नंदी के कान में क्यों बोली जाती है मनोकामना ?
क्या है इसके पीछे का रहस्य..?
जब भी हम किसी शिव मंदिर जाते हैं, तो अक्सर देखते हैं कि कुछ लोग शिवलिंग के सामने बैठे नंदी के कान में अपनी मनोकामना कहते हैं। ये एक परंपरा बन गई है। इस परंपरा के पीछे की वजह एक मान्यता है। आज हम इसी बारे में चर्चा करेंगे।
इसलिए नंदी के कान में कहते हैं मनोकामना
मान्यता है जहां भी शिव मंदिर होता है, वहां नंदी की स्थापना भी जरूर की जाती है, क्योंकि नंदी भगवान शिव के परम भक्त हैं। जब भी कोई व्यक्ति शिव मंदिर में आता है, तो वह नंदी के कान में अपनी मनोकामना कहता है। इसके पीछे मान्यता है कि भगवान शिव तपस्वी हैं और वे हमेशा समाधि में रहते हैं। ऐसे में उनकी समाधि और तपस्या में कोई विघ्न ना आए। इसलिए नंदी ही हमारी मनोकामना शिवजी तक पहुंचाते हैं। इसी मान्यता के चलते नंदी को लोग अपनी मनोकामना कहते हैं।
शिव के ही अवतार हैं नंदी
शिलाद नाम के एक मुनि थे, जो ब्रह्मचारी थे। वंश समाप्त होता देख उनके पितरों ने उनसे संतान उत्पन्न करने को कहा। शिलाद मुनि ने संतान भगवान शिव की प्रसन्न कर अयोनिज और मृत्युहीन पुत्र मांगा। भगवान शिव ने शिलाद मुनि को ये वरदान दे दिया। एक दिन जब शिलाद मुनि भूमि जोत रहे थे, उन्हें एक बालक मिला। शिलाद ने उसका नाम नंदी रखा। एक दिन मित्रा और वरुण नाम के दो मुनि शिलाद के आश्रम आए। उन्होंने बताया कि नंदी अल्पायु हैं। यह सुनकर नंदी महादेव की आराधना करने लगे। प्रसन्न होकर भगवान शिव प्रकट हुए और कहा कि तुम मेरे ही अंश हो, इसलिए तुम्हें मृत्यु से भय कैसे हो सकता है? ऐसा कहकर भगवान शिव ने नंदी का अपना गणाध्यक्ष भी बनाया।
हर हर महादेव 🙏🔱
🙏🙏
ReplyDeleteहर हर महादेव🙏🕉️🔱🚩
ReplyDelete🌹🙏 ॐ नमः शिवाय 🙏🌹
ReplyDeleteHar har Mahadev 🙏
ReplyDeleteOm namah shivay 🙏
ReplyDeleteहर हर महादेव 🙏
ReplyDeleteअद्भुत है महादेव की माया
अद्भुत है महादेव की माया
ReplyDeleteहर हर महादेव 🙏🙏
Har Har Mahadev.🙏🙏
ReplyDeleteशास्त्रों के अनुसार, नंदी के कान में कोई भी कामना कहने से पहले ‘ऊँ’ शब्द बोलना चाहिए। इसके बाद ही अपनी कामना कहनी चाहिए।
ReplyDeleteनंदी के कान में पहले क्यों बोलना चाहिए ऊँ शब्द?
हर किसी के मन में ये सवाल जरूर उठ रहा होगा कि आखिर अपनी कामना कहने से पहले ऊँ क्यों बोलना चाहिए। बता दें कि हिंदू धर्म में ‘ऊँ’ का विशेष महत्व है। आप देखेंगे की अधिकतर मंत्रों की शुरुआत इसी शब्द के साथ होती है। ये केवल एक शब्द नहीं है बल्कि ऊँ को संपूर्ण ब्रह्मांड का प्रतीक माना जाता है। ऊँ का उच्चारण करने मात्र से आसपास सकारात्मक ऊर्जा का विकास होता है। इसके साथ ही यह शब्द सभी देवी-देवता का एक संयुक्त रूप है। इस चमत्कारी शब्द में इतनी ताकत है कि इसे बोलने मात्र से ही व्यक्ति के आधे कष्ट दूर हो जाते हैं।
ॐ नमः शिवाय
ReplyDeleteOm namah shivaya
ReplyDeleteअद्भुत कथा
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteनंदी महाराज को नमन 🙏🏻 हर हर महादेव
ReplyDeleteJai ho nandi maharaj...
ReplyDeleteHar har mahadev 🙏🙏
🕉️ नमः शिवाय 🪔🌺🐾🙏🚩🏹⚔️📙⚔️🔱🙌🐅❣️🍃
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