काली मिर्च । Black Pepper
भारत में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जो काली मिर्च के विषय में ना जानता हो और शायद ही कोई घर ऐसा होगा जहां काली मिर्च का प्रयोग नहीं होता हो। चाहे हम घर में कोई सी भी सब्जी बनाएं सुखी सब्जी, रसेदारसब्जी, नमकीन हो या सूप हर एक व्यंजन में काली मिर्च का प्रयोग जरूर होता है। भोजन में काली मिर्च का प्रयोग सिर्फ स्वाद के लिए नहीं किया जाता है, अपितु इसके स्वास्थ्य लाभ भी हैं। काली मिर्च एक अच्छी औषधि भी है। लंबे समय से आयुर्वेद में इसका औषधीय प्रयोग होता रहा है।
काली मिर्च क्या है
काली मिर्च एक मसाला है। इसे गोल मिर्च भी कहते हैं। यह देखने में थोड़ी छोटी, गोल और काले रंग की होती है। इसका स्वाद बहुत तीखा होता है। इसकी लता बहुत समय तक जीवित रहने वाली होती है। इसके पत्ते पान के पत्तों जैसे होते हैं। यह बहुत तेजी से फैलने वाली और कोमल लता होती है। इसकी लता मजबूत सहारे से लिपटकर ऊपर बढ़ती है। 1 वर्ष में इसकी लगभग 2 उपज प्राप्त होती है। पहली उपज अगस्त से सितंबर माह में तथा दूसरी मार्च से अप्रैल माह में।
बाजार में दो तरीके की काली मिर्च उपलब्ध है - सफेद मिर्च और काली मिर्च। दरअसल आधे पके फलों की काली मिर्च बनती है तथा पूरे पके फलों को पानी में भीगा कर हाथ से मसलकर ऊपर का छिलका उतार देने से वह सफेद मिर्च बन जाती है। छिलका हट जाने से इसकी गर्म तासीर कुछ कम हो जाती है तथा गुणों में भी कुछ सौम्यता आ जाती है।
जानते हैं काली मिर्च के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुणों के बारे में
काली मिर्च में औषधीय लाभ बहुत है। यह वात और कफ दोनों को नष्ट करती है और कफ तथा वायु को निकालती है। यह भूख को बढ़ाती है। भोजन को पचाती है। लीवर को स्वस्थ बनाती है।
सिर दर्द में
एक काली मिर्च को सुई की नोक पर लगाकर उसे दीपक में जला लें। उससे निकलने वाले धुएं को सूंघने से सिर दर्द में आराम होता है। इससे हिचकी भी बंद होती है।
खांसी जुकाम में
काली मिर्च के 2 ग्राम चूर्ण को गर्म दूध तथा मिश्री के साथ पीने से जुकाम तथा खांसी में लाभ होता है।
आंखों की समस्या
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए प्रतिदिन सुबह 1/2 से 1 ग्राम कालीमिर्च में एक चम्मच घी तथा आवश्यकतानुसार मिश्री मिलाकर चाटें और बाद में दूध पी लें। इससे आंखों की बीमारी में लाभ होता है।
सिर की जुएं
अगर बालों में जुएं हो गए हैं, तो 10-12 सीताफल के बीज और 5-6 कालीमिर्च को पीसकर सरसों के तेल में मिला लें। इसे रात में सोने से पहले बालों की जड़ों में लगाएं और सुबह बाल धोकर साफ कर लें। ऐसा करने से जुएं नष्ट हो जाती हैं।
दांत दर्द में
काली मिर्च के 1-2 ग्राम चूर्ण को 3-4 जामुन या अमरूद के पत्तों या पोस्ता दानों के साथ पीस लें। इससे कुल्ला करने से दांत का दर्द ठीक होता है।
दमा, खांसी का इलाज
2 - 3 ग्राम कालीमिर्च चूर्ण को शहद और घी (असमान मात्रा में) मिला लें। इसे सुबह-शाम चाटने से सर्दी, सामान्य खांसी, दमा और सीने का दर्द मिटता है। इससे फेफड़ों में जमा कफ निकल जाता है।
पेट के रोग
- 2- 3 ग्राम कालीमिर्च एक कप छाछ के साथ सुबह खाली पेट लेने से पेट के कीड़े निकल जाते हैं।
- एक कप पानी में आधा नींबू निचोड़ लें। इसमें 5-6 काली मिर्च का चूर्ण मिलाकर भोजन के बाद सुबह-शाम पीने से पेट की गैस, भूख का घटना- बढ़ना आदि परेशानियों में लाभ होता है।
- काली मिर्च के चूर्ण के साथ बराबर मात्रा में सोंठ, पीपली, जीरा और सेंधा नमक मिला लें। 1 - 1 ग्राम की मात्रा में भोजन के बाद गर्म जल से सेवन करने से अपच तथा बदहजमी में लाभ होता है।
बवासीर में
2 ग्राम कालीमिर्च का चूर्ण, 1 ग्राम भुना जीरा , 15 ग्राम शहद या मिश्री को मिला लें। दो बार छाछ के साथ या गर्म जल के साथ सेवन करने से बवासीर में लाभ होता है।
घाव सुखाने के लिए
काली मिर्च को पानी में पीसकर फोड़े - फुंसियों व सूजन पर लेप करने से घाव सूख जाता है। इससे घाव जल्दी भर भी जाता है तथा सूजन दूर होती है।
बुखार में
- 1 से 3 ग्राम कालीमिर्च के चूर्ण में 1/2 लीटर पानी और 20 ग्राम मिश्री मिलाकर उबाल लें। जब आठवां हिस्सा शेष रह जाए, तो अब इस काढ़े को सुबह, दोपहर शाम पीने से साधारण बुखार अर्थात वायरल फीवर ठीक होता है।
- 5 दाने कालीमिर्च, अजवायन 1 ग्राम और गिलोय 10 ग्राम सबको 250 मिलीलीटर पानी में पीसकर छानकर पिलाने से तेज बुखार में लाभ होता है।
- 1 ग्राम कालीमिर्च चूर्ण को शहद के साथ दिन में 3 बार सेवन करने से गैस के कारण होने वाला बुखार और पेट दर्द दूर होता है।
गठिया का दर्द कम करने में
गठिया का दर्द कम करने में काली मिर्च एक अच्छा उपाय है क्योंकि काली मिर्च में आयुर्वेद के अनुसार वात को कम करने का गुण होता है, जिसके वजह से गठिया का दर्द कम होने में मदद मिलती है। गठिया वात प्रधान रोग माना जाता है और काली मिर्च में वात को कम करने का गुण होता है।
डिप्रेशन को कम करने में
काली मिर्च के सेवन से डिप्रेशन या अवसाद के लक्षणों को भी कम करने में सहायता मिलती है क्योंकि रिसर्च के अनुसार इस में पाए जाने वाले एल्कलॉइड में एंटी डिप्रेशन का गुण पाया जाता है।
अन्य भाषाओं में काली मिर्च के नाम(Names of Black Pepper in other languages)
Hindi – मरिच, मिरच, गोल मरिच, काली मरिच, दक्षिणी मरिच, चोखा मिरच,काली मिर्च
English – ब्लैक पेपर (Black Pepper), कॉमन पेपर (Common pepper), पेपर (Pepper)
Sanskrit – मरिच, वेल्लज, उष्ण, ऊषण, कृष्ण, पवित्र, श्याम, वेणुज, यवनप्रिय, शुद्ध, कोलक, वरिष्ठ, वृत्तफल, शाकाङ्ग,वेणुक, कटुक, शिरावृत्त, सर्वहित
Oriya – कान्चा गोट मिर्चा (Kancha-got-mircha)
Urdu – काली मिर्च (Kali mirch)
Konkani – मिरीअम (Miriam)
Kannada – ओल्ले मोणसु (Olle monasu)
Gujarati – मरितीखा (Maritikha), मिरी (Miri)
Telugu- मरिचमु (Marichamu), षव्यमु (Shavyamu), मीरीयालू (Miriyalu)
Tamil – मिलागु (Milagu), मोलह शेव्वियम् (Molah shevviyam)
Bengali – मिर्च (Marich), गोल मोरिच (Gol morich)
Punjabi – काली मिर्च (Kali marich), गोल मिरिच (Gol mirich)
Marathi – मिरे (Mire), काली मिरीं (Kali mirin)
Malayalam – लह (Lah), कुरू मुलक (Kuru mulak)
Arabic – फूलफिल असवद (Fulfil aswad), बाबेरी (Babary)
Persian – फूलफूल् अस्वद (Phulphul asvad)
काली मिर्च में मौजूद पौष्टिक तत्व (Nutritional Value
of Black Pepper)
काली मिर्च के नुकसान (Side Effects of Long Pepper)
जिन लोगों को निम्न परेशानियां हो उनको काली मिर्च का सेवन अधिक मात्रा में नहीं करनी चाहिए।
- घाव
- एसिडिटी
- खूनी बवासीर
- गर्भावस्था की अवस्था
- काली मिर्च का अधिक सेवन करने से पेट में जलन हो सकती है
- काली मिर्च को आंखों के संपर्क में ना आने दें इससे आंखों में जलन होती है
English Translate
Black Pepper
There will hardly be any person in India who does not know about black pepper and there will hardly be any house where black pepper is not used. Whether we make any vegetable at home, be it dry vegetable, juicy vegetable, salty or soup, pepper is definitely used in every dish. Black pepper is not only used for taste in food, but it also has health benefits. Black pepper is also a good medicine. It has been used medicinally in Ayurveda for a long time.
What is Black Pepper
Black pepper is a spice. It is also called round chili. It is a little small, round and black in color. Its taste is very pungent. Its creeper is long-lived. Its leaves are like betel leaves. It is very fast spreading and tender vine. Its creeper grows up by clinging to the strong support. It gives about 2 yields in 1 year. The first yield is in the month of August to September and the second in the month of March to April.
There are two types of black pepper available in the market - white pepper and black pepper. In fact, black pepper is made from half ripe fruits and after soaking whole ripe fruits in water and mashing them with hands, it becomes white pepper. With the removal of the peel, its hot effect gets reduced somewhat and some mildness also comes in the properties.
Know about the benefits, harms, uses and medicinal properties of black pepper
Black pepper has many medicinal benefits. It destroys both Vata and Kapha and removes Kapha and Vayu. It increases appetite. Digests food. Makes the liver healthy.
in headache
Put a black pepper on the tip of a needle and burn it in a lamp. Smelling the smoke emanating from it gives relief in headache. It also stops hiccups.
cough and cold
Taking 2 grams powder of black pepper with hot milk and sugar candy is beneficial in cold and cough.
eye problems
To increase eyesight, lick 1/2 to 1 gram of black pepper in the morning with one spoon of ghee and sugar candy as needed and drink milk afterward. It is beneficial in eye disease.
head lice
If there is lice in the hair, then grind 10-12 cilantro seeds and 5-6 black pepper and mix it in mustard oil. Apply it on the roots of the hair before sleeping at night and wash the hair in the morning and clean it. By doing this the lice are destroyed.
in toothache
Grind 1-2 grams powder of black pepper with 3-4 jamuns or guava leaves or poppy seeds. Toothache is cured by gargling with it.
asthma, cough treatment
Mix 2 - 3 grams black pepper powder with honey and ghee (in unequal amounts). Licking it in the morning and evening ends cold, common cough, asthma and chest pain. This removes the phlegm accumulated in the lungs.
stomach diseases
- Taking 2-3 grams of black pepper with a cup of buttermilk on an empty stomach in the morning kills stomach worms.
- Squeeze half a lemon in a cup of water. Mixing 5-6 black pepper powder in it and drinking it after meals in the morning and evening is beneficial in stomach gas, increased appetite, etc.
- Mix equal quantity of dry ginger, peepli, cumin and rock salt with black pepper powder. Taking 1 gram with hot water after meals is beneficial in indigestion and indigestion.
in hemorrhoids
Mix 2 grams black pepper powder, 1 gram roasted cumin, 15 grams honey or sugar candy. Taking it twice with buttermilk or with warm water is beneficial in piles.
to dry wounds
Grind black pepper in water and apply it on boils and swelling, the wound dries up. Due to this the wound gets healed quickly and the swelling goes away.
in fever
- Boil 1 to 3 grams of black pepper powder mixed with 1/2 liter of water and 20 grams of sugar candy. When the eighth part is left, now taking this decoction in the morning, afternoon and evening cures simple fever i.e. viral fever.
- Grind 5 grains of black pepper, 1 gram carom seeds and 10 grams giloy in 250 ml water and filter it and take, it is beneficial in high fever.
- Taking 1 gram black pepper powder with honey thrice a day ends fever and stomachache due to gas.
to reduce gout pain
Black pepper is a good remedy to reduce the pain of arthritis because according to Ayurveda, black pepper has the property of reducing vata, due to which it helps in reducing the pain of arthritis. Gout is considered to be a vata-dominant disease and black pepper has the property of reducing vata.
in reducing depression
Consumption of black pepper also helps in reducing the symptoms of depression or depression because according to research, the properties of anti-depression are found in the alkaloids found in it.
Good one
ReplyDeleteजय हो 👏 👍
ReplyDeleteअगर भूले भटके कोई नही भी जनता होगा तो कोरोना काल में तो निश्चित ही जान गया होगा, अब तो घर में भी बिना काली मिर्च के चाय नहीं मिलती।
ReplyDeleteउपयोगी जानकारी
काली मिर्च ते अपने ही जल्वे है
ReplyDeleteUseful Post👌👍
ReplyDeleteकाली मिर्च सचमुच बहुत काम की चीज़ है। हर घर मे किसी न किसी रूप में इसका प्रयोग होना चाहिए।
ReplyDeleteUseful for health..
ReplyDeleteIts healthy
ReplyDeleteअच्छी जानकारी
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteखुरदरी-गोल-मटमैली-थोड़ी काली
ReplyDeleteतीखी-तेज कालीमिर्च कई गुणों वाली
कई रोग-दोष-विकार दूर करती यारों
आंखों की रोशनी भी तेज करने वाली
हर गृहणी रसोई में काम में लेती है
हर घर में आसानी से मिल जाती है
काढ़े में बखूबी इस्तेमाल करते सब
खराश तो चुटकी में निकल जाती है
https://twitter.com/RupaSin44202771/status/1444958681678839814
सूरत ना देखो इसकी सीरत देखो
ReplyDeleteये भले ही माना होती तन से काली
औषधीय गुणों से भरपूर है ये बड़ी
काली मिर्च होती है बड़ी मतवाली
कफ-वात और खराश की नाशक
भुल से ना समझो इसे भोली-भाली
जैसे घरवाली ढुंढते हो सर्वगुणसंपन्न
मिल जाए चाहे गौरी या फिर काली
वैसे ही इसमें भी होती इतनी तासीर
काली मिर्च भी होती सौ गुणों वाली
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
👌👌
Deleteनरेश जी, आप तो कमाल का comment करते। हर टॉपिक को काव्य में पिरो देते👍🏻👍🏻
DeleteVery nice
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteछोटी और काली पर बेहद गुणकारी👍🏻👌
ReplyDeleteमेरे यहां बिना काली मिर्च के चाय नहीं बनती। मसाले में तो उपयोग में लाया ही जाता है, पर इसके इतने फायदे नहीं पता थे।
ReplyDeleteUseful Post 👍
Wah ji
ReplyDeleteYes, it's true, black pepper is known all over the world. Your description shows how to apply it to various ailments.
ReplyDeleteउत्तम जानकारी दी है आपने,की बीमारियों में लाभकारी है काली मिर्च, बहुत खूब धन्यवाद जी
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteGood information 👍
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