यादें (Yaaden)
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याददाश्त का कमज़ोर होना भी
कभी कभी जरूरी है...
बड़े बेचैन रहते है वो लोग
जिन्हें हर बात याद रहती है...💫
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ये शिलशिला..
आंखों से आंसुओं का
दिल से दर्द का
घंटों इंतजार का
उसकी यादों का
थमता नहीं...💫
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यादों के समुन्दर में ज़ख्मों का बसेरा है...
इस दिल को कहाँ रखूं हर ओर अंधेरा है...💫
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मैंने कब कहा तुम्हें आना होगा...
प्यार बंधन तो नहीं कि निभाना होगा...
दर्द अश्कों में डूब जाए डुबो दे लेकिन...
ये तो दुनिया है यहां हंस के दिखाना होगा...💫
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मधुर मधुर स्मृतियां तेरी झकझोर रही मन मानस को...
तेरी मीठी मीठी बातें भुलाने नहीं दे रही बीते कल को...💫
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आओ मिल कर याद करें कुछ भूली बिसरी यादें...
नव कुसुमित नव सुरभित पुष्पों सी मुलाकातें...💫
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साथ बिताए पलों का लम्हा लम्हा कुछ कहता है...
खामोश फ़िज़ाओं का कब मंजर बदलता है...💫
तेरी सुरमई यादों का सुरूर भी लाजवाब है...
तन्हाई में भी तन्हा नहीं रहने देता मुझे...💫
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हमारे यादों के सफर की बस इतनी सी कहानी...
कहीं पर है बेबसी कहीं आंखों में पानी...💫
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तेरी यादों के चिराग से रोशन हो रही हूँ मैं...
तेरे लफ़्ज़ों की तरन्नुम में जिये जा रही हूँ मैं...💫
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कभी हिचकियां न आएं इसलिए चांद देखना छोड़ दिया है...
लेकिन यादों का क्या है, कमबख्त आ ही जाती हैं...💫
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याद करो वह प्यारे दिन मीठे और सुहाने दिन...
तुम रहते थे पास मेरे हर रिश्ते की सौगात लिए...💫
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मेरे ख्वाबों की दुनिया का बस इतना है फसाना...
तेरी यादों के समंदर में डूबना और डूबते जाना...💫
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चुपके चुपके कुछ कहते हैं आसमान के झिलमिल तारे...
संजोकर हम तेरी यादों को घूम रहे जग में सारे...💫
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बड़ी तब्दीलियां लाई हूँ अपने आप में लेकिन...
बस तुम्हें याद करने की वो आदत अब भी जाती नहीं...💫
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जब भी चाँद पर काली घटा छा जाती है,
चाँदनी भी यह देख फिर शर्मा जाती है...
लाख छिपाएं दुनिया से हम मगर
हर वक्त हर पल तेरी याद आ ही जाती है...💫
वो काली घटाएं,वो बारिश की बूंदें
वो मिट्टी की खुशबू,मौसमी बहारें
वो यादों का मेला चला जा रहा है
न रोको तुम उसको,न टोको तुम उसको
वो खुशियों को आँचल में भरे जा रहा है,भरे जा रहा है
देखा है सबने दिल की वो तड़पन न थम पाई
हिचकी लिए जा रहा है, लिए जा रहा है...💫
पन्ने भी मेरे, कलम भी मेरी और सोच भी मेरी...
बस मैंने जो लिखा वो सारे ख्याल तेरे...💫
गुनगुनी सर्दियाँ, नदी का किनारा, अदरक की चाय और तुम्हारी याद...
इससे बेहतर सिर्फ़ तुम हो सकते थे...💫
इतना आसान कहाँ होता है भूल पाना सबकुछ...
कई रातें लगती है यादों का शहर जलाते हुए...💫
Ye Sayari kab se karne lage..
ReplyDeleteगजब... लाजवाब ...बेमिसाल ... शायरी वही जो पढ़ते पढ़ते उसमे को जाए...एक से बढ़कर एक...👌👌👌👌👌👌❤️❤️
ReplyDeleteVery good
ReplyDeleteसचमुच बेहतरीन।
ReplyDeleteGajab .. Padh kar to...
ReplyDeleteBeautiful 👌🏻👌🏻
ReplyDeleteउसकी यादों के साथ मेरी
ReplyDeleteये बेचैनी बढ़ती जाती है
बेताब हो जाती है धड़कनें
तो वो और याद आती है
बस वो यादें ही है उसकी
जो दिल से नहीं जाती है
ख्वाबों में यूँ हमसे मिलने
वो तो कभी नहीं आती है
यादें ना होती तो हम भूल
जाते वो साथ बिताये पल
धड़कने यूँही चलती रहती
ना होती कोई भी हलचल
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
धड़कनें तो धड़कती भी हैं
Deleteउसका नाम लेकर,
यादों पर मेरा जोर कहां
ख्वाब मुझे आते नहीं,
उसके ख्वाबों का अब पता नहीं..
यादों में हर लम्हा वही है,
चाहे जितना भी कोशिश कर लूं
यादों से मेरी वो जाता नहीं..
यादों के भंवर में जो
Deleteकोई उलझा रहता है
जिंदगी का हर पल
अनसुलझा रहता है
कल की चिंता छोड़
उनमें उलझा रहता है
रोशन हो जिंदगी पर
बुझा-बुझा रहता है
यादें जिंदगी में कहीं
कोई मुश्किल ना करे
खुशियों के पलों में
कहीं उदासी ना भरे
उन यादों को भुला
नये सफर से गुजरे
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
माना यादें हमारी जिंदगी
Deleteका है गुजरा हुआ हर पल
तमाम यादें इस जिंदगी में
पैदा करती रहती हलचल
उन सब यादों में उलझकर
भूलो मत आने वाला कल
आने वाला कल लाता है
जिंदगी में सुनहरा हर पल
यादों को भले याद करना
यादों में कभी खोना नहीं
जिंदगी है ये अपनी कोई
चलता एक खिलौना नहीं
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
यादों के भंवर में
Deleteकुछ इस कदर उलझ से गए हैं
जिंदगी में हलचल नहीं,
बल्कि जिंदगी उलझ सी गई है
यादों को भूलना मुमकिन नहीं
यादों से निकलने का कोई रास्ता नहीं
भागती हूं यादों से
जिन राहों पर
उन राहों पर
कारवां है उसकी यादों के..
बेचैन हम हैं बड़े ही बेताब हम हैं
ReplyDeleteयादों के पन्नों की किताब हम हैं
हम भूल ना पाए उन किस्सों को
यादों का लबालब तालाब हम हैं
तैरती ही रहती है वो तमाम यादें
मेरे मानस कि तलैया के पानी में
बस यादें ही रह जाती है सहारा
बिछड़ जाने के बाद जिंदगानी में
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
ये यादें सहारा भी हैं जीने की
Deleteऔर घुट घुट के मरने की दास्तां भी है
ये वो सैलाब है,
जो न डुबोती है
न आने देती है किनारे पर ही
ये तड़पाती है तड़पाती है
और सिर्फ तड़पती है
इतना आसान नहीं है
ReplyDeleteयूँ किसी को भूल पाना
जिंदगी में तो जरूरी है
यादों का आना-जाना
यादें तो ढूंढती रहती है
याद आने का बहाना
ये यादें ही तो होती है
जिंदगीभर का खजाना
जिंदगी में कभी-कभी
उन यादों में खो जाना
तमाम यादों से रखना
अपने दिल से याराना
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
यादों के भंवर में जो
ReplyDeleteकोई उलझा रहता है
जिंदगी का हर पल
अनसुलझा रहता है
कल की चिंता छोड़
उनमें उलझा रहता है
रोशन हो जिंदगी पर
बुझा-बुझा रहता है
यादें जिंदगी में कहीं
कोई मुश्किल ना करे
खुशियों के पलों में
कहीं उदासी ना भरे
उन यादों को भुला
नये सफर से गुजरे
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
ये वक़्त.,
Deleteये सफर.,
ये किस्से,.,
सब बेमाने रह जाते हैं
कितना भी सम्भालें.,
कुछ रिश्ते बिखर ही जाते हैं
यादों का कारवां पीछे छोड़ जाते हैं
किसी भी राह से गुजरना मुश्किल कर जाते हैं
कुछ उस जैसे होते हैं,आसानी से'move on' कर जाते हैं
कुछ हम जैसे होते हैं, वहीं ठहर से जाते हैं
चाहकर भी नए सफर से गुजर नहीं पाते हैं
आपको मुझ को हम सब को
Deleteअपनी-अपनी यादें अजीज है
टूटकर कांच जैसे बिखर जाए
फिर वो इंसान ही क्या चीज है
बहुत अच्छी बात है यादों को
अपने दिल में संजोकर रखना
जिंदगी के खुशनुमा पलों को
एक माला में पिरों कर रखना
दुख में भी और सुख में भी
उन सब यादों को याद करना
जिसे दिल चाहता हो दिल से
उस खुशी की फरियाद करना
याद करके कभी भी किसी को
अपनी आंखें भले नम करना
हो सके उसे याद करके कभी
अपने दिल से ना गम करना
कोई बिछड़ जाता अपनों से
तो बस यादें ही रह जाती है
यादें तो दिल में बसी रहती है
आंसूओं में कहां बह जाती है
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
माना यादें हमारी जिंदगी
ReplyDeleteका है गुजरा हुआ हर पल
तमाम यादें इस जिंदगी में
पैदा करती रहती हलचल
उन सब यादों में उलझकर
भूलो मत आने वाला कल
आने वाला कल लाता है
जिंदगी में सुनहरा हर पल
यादों को भले याद करना
यादों में कभी खोना नहीं
जिंदगी है ये अपनी कोई
चलता एक खिलौना नहीं
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
खुशनुमा यादों का झरोखा
ReplyDeleteकभी खुलना भी जरूरी है
गम से भरी-गुजरी यादों को
कभी भूलना भी जरूरी है
खुशियों भरे पल जिंदगी में
खुशी का नूर भरते रहते हैं
गम से भरे पल जिंदगी में
खुशी को दूर करते रहते हैं
खुशी से जियो ये जिंदगी
जिंदगी तो 4 दिन की है
माना याद आ ही जाती है
जिंदगी में कमी जिनकी है
इतना याद ना करो उन्हें
खुशियों का पल उदास हो
उनकी तो कमी खलने लगे
आपका ये मन निराश हो
गम के पलों को भी हमेशा
खुशी-खुशी ही याद करो
जिन्होंने ये जिंदगी दी उन्हें
दिल से ही धन्यवाद करो
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
नरेश जी
Deleteआप काव्य के सागर हो
और हम पानी की एक बूंद
अभी शायद दिल के दर्द में थोड़ी कमी है
जिस दिन ये कमी पुरी होगी
टक्कर बराबरी की होगी
वैसे तो सैलाब मेरे अंदर भी कम नहीं
पर शब्दों पर मेरे, तेरे इतना जोर नहीं
आपको मुझ को हम सब को
Deleteअपनी-अपनी यादें अजीज है
टूटकर कांच जैसे बिखर जाए
फिर वो इंसान ही क्या चीज है
बहुत अच्छी बात है यादों को
अपने दिल में संजोकर रखना
जिंदगी के खुशनुमा पलों को
एक माला में पिरों कर रखना
दुख में भी और सुख में भी
उन सब यादों को याद करना
जिसे दिल चाहता हो दिल से
उस खुशी की फरियाद करना
याद करके कभी भी किसी को
अपनी आंखें भले नम करना
हो सके उसे याद करके कभी
अपने दिल से ना गम करना
कोई बिछड़ जाता अपनों से
तो बस यादें ही रह जाती है
यादें तो दिल में बसी रहती है
आंसूओं में कहां बह जाती है
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
आपको मुझ को हम सब को
ReplyDeleteअपनी-अपनी यादें अजीज है
टूटकर कांच जैसे बिखर जाए
फिर वो इंसान ही क्या चीज है
बहुत अच्छी बात है यादों को
अपने दिल में संजोकर रखना
जिंदगी के खुशनुमा पलों को
एक माला में पिरों कर रखना
दुख में भी और सुख में भी
उन सब यादों को याद करना
जिसे दिल चाहता हो दिल से
उस खुशी की फरियाद करना
याद करके कभी भी किसी को
अपनी आंखें भले नम करना
हो सके उसे याद करके कभी
अपने दिल से ना गम करना
कोई बिछड़ जाता अपनों से
तो बस यादें ही रह जाती है
यादें तो दिल में बसी रहती है
आंसूओं में कहां बह जाती है
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
कुछ बातें अपने वश में कहां
Deleteकौन चाहता है टूटकर बिखरता..
फिर भी एक कोशिश
बिखरकर फिर से जुड़ने की
गिरकर फिर से उठने की
ऊंची उड़ान भरने की..
दर्द इतना भी मत देना
ReplyDeleteकि मैं सह ना पाऊं
दूर इतने भी ना रहना
तेरे बिन रह ना पाऊं
तेरे ही नाम से चलती
मेरी सांसे मेरी धड़कन
तेरे बिना किसी को भी
मैं अपना कह ना पाऊं
तू है मेरे साथ तो मेरी
ये जिंदगी सदाबहार है
मुझे तुझसे प्यार हुआ
और तुझसे ही प्यार है
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
कोई बताए इस दर्दे-दिल की दवा क्या है
ReplyDeleteउम्र के इस दौर में पर ये दौरे-जवां क्या है
होश खो बैठता जब दिल बेकाबू होता है
न जाने इस दौर में इश्क की हवा क्या है
दिल धड़कनें लगता हमारा बड़े जोरों से
दिल-ए-नादान बता तुझे ये हुआ क्या है
खता तेरी है या मेरी है या खता उसकी है
उसे पाने के सिवा और बस दुआ क्या है
इस इश्क का रोग ये तो बड़ा दर्द देता है
दर्द तो ये बेइंतहा हमारा हम दर्द देता है
फिर भी उसका ही इंतजार है दिल को
जो हमारे दिल को बेइंतहा दर्द देता है
इस दिल-ए-नादान को समझाए कौन
इश्क के रोग से आखिर बच पाए कौन
🥰🙏नरेश राजन हिन्दुस्तानी🙏🥰
आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" शनिवार 30 अप्रैल 2022 को लिंक की जाएगी .... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ... धन्यवाद! !
ReplyDeleteबहुत सुंदर
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