सूरजमुखी (Sunflower)
नाम से ही ज्ञात है, जिसका मुख सूरज की तरफ हो। सूरजमुखी (Sunflower) दिनभर सूर्य के ओर घूमता रहता है, जिस दिशा में भी शुरू होता है सूरजमुखी (Sunflower) का पुष्प उसी दिशा में अपना मुंह कर लेता है, इसीलिए इसका नाम सूरजमुखी (Sunflower) है। इसके फूल सूर्योदय पर खिलते हैं तथा सूर्यास्त के समय बंद हो जाते हैं। श्वेत बैगनी और पीले पुष्पों के भेद से सूर्यमुखी की 3 जातियां मिलती हैं।
सूरजमुखी क्या है?
सूरजमुखी एक प्रमुख तिलहन है। सूरजमुखी का तेल सूरजमुखी के बीज से बनता है, जिसके गुण अनगिनत हैं। सुरजमुखी का फूल देखने में तो आकर्षक होता है लेकिन इसमें कोई सुगंध नहीं होता है। इसके फूल कड़वे और ठंडे तासीर के होते हैं। सूरजमुखी का जड़, पत्ता, फूल और बीज में पौष्टिक गुण भरपूर मात्रा में होते हैं।
जानते हैं सूरजमुखी के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुणों के बारे में
सूरजमुखी के बीज में विटामिन बी1, बी3, बी6, मैग्निशियम, फॉस्फोरस, प्रोटीन जैसे बहुत सारे पोषक तत्व हैं। इसलिए सूरजमुखी का प्रयोग आयुर्वेद में कई तरह के दवाईयों के लिए किया जाता है। यह पाचन में सहायक होता है तथा वातदोष को कम करने वाला है। सूरजमुखी की जड़ मूत्र संबंधी बीमारी में फायदेमंद होने के साथ-साथ दर्दनिवारक के रुप में भी उपयोग में आता है।
माइग्रेन की समस्या
सूरजमुखी के पत्तों के रस में उसके बीजों को घोटकर माथे पर दो-तीन दिन तक लेप करने से आधासीसी अर्थात माइग्रेन की का दर्द ठीक होता है।
कान के रोग
सूरजमुखी के पत्तों तथा पुष्प के रस में सिद्ध किया हुआ तेल कान में डालने से कान का दर्द ठीक होता है इसके पत्तों का रस अकेला भी प्रयोग किया जा सकता है।
कान दर्द में
अगर सर्दी-खांसी या किसी बीमारी के साइड इफेक्ट की वजह से कान में दर्द हो रहा है, तो सूरजमुखी पत्र के स्वरस से सिद्ध तेल को 1-2 बूंद कान में डालने से कान का दर्द एवं पूतिकर्ण में लाभ होता है। (इसका पत्र स्वरस अकेला भी प्रयोग किया जा सकता है।)
कोलेस्ट्रोल की समस्या
सूरजमुखी के बीजों को अंकुरित कर सेवन करने से कोलेस्ट्रोल की मात्रा नियमित रहती है।
बुखार होने पर
सूरजमुखी के 10 ग्राम जड़ का क्वाथ बनाकर 20 मिलीलीटर सुबह-शाम पिलाने से हल्का बुखार छूट जाता है।
दांत के दर्द में
सूरजमुखी के जड़ को पीसकर दांतों पर मलने से दांत का दर्द में आराम मिलता है।
पेट दर्द में
अगर खाने-पीने में गड़बड़ी होने के कारण पेट में दर्द हो रहा है, तो सूरजमुखी के फूलों के रस की दस बूंदे दूध में डालकर पिलाने से पेट दर्द तथा अपच में लाभ होता है।
पेट साफ करने में
सूरजमुखी के बीजों के तेल की एक बूंद नाभि में गिराने से रेचन क्रिया होकर पेट साफ हो जाता है।
पेट की कृमि निकालने में
बच्चों को विशेष रुप से पेट के कृमि की समस्या सबसे ज्यादा होती है। ऐसे में 1 से 3 ग्राम की मात्रा में सूरजमुखी के बीज खिलाने से पेट की कृमि निकल जाती है।
अर्श या पाइल्स होने पर
अगर कोई व्यक्ति ज्यादा मसालेदार, तीखा खाने के आदि है, तो पाइल्स के बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती है। पाइल्स होने पर 3 ग्राम सूरजमुखी बीज चूर्ण लेकर, उसमें 3 ग्राम शक्कर मिलाकर प्रतिदिन सुबह शाम खाने से अर्श में लाभ होता है। इसके पूरे लाभ के लिए आहार में घी, खिचड़ी और छाछ का ही प्रयोग करना चाहिए।
किडनी में पथरी (स्टोन) होने पर
प्रदूषित खाद्द, पैकेज़्ड फूड और असंतुलित आहार के सेवन की वजह से पथरी की समस्या हो जाती है। 2 ग्राम सूरजमुखी के जड़ को गाय के दूध में पीसकर पिलाने से अश्मरी या पथरी टूटकर निकल जाती है।
कमर दर्द होने पर
अगर लंबे समय तक बैठकर काम करने के कारण कमर में दर्द हो रहा है, तो सूरजमुखी के पत्तों को पीसकर कमर पर लगाने से कमर का दर्द कम होता है।
खुजली की समस्या
त्वचा पर तरह तरह के कॉज़्मेटिक उत्पाद का उपयोग करने से त्वचा रोग होने का खतरा भी दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। सूरजमुखी के तेल में कपूर मिलाकर खुजली वाली जगह पर लगाने से लाभ होता है।
बुखार होने पर
अगर मौसम के बदलने के वजह से या किसी संक्रमण के कारण बुखार हुआ है, तो सूरजमुखी मूल का काढ़ा बनाकर 20 मिली मात्रा में सुबह-शाम पिलाने से बुखार कम होता है।
इसकी जड़ को कान में बाँधने से ज्वर छूट जाता है।
सूरजमुखी के पत्ते और काली मिर्च को समभाग पीसकर काली मिर्च के बराबर गोलियां बना लें। इन गोलियों में से 1-1 गोली तीन दिन तक सुबह, दोपहर तथा शाम देने से शीतज्वर में लाभ होता है।
विभिन्न भाषाओं में सूरजमुखी के नाम
Hindi- सूरजमुखी, सुर्जमुखी;
Urdu- सुरजमुखी (Surajamukkhi);
Assamese- बेलीफूल (Beliphul);
Konkani- जीरासोल (Jirasol), सूरियाकमल (Suriakamal);
Kannada- आदित्यभक्ति (Adityabhakti), सूर्यकान्थी हूवु (Suryakanthi huvu);
Gujrati- सुमुखी (Sumukhi), सूरजमुखी (Surajmukhi);
Tamil- कुरियाकांति (Curiyakanti), सूर्या कान्ति (Suryakanti);
Telegu- आदित्यभक्ति चेट्टू (Adityabhakti chettu);
Bengali- शूरियामुक्ति (Shuriamukti), सूरजमूखी (Surajmukhi);
Marathi- सूर्यफूला (Suryaphula), ब्राहमोका (Brahmoka), सूरजमुखा (Surajmuka);
Malayalam- सूर्यकान्ति (Suryakanti)।
English- मिरासोल (Mirasol), कॉमन सनफ्लावर (Common sunflower);
Arbi- अर्जीवान (Arzivana);
Persian-आफताबी (Aftabi), गुलीआफताब (Guliaftab)।
बहुत ही उपयोगी जानकारी दी है आप ने मोहतरमा ।
ReplyDeleteसूरजमुखी का फूल देखने मे बहुत सुंदर लगता है। इसके गुण भी बेजोड़ हैं। खाने में भी sunflower oil का बहुतायत से उपयोग होता है।
ReplyDeleteIt's important information🙏🏻🙏🏻
ReplyDeleteVery nice
ReplyDeleteइतनी अच्छी जानकारी देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
ReplyDeleteUseful info
ReplyDeleteAchhi jankari, ab to surajmukhi ke tel ka upyog sadhartya gharon me hone lga hai jabse refine oil ke khilaf morcha tez hua hai
ReplyDeleteउपयोगी जानकारी 👌👌
ReplyDeleteBahut acha jankari
ReplyDeleteअच्छी और उपयोगी जानकारी
ReplyDeleteGood information.
ReplyDeleteसूरजमुखी फूल जैसा कि नाम से स्पष्ट है कि यह सदैव सूरज की ओर अपना मुख किए रहता है।यह अनेक औषधीय गुणों है।
ReplyDeleteGood one
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteUseful sunflower..👍👍
ReplyDeleteFantastic post for me. I didn't know sunflower could be purple. And it has priceless healing properties! There is a lot of it in my country. It also grows in my garden and even on the balcony, because I like it a lot. Sunflower - is a flower symbol of Ukraine.
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