14वें दलाई लामा
तिब्बती धर्म गुरु और 14वें दलाई लामा का आज 89वां जन्मदिन है। 6 जुलाई 1935 को पूर्वोत्तर तिब्बत के एक किसान परिवार में दलाई लामा तेनज़िन ग्यात्सो का जन्म हुआ था। 13वें दलाई लामा के उत्तराधिकारी की खोज और कई आध्यात्मिक संकेतों का पालन करने के बाद 2 साल की उम्र में ल्हामो थोंडुप स्थित धार्मिक अधिकारियों ने उनकी पहचान की और उन्हें 14वां दलाई लामा घोषित किया गया। लेकिन, साल 1959 में चीनी शासन के खिलाफ एक असफल तिब्बती विद्रोह के बाद एक सैनिक के वेश में वे भारत भाग आए।
तब से वे हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में निर्वासन में रह रहे हैं और यहां रह कर तिब्बत की संप्रभुता के लिए अहिंसात्मक संघर्ष कर रहे हैं। मंगाेलियाई भाषा में ‘दलाई’ का अर्थ ‘महासागर’ होता है, जबकि ‘लामा’ का अर्थ धर्म ‘गुरु’। बौद्ध धर्म के अनुयायी दलाई लामा को एक रूपक की तरह देखते हैं। इन्हें करुणा के प्रतीक के रूप में देखा जाता है।
दूसरी तरफ़ इनके समर्थक अपने नेता के रूप में भी देखते हैं। दलाई लामा को मुख्य रूप से शिक्षक के तौर पर देखा जाता है। लामा का मतलब गुरु होता है। लामा अपने लोगों को सही रास्ते पर चलने की प्रेरणा देते हैं। तिब्बती बौद्ध धर्म के नेता दुनिया भर के सभी बौद्धों का मार्गदर्शन करते हैं। 1630 के दशक में तिब्बत के एकीकरण के वक़्त से ही बौद्धों और तिब्बती नेतृत्व के बीच लड़ाई है। मान्चु, मंगोल और ओइरात के गुटों में यहां सत्ता के लिए लड़ाई होती रही है। अंततः पांचवें दलाई लामा तिब्बत को एक करने में कामयाब रहे थे। इसके साथ ही तिब्बत सांस्कृतिक रूप से संपन्न बनकर उभरा था। तिब्बत के एकीकरण के साथ ही यहां बौद्ध धर्म में संपन्नता आई। बौद्धों ने 14वें दलाई लामा को भी मान्यता दी।
दलाई लामा को 1989 में नोबेल पुरस्कार सहित वैश्विक शांति सद्भाव के लिए और उनके काम के लिए कई पुरस्कार मिल चुके हैं।
दलाई लामा का मंदिर भी है,ये नही पता था
ReplyDeleteNice 🙏🏻
ReplyDeleteथोड़ा और जानने की उत्सुकता थी 👍
ReplyDeleteVery Nice 👍
ReplyDeleteVery nice 👍
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