अरारोट पाउडर (Arrowroot Powder)
विश्वभर में कई प्रकार के कंद पाए जाते हैं, जिनमें औषधीय गुण होते हैं। उन्हीं में से एक अरारोट भी है। इससे बनने वाले अरारोट पाउडर का उपयोग कई प्रकार के पकवानों में किया जाता है। पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण इसे स्वास्थ्य के लिहाज से भी काफी फायदेमंद माना जाता है। कैरेबियन द्वीप में इसका प्रयोग जहरीले तीर (Arrow) से होने वाले घाव के इलाज में किया जाता था। इसी कारण इसे ऐरोरूट कहते हैं। ऐरोरूट से ही इसका नाम अरारोट पड़ा।
अरारोट पाउडर क्या है?
अरारोट पाउडर, अरारोट नामक पौधे के जड़ से बनाई जाती है। जब यह पौधा बड़ा होता है, तब इसके जड़ भी भूमि के अंदर समान रूप से बड़े होते हैं। तब इसके जड़ों को बाहर निकालकर इसे कड़ी धूप में सुखाने के बाद पीसकर अरारोट पाउडर बनाया जाता है। अरारोट एक प्रकार का श्वेतसार (starch) है, जो इस पौधे की जड़ों से निकलता है। अरारोट का पौधा लगभग 90-180 सेमी ऊँचा, और सीधा होता है। यह पौधा मांसल और अनेक वर्ष तक जीवित रहता है। इसके पत्ते अण्डाकार-भालाकार होते हैं। पत्ते 25 सेमी लम्बे और 11.3 सेमी चौड़े होते हैं। ये हल्के हरे रंग के होते हैं। इसके फूल सफेद रंग के गुच्छों में होते हैं। अरारोट के पौधे में फूल सितम्बर से फरवरी तक होता है।
जानते हैं अरारोट पाउडर के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुणों के बारे में
आयुर्वेद के अनुसार, अरारोट (Ararot or Ararut) बहुत ही उत्तम जड़ी-बूटी है, और अरारोट के कई सारे औषधीय गुण हैं, जिससे शरीर को बहुत लाभ होता है।
सिर दर्द होने पर
1-2 ग्राम अरारोट के चूर्ण में 200 मिली जल मिलाकर पकाएं। इसमें 250 मिली दूध और 50 ग्राम मिश्री डालकर फिर पकाएं। जब केवल दूध बाकी रह जाए तो उतार लें। इसे गुनगुना होने पर सेवन करें। इससे सिर दर्द से आराम मिलता है।
खुजली की समस्या
अरारोट के महीन चूर्ण को गुलाबजल में मिलाकर खुजली वाले जगह पर लगाएं। इससे खुजली की बीमारी ठीक होती है।
खूनी बवासीर में
1-2 ग्राम अरारोट के चूर्ण में 200 मिली जल मिलाकर पकाएं। उसमें 250 मिली दूध और 50 ग्राम मिश्री डालकर पकाएं। जब सिर्फ दूध शेष रहे तो गुनगुना अवस्था में पिएं। इससे खूनी बवासीर में लाभ होता है।
मूत्र रोग
1-2 ग्राम अरारोट के चूर्ण को 200 मिली पानी में पकाकर ठंडा कर लें। इसमें मिश्री मिलाकर पीने से पेशाब में जलन, और पेशाब रुक-रुक कर आने की समस्या में लाभ होता है।
घाव हो जाने पर
अरारोट को थोड़े से जल में घोलकर गुनगुना कर लें। इसे घाव पर लेप के रूप में लगाएं। इससे पस वाले घाव और दुर्गन्ध वाले घाव ठीक होते हैं।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए
अरारोट के उपयोग से इम्यून सिस्टम को बढ़ाया जा सकता है। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, अरारोट पाउडर में मौजूद स्टार्च शरीर में फाइबर की तरह कार्य करता है। इस वजह से यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद करता है।
वजन कम करने के लिए
अरारोट के उपयोग से बढ़ती चर्बी और मोटापे की समस्या को भी कम किया जा सकता है। दरअसल, इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर होता है, जिसे मोटापे कम करने में सहायक माना जाता है। इसके अलावा, अरारोट में प्रोटीन की भी अच्छी मात्रा होती है। प्रोटीन और फाइबर दोनों पोषक तत्व भूख को नियंत्रित करने में मदद करते हैं, जिससे वजन को बढ़ने से रोकने में मदद मिल सकती है।
अरारोट के नुकसान (Side-Effects of Arrowroot)
अरारोट के फायदे तो अनेक है, लेकिन अत्यधिक मात्रा में उपयोग करने से कुछ नकारात्मक परिणाम हो सकते है।
अगर कोई भी व्यक्ति किसी विशेष प्रकार की दवा का सेवन कर रहा है, तो अरारोट का सेवन करने से पहले अपने चिकिस्तक की सलाह अवश्य ले।
जिन लोगो को अरारोट के सेवन से एलर्जी में खांसी, उल्टी, मलती की समस्या होती है, उनको इसके सेवन से बचाव करना चाहिए।
अरारोट के साथ फलो के रस का सेवन करने से बचाव करना चाहिए।
अन्य भाषाओं में अरारोट के नाम
Hindi- तीखुर भेद
English- West Indian arrowroot, Bermuda arrowroot, Obedience plant
Bengali- अरारोट (Araroot);
Kannada- कुवेहिट्टू (Kuvehittu);
Gujarati- तपखीर (Tapkhir), तवखीर (Tavkhir);
Tamil- अरारोट्टुककिलंगु (Araruttukkilangu), कुकाई नीरु (Kukai niru);
Telugu– पलागुंडा (Palagunda), पालागुन्टा (Palagunta)
Malayalam- कुव्वा (Kuwa)
🙏🙏
ReplyDeleteVery Nice Information रूपा जी 🙏🙏👍
ReplyDeleteबहुत सुन्दर जानकारी ❣️🍃।
ReplyDeleteजय माँ प्रकृति 🪔🌺🐾🙏🚩🏹⚔️📙⚔️🔱🙌🐅❣️🍃
अच्छी जानकारी
ReplyDeleteInformative Post
ReplyDeleteV useful post
ReplyDeleteअरारोट के औषधीय गुणों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करने के लिए आपका आभार 🙏
ReplyDelete🙏🙏💐💐सुप्रभात 🕉️
ReplyDelete🙏जय शिव शम्भू 🚩🚩🚩
👌👌उपयोगी व लाभप्रद जानकारी के लिए आप का बहुत बहुत धन्यवाद 💐💐
बेहतरीन जानकारी
ReplyDeleteVery nice
ReplyDeleteGood information
ReplyDeleteGood information.
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