भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अग्रदूत मंगल पांडे की जयंती आज
मंगल पांडे, यह नाम किसी भी पहचान का मोहताज नहीं, देश का बच्चा-बच्चा जानता है कि देश के पहले स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत मंगल पांडे ने की थी। मंगल पांडे ऐसे स्वतंत्रता सेनानी हैं, जिन्होंने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ पहली गोली चलाई थी। मंगल पांडे ने देश में अंग्रेजों के विरुद्ध विद्रोह की जो चिंगारी जलाई थी, वह कहीं ज्वाला का रूप ना ले ले इस डर से अंग्रेज प्रशासन ने उन्हें फांसी की सजा तय दिन से 10 दिन पहले ही दे दी थी।
आज मंगल पांडे जी की जन्म तिथि पर जानते हैं, अंग्रेजों के खिलाफ स्वतंत्रता का बिगुल बजाने वाले मंगल पांडे की वीर गाथा।
देश के पहले स्वतंत्रता सेनानी मंगल पांडे का जन्म 19 जुलाई 1827 को उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के नगवा गांव में हुआ था। वह सरयूपारीण ब्राह्मण परिवार से थे। उनके पिता का नाम दिवाकर पांडे और मां का नाम अभय रानी पांडे था। उनका उनका बचपन आम बच्चों की तरह ही बीता। 1849 में मात्र 22 वर्ष की उम्र में वे ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना में बंगाल नेटिव इन्फेंट्री (BNI) बटालियन की 34वीं रेजीमेंट में पैदल सेना के सिपाही के रूप में भर्ती किए गए। इस रेजीमेंट में ज्यादातर ब्राह्मणों को ही भर्ती किया जाता था।
1850 में सिपाहियों के लिए नई इनफील्ड राइफल लाई गई। इन नई इनफील्ड राइफलों के कारतूस में गाय और सुअर की चर्बी मिली होती थी। इस कारतूसों को उपयोग करने से पहले मुंह से काटना पड़ता था। ऐसे में यह बात हिंदुओं के साथ-साथ मुस्लिमों की धार्मिक भावनाओं के साथ भी खिलवाड़ था।
मंगल पांडे ने इस बात का विरोध किया और अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। 29 मार्च 1957 को मंगल पांडे ने विद्रोह कर कारतूस का इस्तेमाल करने से मना कर दिया, जिसके चलते उन्हें सेना से निकाल दिया गया। पांडे ने विद्रोह करते हुए कई सिपाहियों को साथ ले लिया और अंग्रेज अफसर हेअरसेय पर हमला बोल दिया। उन्होंने 'मारो फिरंगी को' का नारा दिया था। बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और उनका कोर्ट मार्शल हुआ। मुकदमे के दौरान उन्होंने अंग्रेज अफसरों के खिलाफ विद्रोह की बात स्वीकार ली और उन्हें फांसी की सजा सुनाई गई। तय किया गया कि उन्हें 18 अप्रैल को फांसी दी जाएगी, लेकिन अंग्रेजों को डर था कि पांडे द्वारा फूंका गया बिगुल जल्द ही आग की तरह पूरे हिंदुस्तान में फैल जाएगा। भारी विद्रोह के अंदेशे के भयवश तय दिन से 10 दिन पहले ही मंगल पांडे को 8 अप्रैल को ही फांसी दे दी थी।
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Today is the birth anniversary of Mangal Pandey, the forerunner of the Indian freedom struggle
Mangal Pandey, this name does not need any recognition, every child of the country knows that Mangal Pandey started the country's first freedom struggle. Mangal Pandey is such a freedom fighter, who fired the first shot against the British Government. Fearing that the spark of rebellion against the British that Mangal Pandey had lit in the country might turn into a flame, the British administration had given him the death sentence 10 days before the scheduled day.
Today, on the birth date of Mangal Pandey, we know the heroic story of Mangal Pandey, who played the bugle of freedom against the British.
The country's first freedom fighter Mangal Pandey was born on 19 July 1827 in Nagwa village of Ballia district of Uttar Pradesh. He belonged to Saryuparin Brahmin family. His father's name was Diwakar Pandey and mother's name was Abhay Rani Pandey. His childhood was spent like ordinary children. In 1849, at the age of 22, he joined the British East India Company's army as an infantry soldier in the 34th Regiment of the Bengal Native Infantry (BNI) Battalion. Mostly Brahmins were recruited in this regiment.
In 1850 a new Enfield rifle was introduced for the sepoys. The cartridges of these new Enfield rifles were mixed with cow and pig fat. These cartridges had to be cut from the mouth before use. In such a situation, this thing was playing with the religious sentiments of Hindus as well as Muslims.
Mangal Pandey opposed this and opened a front against the British rule. On 29 March 1957, Mangal Pandey rebelled and refused to use cartridges, due to which he was expelled from the army. Pandey revolted and took many soldiers with him and attacked the British officer Hearsey. He gave the slogan 'Maro Firangi Ko'. He was later arrested and court martialled. During the trial, he confessed to mutiny against the British officers and was sentenced to death. It was decided that he would be hanged on 18 April, but the British feared that the bugle blown by Pandey would soon spread like a fire across India. Mangal Pandey was hanged on 8th April itself, 10 days before the scheduled day due to the apprehension of heavy rebellion.
🙏🙏
ReplyDelete🙏🙏🙏स्वतन्त्रता संग्राम के अग्रणी स्वतन्त्रता सेनानी श्री मंगल पांडे जी की जयंती पर उन्हें कोटिशः कोटिशः नमन 🙏🙏🙏
ReplyDelete🙏जय माँ भारती 🇮🇳
🙏जयहिंद 🇮🇳
🙏वन्देमातरम 🇮🇳
🙏🙏🙏महत्वपूर्ण जानकारी शेयर करने के लिए आप का बहुत बहुत धन्यवाद 💐💐
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्री मंगल पांडे जी की जयंती पर कोटिशः कोटिशः नमन 🙏
ReplyDeleteअज के इस दिनकेलिये सभी को मेरा अभिनंदन आज श्री मंगल पांडे जी का जन्म दिन है। 🙏🙏🙏
ReplyDeleteमंगल पांडे जी की जयंती है आज उनको कोटि-कोटि नमन🙏
ReplyDeleteमंगल पाण्डेय की जयंती पर कोटि- कोटि नमन
ReplyDeleteप्रथम स्वतंत्रता संग्राम के महानायक
ReplyDeleteको सादर नमन 🙏🇮🇳
हम मंगल पांडे का सम्मान करते हैं, जिनके निडर विद्रोह ने ब्रिटिश साम्राज्य को हिलाकर रख दिया । प्रणाम मंगल पांडे जी🙏
ReplyDeleteमंगल पांडे जी को शत शत नमन 🙏
ReplyDeleteमंगल पांडे की अदम्य भावना और निस्वार्थ बलिदान हमें उत्पीड़न के खिलाफ खड़े होने के लिए प्रेरित करता है ! नमन है उस निडर मंगल पांडे को 🙏 जय हिंद जय भारत🙏
ReplyDeleteप्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 की क्रांति के अग्रदूत, माँ भारती के वीर सपूत, अमर शहीद महान क्रांतिकारी मंगलपांडे जी की जयंती पर उन्हें शत्-शत् नमन।
ReplyDeleteस्वतंत्रता सेनानी स्व. मंगल पांडे जी की जयंती पर सादर नमन..!!
ReplyDeleteभारत के वीर सपूत मंगलपांडे को उनकी जयंती पर शत-शत नमन
ReplyDeleteमहानायक अमर शहीद मंगल पांडे जी की जयंती पर शत शत नमन।
ReplyDeleteआज हम बहादुर स्वतंत्रता सेनानी मंगल पांडे की जयंती पर नमन करते है, जिन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ प्रतिरोध की लौ जलाई है|
ReplyDeleteजय भारत, वंदेमातरम 🙏
ReplyDeleteअमर शहीद मंगल पांडे जी को शत शत नमन 🙏🏻
ReplyDeleteJai Mangal Pandey ji
ReplyDeleteHmare shaheed Mangal Pandey Ji ko naman
ReplyDeleteJai Hind
ReplyDeleteMangal Pandey ji ki jai ho
ReplyDeleteHmare desh mei aise mahaan shaheed hain 🙏
ReplyDeleteHmara desh mahaan hai, 👌🙏🙏🙏
ReplyDeleteHmare desh k shaheed mahan hai
ReplyDeleteMangal Pandey ji aur hmare desh ke sabi shahido ko mera naman
ReplyDeleteBritish government ko hila Dena Dene Wale hmare amar shaheed Mangal Pandey ji 🙏🙏
ReplyDeleteHmare mahan shaheed shari Mangal Pandey 🙏
ReplyDeleteHumko gave hai aise shaheed netao par
ReplyDeleteMangal Pandey ji aap Amar raho hmesha
ReplyDeleteApka nidarshan mujhe bahut prerit karta hai..
ReplyDeleteअमर शहीद मंगल पांडे जी को शत शत नमन 🙏🏻
ReplyDeleteअमर शहीद मंगल पांडे जी को शत शत नमन 🙏🏻
ReplyDeleteMangal Pandey ji aap Amar raho hmesha
ReplyDeleteमहानायक अमर शहीद मंगल पांडे जी की जयंती पर शत शत नमन।
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Hmare mahan shaheed shari Mangal Pandey 🙏
ReplyDeleteशत शत नमन 🙏🏻
ReplyDeleteमंगल पांडे जी को शत शत नमन 🙏🏻
ReplyDeleteप्रथम स्वतंत्रता संग्राम के महानायक
ReplyDeleteको सादर नमन 🙏🇮🇳
प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के महानायक
ReplyDeleteको सादर नमन 🙏
शत शत नमन 🙏🏻
ReplyDeleteमंगल पांडे जी स्वतंत्रता के पहले आंदोलन की वह ज्योति हैं, जिससे देश को गुलामी की बेड़ियों से मुक्त होने की आशा मिली। उन्होंने स्वाधीनता की चिंगारी को धधकती हुई अग्नि में बदला और स्वतंत्रता सेनानियों को एक नई दिशा व प्रेरणा दी।
ReplyDeleteमाँ भारती के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले ऐसे वीर की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन।
अंग्रेजों के खिलाफ स्वतंत्रता का बिगुल बजाने वाले मंगल पांडे जी को उनके जन्मदिवस पर उन्हें कोटि कोटि नमन है 🥀🥀🥀🥀🥀
ReplyDeleteमंगल पांडे की अदम्य भावना और निस्वार्थ बलिदान हमें उत्पीड़न के खिलाफ खड़े होने के लिए प्रेरित करता है ! नमन है उस निडर मंगल पांडे को 🙏 जय हिंद जय भारत🙏
ReplyDeleteअंग्रेजों के खिलाफ स्वतंत्रता का बिगुल बजाने वाले मंगल पांडे जी को उनके जन्मदिवस पर उन्हें कोटि कोटि नमन है 🙏💐
ReplyDeleteमंगल पांडेय जी को जन्मदिवस पर नमन 🙏💐
ReplyDeleteमंगल पांडे जी स्वतंत्रता के पहले आंदोलन की वह ज्योति हैं, जिससे देश को गुलामी की बेड़ियों से मुक्त होने की आशा मिली थी ।
Deleteमंगल पांडे जी स्वतंत्रता के पहले आंदोलन की वह ज्योति हैं, जिससे देश को गुलामी की बेड़ियों से मुक्त होने की आशा मिली थी ।
Deleteप्रथम स्वतंत्रता संग्राम के महानायक
ReplyDeleteको सादर नमन 🙏🇮🇳
29 मार्च,1857 को स्वतंत्रता संग्राम का बिगुल फूंकने वाले आदरणीय मंगल पाण्डेय जी को उनकी पावन जन्म तिथि पर शत शत नमन।
ReplyDeleteकोटि कोटि नमन 🙏🙏
ReplyDeleteJai hind
ReplyDeleteJai hind
ReplyDeleteMangal Pandey ki jai ho
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