हरियल (Treron phoenicoptera)(Yellow-footed Green-Pigeon)
आज मिलते हैं एक और बेहद खूबसूरत चिड़िया से जो महाराष्ट्र का राज्य की राज्य पक्षी है, इसका नाम है ‘हरियल पक्षी’ (Hariyal Pakshi)। हर राज्य का राजकीय पशु, पक्षी, वृक्ष, पुष्प आदि होते हैं, जिनमें से पिछले कुछ अंकों से हम राज्य के राजकीय पक्षी की चर्चा कर रहे हैं। इसी क्रम में आज महाराष्ट्र के राजकीय पक्षी की चर्चा करेंगे।
हर राज्यों की तरह महाराष्ट्र द्वारा भी राज्य का राजकीय पक्षी चुना गया है। यह पक्षी दिखने में बेहद सुंदर है और ऊँचे पेड़ों पर निवास करता है। इसकी विशेष बात ये है कि ये कभी जमीन पर नहीं उतरता। वर्ष 1985 में इंडियन बोर्ड ऑफ़ वाइल्ड लाइफ द्वारा भारत के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को आदेश दिया कि वे अपने राज्य का राजकीय पशु, पक्षी, वृक्ष, पुष्प आदि घोषित करें। कई राज्यों के इस प्रक्रिया में रूचि दिखाई, कईओं ने नहीं दिखाई।
हरियल पक्षी कबूतर की तरह दिखने वाला पक्षी है। इसका रंग हल्का हरा-पीला होता है। रंग के कारण ही इसे ‘हरियल पक्षी’ कहा जाता है। इसके सिर के ऊपर हल्के नीले भूरे रंग के बाल होते हैं। इसक आकार 29 से.मी से 33 सेमी और वजन 225 ग्राम से 260 ग्राम होता है। इसके पंखों का फैलाव 17 सेमी से 19 सेमी होता है। इसकी आँखों का रंग काला होता है। आँखों के आसपास लाल रंग की रिंग होती हैं तथा पैर चमकीले पीले रंग के होते हैं। नर मादा दिखने में एक जैसे होते हैं। बस नर की तुलना में मादा थोड़ी सुस्त होती है।
हरियल पक्षी मुख्यतः भारतीय उपमहाद्वीप में पाया जाने वाला पक्षी हैं। यह पक्षी भारत, श्रीलंका, पाकिस्तान, बर्मा, नेपाल, बांग्लादेश के अतिरिक्त कंबोडिया, चीन में भी पाया जाता है। भारत में यह उत्तरी-पश्चिम रेगिस्तानी क्षेत्र को छोड़कर संपूर्ण भारत में पाए जाते हैं। भारत में हिमालय से लेकर कन्याकुमारी तक और राजस्थान से लेकर पूर्व में असम तक पाये जाते हैं। यह महाराष्ट्र का राजकीय पक्षी है, लेकिन उत्तर प्रदेश में बहुतायत में पाया जाता है।
हरियल पक्षी सदाबहार जंगलों में रहते हैं। इन्हें ऊँचे-ऊँचे पेड़ों वाले जंगलों में रहना पसंद है। ये पीपल या बरगद के पेड़ पर तिनकों और पत्तियों से अपना घोंसला बनाता है। हरियल पक्षी पूर्णतः शाकाहारी होता है। यह कई प्रकार के फल खाते हैं। अनाज के दाने भी खाते हैं। कई प्रकार के फूलों की कलियाँ, छोटे पौधों के अंकुर और बीज खाना पसंद करते हैं। हरियल पक्षी पके फल बड़े चाव से खाते हैं और फल खाते समय कलाबाजियां भी करते हैं। इसके पीपल से लेकर बड, गूलर, अंजीर के पेड़ों के पत्ते खाते हैं। यह बहुत खाऊ पक्षी है और इसे बेर, चिरौंजी जामुन के फल ज्यादा पसंद हैं।
हरियल पक्षी के बारे में रोचक तथ्य
- हरियक पक्षी जमीन पर बहुत कम उत्तरते हैं और सारा जीवन पेड़ पर बिता देते हैं। इन्हें पतझड़ या सदाबहार जंगलों के पेड़ ज्यादा पसंद होते हैं।
- हरियल पक्षी की सबसे विशेष बात ये है कि ये कभी जमीन पर पैर नहीं रखता। यदि इसे कभी जमीन पर उतरना भी पड़े, तो ये अपने पैरों में लकड़ी का टुकड़ा लेकर उतरता है।
- ये पानी पीने के लिए भी जमीन पर नहीं उतरता, बल्कि फलों और पत्तियों पर जमी ओंस से ही अपनी प्यास बुझा लेता है।
- हरियल पक्षी बहुत शर्मीला पक्षी है, जो इंसान को देखते ही चुप्पी साध लेता है।
- हरियल पक्षी का जीवनकाल 26 वर्ष होता है।
- हरियल पक्षी आजीवन एक ही साथी के साथ जीवन व्यतीत करते हैं।
- कबूतर की तरह हरियल पक्षी एक सामाजिक पक्षी है और समूह में रहते हैं। इनका छोटा समूह 5 से 10 पक्षियों का होता है। ये समूह में उड़ान भरते हैं।
- हरियल पक्षी की आवाज़ सीटी जैसी मधुर होती है।
- हरियल पक्षी प्रजनन काल मार्च से जून तक होता है।
- मादा हरियल पक्षी एक बार में 1 या 2 अंडे देती है।
- हरियल पक्षी के अंडे चिकने और लीची के आकार के होते हैं तथा चमकीले सफ़ेद रंग के होते हैं।
- नर और मादा दोनों अंडों की देखभाल करते हैं। ये अंडों को 13 दिन तक सेते हैं।
- हरियल पक्षी का मांस नरम होता है, जिसके कारण इसका अधिक शिकार होता है।
- हरियल पक्षी विलुप्तप्राय जीवों की श्रेणी में शामिल है।
Yellow-footed Green-Pigeon (Treron phoenicoptera)
interesting facts about green bird
- Hariyak birds answer very little on the ground and spend their whole life on the tree. They like trees of autumn or evergreen forests more.
- The most special thing about the green bird is that it never sets foot on the ground. If it ever has to land on the ground, it lands with a piece of wood in its feet.
- It does not descend to the ground even to drink water, but quenches its thirst only by the dew on fruits and leaves.
- Harial bird is a very shy bird, which takes silence on seeing a human being.
- The life span of Hariyal bird is 26 years.
- Harial birds spend life with only one partner.
- Harial birds like pigeons are a social bird and live in groups. Their small group is of 5 to 10 birds. They fly in groups.
- Hariyal bird's voice is as sweet as a whistle.
- Harial bird breeding season is from March to June.
- The female green bird lays 1 or 2 eggs at a time.
- The eggs of the Hariyal bird are smooth and litchi shaped and are bright white in colour.
- Both the male and the female take care of the eggs. They incubate the eggs for 13 days.
- The meat of Harial bird is soft, due to which it is more hunted.
- The green bird is included in the category of endangered species.
🙏🙏
ReplyDeleteविविधता से भरी अद्भुत जानकारी
ReplyDeleteमहाराष्ट्र के राजकीय पक्षी के बारे में जानकारी प्राप्त हुई बहुत अच्छा लगा धन्यवाद जीl
ReplyDeleteVery nice
ReplyDeleteअच्छी जानकारी
ReplyDeleteअच्छी जानकारी
ReplyDeletenice information
ReplyDeleteरोचक
ReplyDelete🙏🙏💐💐शुभरात्रि 🕉️
ReplyDelete🙏जय जय सियाराम 🚩🚩🚩
👌👌👌अद्धभुत, बहुत सुन्दर जानकारी, आप का बहुत बहुत धन्यवाद 💐💐
अद्भुत जगत की परमात्मा द्वारा रचित अद्भुत और मनमोहक चिड़ियां 🌹🙏गोविंद🙏🌹
ReplyDeleteशुभ मंगल 🌺
ReplyDeleteजय मंगल 🌺
जय श्री राम 🙏🚩🏹🙌
शुभ मंगल 🌺
ReplyDeleteजय मंगल 🌺
जय श्री राम 🙏🚩🏹🙌
Bahut badhiya jankari
ReplyDeleteसुंदर और रोचक जानकारी
ReplyDeleteNice information
ReplyDeleteit is very beautiful.
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