शंख बजाने के हैं अद्भुत फायदे
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शंख बजाने से शरीर में ऑक्सीजन की कभी कमी नहीं होगी, फेफड़े रहेंगे जीवन भर स्वस्थ।
हिंदू धर्म में शंख का विशेष महत्व माना गया है। हर शुभ व मांगलिक कार्य में शंख जरूर बजाया जाता है। कई घरों में लोग पूजा के दौरान नियमित रूप से शंख बजाते हैं। शास्त्रों के मुताबिक जहां शंख बजाने से सुख-समृद्धि सहित कई अन्य लाभ होते हैं, वहीं वैज्ञानिको के अनुसार शंक बजाने से कई बीमारियां दूर होती हैं।
भारतीय परिवारों में और मंदिरो में सुबह और शाम शंख बजाने का प्रचलन था और है। इस पुरातन सैद्धान्तिक परम्परा को शायद हम भूल गये या उस प्राचीन विज्ञान के रहस्य को भौतिकवाद ने भुला दिया। अब शंख प्रदर्शनीय रह गया। अगर हम रोजाना शंख बजाते है, तो इससे हमें काफी लाभ हो सकता है।
- शंख बजाने से श्वांस लेने की क्षमता में सुधार होता है। इससे हमारी थायरॉयड ग्रंथियों और स्वरयंत्र का व्यायाम होता है और बोलने से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्याओं को ठीक करने में मदद मिलती है।
- शंख बजाने से झुर्रियों की परेशानी भी कम हो सकती है। जब हम शंख बजाते हैं, तो हमारे चेहरे की मांसपेशियां में खिंचाव आता है, जिससे झुर्रियां घटती हैं।
- शंख में सौ प्रतिशत कैल्शियम होता है। रात को शंख में पानी भरकर रखें और सुबह उसे अपनी त्वचा पर मालिश करें। इससे त्वचा संबंधी रोग दूर हो जाएंगे।
- शंख बजने से तनाव भी दूर हो जाते है, जो लोग ज्यादा तनाव में रहते हैं, उनको शंख जरुर बजाना चाहिए। क्योंकि शंख बजाते समय दिमाग से सारे विकार चले जाते है। शंख बजाने से घर के अंदर आने वाली नकारात्मक शक्तियां भी दूर रहती है। जिन घरों में शंख बताया जाता है, वहां कभी नकारात्मकता नहीं आती है।
- शंख बजाने से दिल के दौरे से भी बच सकते है। नियमित रूप से शंख बजाने वाले को कभी हार्ट अटैक नहीं होता है। शंख बजाने से सारे ब्लॉकेज खुल जाते हैं। इसी तरह बार-बार सांस भरकर छोडऩे से फेंफड़े भी स्वस्थ्य रहते हैं।
- शंख बजाने से योग की तीन क्रियाएं एक साथ होती है – कुम्भक, रेचक, प्राणायाम।
- शंख की आकृति और पृथ्वी की संरचना समान है नासा के अनुसार – शंख बजाने से खगोलीय ऊर्जा का उत्सर्जन होता है जो जीवाणु का नाश कर लोगो को ऊर्जा व शक्ति का संचार करता है।
फेफड़ों के रोग करें खत्म :
शंख बजाने से चेहरे, श्वसन प्रणाली, श्रवण तंत्र तथा फेफड़ों की बहुत बढ़िया एक्सरसाइज होती है। जिन लोगों को सांस संबधी समस्याएं है, उन्हें शंख बजाने से छुटकारा मिल सकता है। हर रोज शंख बजाने वाले लोगों को गले और फेफड़ों के रोग नहीं होते। इससे स्मरण शक्ति भी बढ़ती है।
वैज्ञानिक मानते हैं कि शंख फूंकने से उसकी ध्वनि जहां तक जाती है, वहां तक के अनेक बीमारियों के कीटाणु ध्वनि-स्पंदन से मूर्छित हो जाते हैं या नष्ट हो जाते हैं। यदि रोज शंख बजाया जाए, तो वातावरण कीटाणुओं से मुक्त हो सकता है।
बर्लिन विश्वविद्यालय ने शंखध्वनि पर अनुसंधान कर यह पाया कि इसकी तरंगें बैक्टीरिया तथा अन्य रोगाणुओं को नष्ट करने के लिए उत्तम व सस्ती औषधि हैं। रोजाना सुबह-शाम शंख बजाने से वायुमंडल कीटाणुओं से मुक्त हो जाता है। इसीलिए सुबह-शाम शंख बजाने की परंपरा है।
हड्डियों को मजबूत करे :
शंख में कैल्शियम, गंधक और फास्फोरस काफी मात्रा में पाए जाते हैं। यह तत्व हड्डियों को मजबूत करने के लिए बहुत जरूरी होते हैं। इसलिए शंख में रखें पानी के सेवन करें। इससे दांतो को भी फायदा मिलता है।
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🙏🙏
ReplyDeleteबदलती दुनियां का ऐसा
ReplyDeleteअसर होने लगा ,,
आदमी पागल और फोन
स्मार्ट होने लगा.✍️
शुभ मंगल 🐚
ReplyDeleteजय मंगल 🐚
श्री संखेश्वराय नमः 🪔🌺🐾🙏🚩🏹⚔️📙⚔️🔱🙌🐅❣️🍃🐚
बेहतरीन
ReplyDeleteअद्भुत जानकारी
ReplyDeleteAdbhut jankari
ReplyDeleteVery Nice 👌🏻👌🏻👌🏻
ReplyDeleteNice information
ReplyDeleteNice information
ReplyDeleteVery nice 👍🏻
ReplyDeleteVery nice
ReplyDeleteशंख बाजे बलाए भागे । आपने इसके बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की हैं जिससे हमलोग काफी फायदा उठा सकते हैं 🙏
ReplyDeleteबहुत अच्छी जानकारी 🙏🙏
ReplyDeleteBahut achi jankari 👍👌🏻
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