सोंठ के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुण
अदरक को सुखाकर बना सोंठ सब्जियों का स्वाद बढ़ाने के साथ ही कई बीमारियों से भी छुटकारा दिलाने में मदद करता है। लंबे समय से सोंठ को एक कारगर औषधि के रूप में प्रयोग में लाया जाता रहा है। इसका इस्तेमाल अदरक की तरह ही किया जाता है। भोजन में एक मसाले की तरह इस्तेमाल किया जाने वाला सोंठ आंतरिक स्वास्थ्य से लेकर त्वचा संबंधी समस्याओं के लिए भी फायदेमंद होता है। सोंठ को आम बोलचाल की भाषा में सोंठ या सुंठ भी कहा जाता और वहीं कुछ लोग इसे सीधे सूखी अदरक के नाम से ही जानते हैं। अदरक को सुखाकर इसकी सोंठ इसलिए बनाई जाती है, ताकि इसे लंबे समय तक स्टोर करके रखा जा सके। अंग्रेजी में इसे “ड्राइड जिंजर” (Dried ginger) के नाम से भी जाना जाता है।
सोंठ क्या है?
सोंठ अदरक का ही सूखा हुआ रूप होता है। सोंठ बनाने के लिए पहले अदरक को अच्छी तरह से सुखाया जाता है। इसके बाद इसका पाउडर बनाया जाता है। इसे ही सोंठ कहा जाता है। अदरक के पाउडर (Ginger Powder) को सोंठ के रूप में जाना जाता है।
जानते हैं सोंठ के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुणों के बारे में
सोंठ स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होता है। सोंठ की तासीर काफी गर्म होती है। इसलिए अकसर ही इसका उपयोग सर्दी के समय पर किया जा सकता है। लेकिन कुछ लोग गर्मियों में भी सोंठ का उपयोग करते हैं. सौंठ को चाय या सब्जी आदि में डालकर किया जा सकता है।
अपच की समस्या
आयुर्वेद के अनुसार सोंठ का सेवन करना अपच संबंधी समस्याओं को दूर कर सकता है। यदि खाना खाने से पहले सोंठ का सेवन किया जाए तो इससे पाचन क्रिया उत्तेजित हो जाती है, जिससे सीने में जलन, बार-बार डकार आना और कब्ज जैसी समस्याएं ठीक हो जाती हैं।
वजन कम करने के लिए
सोंठ का उपयोग शरीर के वजन को कम करने के लिए किया जा सकता है। शरीर का वजन कम करने में सोंठ को काफी प्रभावी माना जाता है। सोंठ पाचन प्रणाली को सक्रिय बनाता है, जिससे शरीर में जमा वसा को अवशोषित करने में मदद मिलती है। सोंठ में थर्मोजेनिक गुण भी होते हैं, जो कैलोरी को खर्च करने (कैलोरी बर्निंग) में मदद करता है।
पेट की जलन से राहत
पेट की जलन को दूर करने में अदरक कारगर भूमिका निभा सकता है। दरअसल, इस खाद्य पदार्थ का इस्तेमाल प्राचीन समय से पेट से जुड़ी हुई कई समस्याओं, जैसे कब्ज, दस्त, अपच, पेट फूलना, गैस, गैस्ट्रिक अल्सर, मतली और उल्टी का इलाज करने के लिए किया जा रहा है, जो पेट में जलन का कारण बन सकती हैं। अत्यधिक मात्रा में इसका उपयोग पेट में जलन पैदा भी करता है।
ब्लड शुगर कम करने में
सोंठ का उपयोग ब्लड शुगर कम करने के लिए भी काफी प्रभावी माना गया है। यदि खाली पेट सोंठ के पाउडर का सेवन किया जाए तो इससे भोजन करने के बाद बढ़ने वाली शुगर को कुछ हद तक कम किया जा सकता है।
सोंठ के सेवन से दूर करें अंदरूनी सूजन
सूखी अदरक में कई एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो शरीर के अंदर होने वाली सूजन व लालिमा को कम करने में मदद कर सकते हैं। जिन लोगों को गठिया या अन्य कोई स्वास्थ्य समस्या है, जिसके कारण उनके शरीर में सूजन व लालिमा विकसित हो रही है, तो उनके लिए सोंठ काफी लाभदायक हो सकती है।
इम्युनिटी सिस्टम के लिए
शरीर के इम्यून सिस्टम के कमजोर होने पर कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। यहां सोंठ एक अहम भूमिका निभा सकता है। अदरक और अदरक से बने खाद्य उत्पाद अपने एंटी इंफ्लेमेटरी गुण से इम्यून सिस्टम को बढ़ावा देने का काम कर सकते हैं। हालांकि, सोंठ पूर्ण रूप रोग प्रतिरोधक प्रणाली पर किस प्रकार काम करता है, इस पर अभी और शोध की आवश्यकता है।
सोंठ के पौष्टिक तत्व – Nutritional Value of Ginger Powder
सोंठ का उपयोग कैसे करें (How to use Dried ginger)
सोंठ को प्राचीन समय से ही एक प्राकृतिक दवा के रूप में जाना जाता है और आयुर्वेद व सिद्ध चिकित्सा प्रणाली में कई रोगों का इलाज करने के लिए सोंठ का इस्तेमाल किया जाता है। यही नहीं भारतीय रसोई में भी सोंठ का इस्तेमाल काफी प्रचलित है और अनेक व्यंजनों को सुगंधित व स्वादिष्ट बनाने के लिए सोंठ का इस्तेमाल किया जाता है। सोंठ का सेवन कैसे करें -
- दाल, सब्जी या अन्य खाद्य पदार्थों में( डालकर
- गुनगुने पानी के साथ
- उबले हुए दूध के साथ
- हालांकि, सोंठ का सेवन कितनी मात्रा में आपके स्वास्थ्य के लिए उचित है यह जानने के लिए डॉक्टर से संपर्क कर लेना चाहिए।
सोंठ के नुकसान (Side effects of Dried ginger)
सोंठ का एक सही मात्रा में सेवन करना आमतौर पर स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित रहता है। हालांकि, सामान्य से अधिक मात्रा में सोंठ का सेवन करने से सीने में जलन, जी मिचलाना उल्टी और पेट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा कुछ लोगों को सोंठ से एलर्जिक रिएक्शन भी हो सकता है। जब उनका शरीर सोंठ के संपर्क में आता है, तो उन्हें एलर्जी के लक्षण होने लगते हैं, जिनमें निम्न शामिल हैं -
- सांस लेने में दिक्कत होना
- त्वचा में चकत्ते होना
- शरीर के किसी हिस्से में खुजली
- गला बैठना या गले में दर्द
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ReplyDeleteUseful post
ReplyDeleteअत्यंत उपयोगी
ReplyDeleteVery useful post....sonth to nahi PR adrakh wali chai mujhe bahut pasand hai..
ReplyDeleteVery nice information...
ReplyDeleteलाभदायक जानकारी
ReplyDeleteHealthy living healthy information
ReplyDeleteअत्यंत उपयोगी सोंठ।
ReplyDeleteसोंठ के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करने के लिए आपका आभार 🙏
ReplyDeleteVery nice information
ReplyDeleteअत्यंत की महत्वपूर्ण जानकारी 👌🏻👌🏻
ReplyDeleteUseful. .
ReplyDeleteGood information dear
ReplyDeleteश्री आयुर्वेद 🙏🚩📙🙌❣️🍃
ReplyDeleteVery valuable news
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