जिस-जिस से पथ पर स्नेह मिला
जिस-जिस से पथ पर स्नेह मिला, उस-उस राही को धन्यवाद !!
जीवन अस्थिर अनजाने ही, हो जाता पथ पर मेल कहीं,
सीमित पग डग, लम्बी मंज़िल, तय कर लेना कुछ खेल नहीं
दाएँ-बाएँ सुख-दुख चलते, सम्मुख चलता पथ का प्रमाद
जिस-जिस से पथ पर स्नेह मिला, उस-उस राही को धन्यवाद !!
साँसों पर अवलम्बित काया, जब चलते-चलते चूर हुई,
दो स्नेह-शब्द मिल गये, मिली नव स्फूर्ति, थकावट दूर हुई
पथ के पहचाने छूट गये, पर साथ-साथ चल रही याद
जिस-जिस से पथ पर स्नेह मिला, उस-उस राही को धन्यवाद... !!
Nice
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteVery nice
ReplyDelete🙏🙏💐💐
ReplyDelete🕉️शुभरात्रि वंदन🕉️
🚩🚩हर हर महादेव🚩🚩
2025 में महादेव की कृपा से आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हों व आपके जीवन की सभी बाधाएं दूर हो व आपक़ो जीवन मे ढेर सारी खुशिया मिले तथा आप सदैव स्वस्थ,सुखी,सम्पन्न,खुश एवं दीर्घायु रहें।
🙏अपना और घर मे सभी का ख्याल रखना💐💐
🙏🙏आपका तहदिल से बहुत बहुत धन्यवाद 💐💐
आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" बुधवार 1 जनवरी 2025 को साझा की गयी है....... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ReplyDeleteअथ स्वागतम शुभ स्वागतम।
नववर्ष मंगलमय हो |
ReplyDeleteसुन्दर
ReplyDeleteबहुत ही सुंदर।
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