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चौलाई ~ Amaranth grain ~ Chaulai ~ तंदुलीय

चौलाई ~ Amaranth grain ~ Chaulai ~ तंदुलीय

हरी सब्जियों की श्रेणी में आने वाला लाल साग यानी चौलाई (Chaulai) चौलाई (Chaulai) एक ऐसा साग है, जो कि लाल और हरे दोनों रंग में मिलता है। चौलाई (Chaulai) ना सिर्फ एक स्वादिष्ट साग है, बल्कि चौलाई (Chaulai) पौष्टिकता से परिपूर्ण है। चौलाई (Chaulai) के पत्तों और डंठल में प्रोटीन, विटामिन ए और खनिज की प्रचुर मात्रा होती है। 

चौलाई ~ Amaranth grain ~ Chaulai ~ तंदुलीय

चौलाई क्या है?

चौलाई पूरे वर्ष मिलने वाला साग (सब्जी) है। इसका प्रयोग साधारणतया सभी घरों में किया जाता है। यह पित्त - कफ नाशक है। चौलाई की मुख्य दो किस्म होती हैं - लाल चौलाई और हरी चौलाई। लाल चौलाई के पत्तों की रेखाएं भी लाल होती हैं। इसके पत्ते लंबे, गोल तथा ज्यादा बड़े ना होकर मध्यम आकार के होते हैं। हरी चौलाई के पौधों की डंडी और पत्ते का पूरा भाग हरा होता है। इसके पत्ते बड़े होते हैं। इनमें से लाल चलाई ज्यादा फायदेमंद होती है।

जानते हैं चौलाई के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुणों के बारे में 

चौलाई में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन, मिनरल्स और आयरन प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इस सब्जी को खाने से पेट और कब्ज से संबंधित समस्याओं में आराम मिलता है। चौलाई का नियमित सेवन करने से वात, रक्त व त्वचा विकार दूर होते हैं।

#  पेट संबंधी समस्या में

चौलाई के नियमित सेवन से पेट के रोगों में आराम मिलता है। चौलाई उबालकर इसके पानी में नमक मिलाकर पीने से कब्ज की समस्या दूर होती है तथा पेट दर्द में आराम मिलता है।

#  इम्यूनिटी बढ़ाने में

चौलाई में भरपूर मात्रा में प्रोटीन और विटामिन सी पाया जाता है, जो हमारे शरीर में इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है। संक्रामक रोगों से हमें बचाता है।

#  हड्डियों को मजबूत बनाने में

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चौलाई में पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है, जो हड्डियों के लिए बहुत आवश्यक होता है। शरीर में कैल्शियम भरपूर मात्रा में होने पर हड्डियों के टूटने फ्रैक्चर होने का खतरा कम होता है तथा दांत और नाखून स्वस्थ और मजबूत रहते हैं। 

#  बालों के लिए

चौलाई में लाइसिन और अमीनो एसिड होता है, जो बालों के लिए फायदेमंद होता है। चलाई के नियमित सेवन से बाल काले बने रहते हैं और सुबह शाम इसका ताजा रस पीने से बालों का झड़ना रुक जाता है।

#  पेचिश रोग में

1 से 2 ग्राम चौलाई के पेस्ट में मधु या शर्करा मिलाकर सेवन करने से पेचिश रोग में लाभ होता है।

#  बवासीर में

चौलाई साग का नियमित सेवन करने से पेट की समस्या दूर होती है तथा बवासीर रोग में फायदा पहुंचाती है।

#  पाचन शक्ति बढ़ाने में

अगर किसी व्यक्ति की पाचन शक्ति कमजोर हो और खाने में ली हुई चीजें आसानी से नहीं पचती तो चौलाई के जूस का सेवन उसके लिए फायदेमंद हो सकता है।

#  रक्त की कमी में

चौलाई के नियमित सेवन से यह हिमोग्लोबिन को बढ़ाता है और शरीर में रक्त की कमी को दूर करता है।

#  भूख कम लगने पर

चौलाई का नियमित सेवन भूख को बढ़ाता है।

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#  दमा रोग में

चौलाई की सब्जी (साग) बनाकर दमा के रोगी को खिलाने से बहुत लाभ मिलता है। 5 ग्राम चौलाई के पत्तों का रस शहद के साथ मिलाकर चटाने से सांस की पीड़ा दूर होती है।

#  उच्च रक्तचाप में

उच्च रक्तचाप की समस्या होने पर चौलाई, पेठा, टिंडा, लौकी आदि सब्जियों का प्रयोग अधिक मात्रा में करना चाहिए क्योंकि यह सब सब्जियां रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक होती हैं।


चौलाई के नुकसान

* चौलाई रक्त शर्करा के स्तर को कम करता है। अतः जिन्हें पहले से रक्त शर्करा में कमी है , वो इसके सेवन से बचें। 

* लाइसिन शरीर के कैल्शियम अवशोषण को बढ़ाता है। एक ही समय में कैल्शियम और लाइसिन की अधिक मात्रा लेने से बचें।

* चौलाई को कच्चा नहीं खाना चाहिए क्यूंकि इसमें ऑक्सालेट और नाइट्रेट जैसे कुछ विषाक्त घातक पाए जाते हैं,  पकने के बाद नष्ट हो जाते हैं। 


English Translate

Chaulai ~ Amaranth grain 

Red greens, which fall under the category of green vegetables, means Chaulai. Chaulai is one such greens, which is available in both red and green colors. Chaulai is not only a delicious greens, but Chaulai is full of nutrition. Chaulai leaves and stalks contain abundant amounts of protein, vitamin A and minerals.

चौलाई ~ Amaranth grain ~ Chaulai ~ तंदुलीय

What is Amaranth grain?

Chaulai is a saag (vegetable) available throughout the year. It is commonly used in all households. It is pitta-phlegm destroyer. There are two main varieties of Chaulai - Red Chaulai and Green Chaulai. The lines of red amaranth leaves are also red. Its leaves are long, round and not very large, but are medium size. The entire stem of green amaranth is green. Its leaves are large. Of these, red roasting is more beneficial.


Know the advantages, disadvantages, uses and medicinal properties of Amaranth

Amounts of carbohydrates, protein, calcium, vitamins, minerals and iron are found in abundance. Eating this vegetable provides relief in problems related to stomach and constipation. Vata, blood and skin disorders are removed by regular consumption of amaranth.


# In Stomach Problem

Regular intake of amaranth provides relief in stomach diseases. Boil amaranth and mix salt in its water and drink, it ends constipation and provides relief in stomachache.


#  Increasing Immunity

Amounts of protein and vitamin C are found in amaranth, which strengthens the immune system in our body. Protects us from infectious diseases.

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# Strengthen Bones

Amount of calcium is found in amaranth, which is very important for bones. If there is enough calcium in the body, the risk of fracture of bones is reduced and the teeth and nails remain healthy and strong.


# For Hair

Amaranth contains lysine and amino acids, which are beneficial for hair. Hair remains black due to regular consumption of liquor and drinking fresh juice in the morning and evening stops hair fall.


# In Dysentery

Mixing honey or sugar in a paste of 1 to 2 grams amaranth is beneficial in dysentery.


# In Piles

Regular consumption of amaranth leaves ends stomach problem and provides relief in piles.


# In Increasing Digestion

If the digestive power of a person is weak and the things taken in food are not easily digested, then the consumption of amaranth juice can be beneficial for him.


# In Blood Deficiency

By regular consumption of amaranth, it increases the hemoglobin and removes the lack of blood in the body.


#  If feeling Hungry

Regular intake of amaranth increases appetite.


# In Asthma Disease

Making a vegetable of Chaulai (Saag) and feeding it to the patient of asthma is very beneficial. Mixing 5 grams juice of amaranth leaves with honey and licking it relieves the pain of breath.


# In Hypertension

In case of high blood pressure, vegetables like Chaulai, Petha, Tinda, Gourd etc. should be used in more quantity because all these vegetables are helpful in controlling blood pressure.


Side Effects of Amaranth

* Amaranth reduces blood sugar levels. Therefore, those who are already deficient in blood sugar, avoid it.

* Lysine increases calcium absorption of the body. Avoid consuming high amounts of calcium and lysine at the same time.


18 comments:

  1. Very informative post...चौलाई का साग घर में कभी कभी उपयोग होता तो है ...इसके बारे में इतनी जानकारी नहीं थी।👍👍

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  2. 12 महीने तो शायद नहीं मिलते पर आज कल मिल रहे हैं
    Good & detail information about it 👍👍

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  3. Itni sari bimariyon me labhkari hai
    Pehle itna sab kuch nhi pta tha

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  4. कोरोना काल में चौलाई साग का उपयोग लगभग हर घर में हो रहा है, आजकल महंगा भी हो गया है। इतने सारे फायदे हैं, उपयोगी जानकारी

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  5. अत्यंत गुणकारी

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  6. अत्यन्त गुणकारी

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  7. बहुत ही उपयोगी

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  8. Chun Chun ke post laya ja raha.. aajkal ke bacche to is saag ke bare me jante bhi nahi hain..Very Important post

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