श्रीरामचरितमानस के चमत्कार
रामचरितमानस अवधी भाषा में गोस्वामी तुलसीदास द्वारा १६वीं सदी में रचित प्रसिद्ध ग्रन्थ है। इसकी रचना में २ वर्ष ७ माह २६ दिन का समय लगा था और उन्होंने इसे संवत् १६३३ (१५७६ ईस्वी) के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में राम विवाह के दिन पूर्ण किया था। इस ग्रन्थ को अवधी साहित्य (हिंदी साहित्य) की एक महान कृति माना जाता है। इसे सामान्यतः 'तुलसी रामायण' या 'तुलसीकृत रामायण' भी कहा जाता है। रामचरितमानस भारतीय संस्कृति में एक विशेष स्थान रखता है। रामचरितमानस की लोकप्रियता अद्वितीय है। उत्तर भारत में 'रामायण' के रूप में बहुत से लोगों द्वारा प्रतिदिन पढ़ा जाता है। शरद नवरात्रि में इसके सुन्दर काण्ड का पाठ पूरे नौ दिन किया जाता है। मंगलवार और शनिवार को इसके सुन्दरकाण्ड का पाठ किया जाता है।
- जिस घर में 1 माह में मात्र पूर्णिमा को प्रति माह रामायण का पाठ होता है उस घर में अकाल मृत्यु नहीं होती है।
- जिस घर में श्री रामचरितमानस रखी होती है वहां कभी भूत, पिशाच, प्रेतों का वास नहीं होता है।
- जिस घर में रामायण के पास शाम के समय दीपक जलाया जाता है उस घर में अन्न की कमी कभी नहीं होती है।
- जिस घर में श्री रामचरितमानस के पास सुबह शाम दीपक प्रतिदिन जलाया जाता है उस घर में आरोग्य बढ़ता है। बीमारियां कम होती हैं।
- जिस घर में यदि श्री रामचरितमानस की शाम के समय दीपक जलाकर श्री रामचरितमानस की आरती प्रतिदिन होती है उस घर पर श्रीराम जी की कृपा सदैव रहती है और घर में शांति का वातावरण रहता है। प्रभु की कृपा रहती है।
- जिस घर में प्रति सप्ताह रामायण का पाठ होता है उस घर पर श्रीराम जी व माता सीता जी की कृपा सदैव रहती है। उस घर में बच्चों की वृद्धि होती है।
- जिस घर में प्रतिदिन रामायण का पाठ होता है। उस घर पर भगवान शिव, श्रीराम जी, सीता जी, श्री हनुमानजी, शनिदेव, नव ग्रह, 33 कोटि देवी देवताओं की सदैव कृपा रहती है।
- उस घर से दरिद्रता भाग जाती है, उस परिवार का यश बढ़ने लगता है, उस घर पर साक्षात माँ लक्ष्मी जी की कृपा बनी रहती है। बच्चों को कभी भय नहीे लगता है। भूत, प्रेत, पिशाच वहां प्रवेश नहीं कर सकते हैं । वह घर सुख, शान्ति, समृद्धि, धन, अन्न, संतान, मित्र, पड़ोसी, रिश्तेदारों आदि से परिपूर्ण होता है।
- रामायण की एक एक चौपाई लाखों मंत्रो के बराबर है और हर चौपाई कुछ न कुछ देने वाली है। हर भारतीय के घर में रामायण होनी चाहिये।
हर भारतीय के घर में रामायण होनी चाहिए। पारिवारिक प्रबंधन हमें रामायण सिखाती है रामायण हमें संसार में जीना सिखाती है।
वास्तव में रामचरित मानस की महिमा अतुलनीय है। नवरात्र के अंतिम दिन राम नवमी के पर्व आता है जिस दिन प्रभु श्री राम का अवतरण हुआ था। सम्पूर्ण नवरात्र में मानस पाठ का बहुत महत्व है। आज दिग्भ्रमित होकर कुछ उद्दंड लोग मानस की आलोचना कर रहे हैं जो एक स्वस्थ समाज के लिए कतई उचित नही है।
ReplyDeleteप्रभु श्री राम सबका कल्याण करें।
जय श्री राम।
जय श्री राम 🙏🚩
ReplyDeleteमूक होइ बाचाल पंगु चढ़इ गिरिबर गहन।
ReplyDeleteजासु कृपाँ सो दयाल द्रवउ सकल कलिमल दहन॥
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भावार्थ:-जिनकी कृपा से गूँगा बहुत सुंदर बोलने वाला हो जाता है और लँगड़ा-लूला दुर्गम पहाड़ पर चढ़ जाता है, वे कलियुग के सब पापों को जला डालने वाले दयालु (भगवान) मुझ पर द्रवित हों ।
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जेहि दिन राम जनम श्रुति गावहिं।
तीरथ सकल जहां चलि आवहिं।।
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जिस दिन श्री राम जी का जन्म होता है, वेद कहते हैं, उस दिन समस्त तीर्थ श्री अयोध्या जी में चले आते हैं। मानव जाति के कल्याण के लिए, वैदिक सनातन धर्म की रक्षा के लिए, असुरों के विनाश के लिए भगवान राम इस धरा पर अवतरित हुए।
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आज के समय में कुछ निहित राजनीतिक स्वार्थी लोग इस पवित्र ग्रंथ पर भी उंगली उठा रहे है।।
प्रभु श्री राम उन्हें सद्बुद्धि प्रदान करें यही कामना
में प्रभु से करता हूँ।
जय श्रीराम
ReplyDeleteJai shri rram
ReplyDeleteराम चरित मानस का पाठ हर हिंदू घर में प्रति दिन होना चाहिए।
ReplyDeletejai shree ram
ReplyDeleteजब श्री राम चंद्र जी के चरित्र का गायन होता है सारे तीर्थ वहीं चले आते हैं। जय श्री राम।
ReplyDeleteजय सियाराम 🙏🏻🙏🏻
ReplyDeleteजय जय श्री सियाराम 🙏🏻
ReplyDeleteJai shree Ram
ReplyDelete🙏🙏
ReplyDeleteJai shree Ram
ReplyDeleteJai shree ram ji
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