इतवार (Sunday)
"एक दिन खुद की तलाशी ले ली ,
जो भी मिला वो अपना था लेकिन अपना नहीं लगा"❤️❤️
सपने बुनना सीख लो
बैठ जाओ सपनों के नाव में,
मौके की ना तलाश करो,
सपने बुनना सीख लो..
खुद ही थाम लो हाथों में पतवार,
मांझी का ना इंतजार करो,
पलट सकती है नाव की तकदीर,
गोते खाना सीख लो,
सपने बुनना सीख लो..
अब नदी के साथ बहना सीख लो,
डूबना नहीं, तैरना सीख लो,
भंवर में फंसी सपनों की नाव,
अब पतवार चलाना सीख लो,
सपने बुनना सीख लो..
खुद ही बनाना सीख लो,
अपने दम पर कुछ करना सीख लो,
तेज नहीं तो धीरे चलना सीख लो,
भय के भरम से लड़ना सीख लो,
सपने बुनना सीख लो..
अच्छी कविता के साथ सुंदर सी तस्वीर, शुभ रविवार
ReplyDeleteWaah ji waah bahut khub 👌
ReplyDeleteVery Happy Sunday 🌹🌹
ReplyDeleteVery beautiful smile 👌👌😘♥️
ReplyDeleteHappy Sunday, Rupe
ReplyDeleteजो कर रहे थे दुआ मेरे डूबने की
ReplyDeleteमेरी तलाश में वो निकले है कश्तियाँ लेकर
पतवार चलाने के साथ बहना भी सीखना जरूरी है।
ReplyDeleteप्रेरक पंक्तियां।
शुभ रविवार।
Very happy sunday
ReplyDeleteVery happy sunday
ReplyDeleteNice.... Happy Sunday
ReplyDeleteशिक्षाप्रद कविता।शुभ रविवार।
ReplyDeleteMotivational poem...
ReplyDeleteBeautiful pic 🌹🌹
Beautiful
ReplyDeleteWow 👍
ReplyDeleteSapne dekhenge tabhi to sakar honge. .
ReplyDeleteInspirational poem with beautiful pic👌👌👌👌😍😍😍😍
Nice lines
ReplyDeleteVery nice
ReplyDeletevery nice
ReplyDeleteप्रेरक पंक्तियां
ReplyDeleteखूबसूरत तस्वीर और शुभ रविवार 💐💐❤️
Khubsurat...Happy Sunday 🌹🌹🌹🌹
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