लीची/ Lichi/ Litchi
आ गया ना मुंह में पानी। लीची का मौसम चल रहा है। फल मंडी में आजकल फलों की बहार है। तरबूज, खरबूज, बेल और अन्य फलों के साथ लीची भी मिल रही है। कुछ दिनों से आम भी दिख रहे हैं, पर अभी कार्बाइड से पकाये गए आम मिल रहे हैं। कल इतवार के दिन कुछ ज्यादा ही हर तरफ लाल लाल लीची ही लीची दिख रही थी। तो चलिए आज लीची की ही चर्चा कर लेते हैं। लीची (Litchee) बहुत ही मीठा और स्वादिष्ट फल है। बच्चे हो या वयस्क सभी लोगों को लीची (Lychee) खाना बेहद पसंद होता है। लीची (Litchi) ही एक ऐसा फल है, जिसको पेड़ पर उगने वाला रसगुल्ला कहा जाता है। गर्मी के दिनों में लीची (Litchi) की मिठास और रसीलेपन से लोगों को गर्मी से निजात मिलती है।
लीची क्या है?
लीची का पेड़ मध्यम आकार का होता है। इसके फल गोल और कच्ची अवस्था में हरे रंग के होते हैं तथा पकने पर मखमली लाल रंग के हो जाते हैं। फल के अंदर का गूदा सफेद रंग का मांसल और मीठा होता है। प्रत्येक फल के अंदर भूरे रंग का एक बीज होता है।
आयुर्वेद में लीची ना सिर्फ मधुर स्वाद के लिए जानी जाती है, बल्कि अनेक औषधीय गुणों से भी परिपूर्ण है। लीची की प्रकृति गर्म होती है, जो गठिया के दर्द, वात तथा पित्त के दोषों को कम करती है।
जानते हैं लीची के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुणों के बारे में
लीची के पेड़ की छाल, बीज, पत्तों से लेकर फल तक के कई फायदे हैं। लीची के बीज में विषनाशक और दर्द निवारक गुण होते हैं। यहां तक कि इसके पत्तों में भी कीट दंशनाशक गुण होते हैं।
आंतों के रोग में
आंतों के अस्वस्थ होने पर पेट में दर्द, एसिडिटी जैसे लक्षण दिखने लगते हैं। इसके साथ ही बदहजमी, दस्त, उल्टी आदि परेशानियां होने लगती हैं। ऐसी स्थिति में लीची को कांजी में पीस लें। इसके सेवन से पेट संबंधी समस्याओं में आराम मिलता है।
मधुमेह में
आजकल की अव्यवस्थित जीवन शैली, तनाव, नींद में कमी, जंक फूड का इस्तेमाल, ज्यादा मीठा खाना आदि कारणों से डायबिटीज होने की संभावना बहुत बढ़ जाती है। लीची के नियमित सेवन से मधुमेह के नियंत्रण में मदद मिलती है।
रोग प्रतिरोधकता बढ़ाने में
लीची में बीटा कैरोटीन, नियासीन, राइबोफ्लेविन और फोलेट भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो हमारे शरीर की इम्युनिटी को बढ़ाता है।
पाचन क्रिया में
लीची के सेवन से पाचन तंत्र भी दुरुस्त होता है, क्योंकि इसमें फाइबर होता है। दस्त, उल्टी, पेट की खराबी, पेट के अल्सर और आंतरिक सूजन जैसी समस्याओं में लीची काफी फायदेमंद होता है।
त्वचा के लिए फायदेमंद
त्वचा को सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणों से जो नुकसान पहुंचता है, उससे बचने में पका हुआ लीची फायदेमंद होता है। क्योंकि उसमें शीत और रोपण का गुण पाया जाता है, जो कि त्वचा से अल्ट्रावायलेट किरणों के प्रभाव को कम कर देता है।
वजन कम करने में
लीची में ऑलिगनॉल तत्व, फाइबर एवं जल तत्व होने के कारण यह शरीर से टॉक्सिन को बाहर निकालने में सहायक है, जिससे वजन नियंत्रित होता है। साथ ही इसमें रेचन यानी लैक्सटिव गुण पाया जाता है, जो वजन को कम करने में सहायक होता है।
बालों के लिए
लीची में त्वचा की नमी बनाए रखने का गुण होता है, जिससे सिर की रूक्षता को कम करने में मदद मिलती है। साथ ही यह बालों का रूखापन कम करके उनको बेजान और झड़ने से रोकती है।
आंखों के लिए
आंखों में होने वाली अधिकतर समस्याएं पितृदोष के वजह से होती हैं। जैसे आंखों में जलन, खुजली आदि लीची में पित्त शामक गुण होने के कारण यह आंखों की समस्या में लाभ पहुंचाती है।
वायरल बीमारियों में
पाचन शक्ति कमजोर होने के कारण रोगों से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है और वायरल बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। लीची में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का गुण होता है साथ ही यह पाचन को सुधारते हुए शरीर को बीमारियों से लड़ने योग्य बनाता है।
हृदय को स्वस्थ रखने के लिए
लीची में विटामिन सी होने के कारण रक्तवाहिनीयों को संकुचित होने से रोकती है, जिसके कारण रक्त का संचार सामान्य बना रहता है।
तंत्रिका तंत्र विकार
लीची के बीजों का प्रयोग तंत्रिका तंत्र के विकारों के इलाज में किया जाता है।
चेचक रोग में
चेचक होने पर शरीर पर मसूर दाल के जैसे दाने निकल आते हैं। यह दाने फुंसियों का रूप ले लेते हैं। इन फुंसियों में दर्द भी होता है और इनके कारण बुखार भी आ जाता है। लीची के कच्चे फल का प्रयोग बच्चों के चेचक रोग की चिकित्सा में किया जाता है।
कीड़ों के काटने पर
लीची कीड़ों के काटने के इलाज में भी सहायक है। कई बार छोटे-छोटे कीड़ों के काटने पर दर्द जलन और सूजन हो जाती है। इस दर्द से राहत के लिए लीची बहुत काम आती है। लीची के पत्तों को पीसकर इसे कीड़े के काटने वाले स्थान पर लगाने से दर्द जलन तथा सूजन और अन्य विषाक्त प्रभावों से छुटकारा मिलता है।
लीची में पाए जाने वाले पोषक तत्व (Nutritional Value of Litchi)
लीची के नुकसान
* डायबिटीज के रोगियों को लीची का सेवन थोड़ी मात्रा में करना चाहिए। लीची का ज्यादा सेवन शुगर लेवल को बढ़ा सकता है।
* ज्यादा लीची खाने से गले में खराश हो सकती है तथा बुखार भी आ सकता है।
* लीची के अधिक सेवन से नाक से खून भी बहाना शुरू हो सकता है।
English Translate
Litchi
Litchee is a very sweet and delicious fruit. Everyone, whether children or adults, likes to eat lychee. Litchi is a fruit called rasgulla that grows on trees. During summer, people get relief from heat due to the sweetness and juicyness of Litchi.
What is litchi?
The lychee tree is medium sized. Its fruits are round and raw in green color and become velvety red on ripening. The pulp inside the fruit is white colored fleshy and sweet. There is a brown seed inside each fruit.
In Ayurveda, litchi is not only known for its sweet taste, but is also full of many medicinal properties. The nature of litchi is warm, which reduces the pain of arthritis, vata and bile defects.
Know the advantages, disadvantages, uses and medicinal properties of lychee
Litchi tree has many benefits ranging from bark, seeds, leaves to fruits. Lychee seeds have antimicrobial and pain relieving properties. Even its leaves have insect repellent properties.
In Intestinal Disease
When the intestines are unhealthy, symptoms like abdominal pain, acidity begin to appear. Along with this, problems like indigestion, diarrhea, vomiting etc. begin. In such a situation grind the litchi in kanji. Its use provides relief in stomach problems.
In Diabetes
Due to today's disorganized lifestyle, stress, sleep deprivation, use of junk food, eating more sweet food, the chances of getting diabetes are greatly increased. Regular intake of litchi helps in the control of diabetes.
Increasing Immunity
Lychee is rich in beta carotene, niacin, riboflavin and folate, which increases our body immunity.
In Digestion
The use of litchi also improves the digestive system, as it contains fiber. Lychee is very beneficial in problems like diarrhea, vomiting, upset stomach, stomach ulcers and internal bloating.
Beneficial for the Skin
Ripe litchi is beneficial in protecting the skin from damage caused by the sun's ultraviolet rays. Because it has the properties of cold and planting, which reduces the effect of ultraviolet rays from the skin.
In Weight Loss
Due to the elements of oligonol, fiber and water in litchi, it is helpful in taking out toxins from the body, which controls weight. Also, it has laxative properties, which helps in reducing weight.
For Hair
Lychee has the ability to retain skin moisture, which helps in reducing head acidity. In addition, it reduces the dryness of the hair and prevents them from becoming lifeless and falling out.
For eyes
Most of the problems occurring in the eyes are due to Pitrodh. Such as burning sensation in the eyes, itching etc. It provides benefits in the problem of eyes due to the bile sedative properties of litchi.
In Viral Diseases
Weak digestion power reduces the ability to fight against diseases and increases the risk of viral diseases. Litchi has the property of enhancing the immunity and at the same time it improves the digestion and makes the body fight against diseases.
To keep the Heart healthy
Due to vitamin C in litchi, it prevents the blood vessels from contracting, due to which the circulation of blood remains normal.
Nervous System Disorders
Lychee seeds are used in the treatment of nervous system disorders.
In Chickenpox
Due to smallpox, lentils like lentils appear on the body. These rash take the form of pimples. There is also pain in these pimples and fever comes due to them. The raw fruit of litchi is used in the treatment of chicken pox.
On Insect Bites
Lychee is also helpful in treating insect bites. Sometimes, small insect bites cause pain, burning sensation and swelling. Lychee is very useful for relieving this pain. Grind lychee leaves and apply it on the insect bites to relieve pain, burning sensation and swelling and other toxic effects.
Side Effects of Litchi
* Diabetes patients should consume small amounts of litchi. Excessive consumption of litchi can increase the sugar level.
* Eating too much litchi can cause sore throat and fever.
Excessive intake of litchi may also cause bleeding from the nose.
10 kg ghr de jana 😄😄pani aagya muh ch odh k
ReplyDeleteMuh me Pani aa
ReplyDeleteGaya.
Nice
ReplyDeleteGood info
ReplyDeleteDelicious.
ReplyDeleteTasty tasty 😋😋
ReplyDeleteVery Nice 👌🏻
ReplyDeleteMujhe to lichi bahut pasand hai
ReplyDeleteTasty tasty healthy healthy
ReplyDeleteTasty tasty
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