नेताजी सुभाषचंद्र बोस
Born: 23 January 1897, Cuttack
Died: 18 August 1945, Taipei City, Taipei, Taiwan
आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती है। 23 जनवरी 1897 का दिन विश्व इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित है। इस दिन स्वतंत्रता आंदोलन के महानायक सुभाष चंद्र बोस का जन्म कटक के प्रसिद्ध वकील जानकीनाथ तथा प्रभावती देवी के यहां हुआ था।
बहुत मुश्किल है कोई यूँ वतन की जान हो जाये ,
तुम्हें फैला दिया जाये तो हिन्दुस्तान हो जाये ..
Love this Smile❤❤🇮🇳🇮🇳🙏🙏
नेताजी सुभास चंद्र बोस भारत के महान क्रन्तिकारी थे। उन्होंने भारत की आजादी के लिए कई आंदोलनों में भाग लिया और साथ ही आजाद हिन्द फौज की स्थापना की। भारत के महान क्रांतिकारी, विभिन्न आंदोलनों के अगुआकार नेताजी की उपाधि प्राप्त करने वाले सुभाष चंद्र बोस को सम्मान और उनके पराक्रम को सराहने के लिए प्रतिवर्ष 23 जनवरी को सुभाष चंद्र बोस जयंती के रूप में मनाया जाता है।
नेताजी ने भारत की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाया और युवाओं में आजादी के लिए लड़ने का जज्बा पैदा किया। नेताजी ने आजादी के लिए "जय हिन्द", "तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा", "चलो दिल्ली" जैसे नारे दिए जिन्होंने युवाओं में आजादी के लिए प्रेरणा का काम किया। आजादी के लिए उनके द्वारा किये गए संघर्ष को नमन करने के लिए उनकी जयंती को प्रतिवर्ष मनाया जाता जाता है।
2021 से पराक्रम दिवस के रूप में हुई शुरुआत
पहले इस दिन को सुभाष चंद्र जयंती के नाम से मनाया जाता था, लेकिन वर्ष 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दिन को नेताजी के योगदान को देखते हुए पराक्रम दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की। इसके बाद से प्रतिवर्ष नेताजी की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।
नेताजी सुभाषचंद्र बोस जी की जयंती पर श्रद्धा-सुमन के साथ श्री गोपालप्रसाद व्यास जी द्वारा रचित कविता -
"है समय नदी की बाढ़ कि जिसमें सब बह जाया करते हैं।
है समय बड़ा तूफ़ान प्रबल पर्वत झुक जाया करते हैं ।।
अक्सर दुनियाँ के लोग समय में चक्कर खाया करते हैं।
लेकिन कुछ ऐसे होते हैं, इतिहास बनाया करते हैं ।।
है समय बड़ा तूफ़ान प्रबल पर्वत झुक जाया करते हैं ।।
अक्सर दुनियाँ के लोग समय में चक्कर खाया करते हैं।
लेकिन कुछ ऐसे होते हैं, इतिहास बनाया करते हैं ।।
यह उसी वीर इतिहास-पुरुष की अनुपम अमर कहानी है।
जो रक्त कणों से लिखी गई,जिसकी जयहिन्द निशानी है।।
प्यारा सुभाष, नेता सुभाष, भारत भू का उजियारा था ।
पैदा होते ही गणिकों ने जिसका भविष्य लिख डाला था।।
यह वीर चक्रवर्ती होगा , या त्यागी होगा सन्यासी।
जिसके गौरव को याद रखेंगे, युग-युग तक भारतवासी।।
सो वही वीर नौकरशाही ने,पकड़ जेल में डाला था ।
पर क्रुद्ध केहरी कभी नहीं फंदे में टिकने वाला था।।
जिसके गौरव को याद रखेंगे, युग-युग तक भारतवासी।।
सो वही वीर नौकरशाही ने,पकड़ जेल में डाला था ।
पर क्रुद्ध केहरी कभी नहीं फंदे में टिकने वाला था।।
बाँधे जाते इंसान,कभी तूफ़ान न बाँधे जाते हैं।
काया ज़रूर बाँधी जाती,बाँधे न इरादे जाते हैं।।
वह दृढ़-प्रतिज्ञ सेनानी था,जो मौका पाकर निकल गया।
वह पारा था अंग्रेज़ों की मुट्ठी में आकर फिसल गया।।
काया ज़रूर बाँधी जाती,बाँधे न इरादे जाते हैं।।
वह दृढ़-प्रतिज्ञ सेनानी था,जो मौका पाकर निकल गया।
वह पारा था अंग्रेज़ों की मुट्ठी में आकर फिसल गया।।
जिस तरह धूर्त दुर्योधन से,बचकर यदुनन्दन आए थे।
जिस तरह शिवाजी ने मुग़लों के,पहरेदार छकाए थे ।।
बस उसी तरह यह तोड़ पींजरा , तोते-सा बेदाग़ गया।
जनवरी माह सन् इकतालिस,मच गया शोर वह भाग गया।।
जिस तरह शिवाजी ने मुग़लों के,पहरेदार छकाए थे ।।
बस उसी तरह यह तोड़ पींजरा , तोते-सा बेदाग़ गया।
जनवरी माह सन् इकतालिस,मच गया शोर वह भाग गया।।
वे कहाँ गए, वे कहाँ रहे,ये धूमिल अभी कहानी है।
हमने तो उसकी नयी कथा,आज़ाद फ़ौज से जानी है।।"
हमने तो उसकी नयी कथा,आज़ाद फ़ौज से जानी है।।"
🙏🙏
ReplyDeleteसुभाष बाबू के चरणो मै सत सत नमन 🙏
ReplyDeleteजयवंत निराला
ReplyDeleteसुभाष बाबू के चरणो मै सत सत नमन 🙏
जसवंत निराला
आज मैने ये पोस्ट शेयर की है
ReplyDeleteअब तो मानेगी की नही 🙏
यहा तो पोस्ट कर पा रहा मगर वहा लॉगिन का विकल्प नही आ रहा है
https://jaswantniraladeori.blogspot.com/2024/01/blog-post_22.html
नेताजी को शत शत नमन
ReplyDeleteनेता जी को शत शत नमन, जय हिंद
ReplyDeleteShat shat naman, 🙏🙏
ReplyDeleteभारत माता के महान सपूत नेताजी सुभाषचंद्र बोस जी को शत शत नमन 🙏🙏🙏🙏🙏
ReplyDeleteभारत के पहले प्रधान मंत्री को शत शत नमन 🙏🏻
ReplyDelete🙏🏻🙏🏻
ReplyDelete*जिन्होंने अपना पूरा जीवन मां भारती की रक्षा करने के लिए समर्पित कर दिया और आजादी आंदोलन के सबसे ताकतवर लोकप्रिय जननायक जिन्होंने अंग्रेजों की गुलामी से मां भारती को आजाद करने के लिए आजाद हिंद फौज की स्थापना की तथा तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा का जय घोष करने वाले अमर क्रांतिकारी योद्धा सुभाष चंद्र बोस को उनकी जन्म जयंती पर शत-शत नमन और उनके माता-पिता को शत-शत नमन जिन्होंने ऐसे वीर को जन्म दिया*
ReplyDeleteजय हिन्द
ReplyDelete#पराक्रम_दिवस 🇮🇳
ReplyDelete🙏माँ भारती के सच्चे सपूत,
युवाओ की प्रेरणा,
आजाद हिन्द फौज के संस्थापक,
भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के महानायक
और
देश के प्रथम प्रधानमंत्री नेताजी सुभाष चन्द्र बोस कि जयंती पर उन्हें कोटिशः कोटिशः नमन🙏
🙏भारत माता की जय 🇮🇳
🙏जय हिन्द 🇮🇳
🙏वन्देमातरम 🇮🇳
https://jaswantniraladeori.blogspot.com/2024/01/blog-post_22.html
ReplyDeleteअसली नेता
ReplyDeleteनमन🙏
ReplyDeleteJai Hind
ReplyDeleteदेश-प्रेम की सबके दिल में
ReplyDeleteरखी थी जिन्होंने बुनियाद
नेताजी सुभाष चंद्र बोस
आज आ रहे सबको याद
भारत-माता की छाती पर
था जो गुलामी का बोझ
उसे हटाने नेताजी ने ही
बनाई आजाद हिंद फौज
"तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें
आजादी दूंगा"नारा दिया
जय हिंद के उद्घोष से तो
सबमें क्या जोश भर दिया
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
गणेशोत्सव मुम्बई- 1946..
ReplyDeleteजब सुभाष चंद्र बोस जी की मूर्ति को गणेश जी के रूप में प्रस्तुत किया गया था, आप इस वीडियो से अंदाजा लगा सकते हैं कि वो कितने लोकप्रिय नेता थे। https://t.co/cT6akrEjGl
एक बार "तत्कालीन काँग्रेस अध्यक्ष सुभाष चंद्र बोस" और अंग्रेज समर्थक सावरकर और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बारे मे अवश्य पढ़े 👇👇
ReplyDeletehttps://t.co/6gf0BnKrnB