रुद्रावतार श्री हनुमान जी
संसार के सर्वत्र देवस्थानों में हम आञ्जनेय महावली रामभक्त श्री हनुमान जी की आराधन, पूजन एवं वंदन करते चले आ रहे हैं। सभी वर्ण, आश्रम एवं सम्प्रदाय के लोग पवनसुत हनुमान जी के जयघोष में आनंदित हो जाते हैं। विभिन्न प्रकार की कामनाओं की पूर्णता के लिए विशिष्ट पद्धति का अवलम्बन कर महावीर हनुमान जी की उपासना विद्वज्जनों में प्रचलित है। हनुमान जी ही भगवान शिव के पूर्ण रूप हैं और वस्तुतः त्रिदेवों का एक संयुक्त रूप हैं। इस धरा पर जिन सात मनीषियों को अमरत्व का वरदान प्राप्त है, उनमें बजरंगबली भी हैं। हनुमान जी का अवतार भगवान राम की सहायता के लिये हुआ। हनुमान जी के पराक्रम की असंख्य गाथाएँ प्रचलित हैं। इन्होंने जिस तरह से राम के साथ सुग्रीव की मैत्री कराई और फिर वानरों की मदद से असुरों का मर्दन किया, वह अत्यन्त प्रसिद्ध है।
स्वयं ब्रम्हा स्वयं विष्णु साक्षाद्वेदो महेश्वरः अर्थात वह जो भगवान ब्रह्मा हैं, वह जो भगवान विष्णु हैं और वह जो स्वयं भगवान महेश्वर हैं।
पुराणों एवं ऐतिहासिक ग्रन्थों में हनुमान जी की उत्पत्ति तथा चरित्र के विषय में वर्णन विभिन्न प्रकार से उपलब्ध होता है। श्री हनुमानजी शंकर- सुवन, केशरी नन्दन और पवनसुत आदि विभिन्न नामों से वर्णित होते हैं। सन्त शिरोमणि गोस्वामी तुलसीदास जी हनुमान चालीसा में 'शंकर सुवन केशरी नन्दन' तथा 'अंजनि-पुत्र पवन सुत नामा' के रूप में स्पष्ट रूप से शंकर- सुबन, केशरी नन्दन एवं पवन सुत नामों से स्तुति करते हैं।
वायुपुराण के आधार पर हनुमान जी भगवान् शिव स्वरूप हैं।
मेष लग्नेऽब्जनी गर्भात् स्वयं जातो हरः शिवः ।।’
अगस्त्य संहिता में
मेषलग्नेऽब्जनी गर्भात् प्रादुर्भूतः स्वयं शिवः ।।’
कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी, भौमवार, स्वाती नक्षत्र मेपलग्न में अञ्जनी के गर्भ से स्वयं भगवान् शिव के प्रकट होने के कारण श्री हनुमान् जी को रुद्रावतार माना गया है।
लोटला गुलपातेन मातीन् निपातय ।'
उपरोक्त से रुद्रावतार की स्पष्टता प्रकट होती है।
प्राणवायु के रूप में राम-भक्त हनुमान का शास्त्रीय प्रमाण विभिन्न पुराणों और अन्य शास्त्रों से प्राप्त किया जा सकता है।
गरुड़ पुराण 3.16.68
प्रकीर्तितः रामावतार हनुमानरामकार्यार्थसाधकः |
स एव भीमसेनस्तु जातो भूमियाम् महाबलः ||
जब भगवान राम पृथ्वी पर अवतरित हुए, तो राम की सहायता करने के लिए वायु ने हनुमान के रूप में जन्म लिया।
यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि मुख्य प्राणवायु के सभी अवतार श्रीहरि की सेवा और भक्ति का प्रसार करने के लिए ही साकार होते हैं। हनुमान के रूप में, वायु ने माँ जानकी की खोज में परम भगवान राम की सहायता की।
श्री हनुमान दशोत्तर शतनामस्तोत्रम् में भी कहा गया है~
वासुदेवस्य भक्ताय भीमसेनाय ते नमः ॥
दिव्यरूपाय शान्ताय नमस्ते यतिरूपिणे अज्ञानतिमिरार्काय व्यासशिष्याय ते नमः॥
अर्थ -
जब भगवान विष्णु ने राम के रूप में अवतार लिया; उनकी सेवा के लिए वायु ने हनुमान के रूप में अवतार लिया। द्वापर युग में, वायु ने भगवान वासुदेव (कृष्ण) की सेवा के लिए भीमसेन के रूप में अवतार लिया।
शम्भुर्जज्ञे कपित्नुर्महबलपराक्रमः॥
शिव के अंश से उत्पन्न बुद्धिमान वानर सुग्रीव का मंत्री बन गया और उसने हर तरह से उसके लिए लाभकारी कार्य किया।
-शतरुद्र-संहिता, शिवपुराण
तारासरोपनिषत् से आगे, शुक्ल यजुर्वेद से जुड़ा एक पाठ –
शिवस्वरूपो हनुमानभूर्भुवः सुवस्तस्मै वै नमोनमः ।।
ॐ. वह जो श्री-परमात्मा, नारायण और (अक्षर) 'म' द्वारा वर्णित भगवान हैं, शिव हैं, जो हनुमान और भू:, भुव: और सुव: के रूप में हैं ; उनको नमस्कार!
जय बजरंगबली 🚩
🙏🙏
ReplyDeletejai bajrangbali 🙏
ReplyDeleteशुभ मंगल 🌷
ReplyDeleteजय मंगल 🌷
जय श्री राम रूद्र 🪔🌺🐾🙏🚩🏹⚔️📙⚔️🔱🙌🐅
जय जय श्री हनुमान 🙏🙏
ReplyDelete.🙏🙏
ReplyDelete.🙏🙏
ReplyDeleteJai bajrang bali
ReplyDeleteजय जय जय हनुमान गोसाईं
ReplyDeleteजय हनुमान ज्ञान गुन सागर, जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ।। जय बजरंगबली
ReplyDeleteजय बजरंगबली 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
ReplyDelete🕉 Hanu Hanu Hanumate Namo Namah. Bajrangbali Bless 🙌 us all with Wisdom, Wellness, happiness, Success and Prosperity...Hv a nice day ..regards .
ReplyDelete#awasthi.ak..🤝🌹🙏
जय श्री राम 🙏🚩
ReplyDeleteजय श्री राम
ReplyDeleteजय श्री हनुमान जी 🙏
प्रभु श्री राम परम भक्त श्री हनुमान जी की जय 🙏
ReplyDeleteजय हनुमान ज्ञान गुन सागर, जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ।
ReplyDeleteजय श्री हनुमान
बजरंगी तेरी पूजा से हर काम होता है दर पर तेरे आते ही दूर अज्ञान होता है राम जी के चरणों में ध्यान होता है इनके दर्शन से बिगड़ा हर काम होता है।
ReplyDeleteजय श्री राम
भूत-पिशाच निकट नही आवै, महावीर जब नाम सुनावै, नासै रोग हरै सब पीरा, जपत निरंतर हनुमत बीरा.
ReplyDeleteजय श्री राम
जय श्री राम 🙏🚩
ReplyDeleteजय हनुमान ज्ञान गुन सागर, जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ।। जय बजरंगबली🙏🚩🚩🚩🚩🚩
ReplyDelete🚩जय श्री राम 🙏जय बजरंगबली 🚩
ReplyDeleteजय जय श्री राम 🍁🙏
ReplyDeleteजय हनुमान 🍁🍁
रामदूत अतुलित बल धामा।
ReplyDeleteअंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।।
जय श्री राम 🚩🙏
🚩जय श्री राम 🚩 जय हनुमान🚩
ReplyDeleteभूत-पिशाच निकट नही आवै, महावीर जब नाम सुनावै, नासै रोग हरै सब पीरा, जपत निरंतर हनुमत बीरा।।
ReplyDeleteजय श्री राम🚩🙏🏻
जय जय श्री राम 🚩
ReplyDeleteजय श्री राम 🚩🙏🏻
ReplyDeleteजय हनुमान 🚩🙏🏻
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर, जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ।। जय बजरंगबली🙏🌷❣️
ReplyDeleteजिनके पास राम जी का रसायन है🙏
ReplyDeleteजिनके पास ज्ञान का भंडार है🙏
जो अजर और अमर है 🙏
जो आज भी सर्वत्र किसी न किसी
रूप में विराजमान हैं 🙏
ऐसे महा बली बजरंगबली जी को
सच्चे मन से आराधना करने पर
मनोवांछित फल प्राप्त होती है🙏
🙏जय मारुति नंदन🙏
Jai Shari Ram
ReplyDeleteJai Hanuman Raghuveera
ReplyDeleteHanuman ji ki Mahima aprampaar hai 🙏
ReplyDeleteSau bar naman Hanuman ji ko
ReplyDeleteजय बजरंगबली 🌺🙏
ReplyDeleteभूत-पिशाच निकट नही आवै, महावीर जब नाम सुनावै, नासै रोग हरै सब पीरा, जपत निरंतर हनुमत बीरा।।
ReplyDeleteजय श्री राम🚩🙏🏻
पवन पुत्र हनुमान की जय 🥀🍀🙏
ReplyDeleteजय सियाराम 🌺🙏
ReplyDeleteराम भक्त हनुमान की जय 🍀🌺🙏
ReplyDeleteJai Shari Ram
ReplyDeleteBeautiful religious post 🙏
ReplyDeleteJai Raghuveera 🙏
ReplyDeleteJai Bajrang Bali
ReplyDeleteShari Hanumaan ki hai 🙏
ReplyDeleteShri Ram ki Jai 🙏
Jai SiyaRam
ReplyDeleteVery nice Post 👌🙏
ReplyDeleteJai jai hanuman
ReplyDelete🙏🙏💐💐शुभरात्रि 🕉️
ReplyDelete🙏जय जय श्री राम 🚩🚩🚩
🙏जय जय बजरंगबली 🚩🚩🚩
👌👌👌बहुत सुन्दर प्रस्तुति, आप का बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏💐💐
जय श्री हनुमान 🙏🏻 ॐ रुद्राय नमः
ReplyDeleteजय श्री हनुमान🙏🚩
ReplyDeleteजय श्री हनुमान 🙏🏻
ReplyDeleteबजरंगबली सब पर कृपा करें🙏🏻
ReplyDeleteहनुमान जी सब पर अपना आशीर्वाद बनाए रखें 🙏🏻
ReplyDeleteहनुमान जी हर डर से हमारी रक्षा करें सबका कल्याण करें 🙏🏻
ReplyDeleteपावन पुत्र हनुमान की जय 🙏🏻
ReplyDeleteजय श्री राम 🙏🏻
Jai ho
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