रोगप्रतिरोधक क्षमता (Immunity)
प्रत्येक अभिभावक के मन में छोटे बच्चों की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढाने के विषय में जिज्ञासा रहती है। रोगप्रतिरोधक शक्ति अच्छी रहने के लिए शरीर का बल और पाचनशक्ति उत्तम होना आवश्यक है ।
१ से १२ वर्ष की आयु के बच्चों की रोगप्रतिरोधक क्षमता उत्तम रहे, इसलिए हम आयुर्वेद के अनुसार निम्न उपचार कर सकते हैं।
- नियमित रूप से अभ्यंग करें, अर्थात सुबह स्नान करने के पूर्व पूरे शरीर की शुद्ध तिल के तेल से अथवा नारियल के तेल से मालिश करें ।
- छोटे बच्चों को प्रतिदिन १ – २ घंटे खेलना चाहिए अथवा व्यायाम करना चाहिए।
- अभ्यंग, व्यायाम और उसके उपरांत स्नान इस क्रम से यह कृतियां करें।
- सुबह स्नान के उपरांत बच्चों को पौष्टिक आहार दें ।
बच्चों की उत्तम पाचनक्रिया के लिए यह करें
- भोजन में हल्का और पौष्टिक आहार दें ।
- मैदे से बने पदार्थाें के स्थान पर सूजी से बने स्वादिष्ट पदार्थ जैसे उपमा और इडली खिलाएं।
- छोटे बच्चों को विरुद्ध आहार अर्थात दूध और फल एक साथ न दें। साथ ही कस्टर्ड खाने के लिए न दें।
- छोटे बच्चों को प्रतिदिन विशेषत: रात के समय केला और दही खाने के लिए न दें। केला और दही सुबह के वक़्त खाना उपयुक्त है।
- बच्चों को भूख लगने पर ही भोजन दें।
- बाहर का खाना चाइनीज, पिज्जा, बर्गर आदि पदार्थ अगर बच्चा ना खाये तो बहुत अच्छा अन्यथा अधिक न खाने दें।
- बच्चे टीवी अथवा स्मार्ट फोन देखते हुए भोजन न करें, इस ओर ध्यान दें ।
Good Morning
ReplyDeleteधन्यवाद जी उत्तम स्वास्थ्य वर्धक जानकारी🙏
ReplyDeleteउत्तम स्वास्थ्य वर्धक जानकारी🙏
ReplyDeleteGood one 👍
ReplyDeleteरोग प्रतिरोधक शक्ति के बारे में अच्छी जानकारी
ReplyDeleteआज के बच्चे ही आने वाले भारतवर्ष का भविष्य है इनके इम्यूनिटी को बनाए रखना बहुत ही जरूरी
ReplyDeleteहै। बच्चों के खेल कूद , योग प्राणायाम और खान
पान पर हरेक अभिभावक को ध्यान देनी ही चाहिए
तभी हमलोग एक स्वस्थ्य परिवार के साथ स्वस्थ्य
समाज और अंततोगत्वा एक स्वस्थ्य राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं🌹🙏गोविंद🙏🌹
Good message with beautiful information 👌👍🙌
ReplyDeleteजय श्री राम 🪔🌺🐾🙏🚩🏹⚔️📙⚔️🔱🙌
Very Nice health tips 👌🏻
ReplyDeleteअच्छी जानकारी
ReplyDeleteबच्चों को पौष्टिक भोजन दें।फास्ट फूड से बचाएं।
ReplyDeletegud info
ReplyDeleteVery nice
ReplyDeleteबहुत ही उपयुक्त ज्ञानवर्धक जानकारी 👌👌
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