गोंद स्याह
आज हम स्याह गोंद या काले गोंद के बारे में जानकारी देंगे।
हममे से कई लोग हैं जो यकाला गोंदह नहीं जानते कि गोंद क्या होता है और इसे खाया भी जाता है। दरअसल बारिश का मौसम ख़त्म होने के बाद, ऐसे कई पेड़ होते हैं जिनके तनो से प्राकृतिक रूप से रस निकलता है। यह रस चिपचिपा होता है और जिस जगह से यह रस निकलता है, यह रस वहीं पर सूख जाता है। सूखने के बाद यह रस उस जगह पर जम जाता है। इस जमे हुए रस को गोंद कहते हैं।
गोंद बहुत गुणकारी होता है और गोंद जिस भी पेड़ से निकलता है, इसमें उस पेड़ के औषधिक गुण होते हैं।
गोंद स्याह या काला गोंद एक प्राकृतिक गोंद है जिसका सेवन करने से गठिया, हड्डियों का दर्द, जोड़ों की सूजन आदि कई बीमारियों से छुटकारा मिलता है। यह गोंद काले रंग का होता है इसीलिए इसे गोंद सियाह या काला गोंद कहा जाता है।
वैसे तो बाज़ार में आपको गोंद स्याह कई जगह मिल जाएगा लेकिन आजकल जिस तरह हर चीज़ में मिलावट की जाती है, उसी तरह बाजार में भी कई जगह नकली गोंद स्याह बेचा जाता है जो आपको कोई भी फ़ायदा नहीं पहुंचाएगा इसलिए गोंद स्याह की सही पहचान करना ज़रूरी है। गोंद स्याह कोयले की तरह काले रंग का और सख्त होता है। गोंद स्याह टुकड़ों में पाया जाता है और आप आसानी से इसका पाउडर बना सकते हैं।
गोंद स्याह पानी में डालने पर फूलने लगता है और यह पानी में घुलता नहीं है।
यह गोंद आबनूस के पेड़ से निकलता है। यह गोंद आबनूस के पेड़ के तने में या फिर पेड़ पर चिपकी हुई होती है। इस गोंद को आप किसी वस्तु की मदद से या आपने हाथों से भी निकाल सकते हैं। काला गोंद कई प्रकार की आयुर्वेदिक दवाइयों में प्रयोग किया जाता है साथ ही इसके सेवन से आप कई बीमारियों से छुटकारा पा सकते हैं। निम्न रोगों में इसका जबरदस्त असर देखा गया है:
2. साइटिका
3. पीठ दर्द
4. कन्धों का दर्द
5. एड़ी में दर्द
6. कलाई में दर्द
7. कूल्हों में दर्द
8. टखनों में दर्द
9. बढ़ा हुआ यूरिक एसिड
10. मांसपेशियों का दर्द
11. सर्वाइकल दर्द
12. गर्दन दर्द
13. नसों का दर्द
14. घुटनों का दर्द
15. कोहनी में दर्द
गोंद स्याह का स्वाद कच्ची कॉफ़ी की तरह कड़वा होता है।
उम्र बढ़ने के साथ ही शरीर के विभिन्न अंगो में दर्द होने लगता है। आजकल तो कम उम्र से ही निरंतर लैपटॉप, फ़ोन का इस्तेमाल करने से और शारीरिक व्यायाम ना कर पाने के शरीर में दर्द की शिकायत होने लगी है। इस दर्द से छुटकारा पाने के लिए गोंद स्याह का सेवन किया जा सकता है। इसका सेवन करने के लिए इसका पाउडर बना लें और गुनगुने पानी में आधा ग्राम पाउडर अच्छे से मिला लें और इसे हर दिन दो बार पिएं। इसका सेवन खाना खाने के बाद करें।
English Translate
Kala Gond
Today we will give information about black gum or black gum.
There are many of us who do not know what gum is and it is also eaten. In fact, after the end of the rainy season, there are many trees whose trunks naturally produce sap. This juice is sticky and the place from where this juice comes out, this juice dries up there itself. After drying, this juice freezes at that place. This frozen juice is called gum.
Gum is very beneficial and whatever tree the gum comes from, it has medicinal properties of that tree.
Gond Syah or black gum is a natural gum, which can be used to get rid of many diseases like arthritis, bone pain, swelling of joints, etc. This gum is black in color, that is why it is called gum syah or black gum.
By the way, you will find gum ink in many places in the market, but nowadays, the way everything is adulterated, in the same way fake gum ink is sold in many places in the market, which will not give you any benefit, so it is important to identify gum ink correctly. It is important Gum black is black in color and hard like coal. Gum black is found in chunks and you can easily make powder out of it.
Gum ink swells when put in water and it does not dissolve in water.
This gum comes from the ebony tree. This glue is stuck in the trunk of the ebony tree or on the tree. You can remove this gum with the help of an object or even with your hands. Black gum is used in many types of Ayurvedic medicines, as well as you can get rid of many diseases by consuming it. Its tremendous effect has been seen in the following diseases:
1. Arthritis
2. Sciatica
3. Back Pain
4. Shoulder pain
5. Heel pain
6. Wrist Pain
7. Pain in the hips
8. Pain in ankles
9. Increased Uric Acid
10. Muscle pain
11. Cervical Pain
12. Neck Pain
13. Neuralgia
14. Knee Pain
15. Elbow pain
The taste of gond syah is bitter like raw coffee.
With increasing age, pain starts in different parts of the body. Nowadays, from an early age, there are complaints of body pain due to continuous use of laptop, phone and not being able to do physical exercise. Gum ink can be consumed to get rid of this pain. To consume it, make its powder and mix half gram powder well in lukewarm water and drink it twice every day. Consume it after having food.
बेहद उम्दा जानकारी
ReplyDelete👌👌👌अति उत्तम उपयोगी जानकारी 🙏🙏💐💐धन्यवाद
ReplyDeleteबेहद लाभकारी जानकारी 👌👌 आपका ब्लॉग पर सदैव कुछ नया फायदेमंद ही मिलता है
ReplyDeleteGood.
ReplyDeleteNice information...
ReplyDeleteसेहत और दुर्लभ जानकारी का अद्भुत मिश्रण🙏🏻
ReplyDeleteuseful post
ReplyDeleteआबनूस के पेड़ से प्राप्त होने वाले गोंद स्याह के बारे में विस्तार से अवगत कराएं हैं जिसके बारे में हमे पता भी नही था। कितना गुणकारी है यह गोंद
ReplyDeleteजो कि प्राकृतिक गोंद है जिसका सेवन करने से गठिया, हड्डियों का दर्द, जोड़ों की सूजन आदि कई बीमारियों से छुटकारा मिलता है। इसके बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करने के लिये हृदय से आपका आभार🙏🙏🙏🙏🙏
🌹🙏हरि ॐ🙏🌹
ReplyDeleteआबनूस के पेड़ से प्राप्त होने वाले गोंद स्याह के बारे में विस्तार से अवगत कराएं हैं जिसके बारे में हमे पता भी नही था। कितना गुणकारी है यह गोंद
जो कि प्राकृतिक गोंद है जिसका सेवन करने से गठिया, हड्डियों का दर्द, जोड़ों की सूजन आदि कई बीमारियों से छुटकारा मिलता है। इसके बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करने के लिये हृदय से आपका आभार🙏🙏🙏🙏🙏
अच्छी जानकारी
ReplyDeleteअत्यंत ही महत्वपूर्ण जानकारी धन्यवाद रूपा जी 🙏🏻😊
ReplyDeleteNice information
ReplyDeleteValuable post ..
ReplyDeleteVery valuable information.
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