मेथी दाने का महत्व
सर्दियों के शुरू होते ही सब्जी बाजार में मेथी के पत्ते (साग) खूब मिलते हैं। कुछ लोग इन पत्तों का उपयोग साग बनाने में करते हैं तो कुछ लोग सब्जी बनाते हैं और कुछ लोग इसकी पूड़ी बनाते हैं।भोजन का स्वाद और सुगंध बढ़ाने के लिए मेथी का प्रयोग प्रायः हर घर में किया जाता है। मेथी को सब्जी तथा इसके दानों को मसाले के रूप में हमारे भोजन में प्रयोग किया जाता है। लगभग हर प्रदेश में मेथी की खेती की जाती है। इसका पौधा एक से दो फुट लम्बा होता है जिसमें जनवरी से मार्च के महीनों में फूल लगते हैं। आज हम इस अंक में मेथी के बीज की उपयोगिता की चर्चा करेंगे।
त्रिफला के बाद आजवाइन, जीरा, हींग और इसके बाद एक सबसे अच्छी वस्तु है हमारी रसोई में जिसका नाम है मेथी का दाना। मेथी का दाना वात और कफ नाशक है। मेथी दाना पित्त को बढ़ाती है। अतः जिनको पित्त की बीमारी पहले से है, वह मेथी का उपयोग ना करें।
- मेथी स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होती है। पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए मेथी बहुत फायदेमंद होती है।
- मेथी अपच, गैस और पेटदर्द में भी फायदेमंद है।
- मेथी डॉयबिटीज़ के लिए बहुत उपयोगी है। मेथी का पाउडर लेना उतना फायदेमंद नहीं है, जितना की उसे रात में पानी में भिगो कर खाना है।
- कब्जियत की शिकायत होने पर मेथी दाने का उपयोग करना चाहिए।
- मेथी के दाने कोलेस्ट्रोल को कम करते हैं।
- जिस अचार में भी मेथी है, वह अचार नहीं औषधि है। अजवाइन डाला हुआ अचार भी औषधि है।
- किसी भी फल के अचार में डाली हुई इस प्रकार की औषधियां फल से ज्यादा असरदार होती हैं।अजवाइन और मेथी दाना दो ऐसी औषधियां हैं जो जिस वस्तु में पड़ती हैं, उसके असर को कम कर देती हैं और अपने असर को बढ़ा देती हैं।
- वात और कफ की बीमारियों में इस प्रकार के अचार बहुत ही लाभकारी होते हैं। रात को भिगो हुई मेथी से ज्यादा असरकारक अचार में डाली हुई मेथी होती है। अचार में डाली हुई मेथी का असर कम से कम 20 गुना ज्यादा होता है। यही बात अजवाइन के साथ भी है।
- अचार में मेथी, अजवाइन, जीरा, हींग, दालचीनी यह सब डालने के बाद अचार औषधि हो जाता है। मेथी दाना खाने से पित्त की समस्याओं में जैसे गैस अधिक बनना, जलन होना, मुँह सुख जाना आदि समस्याएं आने लगती हैं।
- हाई बी.पी. के लिए सबसे अच्छा मेथी दाना है। एक चम्मच मेथी दाना रात को गर्म पानी में डालकर छोड़ देना है और सुबह बासी मुंह पानी पी लेना और मेथी चबा चबाकर खाना है।
- भूख नहीं लगना, दमा, बहुमूत्र, सायटिका, पेट तथा मांसपेशियों के दर्द से बचने के लिए अपने भोजन में रोजाना मेथी को शामिल करें।
- जले हुए जगह पर मेथी दाना पानी में पीसकर लेप करने से जलन शांत होगा और घाव जल्दी भरेगा।
- किसी तरह की अंदरूनी चोट के दर्द को दूर करने के लिए मेथी के पत्तों को पीसकर उस जगह पर लगाने से आराम मिलता है। इससे सूजन भी दूर होती है।
- मेथी दानों के लड्डू बनाकर 3 महीने तक सुबह शाम सेवन करने से कमर दर्द में आराम मिलता है।
- मेथी के नियमित सेवन से गठिया से होने वाले दर्द में आराम मिलता है।
- हरी मेथी की सब्जी के सेवन से खून की कमी की शिकायत दूर होती है।
Importance of Fenugreek Seeds
- Fenugreek is very beneficial for health. Fenugreek is very beneficial in curing digestive problems.
- Fenugreek is also beneficial in indigestion, gas and stomachache.
- Fenugreek is very useful in diabetes. Taking fenugreek powder is not as beneficial as eating it after soaking it in water overnight.
- Fenugreek seeds should be used in case of constipation.
- Fenugreek seeds reduce cholesterol.
- Any pickle that has fenugreek in it is not a pickle but a medicine. Pickle with celery is also a medicine.
- This type of medicine added to the pickle of any fruit is more effective than the fruit itself. Celery and fenugreek seeds are two such medicines that reduce the effect of the thing in which it is added and increase their own effect.
- This type of pickle is very beneficial in the diseases of Vata and Kapha. Fenugreek added to pickle is more effective than fenugreek soaked overnight. The effect of fenugreek added to pickle is at least 20 times more. The same is true for celery.
- After adding fenugreek, celery, cumin, asafoetida, cinnamon to pickles, the pickle becomes a medicine. Eating fenugreek seeds helps in pitta related problems like excessive gas formation, burning sensation, dry mouth etc.
- Fenugreek seeds are the best for high BP. Leave one spoon of fenugreek seeds in hot water overnight and drink the water on an empty stomach in the morning and chew the fenugreek.
- Include fenugreek in your diet daily to avoid loss of appetite, asthma, polyuria, sciatica, stomach and muscle pain.
- Applying a paste of fenugreek seeds ground in water on a burnt area will soothe the burning sensation and the wound will heal quickly.
- To relieve pain due to any kind of internal injury, grinding fenugreek leaves and applying them on that area provides relief. It also relieves swelling.
- Making laddus of fenugreek seeds and consuming them every morning and evening for 3 months provides relief from back pain.
- Regular consumption of fenugreek provides relief from arthritis pain.
- Consumption of green fenugreek vegetable relieves the problem of anemia.
अच्छी जानकारी
ReplyDeleteVery Nice Information 👌🏻
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteGood information
ReplyDeleteValuable information.
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