चुनाव (Election 2022)
चुनाव क्या है?
चुनाव का महत्व हर किसी की जिंदगी में बड़ी अहमियत रखता हैं। चुनाव किसी भी प्रकार का हो सकता हैं। अपने पेशे को लेकर की आप किस पेशे में जाना चाहते हैं, कपड़े से लेकर पिक्चर कौन सी देखनी है, ये सब बातें चुनाव का ही हिस्सा हैं। यदि हमारे द्वारा किया गया चुनाव हमारे मन मुताबिक उपयोगी होता है, तो हमें बहुत ख़ुशी होती है, वहीं दूसरी ओर यदि हमारे द्वारा किया गया चुनाव हमारे लिए उपयोगी सिद्ध नहीं होता हैं, तो हमको निराशा होती है।
चुनाव क्यों आवश्यक है?
चुनाव या निर्वाचन, लोकतंत्र की एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, जिसके द्वारा जनता (लोग) अपने प्रतिनिधियों को चुनते हैं। चुनाव के द्वारा ही आधुनिक लोकतंत्रों के लोग विधायिका (और कभी-कभी न्यायपालिका एवं कार्यपालिका) के विभिन्न पदों पर आसीन होने के लिये व्यक्तियों को चुनते हैं। चुनाव के द्वारा ही क्षेत्रीय एवं स्थानीय निकायों के लिये भी व्यक्तियों का चुनाव होता है। वस्तुतः चुनाव का प्रयोग व्यापक स्तर पर होने लगा है और यह निजी संस्थानों, क्लबों, विश्वविद्यालयों, धार्मिक संस्थानों आदि में भी प्रयुक्त होता है।
मतदान (Voting) निर्णय लेने या अपना विचार प्रकट करने की एक विधि है, जिसके द्वारा कोई समूह (जैसे कोई निर्वाचन क्षेत्र या किसी जगह पर इकट्ठे लोग) विचार-विनिमय तथा बहस के बाद कोई निर्णय ले पाते हैं। मतदान की व्यवस्था के द्वारा किसी वर्ग या समाज का सदस्य राज्य की संसद या विधानसभा में अपना प्रतिनिधि चुनने या किसी अधिकारी के निर्वाचन में अपनी इच्छा या किसी प्रस्ताव पर अपना निर्णय प्रकट करता है। इस दृष्टि से यह व्यवस्था सभी चुनावों तथा सभी संसदीय या प्रत्यक्ष विधिनिर्माण में प्रयुक्त होती है। अधिनायकवादी सरकार में अधिनायक द्वारा पहले से लिए गए निर्णयों पर व्यक्ति को अपना मत प्रकट करने के लिये कहा जा सकता है, परंतु अपने निर्णयों को आरोपित करने के अधिनायक के विभिन्न ढंग इस प्रकार के मतदान को केवल औपचारिक प्रविधि तक समीती कर देते हैं।
चुनाव का अर्थ है "चुनना या निर्णय लेना", और इसलिए कभी-कभी अन्य प्रकार के मतपत्र जैसे जनमत संग्रह को चुनाव के रूप में संदर्भित किया जाता है, विशेष रूप से संयुक्त राज्य में।
पांच राज्यों में होने जा रहे चुनाव की क्या आवश्यक है?
साल 2022 में उत्तर प्रदेश, पंजाब, गोवा, मणिपुर और उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। हालांकि, देश में बढ़ रहे कोरोना मामलों को देखते हुए इन चुनाव को टालने की मांग की जा रही थी,परंतु चुनाव आयोग ने चुनाव के तारीखों का ऐलान कर दिया है। एक तरफ डॉक्टर्स सोसियल डिस्टेंसिंग का पालन करने की बात कर रहे हैं वही दूसरी ओर इस चुनावी माहौल में लाखों की तादात में लोग इक्क्ठे होंगे।
कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच विधानसभा चुनाव
विधानसभा चुनाव ऐसे समय में हो रहे हैं, जब देश में कोरोना की तीसरी लहर का खतरा बना हुआ है। मुंबई-दिल्ली जैसे शहर कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट से पहले ही बेहाल हो चुके हैं। अब बाकी शहरों पर भी इसका खतरा मंडरा रहा है। कोरोना और उसके नए वेरिएंट ओमिक्रॉन की वजह से देशभर में हालात लगातार खराब होते जा रहे हैं। इसको देखते हुए भारतीय निर्वाचन आयोग पांच राज्यों में चुनाव के दौरान कोविड प्रोटोकॉल और सख्त कर सकता है।
आयोग ने कहा है कि विधानसभा चुनाव के दौरान अधिकारी और कर्मचारी का वैक्सीनेटेड होना जरूरी होगा। इसके अलावा आयोग मतदाताओं पर चुनाव अधिकार के चलते वैक्सीनेटेड होने की अनिवार्यता नहीं लागू करेगा।
आप सभी की राय
अब प्रश्न ये उठता है कि इस इतनी बड़ी आपदा के समय में चुनाव करना किस हद तक ठीक हैं? इस पर आप सभी लोग अपनी राय अवश्य रखिये...
निश्चित ही यह आपदा काल है। दो ग़ज़ दूरी और मास्क है जरूरी के सिद्धांत का पालन भी नही हो पा रहा है। लेकिन यहां यह बात भी ध्यान देने योग्य है कि विशेषज्ञों के अनुसार ओमिक्रोन वायरस,डेल्टा की तुलना में 5 गुना ज्यादा संक्रामक है लेकिन घातक नही है। एक थ्योरी यह भी कहती है कि हमारे यहां यह बहुत लोग को होकर समाप्त भी हो जा रहा और उन्हें पता भी नही चल रहा। इसके अनुसार यदि लगभग 80 प्रतिशत लोगों में यह होकर निकल गया तो उसके बाद यह महामारी नॉर्मल फ़्लू बनकर रह जाएगी। इस आधार पर यदि कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए चुनाव जैसी महत्वपूर्ण संवैधानिक प्रक्रिया करवाई जा रही है तो इसे सौ प्रतिशत अनुचित तो नही करार दिया जा सकता!
ReplyDeleteकोरोना और चुनाव दोनों ही अलग अलग मुदा है चुनाव देश का हो या राज्य का निश्चित समय पर ही होना चाहिए हमारे देश की विश्व स्तर पर एक स्वतंत्र लोकतंत्र के कारण बनी है और लोकतंत्र की इस पहचान को बचाएं रखने के लिए चुनाव समय पर होना आवश्यक है बात करें कोरोना की तो सही जानकारी जिसके पास है कोरोना नियमों का पालन करके ये दोनों ही लङाईया जीत सकता है।
Deleteबिल्कुल सर, इस बार हल्के सर्दी जुकाम में भी डॉक्टर ओमिक्रोन वायरस ही बता रहे हैं। इस बार स्थिति दूसरी लहर की तरह भयावह नहीं है। दूसरी लहर में जबकि स्थिति बहुत बुरी थी, पंचायती चुनाव हुए। इस बार कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए चुनाव बिना किसी हानि के संपन्न किए जा सकते हैं।
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ReplyDeleteमित्र हम किसी को अपनी बात रखने का अधिकार है पक्ष विपक्ष हर जगह है इसलिए आलोक का होना भी जरूरी है।
ReplyDeleteविपक्षी का होना भी जरूरी है।
Deleteहम सामयिक विषय
ReplyDeleteवोटिंग के बाद मतदाता हार जाता है और उम्मीदवार ही जीतता है क्योंकि बाद में मतदाता को कोई पहचानता नहीं है।
ReplyDeleteNo comment
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ReplyDeleteCovid cases r increasing day by day.Election can be postponed till reduction in covid cases...
ReplyDeleteThere is no news from the Election Commission yet.
DeleteElection hona chaiye lekin Covid19 ka Protocol ka Dhyan zaroor rakhe
ReplyDeleteBilkul election hona chahiye with covid protocol
ReplyDeleteमानव जीवन की महत्वपूर्ण
ReplyDeleteएक प्रक्रिया होती है चुनाव
चुनाव करने से जीवन की
रुकती और चलती है नाव
हर चुनाव से ही तो देश का
प्रतिनिधित्वकर्ता तय होता
चुनाव से ही तो हर देश का
विकासवाद गतिमय होता
चुनाव का ही तो जीवन में
बड़ा महत्वपूर्ण योगदान है
चुनाव प्रक्रिया से देश का
मजबूत देश का संविधान है
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
नरेश जी आपने चुनाव की महत्ता को भी काव्य में पिरो दिया👍🏻👌
Deleteकोरोना के बढ़ते संक्रमण में चुनाव कराना अपेक्षित नहीं है।
ReplyDeleteNice information
ReplyDeleteचुनाव लोकतंत्र की आत्मा है।संवैधानिक रूप से इसे टाला नही जा सकता किंतु आपद काल मे परिस्थितियों पर निर्भर करता है कि क्या किया जाए।चुनाव आयोग ने व्यवस्था व विकल्प दोनों दिए है।कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए चुनाव सकुशल संपन्न होंगे।
ReplyDeleteAbsolutely election should be with covid protocol
ReplyDeleteआप सभी को अपना कीमती वक्त निकाल कर पोस्ट पर आने और प्रतिक्रिया देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। आप लोगों के साथ से ही यह सफर बिना रुके निरंतर चल रहा है। आपके साथ के लिए मैं दिल से आप सभी लोगों की आभारी हूं..😊
ReplyDeleteआप को भी मैं हृदय की गहराइयों से धन्यवाद करता हूँ कि आप ने इस महामारी के दौर मे भी चुनाव क्यों समय पर होना चाहिए इसके समर्थन मे अपना पक्ष रखा और हम सब को इसके बारे जानकारी प्राप्त हुई और बहुत से लोगों ने अपनी अपनी राय रखी सबकी राय निसंदेह देश हित मे है🙏🙏🙏
DeleteShi h
ReplyDeleteऐसा कभी कभी ही देखने को मिलता है कि सब पार्टियां किसी मुद्दे पर एकमत हों, इसलिए नियत समय पर ही चुनाव हो रहा है और ये ठीक भी है। जनता को अपना ध्यान रखना है और नियमों का पालन करते हुए लोकतंत्र के इस महोत्सव में शामिल होना है। रही बात कोरोना की तो जबतक ये दूसरी लहर की तरह घातक नहीं होगा तबतक लोग कुछ समझने वाले नहीं हैं।
ReplyDeleteNice.
ReplyDeleteChunaav hona chahiye... Covid protocol ka palan karte huye..
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