इतवार (Sunday)
"अनुभव कहता है खामोशियाँ ही बेहतर हैं
शब्दों से लोग रूठते बहुत हैं.." ❤
*हिसाब क्या रखें*
समय की ..
इस अनवरत बहती धारा में ..
अपने चंद सालों का ..
हिसाब क्या रखें ..
जिंदगी ने ..
दिया है जब इतना ..
बेशुमार यहाँ ..
तो फिर ..
जो नहीं मिला उसका
हिसाब क्या रखें ..
दोस्तों ने .. दिया है ..
इतना प्यार यहाँ ..
तो दुश्मनी ..
की बातों का ..
हिसाब क्या रखें ..
दिन हैं .. उजालों से ..
इतने भरपूर यहाँ ..
तो रात के अँधेरों का ..
हिसाब क्या रखे ..
खुशी के दो पल ..
काफी हैं .. खिलने के लिये ..
तो फिर .. उदासियों का ..
हिसाब क्या रखें ..
हसीन यादों के मंजर ..
इतने हैं जिंदगानी में ..
तो चंद दुख की बातों का ..
हिसाब क्या रखें ..
मिले हैं फूल यहाँ ..
इतने किन्हीं अपनों से ..
फिर काँटों की .. चुभन का
हिसाब क्या रखें ..
चाँद की चाँदनी ..
जब इतनी दिलकश है ..
तो उसमें भी दाग है ..
ये हिसाब क्या रखें ..
जब खयालों से .. ही पुलक ..
भर जाती हो दिल में ..
तो फिर मिलने ..
ना मिलने का ..
हिसाब क्या रखें ..
कुछ तो जरूर .. बहुत अच्छा है ..
सभी में यारों ..
फिर जरा सी .. बुराइयों का ..
हिसाब क्या रखें ..
"ढल जाती है हर चीज अपने वक्त पर..
बस व्यवहार और लगाव ही हैं जो कभी बूढ़े नहीं होते.."❤
शब्दों का ताना बाना बनाकर बनाई कहानी
ReplyDeleteHappy Sunday
ReplyDeleteक्या बात है
ReplyDeleteHapppy sunday
ReplyDeleteबहुत खूूब...प्यारी सी तस्वीर और सुंदर कविता👌🌹
ReplyDeleteHappy Sunday
ReplyDeleteAnubhav bilkul sahi kahta h
ReplyDeleteHappy Sunday
ReplyDelete..हम इतना समझ लें तो हमारी तकलीफ आधी हो जाए..😄
ReplyDeleteबेहतरीन कविता 👌👌 और सकारात्मक तस्वीर..😍😍 शुभ रविवार 💐💐
Happy Sunday
ReplyDeleteHappy sunday
ReplyDelete👌👌
ReplyDeleteHappy Sunday...Bhut hi khubsurat poem with beautiful pic❤️❤️😘😘😘👌👌
ReplyDeleteHappy Sunday...Very Motivational poem.
ReplyDeleteHappy Sunday
ReplyDeleteसुन्दर कविता।शुभ रविवार।
ReplyDeleteसकारात्मक रहने और नकारात्मकता को भूल जाने की समझ की ओर इशारा करती बेहतरीन कविता।
ReplyDeleteशुभ रविवार।
उपरोक्त पंक्तियों को अगर जीवन में अपनाया जाए तो लगभग 80% समस्याएं अपने आप ही दूर हो जायेंगी।
ReplyDeleteसुंदर सी तस्वीर और बहुत अच्छी कविता,
शुभ रविवार
v nice
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteHappy Sunday nice pic
ReplyDeleteHappy Sunday 🌹🌹🌹🌹
ReplyDeleteVery beautiful smile 👌👌💕💞
ReplyDeleteNice poem..Happy Sunday
ReplyDeleteWo chle gye yaha se door, kuchh lamhe bitaye... Ab jo nhi bitaye un lamho ka hisaab kya rakhe... Door hi sahi dil k pass h unki yaadein, ab unki yaadon ka hisaab kya rakhe.... Greatest you
ReplyDeleteHappy sunday
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