हर दिन ढलता सूरज
हर शाम ढलता सूरज
हर सुबह उगता सूरज
कुछ तो सन्देश देता है
हर दिन नई शुरुवात हो सकती है
बिल्कुल खत्म हो कर भी हमसे कुछ कहता सूरज
सूर्य उदय पर दे कर जलधारा
जीवन का नया सवेरा देता सूरज
जीवन की हर मुश्किल भरी अंधेरी रात के बाद
हौसलों से तरो ताजा हुए विचारों का जीवन देता सूरज
थक हार के आते सुबह से शाम तक जीवन की भागदौड़ से
मन में चलती रात भर उलझने
फिक्र कल के जीवन को ले कर
हर रोज सारी उलझनों को सुलझाने में
बिखेर कर रोशनी अपनी
हमको हिम्मत देता सूरज
क्या लिखे संक्षिप्त सा कलाम अपने शब्दों में रूपा
जीवन के हर पल में जो महक रही है रोशनी
कभी गम लिए कभी खुशियाँ भरी
इन रोशनियों को हर पल रोशन करता सूरज
अंतिम यही है कहना
रूपा_ओस_की_एक_बूंद भरी
अपनी जज़्बातों के अल्फ़ाज़ में
हो कोई मुश्किल या गम जिंदगी
प्रतिपल मुस्कुराते हुए हौसला देता सूरज
नई ऊर्जा के साथ हर दिन निकलता सूरज
ये हमें है पैगाम देता सूरज
सूरज की तरह रोशन रहे जीवन आपका हमे सकारात्मक भाव से जुड़े ब्लॉग मिलते रहे 👌👌👍
ReplyDeleteशुभकामनाओं के लिए हार्दिक आभार
DeleteNice moon
ReplyDeleteयहां तो बात सूरज की हो रही
DeleteHappy sunday
ReplyDeleteHappy Sunday
Deleteप्रतिपल मुस्कुराते हुए हौसला देता सूरज
ReplyDeleteनई ऊर्जा के साथ हर दिन निकलता सूरज
ये हमें है पैगाम देता सूरज
...बहुत सुंदर, सकारात्मक भाव ।
हार्दिक आभार जिज्ञासा जी
Delete👌👏👏
ReplyDeleteThank you mam
Deleteबहुत अच्छी कविता भेजी है रूपा।पर तुम्हारी बाद की 4 पंक्तियों में शब्द कुछ ऐसे लिखने अच्छे होते। "हर दिन मुझे निखरना है" "सारा आसमान हो मेरी जद में" यहाँ सही शब्द जद होना चाहिए।
ReplyDeleteआपकी प्रतिक्रिया से पता लगता है कि कितनी बारीकी से आप पोस्ट पढ़ते हैं। सुधार कराने के लिए आपका बहुत बहुत आभार..
DeleteHappy sunday
ReplyDeleteHappy Sunday
Deleteसुंदर कविता, सूरज से हम आचरण और व्यवहार सीख सकते है ना उगने का अभिमान न अस्त होने का गम।
ReplyDeleteशुभ रविवार
जी बिल्कुल, वाकई में सूर्य से तेज कुछ भी नहीं फिर भी कोई अभिमान नहीं। इतना तेज हो कर भी हर हर दिन अस्त होने का गम भी नहीं और हम इंसान थोड़े से कितना हतोत्साहित हो जाते हैं।
Deleteबहुत बहुत आभार!!
बहुत सुंदर प्रस्तुति।
ReplyDeleteHave a blessed Sunday 🌹🌹
Thank you so much
Deleteसुंदर और प्रेरक कविता। जीवन में घेरे निराशा के तमिस्त्र का आशा का नया सूर्योदय उच्छेदन कर देता है।
ReplyDeleteहार्दिक आभार!!
Deleteअन्दाजे बयां निराली आपकी, बता जाए आज इतवार है,
ReplyDeleteइजहारे खयाल होती रहे ऐसे ही, जो बड़ा ही खुशगवार है।।
अंदाजे प्रतिक्रिया निराली आपकी...
Deleteयहां आपका स्वागत है
Happy Sunday 😊
ReplyDeleteHappy Sunday ☘️
Deleteमन को प्रफुल्लित करती आपकी रचित बेहतरीन कविता।
ReplyDeleteधन्यवाद सर 🙏
DeleteHappy Sunday
ReplyDeleteHappy Sunday
Deleteवाह वाह;क्या बात है,क्या खूब लिखा है तुमने.. खूब ऐसे ही तरक्की करो❤️❤️
ReplyDeleteशुभ रविवार 💐 💐
शुक्रिया ❣️
Deleteशुभ रविवार 🌷🌷
सूरज की किरण सी चमक हर लेख में बिखेरती हैं आप
ReplyDeleteबहुत बढ़िया हैं आपकी रचना धन्यवाद जी
ReplyDeleteBahut sunder varnan kiya hai Rupa ji...ugate aur dubte suraj se to hum bahut kuch shiksha le sakte hain jo jag visit hai, par sikhne wale aapse bhi bahut kuch sikh sakte hain....
ReplyDeleteNice pic 👍
ReplyDeleteबहुत बढ़िया
ReplyDeleteखूबसूरत..
ReplyDeleteKhoob.
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