इतवार (Sunday)
वरदान मांगूंगा नहीं
क्या हार में क्या जीत में
किंचित नहीं भयभीत मैं
संघर्ष पथ पर जो मिले
यह भी सही वह भी सही
वरदान मांगूंगा नहीं
लघुता ना मेरी अब छुओ
तुम हो महान बने रहो
अपने हृदय की वेदना मैं
व्यर्थ त्यागूंगा नहीं
वरदान मांगूंगा नहीं
चाहे हृदय को ताप दो
चाहे मुझे अभिशाप दो
कुछ भी करो कर्तव्य पथ से
किंतु भागूंगा नहीं
वरदान मांगूंगा नहीं
शिवमंगल सिंह 'सुमन'
💧🍂🍂पंछी ने जब-जब किया पंखों पर विश्वास...
दूर-दूर तक हो गया उसका ही आकाश...❤️❤️
दूर-दूर तक हो गया उसका ही आकाश...❤️❤️
बहुत सुंदर कविता 👌👌
ReplyDeleteबहुत सुंदर तस्वीर ❤️❤️
शुभ रविवार 💐💐
Nice
ReplyDeleteBeautiful poem❤️❤️....Happy sunday
ReplyDeleteAlso beautiful pics😘😘😘😘
Very nice poem and click
ReplyDeleteNice poem
ReplyDeleteHappy sunday
Happy sunday
ReplyDeleteअच्छी और प्रेरणादायक कविता सुंदर तस्वीर के साथ, आप सबको रविवार की बधाई
ReplyDeleteVery motivating poem and bful pic...happy sunday
ReplyDeleteभावपूर्ण कविता के साथ फूलों में खिले सबसे खूबसूरत गुलाब यानि कि तुम्हारी प्यारी फ़ोटो से ब्लॉग में चार चाँद लग गए
ReplyDeleteHappy Sunday
ReplyDeleteHappy Sunday with bful pic
ReplyDeleteHappy Sunday
ReplyDeleteGreat 👍
ReplyDeleteBeautiful
ReplyDeleteWah wah bahut khub 👏
ReplyDeleteHappy Sunday nice pic
ReplyDeleteHappy Sunday
ReplyDeleteBeautiful lines
Nice
ReplyDeleteफोटो बहुत सुन्दर है
ReplyDeleteBeautiful lines
ReplyDeleteKya Baaaat ha....Bahut sare phool ke beech ek Gulab ka phool....Beautiful pic aur Shiv Mangal Singh ki badhiya kavita....
ReplyDeleteSunder...
ReplyDeleteKhoobsurat...
ReplyDeleteBadhiya poam ke saath khoobsurat tasveer...
ReplyDeleteNice poem....Beautiful Pic..
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