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कभी - कभी बेवजह कुण्डी खट-खटाया करो

 कभी - कभी बेवजह कुण्डी खट-खटाया करो

Rupa Oos ki ek Boond

"अपने हौसलों को ये मत बताओ कि तुम्हारी परेशानी कितनी बड़ी है,
 बल्कि अपनी परेशानी को ये बताओ कि तुम्हारा हौसला कितना बड़ा है..❣️"

आसपास के लोगों से मिलते रहा करो,

उनकी थोड़ी खैर खबर भी रखा करो..


जाने कौन कितने अवसाद में जी रहा है,

पता नहीं कौन बस पलों को गिन रहा है..


कभी निकलो अपने घरोदों से,

औरों के आशियानें में भी जाया करो..


कभी कभी अपने पड़ोसियों की कुण्डी,

तुम बेवजह ही खट-खटाया करो..


कभी यों ही किसी के कंधे पर हाथ रख,

साथ होने का अहसास दिलाया करो..


कभी बिन मतलब लोगों से बतियाया करो,

बिना जज किये बस सुनते जाया करो..


बहुत कुछ टूटे मिलेंगे, कुछ रूठे मिलेंगे,

जिन्दगी से मायूस भी मिलेंगे..


बस कुछ प्यारी सी उम्मीदें,

कभी उनके दिलों में जगाया करो..


ऐसा न हो फिर वक्त ही न मिले,

और मुट्ठी की रेत की तरह लोग फिसलते रहे..


यूं वक्त-बेवक्त ही सही,

लोगों को गले तो लगाया करो..


कभी कभी बेवजह कुण्डी खट-खटाया करो

Rupa Oos ki ek Boond
"त्याग के बिना कुछ भी पाना
संभव नहीं है, क्योंकि
एक सांस लेने के लिए भी पहली सांस
छोड़नी पड़ती है..❣️"

21 comments:

  1. सोशल मीडिया के इस युग मे वर्चुअल वर्ल्ड में जी रहे जमाने को जगाने के लिए बेहतरीन कविता।
    काश,ऐसा हो जाय तो इंसान मानसिक रूप से और अधिक सशक्त हो जाय।
    रविवार की बेहतरीन शुरूआत
    शुभ रविवार।

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  2. सही बात है, लोग सोशल मीडिया पर दोस्त बना रहे हैं और पड़ोस में कौन रहता पता तक नहीं। सभी आज के दौर में खुद को अकेला पाते हैं और फेसबुक पर दोस्तों की संख्या हजारों में है।

    जानदार पोस्ट❣️

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  3. Very nice
    Happy sunday

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  4. Very nice lines..❣️
    Shubh itwaar Rupa ji🌹

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  5. सामाजिक बनना भी कुछ है।

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  6. It's a Sunday treat..very Nice Rupa 🤝🌹

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  7. सारी लाइनें सिर्फ दूसरों के लिए ही ना लिखा करो
    कुछ पर खुद भी अमल कर लिया करो
    कबसे खड़े हैं इंतजार में तुम्हारे
    पलकों को बिछाए हुए
    कभी तो बेवजह, मेरे घर की कुंडी भी खटखटाया करो।

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  8. पवन कुमारFebruary 12, 2023 at 7:10 PM

    बहुत ही सुंदर रचना
    त्याग है तो फिर तो
    सबकुछ है ।आज के
    समय मे इसी की कमी
    महसूस हो रही है।
    🙏🙏🙏🙏🙏

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  9. 🌿🌸🌿💗🌿🌸🌿💗🌿🌸🌿
    "Do what you love,
    Love what you do"
    🌿🌸🌿💗🌿🌸🌿💗🌿🌸🌿

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  10. कभी किसी से दूरी इतनी भी न बढ़ा लो!
    कि दरवाजा खुला हो फिर भी खटखटाना पड़े!!

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  11. जब हौसला मजबूत हो तो हर मुश्किल आसान लगती है

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  12. हम तो कब से आपके घर की कुंडी खड़का रहे, एक आप हैं के दरवाजा ही नहीं खोलतीं।

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