गोंद (Gond)
गोंद से तो आप सभी परिचित होंगे। किसी भी पेड़ के तने को चीरा लगाने पर जो रस निकलता है, वह सूखने पर भूरा और कड़ा हो जाता है, जिसे गोंद कहते हैं। यह गोंद बहुत पौष्टिक होता है। गोंद में उस पेड़ के सभी औषधीय गुण भी होते हैं। भारतीय घरों में गोंद के लड्डू का बहुत प्रचलन है। सर्दियों के मौसम में लगभग सभी घरों में गोंद के लड्डू बनाए जाते हैं। इसका इस्तेमाल आयुर्वेदिक दवाइयों में भी होता है तथा गोली या वटी बनाने के लिए इसके पाउडर का उपयोग बाइंडिंग के लिए भी किया जाता है।
सर्दियों के दिनों में शरीर को अंदरूनी गर्माहट की जरूरत होती है। शरीर कमजोर होने पर कुछ लोगों को ठंड ज्यादा लगती है। अतः सर्दियों में शरीर को गर्म रखने के लिए गोंद एक बहुत ही अच्छा विकल्प है। यह हमारे लिए प्रकृति का एक अनोखा उपहार है, जिसके बहुत सारे फायदे हैं।
गोंद के औषधीय गुण
# रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में
सुबह-शाम एक-एक गोंद के लड्डू कल खाकर दूध पीने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, जिससे किसी भी बीमारी से लड़ने में मदद मिलती है। इम्यून सिस्टम (रोग प्रतिरोधकता) मजबूत होने पर कोई भी बीमारी जल्दी पास नहीं आती। यह बात कोरोना ने लोगों को भलीभांति समझा दिया।
# ह्रदय रोग
गोंद या इससे बनी चीजों को खाने से हृदय रोग का खतरा कम हो जाता है। साथ ही मांसपेशियां मजबूत होती हैं।
# हड्डियों को मजबूत करता है
प्रतिदिन रात को सोने से पहले गोंद के लड्डू खाकर गर्म दूध पीने से हड्डियां मजबूत होती हैं। यह रीड की हड्डी के लिए भी उत्तम होता है। यह जोड़ों में दर्द तथा जोड़ों की अन्य समस्याओं के लिए भी काफी फायदेमंद होता है।
# कब्ज दूर करे
प्रतिदिन एक से दो गोंद के लड्डू का सेवन कब्ज की परेशानी से छुटकारा दिलाता है। लेकिन दो से ज्यादा गोंद के लड्डू का सेवन करना पेट को बिगाड़ भी सकता है क्योंकि ज्यादा खाने से यह पचने में दिक्कत करता है। (अति सर्वत्र वर्जयेत)
# शरीर में गर्माहट रखना
ठंड के मौसम में गोंद का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। यह शरीर में आवश्यक गर्मी बनाए रखता है।
# शारीरिक कमजोरी में
गोंद का सेवन शारीरिक कमजोरी को दूर करता है। अतः यह थकान, चक्कर आना और माइग्रेन जैसी समस्याओं में भी लाभप्रद है।
# खून की कमी
शरीर में खून की कमी को भी पूरा करने के लिए गोंद के लड्डू या पंजीरी का सेवन अत्यंत लाभकारी होता है।
# गठिया रोग में
यह प्रोटीन फाइबर कैल्शियम और मैग्नीशियम से भरपूर होता है जो हड्डियों को मजबूत बनाता है अतः गोंद के लड्डू का सेवन गठिया रोग में भी फायदेमंद है क्योंकि यह जोड़ों को चिकनाई देता है।
# गर्भवती तथा स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए
गोंद के लड्डू गर्भवती महिलाओं के लिए एक पौष्टिक आहार है क्योंकि यह हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है साथ ही बच्चे के जन्म के बाद पीठ दर्द और अन्य परेशानियों से बचाता है।
स्तनपान कराने वाली माताओं को अतिरिक्त कैलोरी की आवश्यकता होती है जो यह गोंद के लड्डू पूरा करता है और यह माताओं में दूध को भी बढ़ाता है।
आपने नीम और बबूल का दातुन सुना होगा। ठीक वैसे ही नीम और बबूल का गोंद बहुत ही पौष्टिक होता है। यही गोंद सबसे ज्यादा इस्तेमाल में लाया जाता है। इसी के लड्डू बनाए जाते हैं। नीम का गोंद रक्त की गति बढ़ाने वाला तथा स्फूर्तिदायक होता है। नीम के औषधीय गुण उसकी गोंद में भी होते हैं। पलाश के गोंद से हड्डियां मजबूत होती हैं।
गोंद के इस्तेमाल का तरीका
वैसे तो सभी महिलाएं गोंद का इस्तेमाल जानती हैं। फिर भी जो लोग नहीं जानते हैं उनके लिए।
# गोंद को घी में हल्का बुनकर पीसकर मेवों के साथ इसका लड्डू बनाया जाता है। घूमते वक्त या ध्यान रखना होता है कि यह अधिक ना भूलें अर्थात जले नहीं, अन्यथा इसका स्वाद कड़वा हो जाता है।
# गोंद का पंजीरी बनाया जा सकता है। गोंद को आटे, मखाने, सूखे मेवे और चीनी के साथ भूनकर पंजीरी बनाया जा सकता है।
# नारियल के बुरे, सूखे खजूर, खसखस के दाने और बादाम को गोंद के साथ घी में भूनकर तथा पीसकर इसका भी लड्डू बना सकते हैं।
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Gond
You will all be familiar with glue. The juice that comes out when you make an incision to the trunk of any tree, when dried, becomes brown and hard, called gum. This gum is very nutritious. Gum also has all the medicinal properties of that tree. Gum ladoos are very popular in Indian homes. Gum ladoos are made in almost all the houses during the winter season. It is also used in Ayurvedic medicines and its powder is also used for binding to make tablets or vatis.
During winter, the body needs internal warmth. Some people feel more cold when their body is weak. Hence, glue is a very good option to keep the body warm in winter. It is a unique gift of nature to us, which has many benefits.
Medicinal properties of gum
# Increasing immunity
Eating one gond ladoo each morning and evening and drinking milk increases immunity, which helps in fighting any disease. When the immune system is strong, no disease passes quickly. Corona explained this well to the people.
# Heart disease
Eating gond or things made from it reduces the risk of heart disease. Also muscles are strong.
# Strengthens bones
Eating gond ladoo before going to bed every night at night and drinking warm milk strengthens bones. It is also good for reed bone. It is also very beneficial for joint pain and other joint problems.
# Relieve constipation
Consuming one to two gond ladoos daily relieves constipation. But consuming more than two gond ladoos can also spoil the stomach because eating too much makes it difficult to digest. (Most universally forbidden)
# Keep warm in body
Consuming gond is very beneficial in cold weather. It maintains the necessary heat in the body.
# In physical weakness
Consumption of gond removes physical weakness. Hence it is also beneficial in problems like fatigue, dizziness and migraine.
# Anemic
Consuming gond ladoos or panjiri is very beneficial for meeting the lack of blood in the body.
# In arthritis
This protein fiber is rich in calcium and magnesium which makes bones strong, so the consumption of gond ladoos is also beneficial in arthritis because it lubricates joints.
# For pregnant and lactating women
Gond ladoos are a nutritious diet for pregnant women as it helps in strengthening bones as well as prevents back pain and other troubles after childbirth.
Lactating mothers require extra calories which it fulfills gond ladoos and it also increases milk in mothers.
You must have heard the datun of neem and acacia, in the same way, neem and acacia gond are very nutritious, this glue is used most often, its ladoos are made. Neem gond increases blood speed and is refreshing. The medicinal properties of neem are also in its gond. Palash gond makes bones strong.
How to use gond
By the way, all women know the use of gond. Yet for those who do not know.
# Gond is weaved lightly in ghee and its ladoo is made with dry fruits. While roaming or taking care, do not forget it too much, that is, it does not burn, otherwise its taste becomes bitter.
# Gond registers can be made. Gum can be roasted with flour, butter, dry fruits and sugar to make registries.
# It can also be made into roasted coconut, roasted dry dates, poppy seeds and almonds with gond and ghee.
Useful information
ReplyDeleteगोंद का लड्डू फायदे के साथ साथ स्वादिष्ट भी होता है
ReplyDeleteगोंद के लड्डू मार्केट में भी मिलते है।सर्दी में इनका उपयोग अवश्य करना चाहिए
ReplyDeleteBehtareen....sach me ye to pta tha ke gond ke laddoo faydemand hote....par itni jankari to bilkul bhi nahi thi....aur ye adhiktar ladies ko hi khane bola jata jab wo pregnant hoti ya fir unhe kamjori hoti....aapke blog se bahut achi achi jankariyan mil rahi hain.... Thank u so much👍🏻👍🏻👌👌
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteIt is very useful for health
ReplyDeleteIt is very useful for health
ReplyDeleteUse full information
ReplyDeleteGood Information👌👍
ReplyDeleteबहुत अच्छी जानकारी
ReplyDeleteIt’s very good for health
ReplyDeleteUseful
ReplyDeleteSwadisht hone ke saath saath gond ka Laddoo bahut gunkari bhi hai, bahut acchi aur vistrit jankari.
ReplyDeleteUseful information
ReplyDeleteबहुत खूब, कब मिलेगा गोंद का लडडू।
ReplyDeleteमैडम से बोलिए... जिस दिन बना देंगी ...या खुद बना लीजिए... हमें टेस्ट जरूर कराइएगा ...फिर बताएंगे कि कैसा बना है 😊😊
DeleteUseful
ReplyDeleteतेरी तो
ReplyDeletenice
ReplyDeleteUseful tips
ReplyDeleteWow itan sara healthy information, thank you so much di share krne ke liye, hm students koh pata hi ni hota😘😘, aise hi information late rhiye, aur ek din bhut badi blogger bniye 👍💐
ReplyDeleteVery useful information....
ReplyDeleteNice🤗
ReplyDeleteAcchi jankari share ki ......normally to doodh pilane wali maa ke liye log jante....itni jankari nhi thi. ....
ReplyDeleteUseful Information...Swadist..
ReplyDeleteVery Useful information....
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