नींबू / Nimbu / Lemon
शायद ही कोई ऐसा होगा, जो नींबू (Nimbu) से अपरिचित होगा। भारत के लगभग हर घर के किचन में नींबू (Lemon) अवश्य मिल जाएगी। इसकी एक मुख्य वजह है कि यह छोटा सा दिखने वाला नींबू औषधीय गुणों का खजाना हैै। इसका इस्तेमाल जायकेदार व्यंजनों से लेकर कई तरह की रिफ्रेशिंग ड्रिंक बनाने में किया जाता है। सभी प्रकार के फल पकने के बाद मीठे हो जाते हैं, परंतु नींबू (Nimbu) एक ऐसा फल है, जो पकने के बाद भी खट्टा ही रहता है। नींबू (Nimbu) विटामिन सी का मुख्य स्रोत है।
नींबू क्या है
नींबू का वृक्ष एक सदाबहार वृक्ष होता है, जो 6 मीटर की ऊंचाई तक बढ़ सकता है। इसमें कांटे होते हैं। नींबू के फूल सफेद रंग के होते हैं और इसमें तेज खुशबू होती है। यह शाखाओं पर गुच्छे में या अकेले भी खिलते हैं। इसकी कई प्रजातियां पाई जाती हैं। जैसे कागजी नींबू, बिजौरी नींबू, जम्मीरी नींबू, मीठा नींबू इत्यादि। औषधीय गुणों के मद्देनजर कागजी नींबू का प्रयोग ही ज्यादा लाभकर होता है। यह आकार में छोटा या मध्यम होता है।
जानते हैं नींबू के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुणों के बारे में
आयुर्वेद में नींबू के बारे में बहुत अच्छी बातें बताई गई हैं। नींबू का उपयोग पेट के कीड़ों को खत्म करने, पेट दर्द से आराम दिलाने, भूख बढ़ाने, पित्त और कफ विकारों को ठीक करने के साथ-साथ कई अन्य रोगों में भी किया जाता है।
अधिक प्यास लगने पर
ज्यादा प्यास लगने की परेशानी में नींबू का शरबत बनाकर पीने से लाभ होता है। 5 मिलीलीटर नींबू के रस को मधु और सेंधा नमक मिलाकर पीने से प्यास लगने की समस्या ठीक होती है।
जीभ के छाले
जीभ पर छाले या मसूड़ों पर हुए छाले पर नींबू का छिलका रगड़ने से छालों की समस्या दूर होती है।
चेहरे के मुहासे और झुर्रियों में
नींबू के रस में शहद मिलाकर चेहरे पर लगाने से चेहरे के कील - मुंहासे और झुर्रियां ठीक हो जाती हैं।
बालों में रूसी तथा बाल झड़ने की समस्या
रूसी के लिए नींबू का इस्तेमाल कर सकते हैं। नींबू के रस में आंवला चूर्ण मिलाकर या आंवला के फलों को पीसकर बालों पर लगाने से रूसी मिटती है तथा बाल झड़ना रुकता है।
त्वचा विकार में
दाद, खाज, खुजली या चमड़ी पर काले दाग धब्बे होने पर नींबू का रस लगाने से लाभ होता है। नींबू के फल के रस का प्रतिदिन प्रयोग करने से त्वचा के सभी विकार ठीक हो जाते हैं।
दाद में
नींबू के फल के रस को एक गिलास उबले दूध (उबालकर ठंडा किया हुआ) में डालें। इसमें ग्लिसरीन मिलाकर आधे घंटे तक रख दें। उसे शरीर पर लगाने से रूखी त्वचा के साथ-साथ अन्य त्वचा की बीमारियों में फायदा होता है।
मोटापा में
सुबह - सुबह खाली पेट 200 मिलीलीटर गुनगुने जल में दो चम्मच नींबू का रस और एक चम्मच शहद डालकर पीने से मोटापा घटता है।
टाइफाइड में
नींबू का दो भाग कर लें। एक भाग में पिसी हुई कालीमिर्च और सेंधा नमक भरें तथा दूसरे भाग में मिश्री दोनों को गर्म करके चूसें। इससे वर्षा ऋतु के बाद होने वाला टाइफाइड ठीक होता है।
भूख बढ़ाने के लिए
- नींबू को काट कर उस पर काला नमक बुरक कर चाटने से भूख ना लगने की समस्या ठीक होती है।
- एक नींबू के रस में थोड़ी अदरक और थोड़ा काला नमक मिलाकर सेवन करने से भी भूख बढ़ती है।
उल्टी में
भोजन के पश्चात होने वाली उल्टी को रोकने के लिए 5 से 10 मिलीलीटर ताजे नींबू के रस को पीने से लाभ होता है।
पेट के कीड़े
- नींबू के रस का सेवन करने से पेट के कीड़े खत्म हो जाते हैं।
- नींबू के पत्ते के रस में मधु मिलाकर सेवन करने से भी पेट के कीड़े नष्ट हो जाते हैं।
दस्त में
30 मिलीलीटर कागजी नींबू के रस को दिन में 2-3 बार सेवन करने से दस्त में आराम मिलता है।
मूत्र रोग
नींबू के रस को उबले हुए जल में मिलाकर सेवन करने से पेशाब में खून या पेशाब की जलन या फिर सूजन की समस्या ठीक होती है।
लीवर संबंधित विकार
गुनगुने पानी में नींबू का रस और मिश्री मिलाकर सुबह चाय की तरह पीने से लीवर सही तरह से काम करता है और लीवर के विकार ठीक होते हैं।
डिप्रेशन
डिप्रेशन एक ऐसी समस्या है, जो वात दोष के बढ़ जाने की वजह से होती है और नींबू में वात गुण होने के कारण यह डिप्रेशन को कम करने में मददगार होता है।
एनीमिया
एनीमिया में नींबू लेने से यह खून में आयरन तत्वों को बढ़ाने का काम करता है और इसमें विटामिन सी होता है, जो कि आयरन के अवशोषण को बढ़ाने में मदद करता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता
नींबू के नियमित सेवन से यह हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। नींबू में विटामिन सी होता है जो कि इम्युनिटी बढ़ाने में सहायक होता है।
जोड़ों के दर्द में
- 1- 2 मिलीलीटर नींबू के रस को 4 - 4 घंटे के अंतर पर सेवन करने से जोड़ों के दर्द में लाभ होता है।
- एक नींबू के रस में थोड़ी अदरक एवं थोड़ा काला नमक मिलाकर सेवन करने से गठिया या जोड़ों के दर्द में फायदा होता है।
दांतो के लिए
- ताजा नींबू का रस दातों के क्षेत्र में लगाया जाए तो दांत दर्द से आराम मिलता है।
- मसूड़ों पर नींबू के रस की मालिश करने से खून का बहना कम होता है तथा मसूड़ों के रोग के कारण होने वाली मुंह की दुर्गंध को भी खत्म करता है।
- सफेद दातों के लिए नींबू के छिलके को उल्टा कर हल्का सा सेंधा नमक डालकर दांतों पर रगड़ने से दांत सफेद होते हैं। साथ ही सांसो की बदबू भी खत्म होती है।
नींबू के पौष्टिक तत्व (Nutritional value of Lemon)
नींबू के नुकसान
- नींबू पानी का अत्यधिक सेवन सीने में जलन पैदा कर सकता है।
- नींबू का अत्यधिक सेवन दांत खट्टे कर सकता है तथा दांत के बाहरी परत को हानि पहुंचा सकता है। अतः नींबू का सेवन सही मात्रा में करना चाहिए।
- संवेदनशील त्वचा पर नींबू का सीधा प्रयोग से रैशेज या एलर्जी की समस्या हो सकती है।
Good information
ReplyDeleteVery nice and informative.
ReplyDeleteVery useful information👍👍
ReplyDeleteHam logon ki Subah ki shuruaat lemon tea se hi hoti hai😃
स्वास्थवर्धक जानकारी
ReplyDeleteस्वास्थवर्धक जानकारी
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteमेरी माँ मुझे अक्सर नींबू का शरबत देती है
ReplyDeleteनींबू सस्ता और हर जगह साल भर उपलब्ध है, सुबह सुबह नींबू की चाय तरोताजा कर देती है। इतने सारे फायदे नहीं पता था। अच्छी और उपयोगी जानकारी। वैसे वोडका में नींबू की स्लाइस आहा क्या लाजवाब
ReplyDeleteGood information
ReplyDeleteनींबू विभिन्न गुणों से युक्त विटामिन सी वाला फल है।
ReplyDeleteएक और मजेदार पोस्ट...मेरी तो दिन की शुरुवात ही होती जा नींबू की चाय से...very informative post 👍👍
ReplyDeleteअच्छी जानकारी
ReplyDeleteनींबू में स्वाद के साथ औषधीय गुण भी जबरदस्त होते हैं।
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteSuper
ReplyDeletevery useful information👍👍
ReplyDeleteUseful post
ReplyDeleteVery useful information. .
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