloating.
Indigestion
Boiling 1- 2 grams curry leaves and drinking it like tea regularly in the morning improves digestion, increases appetite, and stomach related problems are also removed.
having stomach worms
In case of worms in the stomach of elders or children, make 2-3 grams of curry leaves powder and take it regularly in the morning on an empty stomach, it removes stomach worms and other stomach related problems.
Weight loss / Cholesterol lowering
Weight can also be reduced by using curry leaves. Curry leaves are rich in fiber, which works to flush out the accumulated fat and toxins from the body. Eating 8 to 10 curry leaves daily reduces cholesterol and keeps weight under control.
for hair
Curry leaves are also used to strengthen the hair roots. The vitamin present in it prevents hair fall and also removes the problem of dandruff in the hair. Grind curry leaves in water and apply it on the hair twice a week for 15 to 20 minutes or if curry leaves are boiled in water and massaged with this water two to three times a week, the hair gets a lot of benefit. . Along with this, if curry leaves are mixed with curd and made into a paste and applied on the hair, then it acts as a natural conditioner.
prevention of infection
Certain nutrients found in curry leaf oil have antibiotic and antifungal properties. These properties are helpful in reducing the effects of bacteria and fungi, thereby preventing infection.
करी पत्ता या मीठी नीम दक्षिण भारत मे बहुत प्रयोग में लाया जाता है। अब उत्तर भारत मे भी इसका सेवन बहुत लोकप्रिय हो गया है। इसके इतने जबरदस्त गुणों के बारे में पता नही था।
ReplyDeleteशानदार पोस्ट।
Excellent article.
ReplyDeleteVery useful information has been enumerated in your article. Excellent.
ReplyDeleteVery nice
ReplyDeleteVery nice
ReplyDeleteVery nice
ReplyDeleteGood Information ✔️ ✔️ 👍
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteकरी पत्ता भोजन में प्रयोग के साथ विभिन्न औषधीय गुणों वाला है।इसका भोजन में प्रयोग से भोजन का स्वाद बढ़ जाता है।इसका प्रयोग विभिन्न रोगों के इलाज में किया जाता है।
ReplyDeleteबहुत अच्छा
ReplyDeleteअब तो लगभग हर घर में ही कड़ी पत्ते का उपयोग होता है। कड़ी पत्ते का पेड़ घर पर लगा है और हमलोग इसका सेवन भी करते हैं लेकिन इसके इतने गुणों के विषय में विस्तृत जानकारी नहीं थी।
ReplyDeleteअच्छी और उपयोगी जानकारी
nice information
ReplyDeleteइस पत्ते ने ते नाम मै दम कर दी एक दिन तो रोटी मै डली थी ये पत्ती
ReplyDeleteमित्रो अब पटरा/मटर आने वाला वो भी बहुत नाक मै दम करता है
Good One
ReplyDeleteबहुत अच्छी जानकारी…करी पत्ता से खाने का स्वाद तो बढ़ ही जाता है बालों को की भी समस्या करी पत्ता से हल हो जाएगा… ये जानकारी आज तुम्हारे ब्लॉग के द्वारा मिली…👍👍👍👍
ReplyDeleteNice we have in our kitchen garden
ReplyDeleteAn excellent article,Written by you,gives a quality knowledge.
ReplyDeleteVery nice information...
ReplyDeleteदक्षिण भारतीय खाने में
ReplyDeleteइसका योगदान है विशिष्ट
सुगंधित करी पत्ता खाने में
होता है बड़ा ही स्वादिष्ट
कई तरह के भोजन में तो
इसका इस्तेमाल होता है
कई सारे रोगों में भी इसका
लाभकारी कमाल होता है
मधुमेह से ग्रसित अगर देह
उसमें भी मीठानीम लाभदेह
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
मैं डेली यूज़ करती हूं
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