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अशोक का पेड़ || Ashok Tree ||

अशोक (Ashok)

अशोक के पेड़ से तो सभी लोग परिचित हैं। यह पेड़ सड़क के किनारे आसानी से देखा जा सकता है। शास्त्रों में पीपल और बरगद के बाद अशोक के पेड़ को काफी महत्वपूर्ण माना गया है। घरों में अशोक के पेड़ का होना बहुत शुभ माना गया है। अशोक शब्द से तात्पर्य 'किसी प्रकार का शोक ना होना' कहा जाता है। जिस घर में यह पेड़ लगा होता है, वहां किसी भी प्रकार का शोक नहीं होता है। यह पेड़ लगाने से घर में सुख शांति और समृद्धि बनी रहती है।

अशोक का पेड़ || Ashok Tree ||

अशोक वृक्ष क्या होता है?

सनातनी वैदिक लोग इस पेड़ को पवित्र एवं आदरणीय मानते हैं, किंतु बौद्ध भी इसे विशेष आदर की दृष्टि से देखते हैं, क्योंकि कहा जाता है कि भगवान बुद्ध का जन्म अशोक वृक्ष के नीचे हुआ था। यह पेड़ आम के पेड़ के समान 25 से 30 फुट तक ऊंचा, बहुशाकीय, घना व छायादार होता है। इसका तना कुछ लालिमा लिए हुए भूरे रंग का होता है। यह वृक्ष सारे भारतवर्ष में पाया जाता है। इसके पल्लव 9 इंच लंबे, गोल,व नोकदार होते हैं। यह साधारण डंठल के व दोनों ओर से 5 से 6 जोड़ों में लगे होते हैं। इसकी पत्तियां 8 से 10 इंच लम्बी तथा 1 से 2 इंच चौड़ी होती हैं। 

अशोक का पेड़ || Ashok Tree ||

जानते हैं अशोक वृक्ष के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुणों के बारे में

अशोक की मुख्यतः 2 प्रजातियां होती हैं, जिनका प्रयोग चिकित्सा के लिए किया जाता है। यह प्रकृति लघु, रुखा, चरपरा, कड़वा और शीतल होता है। यह दर्द निवारक, रंग गोरा करने वाला, हड्डी जोड़ने वाला, सुगंधित, तीन दोषों को हरने वाला, प्यास, जलन, कृमि, सूजन आदि में फायदेमंद होता है।

रक्त अतिसार की समस्या

बहुत ज्यादा मसालेदार भोजन, पैकेट वाले भोजन, बाहरी खाना, फास्ट फूड या जंक फूड खाने के कारण दस्त लग जाता है। ऐसे में अशोक के 3 से 4 ग्राम फूलों को जल में पीसकर पिलाने से रक्त अतिसार में फायदा होता है।

सांस संबंधी समस्या

अगर किसी कारणवश सांस लेने में समस्या हो रही है, तो तुरंत आराम पाने के लिए 65 मिलीग्राम अशोक के बीज के चूर्ण को पान के बीड़े में रखकर खिलाने से सांस संबंधी रोग में लाभ होता है।

अशोक का पेड़ || Ashok Tree ||

बवासीर की समस्या

  • अशोक पेड़ की छाल का काढ़ा बनाकर 15 से 25 मिलीलीटर मात्रा में पीने से बवासीर की समस्या में लाभ होता है। 
  • अशोक पेड़ की छाल और इसके फूलों को बराबर मात्रा में लेकर, 10 ग्राम मात्रा को रात्रि में एक गिलास पानी में भिगोकर रख दें। सुबह पानी छानकर पी लें। इसी प्रकार सुबह का भिगोया हुआ शाम को पी लें। इससे बवासीर में शीघ्र लाभ होता है।

पथरी का दर्द

असंतुलित भोज्य पदार्थों के कारण आजकल पथरी की समस्या भी बढ़ गई है। अशोक के 1 से 2 ग्राम बीज को पानी में पीसकर दो चम्मच की मात्रा में पीने से किडनी में पत्थर के कारण होने वाले दर्द में आराम मिलता है।

मधुमेह की समस्या

अशोक छाल में anti-diabetic गुण पाया जाता है, जो कि शर्करा की मात्रा को रक्त में बढ़ने से रोकता है।

टूटी हुई हड्डी को जोड़ने में

अशोक टूटी हड्डियों को जोड़ने और हड्डियों को मजबूत करने में फायदेमंद होता है। 6 ग्राम अशोक के छाल के चूर्ण को दूध के साथ सुबह-शाम सेवन करने से तथा इसी का लेप लगाने से टूटी हुई हड्डी जुड़ जाती है और दर्द कम होता है।

त्वचा संबंधी समस्या

अशोक छाल के रस में सरसों को पीसकर छाया में सुखा लें। उसके बाद जब उसका उबटन लगाना हो तो सरसों को इसकी छाल के रस में पीसकर त्वचा पर लगाएं, त्वचा का रंग निखरता है।

त्वचा पर मुंहासे होने पर

अशोक की छाल से बने काढ़े को उबालकर गाढ़ा कर, ठंडा कर लें। इसमें बराबर की मात्रा में सरसों का तेल मिलाकर मुंहासों, फोड़े और फुंसियों पर लगाने से लाभ होता है।

याददाश्त बढ़ाने के लिए

बढ़ती उम्र के साथ यदि यादाश्त कमजोर हो रही है, तो अशोक की छाल तथा ब्राह्मी चूर्ण को बराबर मात्रा में मिलाकर एक-एक चम्मच सुबह शाम एक कप दूध से नियमित रूप से कुछ माह तक सेवन करने से लाभ होता है।

अशोक का पेड़ || Ashok Tree ||

विभिन्न भाषाओँ में अशोक का नाम

Sanskrit-    हेमपुष्प, वञ्जुल, अशोक, कङकेलि, ताम्रपल्लव, पिण्डपुष्प, गन्धपुष्प;
Hindi-        अशोक, सीता अशोक;
Odia-        ओशोको (Oshoko);
Kannada– अशोक (Ashoka), अशुगे (Ashuge);
Gujrati-    अशोक (Ashok), अशोपल्लव (Ashopalava);
Tamil-    अशोगम (Asogam), असोगु (Asogu);
Telegu-    असोकामु (Asokamu);
Bengali-    असोक (Asok);
Nepali-    अशऊ (Ashau), अशोक (Ashok);
Panjabi-    असोक (Asok);
Marathi-    अशोक (Ashoka), जसुन्दी (Jasundi);
Malayalam–अशोकामु (Asokamu)।
English-    सौरो-लैस ट्री (Sorrow-less tree);
Arbi-        अशोक (Ashok);
Persian-बर्ग अशोक (Bargh-e-ashok)

अशोक के पेड़ के नुकसान

एक निश्चित मात्रा में अशोक के पत्तों या छाल का सेवन करने से कोई परेशानी नहीं होती है, परंतु यदि अधिक मात्रा में इसका उपयोग किया जाए तो पेट में दर्द, सीने में जलन, उल्टी आदि की समस्या हो सकती है।

English Translate

Ashoka

Everyone is familiar with the Ashoka tree. This tree can be easily seen on the side of the road. In the scriptures, after Peepal and Banyan, Ashoka tree is considered to be very important. Having Ashok tree in the house is considered very auspicious. The meaning of the word Ashoka is said to be 'no sorrow of any kind'. There is no sorrow in the house where this tree is planted. Planting this tree brings happiness, peace and prosperity in the house.

What is Ashoka tree?

Sanatani Vedic people consider this tree to be sacred and revered, but Buddhists also see it with special respect, because it is said that Lord Buddha was born under the Ashoka tree. This tree is 25 to 30 feet high, multi-vegetarian, dense and shady like a mango tree. Its stem is brown in color with some redness. This tree is found all over India. Its Pallavas are 9 inches long, round, and notched. These are attached in 5 to 6 pairs on both sides of the simple stalk. Its leaves are 8 to 10 inches long and 1 to 2 inches wide.

अशोक का पेड़ || Ashok Tree ||

Know about the advantages, disadvantages, uses and medicinal properties of Ashoka tree.

There are mainly 2 species of Ashoka, which are used for medicine. It is short, dry, flaky, bitter and cold in nature. It is beneficial in pain reliever, complexion, bone additive, aromatic, remover of three doshas, ​​thirst, burning, worm, swelling etc.

blood diarrhoea

Diarrhea occurs due to eating too much spicy food, packaged food, outside food, fast food or junk food. In such a situation, grinding 3 to 4 grams flowers of Ashoka in water and giving it is beneficial in blood diarrhoea.

respiratory problems

If there is a problem in breathing due to any reason, then to get instant relief, feeding 65 mg of Ashoka seed powder in a betel wad is beneficial in respiratory diseases.

piles problem

  • Make a decoction of the bark of Ashoka tree and drink it in 15 to 25 ml quantity, it is beneficial in the problem of piles.
  • Take equal quantity of bark of Ashoka tree and its flowers, soak 10 grams of it in a glass of water at night. Strain the water in the morning and drink it. Similarly, drink the soaked morning drink in the evening. This gives quick relief in piles.

stone pain

Due to unbalanced diet, the problem of stones has also increased nowadays. Grind 1 to 2 grams seeds of Ashoka in water and drink it in the amount of two spoons, it provides relief in the pain caused by kidney stones.

diabetes problem

Ashoka bark has anti-diabetic properties, which prevents the increase in the amount of sugar in the blood.

अशोक का पेड़ || Ashok Tree ||

repairing a broken bone

Ashoka is beneficial in repairing broken bones and strengthening bones. Taking 6 grams powder of Ashoka's bark with milk in the morning and evening and applying its paste helps in joining of broken bones and reduces pain.

skin problem

Grind mustard in the juice of Ashoka bark and dry it in the shade. After that, when it is to be rubbed, grind mustard in the juice of its bark and apply it on the skin, the color of the skin improves.

acne on the skin

Boil the decoction made from the bark of Ashoka, thicken it and cool it. Mixing equal quantity of mustard oil in it and applying it on acne, boils and pimples is beneficial.

to increase memory

If the memory is deteriorating with increasing age, then mixing equal quantity of Ashoka bark and Brahmi powder, taking one spoon each in the morning and evening with a cup of milk regularly for a few months is beneficial.

16 comments:

  1. अशोक वृक्ष के बारे में बहुत उपयोगी जानकारी

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  2. इतना गुणकारी पेड़ है ये

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  3. लाजवाब महत्वपूर्ण जानकारी 👌👌👍👍

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  4. अच्छी जानकारी है यह 😊 🌿 रूपा जी

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  5. अशोक के पेड़ के इतने फायदे हमको तो मालूम ही नहीं थे बहुत लाभकारी वृक्ष है यह

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  6. Importment knowledge

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  7. बहुत ही रोचक जानकारी आपने बताई है आपका बहुत बहुत धन्यवाद जी।। शुभ अपराह्न

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    1. धन्यवाद ☘️☘️
      शुभ अपराह्न🌞🌞

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  8. इतनी अच्छी जानकारी देने के लिए धन्यवाद

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  9. अच्छी जानकारी

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