ओस की बूँद (Os ki boond)
आभार,शुक्रिया,धन्यवाद
आप सभी सहृदय विद्वानों का दिल से।
आज सबसे पहले मेरे इस ब्लॉग से जुड़े लोगों को प्रणाम।
आपलोगों के निरंतर सहयोग का, दिल से निकली दुआओें और आशीर्वाद का ही सुपरिणाम है कि विगत दो वर्षों से निरंतर, बिना किसी बाधा के यह ब्लॉग प्रतिदिन प्रकाशित होता रहा। आपके सतत उत्साहवर्धन के कारण ही आज यह ब्लॉग इस मुकाम पर पहुँच पाया है। किसी भी कार्य को करने पर यदि सराहना मिलती है, तो उस कार्य को और अधिक निष्ठा और लगन से करने की प्रेरणा मिलती है। पिछले दो वर्षों से लगातार आपलोगाें की प्रतिक्रियाएं मेरे जोश और जज्बे में वृद्धि करती रहीं और ये सिलसिला लगातार बिना थमे,बिना रुके चल रहा है। इस क्रम में बहुत लोग हैं जो शुरू से अभी तक मुझसे जुड़े रहे, मेरी अच्छी- बुरी सभी पोस्ट की सराहना करते रहे और मेरा मनोबल बढ़ाते रहे। दो साल के इस समयान्तराल में नए-नए लोग जुड़ते रहे और यह कारवां आगे बढ़ता रहा। इस राह में कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो कुछ वक्त के लिए ही यहां आए। कदाचित मेरी तरफ से ही कुछ कमी रही होगी जो मैं उन्हें ब्लॉग पर रोक नहीं सकी। आगे से मेरा प्रयास रहेगा कि इस कमी को भी पूरी कर सकूं और ब्लॉग में कुछ ऐसा जोड़ूँ ताकि यहां आने वाले यहां रुकें और अपनी अमूल्य प्रतिक्रिया से मेरा उत्साहवर्धन और मार्गदर्शन करते रहें।
💦यूं तो ओस की बूंद है तो जल की ही बूंद का एक स्वरूप। यह स्वरूप नदी झील, झरने का भी हो सकता है और कभी आंसू का भी। वक्त सुखकारी हो या दुखकारी आंसू बनकर यह हमेशा नयनों में समाई रहती है। सृजन काल से लेकर मुक्ति काल तक सदैव इंसान की सच्ची साथी। कभी पलकों पर मेरा बसेरा होता है तो कभी अधरों पर मेरा आशियाना। एक मां के लिए यह उसके आंचल के साथ क्रीड़ा करती उसकी ममता है, और शायद उस ममता में ही अखिल विश्व समाहित है। जिंदगी इस बूंद के कारण ही चलायमान है। जब इसका आविर्भाव होता है तो प्रकृति भी मुस्कुराती है। मन मयूर नृत्य करने लगता है, हृदय में प्यार का उल्लास जाग उठता है।
पत्तों से टपकती ओस की बूंदे नाजुक मोती जैसी ही तो है। इन्हें ध्यान से देखिए तो सही। आपको लगेगा जैसे ये आप से बहुत कुछ कहना चाहती हों। आपसे आपका हाल चाल पूछने को शायद ये बैचैन हैं। लेकिन मिट्टी की सोंधी खुशबू याद करते ही वे पत्तों में भी नहीं ठहरतीं। इस छोटी सी जिंदगी को भी ओस की बूंद की तरह चमकीली होना चाहिए। भले ही वह कम उम्र की हो। ओस की बूंद स्वयं में पूर्ण है। वह स्रोत है नवशक्ति का। ओस की बूंद प्रतीक है जीवन की गति का, जीवन को गुनगुनाने का, निश्छल प्रेम को सहेजने का, जिंदगी के बलिदान का, और अंत में आपके साथ मिलजुल कर बैठने का, कुछ अपनी सुनाने और आपकी सुनने का। 💦
जानी पहचानी "ओस की बूंद"
अनगिनत यादों को समेटे
चमकती मोतियों सी "ओस की बूंद"
महकती यादों को ओढ़े
जाने कितने रिश्ते गढ़ती "ओस की बूंद"
जीवन की आपा धापी को सहेजते
सपनों के घरौंदे सी "ओस की बूंद"
उड़ते दिलों को संभालते
निश्छल बचपन जैसी
मीठी मीठी यादों को संजोते "ओस की बूंद"
❤सोच खूबसूरत-नाम खूबसूरत❤
ReplyDelete👸इनको तो कहते हैं सब रूपा👸
💦रुपा "ओस की एक बूंद" का💦
📝हुनर अब तक कहा था छुपा📝
💧ओस की बूंद की तरह रूपा💧
💐हरे-भरे ब्लॉग पर छा जाती है💐
🌄फिर दिन-भर की दौड़-धूप में🌄
👣रोज ओस की तरह खो जाती👣
🤔कितने जाने-अनजाने रहस्य🤔
👁अपने इस ब्लॉग पर बताती है👁
🖋क्या खूब है इनकी ये लेखनी🖋
🥰सबके दिलों पर ये छा जाती है🥰
💦ओस की बूंद की तरह ही तो💦
😍चमकती है चेहरे की मुस्कान😍
🤗क्या गजब-अपने हुनर से रूपा🤗
🐥हर ब्लॉग में डाल देती है जान🐥
💦ओस की तरह धूप-ताप सहना💦
🖋इस तरह हमेशा लिखते रहना🖋
💐हम तारीफ के फूल बिछाएंगे💐
👑आप समझना अनमोल गहना👑
🌄🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏🌄
💐आपकी तारीफ के फूलों का💐
Delete🍁हम तहे दिल से आभार व्यक्त करते हैं 🍁
🥀आपकी तारीफ करने के तरीके का🥀
🌺हम सादर अभिवादन करते हैं 🌺
ओस की बूंदों जैसे चमचमाते दांत
Deleteओस की बूंदों सी टमटमाती आंखें
रंग-बिरंगे से ब्लॉग लिखते-लिखते
2 वर्ष कैसे बीत गए पंख फैला के
2 वर्षों में क्या कुछ इसमें लिखा है
नित नया हमने क्या-कुछ सीखा है
हर बार कुछ न कुछ इसमें नयापन
आश्चर्य की सीमाओं से परे दिखा है
देखे अंदाज रूपा ओस की बूंद के
कैसे रह जाए यूँ हम आंखें मूंद के
जिसके बारे में न तो सुना न सोचा
वो अजब-अजूबे डालें इसमें ढूंढके
मन की अभिलाषा कब तृप्त होती
नया पढ़ने की इच्छा जागृत होती
रूपा ओस की बूंद के ही ब्लॉग पर
वो सारी जानकारियाँ प्रयुक्त होती
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
क्या बात वाह गजब
Deleteसर्द रातों में सो कर भोर होते
ReplyDeleteही निकलता जो घर से बाहर
धूप की चाह में बैठ जाता हूं
थोड़ी देर अपनी आंखें मूंदकर
खिल जाता है मेरा चेहरा जब
नजर पड़ती ओस की बूंद पर
चमक उठती अधखुली आंखें
जब सूरज की पहली किरण
ओस की बूंदों पर पड़ती है
जी मचल जाता है मेरा और
धड़कनें तेज गति से बढ़ती है
मन करता ओस कि बूंद को
उंगली पर रखकर चख लूं
काश वो मोती बन जाए तो
अपनी जेब में मैं उन्हें रख लूं
जितना सुकून मिलता सर्दी में
अलाव में अपने हाथ सेककर
उतना सुकून मिलता दिल को
उसकी नन्हीं बुंदों को देखकर
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
ओस की बूंदों को
Deleteपत्ते से टपकते कभी
हथेली पर रोक के तो देखो
इसमें वो सुकून है
जो कोयल की कू कू में
तपतपाती धूप के बाद
सावन की फुहारों में
सावन की फुहारों के बीच
नाचते मोरों को देख
🙏 Rupa Oos ki Boond🙏
ओस की बूंदों जैसे चमचमाते दांत
Deleteओस की बूंदों सी टमटमाती आंखें
रंग-बिरंगे से ब्लॉग लिखते-लिखते
2 वर्ष कैसे बीत गए पंख फैला के
2 वर्षों में क्या कुछ इसमें लिखा है
नित नया हमने क्या-कुछ सीखा है
हर बार कुछ न कुछ इसमें नयापन
आश्चर्य की सीमाओं से परे दिखा है
देखे अंदाज रूपा ओस की बूंद के
कैसे रह जाए यूँ हम आंखें मूंद के
जिसके बारे में न तो सुना न सोचा
वो अजब-अजूबे डालें इसमें ढूंढके
मन की अभिलाषा कब तृप्त होती
नया पढ़ने की इच्छा जागृत होती
रूपा ओस की बूंद के ही ब्लॉग पर
वो सारी जानकारियाँ प्रयुक्त होती
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
सर्वप्रथम तो इस अद्भुत ब्लॉग लेखन के लिए आपका साधुवाद। सचमुच,आपके ब्लॉग को पढ़ने की उत्कंठा समय के साथ बलवती होती जा रही है। ज्ञान,स्वास्थ्य और मनोरंजन का अनोखा मिश्रण है यह ब्लॉग। सच पूछिए तो यह ब्लॉग हमारी जिंदगी का एक अत्यंत अहम और अविभाज्य हिस्सा बन गया है। सुबह की चाय,अखबार के साथ शुरू हुआ ज़िंदगी का सफर इसके बिना पूर्ण नही होता। दो सालों से अनवरत लेखन आपकी निष्ठा और लगन को दर्शाता है।
ReplyDeleteआपकी लेखनी को सलाम।।रोबर्ट फ्रॉस्ट की प्रसिद्ध कविता "miles to go before I sleep" को हिंदी में डॉ हरवंश राय बच्चन जी ने कहा है।इसी कविता की चार पंक्तियो से मैं अपनी बात समाप्त करता हूँ:
"गहन,सघन मनमोहक वन तरु
मुझको आज बुलाते है,
किंतु किये जो वादे मैंने,
याद बहुत वो आते है,
अभी कहाँ आराम बदा
यह मूक निमंत्रण छलना है,
अरे अभी तो मीलों मुझको
मीलों मुझको चलना है।"
आपका बहुत बहुत धन्यवाद सर। ब्लॉग को इस मुकाम तक पहुंचाने में आपका बहुत ही सहयोग है। बिना आपलोगों के सहयोग के शायद यह संभव नहीं होता। जब भी मेरे पांव लड़खड़ाए, सदा आपका सहयोग रहा।
Deleteओस की बूंदों जैसे चमचमाते दांत
Deleteओस की बूंदों सी टमटमाती आंखें
रंग-बिरंगे से ब्लॉग लिखते-लिखते
2 वर्ष कैसे बीत गए पंख फैला के
2 वर्षों में क्या कुछ इसमें लिखा है
नित नया हमने क्या-कुछ सीखा है
हर बार कुछ न कुछ इसमें नयापन
आश्चर्य की सीमाओं से परे दिखा है
देखे अंदाज रूपा ओस की बूंद के
कैसे रह जाए यूँ हम आंखें मूंद के
जिसके बारे में न तो सुना न सोचा
वो अजब-अजूबे डालें इसमें ढूंढके
मन की अभिलाषा कब तृप्त होती
नया पढ़ने की इच्छा जागृत होती
रूपा ओस की बूंद के ही ब्लॉग पर
वो सारी जानकारियाँ प्रयुक्त होती
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
रूपा ओस कि बूंद पर लिखता हूँ कविता
ReplyDeleteइनका हर लेख है ज्ञान की बहती सरिता
अद्भुत-अनजानी बातों का इसमें खजाना
अनमोल है ये जैसे है रामायण और गीता
पढ़ता हूँ मैं इसको हमेशा बड़े ही चाव से
रिश्ता पथिक का तो जैसे होता है छांव से
सुकून कुछ ऐसा मिलता मेरे तन-मन को
जैसे शहर का घबराया गुजरा हो गाँव से
इनका तो हर लेख रुचिकर लगने लगा है
मुझमें भी कुछ लिखने का हौसला जगा है
जानकारियाँ इतनी सारी समाई है इसमें
लगता है ऐसे-जैसे ये कोई अपना-सगा है
दिल खोलकर मैं रोज हर लेख पढ़ता रहूँ
अपने जीवन के सफर में आगे बढ़ता रहूँ
कुछ ना कुछ इन सब बातों से सीखकर
मैं भी नित-नई-निरंतर रचनाएँ गढ़ता रहूँ
रूपा ओस कि बूंद के तो क्या कहने है
इनके खजाने में तो बेशकीमती गहने हैं
आश्चर्य से दांतों तले उंगली दब जाती है
अनदेखे-अजीब रहस्यमयी रत्न पहने है
💦🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏💦
आपकी हौसला अफजाई का
Deleteअंदाज बड़ा ही निराला है
मेरे हर लेख को आपने
काव्य से सजाया है
आपकी यह कला भी लाजवाब है
मोतियों की माला में
कुछ मोती आपने भी पिरोया है..
ओस की बूंदों जैसे चमचमाते दांत
Deleteओस की बूंदों सी टमटमाती आंखें
रंग-बिरंगे से ब्लॉग लिखते-लिखते
2 वर्ष कैसे बीत गए पंख फैला के
2 वर्षों में क्या कुछ इसमें लिखा है
नित नया हमने क्या-कुछ सीखा है
हर बार कुछ न कुछ इसमें नयापन
आश्चर्य की सीमाओं से परे दिखा है
देखे अंदाज रूपा ओस की बूंद के
कैसे रह जाए यूँ हम आंखें मूंद के
जिसके बारे में न तो सुना न सोचा
वो अजब-अजूबे डालें इसमें ढूंढके
मन की अभिलाषा कब तृप्त होती
नया पढ़ने की इच्छा जागृत होती
रूपा ओस की बूंद के ही ब्लॉग पर
वो सारी जानकारियाँ प्रयुक्त होती
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
Congratulations for 2 years .....and keep doing 👏👏
ReplyDeleteYou are amezing
ReplyDeleteThank u so much
Deleteबहूत ही उम्दा लेखन एवम ज्ञानवर्धक ब्लॉग के रूप में आप की प्रतिभा सामने आई है हम सभी के। इसको इसी प्रकार से जारी रखिए।
ReplyDeleteआज का पृष्ठ तो बहुत ही गहरी सोंच को उत्कृष्ट करता है।
धन्यवाद।
बहुत बहुत धन्यवाद सर। आप लोगों का साथ और दुआएं रहीं तो यह ब्लॉग इसी तरह चलता रहेगा 😊
DeleteCongartulation madam ji
ReplyDeleteCongartulation madam ji
ReplyDeleteCongratulations madam ji
ReplyDeleteबेहतरीन
ReplyDeleteबहुत खूबसूरत लिखा है 🌹😊
ReplyDeleteकहने को छोटी पर मननमोहक सी
ReplyDelete"ओस की बूंद"
जैसे तपते रेगिस्तान में प्यासे को
मिल जाये पानी एक बूंद"
जीवन भी तो एक पहेली है
कभी खुशिया ढेर तो कभी गम
उम्र भर
यह हर मुस्कुराते चेहरे की अपनी
कहानी
आंखों के किनार पर ठहरी हुई बूंद
यही है #ओस की बूंद जैसी जिंदगी
यारो
बहुत खूब 👌👌
Deleteओस की बूंदों जैसे चमचमाते दांत
Deleteओस की बूंदों सी टमटमाती आंखें
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जिसके बारे में न तो सुना न सोचा
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नया पढ़ने की इच्छा जागृत होती
रूपा ओस की बूंद के ही ब्लॉग पर
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🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
बहुत बहुत बधाइयां आपको ओर महादेव से प्राथना आप निरन्तर यू ही लिखती रहे आपकी कलम दिन प्रतिदिन नए आयाम को छुए
ReplyDeleteयूं न निकला करो आप अचानक रात को,
ReplyDeleteचांद बेचारा छुप जाएगा बादलों में देखकर आपको,
कौन कहता है कि आप चांद जैसे हो,
सच तो ये है कि चांद खुद आपके जैसा है।
ये कुछ ज्यादा हो गया 😊😊
Deleteआप को क्या लगता है
Deleteयही की तारीफ कुछ ज्यादा हो गई ..
Deleteहमारी सोच तो आईने जैसी है जैसा होता है वैसा ही बताता है
Deleteमतलब आईने कभी झूठ नहीं बोला करते हैं
Deleteये भी है। सबका अपना अपना नजरिया है, किसी को चांद प्यारा लगता तो किसी को चांद में दाग नजर आता।
Deleteसबसे सबसे पहले तो ब्लाग को 2 साल पूरा होने के लिए बहुत-बहुत बधाई रुपा !! हमने इन सालों में बहुत ज्ञानवर्धक चीजें, अमेजिंग फैक्ट्स, आयुर्वेद की अमूल्य जानकारियां,सांस्कृतिक धरोहर (मंदिर) के बारे में और अकबर बीरबल की चटकीली कहानियां, पंचतंत्र की ज्ञानवर्धक कहानियां तथा तेनालीराम और जातक कथाओं के बारे में भी इस ब्लॉग के माध्यम से ही पढा, इस ब्लॉग से जुड़ने की वजह से ही अन्य कई प्रकार की जानकारी हासिल हो पाई,और आगे भी ऐसे ही जुड़े रहने और ब्लाग का अनवरत चलते रहने का ईश्वर से कामना करती हूं..💐💐💐
ReplyDeleteThank you so much 😊
Deleteसबसे सबसे पहले तो ब्लाग को 2 साल पूरा होने के लिए बहुत-बहुत बधाई रुपा !! हमने इन सालों में बहुत ज्ञानवर्धक चीजें, अमेजिंग फैक्ट्स, आयुर्वेद की अमूल्य जानकारियां,सांस्कृतिक धरोहर (मंदिर) के बारे में और अकबर बीरबल की चटकीली कहानियां, पंचतंत्र की ज्ञानवर्धक कहानियां तथा तेनालीराम और जातक कथाओं के बारे में भी इस ब्लॉग के माध्यम से ही पढा, इस ब्लॉग से जुड़ने की वजह से ही अन्य कई प्रकार की जानकारी हासिल हो पाई,और आगे भी ऐसे ही जुड़े रहने और ब्लाग का अनवरत चलते रहने का ईश्वर से कामना करती हूं..💐💐💐
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद 😊
DeleteCongratulations dii
ReplyDeleteएक ओस की बूंद उम्मीद को जगाती है।
ReplyDeleteहार निश्चित हो सफलता से मिलाती है।।
कभी निराश कभी हतोत्साहित तुम हो
ओस की बूंदें जीने की राह दिखाती हैं।।
ओस की बूंदों जैसे चमचमाते दांत
Deleteओस की बूंदों सी टमटमाती आंखें
रंग-बिरंगे से ब्लॉग लिखते-लिखते
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नित नया हमने क्या-कुछ सीखा है
हर बार कुछ न कुछ इसमें नयापन
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देखे अंदाज रूपा ओस की बूंद के
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जिसके बारे में न तो सुना न सोचा
वो अजब-अजूबे डालें इसमें ढूंढके
मन की अभिलाषा कब तृप्त होती
नया पढ़ने की इच्छा जागृत होती
रूपा ओस की बूंद के ही ब्लॉग पर
वो सारी जानकारियाँ प्रयुक्त होती
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
👌👌
Deleteपहले कमेंट नाम से होता था। ये कौन सी सेटिंग कर दी हैं, अब कमेंट्स anonymous से होता।
ReplyDeleteजहां anonymous लिखा है वहां क्लिक करने पर Google account आता। एक बार Google account से sign in करने के बाद नाम डाल दो, फिर नाम से आने लगेगा।
Deleteओस की बूंदों जैसे चमचमाते दांत
ReplyDeleteओस की बूंदों सी टमटमाती आंखें
रंग-बिरंगे से ब्लॉग लिखते-लिखते
2 वर्ष कैसे बीत गए पंख फैला के
2 वर्षों में क्या कुछ इसमें लिखा है
नित नया हमने क्या-कुछ सीखा है
हर बार कुछ न कुछ इसमें नयापन
आश्चर्य की सीमाओं से परे दिखा है
देखे अंदाज रूपा ओस की बूंद के
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जिसके बारे में न तो सुना न सोचा
वो अजब-अजूबे डालें इसमें ढूंढके
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नया पढ़ने की इच्छा जागृत होती
रूपा ओस की बूंद के ही ब्लॉग पर
वो सारी जानकारियाँ प्रयुक्त होती
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
2 saal safaltapurvak pura karne ke liye bahoot bahoot badhai Rupa Ji...You are really a gem..main regular aapke blog to nahi padh paati...par aapke lekhan pratibha se kaafi prabhawit hun...aur aapke lekh jab bhi padhti hun uski sarahana kiye bina nahi rah paati ...hamaari yahi Kamna hai ki aap lekhan ke chetra me kaafi uchaiyon tak jaaye
ReplyDeleteBahut bahut dhanyawad Savita ji. Isiprakar se sabka saath, sahyog aur duayen milti rahi to blog ko uchaiyon par jarur le jayenge..
DeleteCongratulations Dear 😘😘🍫🍫🌹💐
ReplyDeleteHappy Sunday 🌹🌹 & Lovely smile 👌👌❤️
ReplyDeleteThank you mam🌹😊
DeleteKya baat hai Rupa
ReplyDeleteHappy Sunday
ReplyDeleteNice work keep it continue 👍👍
ReplyDeleteकमेंट से लग रहा मेरे बारे बहुत कुछ जानकारी है आपको, पर इस बात का अफसोस है कि मैं ये नहीं जान सकती कि आप कौन हैं। अगर हो सके तो अपने नाम से कमेंट कीजिए...
ReplyDeleteThank you so much for visiting my post and for giving your feedback and for your blessings..
ओस को बूंद की निरंतर सफलता के लिए आपको कोटिशः बधाईयां।
ReplyDeleteThank you sir😊
DeleteMany many congratulations didu 😘😘❤️❤️💕💕, aap sky ka aisa star ho joh khud Tut ke bhi dusron koh muskurana sikhata hai,
ReplyDeleteaap hmesha aise hi likhte rhna, avi aur aage jana hai apne, ek nayi pechan bnani hai apne. Love you so much sweetheart, hmesha apke sath hu,
Aur b tareef krni ti apki lkein word ni smjh aa rha, lots of love 💕💕
रूपा ओस की बूंद का
Deleteहर एक अंदाज निराला
पढ़ने को बहुत कुछ है
ये रूपा की पाठशाला
उपयोगी हैं सब ये बातें
हैं सारे ही लेख निराले
पढ़ने के लिए सबको
जरा-सा समय निकाले
फायदेमंद है इसमें तो
जानकारीयॉं कई सारी
अनजाने से रहस्यों से
सजा रखी है ये क्यारी
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
📝दैनंदिनी यानि ब्लॉग लेखन📝
Delete🥰अपने आप में होता कमाल🥰
🙋♂️रूपा ओस की बूंद ब्लॉग है🙋♂️
👌अपने आप में ही बेमिसाल👌
🙌दुर्लभ बातें लिखते-लिखते🙌
✌कैसे बीत गए हैं पूरे 2 साल✌
👇2 साल में रूपा के ब्लॉग ने👇
👏मचा दी है लेखन में धमाल👏
🙏दुआ है लोकप्रियता मिलती🙏
👣रहे ब्लॉग को साल दर साल👣
📝🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏📝
रूपा ओस की बूंद का
ReplyDeleteहर एक अंदाज निराला
पढ़ने को बहुत कुछ है
ये रूपा की पाठशाला
उपयोगी हैं सब ये बातें
हैं सारे ही लेख निराले
पढ़ने के लिए सबको
जरा-सा समय निकाले
फायदेमंद है इसमें तो
जानकारीयॉं कई सारी
अनजाने से रहस्यों से
सजा रखी है ये क्यारी
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
Happy Sunday God bless you
ReplyDeleteI read all ur posts.. that were outstanding... bt out of all l like oos ki ek boond most... I found a connect to this... all the best for further posts
ReplyDelete📝दैनंदिनी यानि ब्लॉग लेखन📝
Delete🥰अपने आप में होता कमाल🥰
🙋♂️रूपा ओस की बूंद ब्लॉग है🙋♂️
👌अपने आप में ही बेमिसाल👌
🙌दुर्लभ बातें लिखते-लिखते🙌
✌कैसे बीत गए हैं पूरे 2 साल✌
👇2 साल में रूपा के ब्लॉग ने👇
👏मचा दी है लेखन में धमाल👏
🙏दुआ है लोकप्रियता मिलती🙏
👣रहे ब्लॉग को साल दर साल👣
📝🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏📝
Thanks for visiting 😊🌹
DeleteMiles to go more to come...stay connected,,👍👍👍 congratulations
ReplyDeleteThank u
DeleteVery Happy Sunday 🌹🌹🌹❤️
ReplyDeleteWonderful smile dear 😘😘❤️
ReplyDeleteThank you mam❤️
DeleteCongratulations 🍫🍫🍫🍫🍫💐🌹
ReplyDeleteCongratulations...keep it up💐💐
ReplyDeleteBeautiful blog...💐💐🌹
ReplyDeleteCongratulations....keep it up.💐💐
ReplyDeleteThank you so much 🌹🌹
Deleteओस की बूंदों से लिखी थी खुदा ने तकदीर हमारी
ReplyDeleteजरा सी धूप में जिंदगी अश्क बन गई
📝दैनंदिनी यानि ब्लॉग लेखन📝
ReplyDelete🥰अपने आप में होता कमाल🥰
🙋♂️रूपा ओस की बूंद ब्लॉग है🙋♂️
👌अपने आप में ही बेमिसाल👌
🙌दुर्लभ बातें लिखते-लिखते🙌
✌कैसे बीत गए हैं पूरे 2 साल✌
👇2 साल में रूपा के ब्लॉग ने👇
👏मचा दी है लेखन में धमाल👏
🙏दुआ है लोकप्रियता मिलती🙏
👣रहे ब्लॉग को साल दर साल👣
📝🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏📝
Bahut badhiya
ReplyDeleteकमेंट बॉक्स को सही कीजिए, जब इसमें URL डालो तो invalid url लिख कर आता है। और कमेंट anonymous से publish होता। इतना लंबा ताम झाम करना पड़ेगा तो कोई कॉमेंट नहीं करेगा।
ReplyDeleteएक बार ही करना होता है, अगली बार से सिर्फ कमेंट लिखो और पब्लिश करो।
DeleteVinamr abhivaadan.
ReplyDeleteThank you 😊❤️
Deletelajwaab
ReplyDeletevery nice
ReplyDeleteबहुत खूब
ReplyDeleteBahut sunder
ReplyDeleteअति सुन्दर
ReplyDeleteदो साल पूरे होने और इस शानदार लेख पर बहुत बहुत बधाई, भाग दौड़ भरी इस जिंदगी में समय निकालकर निरंतर ब्लॉग पर मेहनत करते रहना आसान नहीं है। बहुत बहुत बधाई और शुभकामना
ReplyDeleteThank you bhaiya
Deleteआपने अपने लेखन के माध्यम से अपने दो साल पूरे किए है ।
ReplyDeleteमैं देर हो गया आपके इन लेखन पर अपने विचार रखने के लिए ।
मैं माफी के साथ आज अपने विचार रखूंगा कि 'सौ बात की एक बात' कहता हूं की हां जब से मैंने आपके लेखन को देखा है, समझा है और जाना है तब से यही महसूस किया कि आप से उम्दा लेखन मैंने अपने ब्लॉग के माध्यम से कभी किसी और का नहीं देखा ।
मैं यह आशा करता हूं कि भविष्य में आपके लेखन के माध्यम से और भी उत्साहित हो जाऊंगा ।
आपको बहुत-बहुत बधाई हो ।
ईश्वर आपको लंबी उम्र दे ।
ईश्वर आपका भला करें ।
💯🙋♂️👌🏼👏🏼👍🌹🙏
आपका बहुत बहुत धन्यवाद रवि जी। आप देर से आते पर जब भी आते, सारे पोस्ट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हैं, मेरे लिए ये बड़ी बात है।
Deleteआप सदैव खुश रहें प्रसन्न रहें और मेरे पोस्ट पर आते रहें 😊😊💐💐💐🍁🍁
Nice
ReplyDeleteअति सुन्दर
ReplyDeleteGreat 👍 congratulations 🎊
ReplyDeleteबेहतरीन, लाजवाब लेखनी रूपा जी 🙏
ReplyDeleteबेहतरीन, लाजवाब लेखनी रूपा जी 🙏
ReplyDeleteIT is Good article post thanks for sharing.
ReplyDeleteCharter fishing
Water sports rental dubai
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