हरड़ का मुरब्बा (Harad Ka Murabba)
मुरब्बा, ताजे फलों को चीनी में संरक्षित कर बनाया गया एक स्वादिष्ट पाक है। ऐसा करने से पौष्टिक फल लंबे समय के बाद भी प्रयोग में लाए जा सकते हैं और उनका स्वाद भी अच्छा हो जाता है। पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर मुरब्बा हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद तो है ही साथ ही यह हमारी खूबसूरती को बढ़ाने में भी सहायक है। यह हमारे शरीर को एनर्जी देने के साथ-साथ इम्युनिटी भी बढ़ाता है। आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा में तो इन्हें दवा की तरह इस्तेमाल किया जाता है।
आयुर्वेद के अनुसार हरीतकी अर्थात हरड़ में पांचों रस पाए जाते हैं - मधुर, तीखा, कड़वा, कसैला और खट्टा। हरड़ विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकालती है व अधिक वात को कम करती है। संस्कृत में हरड़ को हरीतकी, अभया, विजया, अमृता, हेमवती, चेतकी, जीवंती और रोहिणी आदि नामों से जाना जाता है तथा यूनानी में इसे हलीला कहते हैं।
हरड़ के फायदे (Benefits of kadukka podi or Haritaki)
हरीतकी अर्थात हरड़ त्रिफला के 3 फलों में से एक होता है। आयुर्वेद में हरितकी औषधि के लिए बहुत इस्तेमाल किया जाता है। हरड़ ना सिर्फ औषधि के लिए अपितु सेहत और सौंदर्य के लिए भी बहुत लाभकारी होता है। हरीतकी का फल जड़ और छाल का उपयोग किया जाता है।
हरड़ के मुरब्बे के नियमित सेवन से चोट या घाव होने पर जल्द आराम मिलता है। यह सूजन को कम करता है। यह भूख ना लगने, पेट में कीड़े होने और पाचन संबंधी समस्याओं में राहत दिलाता है। जठरांत्र रोग, ट्यूमर, बवासीर, मूत्र विकारों और मूत्राशय की पथरी में हरड़ के मुरब्बे का सेवन काफी लाभदायक होता है। हरड़ को गुड़ के साथ सेवन करने पर गठिया में सुधार हो सकता है।
हरड़ का मुरब्बा कैसे तैयार होता है?
हरड़ का मुरब्बा बनाने के लिए करीब 1 किलो हरड़, 1 किलो चीनी अथवा गुण और पानी की जरूरत होती है। हरड़ को उबालकर नरम कर लें और फिर सुखा लें चीनी की या गुड़ की चाशनी बनाकर उसमें इस हरण को डाल दें गुड़ या चीनी हरण के बराबर मात्रा में लेना होता है।
जानते हैं हरड़ मुरब्बे के फायदे के बारे में
# गैस्ट्रिक समस्या में
यह गैस्ट्रिक टॉनिक है। गैस्ट्रिक की समस्या में हरड़ का मुरब्बा लाभदायक होता है।
# यादाश्त
हरड़ का मुरब्बा नियमित रूप से सेवन करने से याददाश्त तेज होती है।
# आंखों के लिए
यह नेत्रों के लिए उत्तम रसायन है और दृष्टि को मजबूत करता है।
# कब्ज की समस्या में
प्रतिदिन नियमित रूप से रात को खाना खाने के बाद हरड़ के मुरब्बे का दूध के साथ सेवन करने से कब्ज की समस्या दूर होती है।
# इम्यूनिटी
हरण के मुरब्बे का नियमित सेवन हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है यह ऊर्जा देता है और एंटीऑक्सीडेंट है।
हरड़ मुरब्बा का नुकसान/ सावधानियां
# हर तरह का मुरब्बा चीनी युक्त होता है। अतः जिन्हें डायबिटीज तथा ओबेसिटी की समस्या है, उनको इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
# गर्भवती महिलाओं को हरड़ का सेवन नहीं करना चाहिए।
# अगर हो सके तो यह मुरब्बा घर पर ही बनाएं। घर पर बने मुरब्बे का सेवन नियमित रूप से किया जा सकता है। बाजार में मिलने वाले मुरब्बे में प्रिजर्वेटिव रंग आदि होता है। अतः इसे लंबे समय तक लगातार प्रयोग ना करें और बच्चों को बहुत कम मात्रा में दें।
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Harad Ka Murabba
Marmalade is a delicious dish made by preserving fresh fruits in sugar. By doing this, nutritious fruits can be used even after a long time and they also taste good. Rich in nutritional and antioxidant properties, marmalade is not only beneficial for our health, it is also helpful in enhancing our beauty. Along with giving energy to our body, it also increases immunity. They are used as medicine in Ayurveda and Unani medicine.
According to Ayurveda, there are five juices found in Haritaki i.e. Harad - sweet, spicy, bitter, astringent and sour. Harad removes toxins from the body and reduces excess vata. In Sanskrit, Harad is known by the names Haritaki, Abhaya, Vijaya, Amrita, Hemvati, Chetki, Jivanti and Rohini, and in Greek it is called Halila.
Benefits of kadukka podi or Haritaki
Haritaki means Harad is one of the 3 fruits of Triphala. In Ayurveda, Haritaki is used a lot for medicine. Harad is very beneficial not only for medicine but also for health and beauty. Haritaki's fruit root and bark are used.
Regular intake of myrabalan marmalade provides relief soon after injury or wound. It reduces inflammation. It gives relief in loss of appetite, worms in stomach and digestive problems. Intestinal diseases, tumors, hemorrhoids, urinary disorders and bladder stones are very beneficial in the consumption of myrabalis. Arthritis can be improved by taking Harad with jaggery.
How is myrrh marmalade prepared?
About 1 kg of myrrh requires 1 kg of sugar or quality and water to make marmalade. Boil and soften the myrabalan chebulie and dry it, then make sugar or jaggery syrup and put this haran in it; equal quantity of jiggery or sugar haran is to be taken.
Know about the benefits of myrrh marmalade
# In gastric problem
It is a gastric tonic. In the problem of gastric, marmalade of myrabalan is beneficial.
# Memory
Consuming myrabalan jam regularly improves memory.
# For eyes
It is an excellent chemical for the eyes and strengthens vision.
# In constipation problem
Constipation is cured by taking the juice of myrabalan with milk after eating it regularly at night regularly.
# Immunity
Regular intake of marmalade marmalade enhances our immunity, gives it energy and is an antioxidant.
Side Effects / Precautions of myrrh marmalade
# Every type of jam is rich in sugar, so those who have problems with diabetes and obesity should not consume it.
# Pregnant women should not consume dharna.
# If you can, make this jam at home. Homemade marmalade can be consumed regularly. The marmalade found in the market has a preservative color etc. Therefore, do not use it continuously for a long time and give it to children in very small amounts.
Nice
ReplyDeleteGood information..heard first time
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteपहली बार सुना, हरड़ का मुरब्बा भी बन सकता है... कैसा लगेगा इसका कोई अंदाजा नहीं...
ReplyDeleteअच्छी जानकारी 👍👍
नई जानकारी।
ReplyDeleteUseful
ReplyDeleteNever heard about it ...good to know
ReplyDeleteनई और अच्छी जानकारी, मुरब्बे का सेवन करना चाहिए पसंद के अनुसार
ReplyDeleteसेहत और समस्या के अनुसार भी
ReplyDeleteअच्छी जानकारी
ReplyDeleteNice knowledge
ReplyDeleteNice information
ReplyDeletelooks healthy
ReplyDeleteAchhi jankari di aapne👍👍
ReplyDeleteVery Useful...haran faydemand to hota...pr uska murabba bhi bna sakte ...Good Idea..is tarah se bacche bhi isko aram se kha lenge..
ReplyDeleteNew information
ReplyDeleteVery Useful information. ..👌👍👍
ReplyDeleteबहुत लाभदायक जानकारी दी आपने
ReplyDeleteआयुर्वेद स्वस्थ जीवन की कुंजी है
ReplyDeleteखांसी में हमलोग हरड़ को प्रयोग में लाते थे।
ReplyDeleteआपने इसके मुरब्बा के साथ साथ इसके
औषधीय गुणों के बारे में विस्तार से बतलाये
जिससे अनेक रोगों में अलग अलग तरीकों
से प्रयोग कर अनेक बीमारियों को खत्म
कर सकते हैं इसके लिये आपका आभार🙏
🙏🙏💐💐सुप्रभात 🕉️
ReplyDelete🙏जय श्री राम 🚩🚩🚩
👌👌👌बहुत बढ़िया नई जानकारी 🙏🙏
🙏आप का बहुत बहुत धन्यवाद 💐💐