उनकी तारीफ की अदा..
"उगती सुबह और डुबती शाम..
इनके बीच का इन्तजार हो तुम ❣️"
कभी शबनमी-सी रात कभी, भीगी-भीगी चांदनीं से होते हैं
कभी मुझपे गजल वो कहते हैं, तो कभी मुझे गजल-सा कहते हैं।
उनकी तारीफ की अदा..
चांद की मदमाती चांदनी से, यू मेरे अक्स को छू जाती हैं,
शरारात भरी नजरों से मेरे दिल को, तार- तार कर जाती हैं।
उनकी तारीफ के लफ्ज ..
बिखरे हैं फकत आरजूओं से तो, कभी जुस्तजू से ख़िलते हैं,
दुआ में फरिश्तों को शामिल कर, उस दुआ से फलते हैं।
उनकी तारीफ का अन्दाज..
फूलों सी हंसी, चाँदनी का गुरूर, मुझे चांद-सा मजहबी, कहते हैं,
कहते हैं कि जो तू गर देख ले दर्पण, तो वो़ भी महक़ उठता है।
उनकी तारीफ की हंसी..
मेरे लबों से छूकर फ़िर उनक़ी आंखो से, टपकती खिलख़िलाती हैं,
चांद के चांदनीं नूर से सराब़ोर करती, मुझें कोहिनूर ब़ना ज़ाती हैं।
चरित्र का कोई प्रमाण नहीं,
मौन से अच्छा कोई साधन नहीं,
और शब्द से तीखा कोई बाण नहीं ..❣️"
Bahut sundar 💐
ReplyDeleteबहुत शानदार 👌👌 लाइन्स
ReplyDeleteHappy sunday
ReplyDeleteaur sachche pyar se achchhj duniya me koi cheej nahi....but impossible in.🇮🇳
ReplyDeleteबहुत सुंदर धन्यवाद सुप्रभात जी💢🙏🏵️🙏💢
ReplyDeleteआपकी लिखी रचना "पांच लिंकों के आनन्द में" सोमवार 18 दिसम्बर 2023 को लिंक की जाएगी .... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ... धन्यवाद! !
ReplyDelete'पांच लिंकों के आनन्द में' इस रचना को शामिल करने के लिए आपका हार्दिक आभार।
Deleteअति उत्त्म
ReplyDeleteकोई बेसबब,कोई बेताब,कोई चुप
ReplyDeleteकोई हैरान तो कोई खुश
ऐ जिदंगी कैसे कैसे तमाशें होते हैं
तेरी महफिल में👌🏼
Very nice
ReplyDeletebahut khoob
ReplyDelete🙏🙏💐💐सुप्रभात 🕉️
ReplyDelete🙏ॐ नमः शिवाय 🚩🚩🚩
🙏हर हर महादेव 🚩🚩🚩
🙏महादेव का आशीर्वाद आप और आपके परिवार पर हमेशा बना रहे 🙏🙏🙏
👍👍बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति💐💐
बहुत सुंदर रचना
ReplyDeleteWaah...bahut sundar ❤️
ReplyDeleteTaarif achhi chij hai
ReplyDelete🙏🥰🙌👌💓👌🙌🥰🙏
ReplyDeleteसुन्दर रचना
ReplyDeleteसुंदर रचना
ReplyDeleteप्रेमरस से भरपूर बहुत ही सुंदर सृजन,सादर
ReplyDeleteउम्दा रचना ।
ReplyDeleteVery nice
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