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23 मार्च : भगतसिंह, राजगुरु और सुखदेव शहीद दिवस

23 मार्च : भगतसिंह, राजगुरु और सुखदेव शहीद दिवस


"लिख रहा हूँ मैं अंजाम जिसका कल आगाज़ आयेगा,
मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लाएगा,
मैं रहूँ या न रहूँ पर मेरा वादा हैं तुमसे कि,
मेरे बाद वतन पर मरने वालों का सैलाब आएगा"

आज शहीदी दिवस के मौके पर शहीद-ए-आजम भगत सिंह, शहीद सूखदेव और शहीद राजगुरू के बलिदान को कोटिशः नमन 

23 मार्च : भगतसिंह, राजगुरु और सुखदेव शहीद दिवस

भारत देश में प्रतिवर्ष 7 शहीद दिवस मनाया जाते हैं। शहीदी दिवस शहीदों के सम्मान में मनाया जाता है। यह सात दिन 30 जनवरी, 23 मार्च, 19 मई, 21 अक्टूबर, 17 नवंबर, 19 नवंबर और 24 नवंबर है।

आज के दिन अर्थात 23 मार्च को भारत के सपूत शहीद भगत सिंह सुखदेव और राजगुरु ने हंसते-हंसते फांसी की सजा को गले लगा लिया था। भगत सिंह सुखदेव और राजगुरु को अंग्रेजों ने निर्धारित समय से पूर्व ही 23 मार्च 1931 को फांसी की सजा दे दी थी। भगत सिंह सुखदेव और राजगुरु ने बहुत ही कम उम्र में ही देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। इसीलिए 23 मार्च को प्रतिवर्ष भारत मां के वीर सपूतों को श्रद्धांजलि देने के लिए शहीदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। 

23 मार्च : भगतसिंह, राजगुरु और सुखदेव शहीद दिवस

भारत मां के तीनों वीर सपूतों को फांसी की सजा देने के लिए अंग्रेजों ने 24 मार्च 1931 की तारीख तय की थी, परंतु शहीद भगत सिंह के हद से ज्यादा युवा समर्थको द्वारा विद्रोह का अंदेशा था, इसलिए उन्होंने 24 मार्च 1931 की तय तारीख से पहले ही 23 मार्च को रात को फांसी की सजा दे दी थी।

भगतसिंह का जन्म 28 सितंबर 1907 को हुआ था और 23 मार्च 1931 को शाम 7.23 पर भगत सिंह, सुखदेव तथा राजगुरु को फांसी दे दी गई। 

23 मार्च : भगतसिंह, राजगुरु और सुखदेव शहीद दिवस

शहीद सुखदेव : सुखदेव का जन्म 15 मई, 1907 को पंजाब को लायलपुर पाकिस्तान में हुआ। भगतसिंह और सुखदेव के परिवार लायलपुर में पास-पास ही रहने से इन दोनों वीरों में गहरी दोस्ती थी, साथ ही दोनों लाहौर नेशनल कॉलेज के छात्र थे। सांडर्स हत्याकांड में इन्होंने भगतसिंह तथा राजगुरु का साथ दिया था।

शहीद राजगुरु : 24 अगस्त, 1908 को पुणे जिले के खेड़ा में राजगुरु का जन्म हुआ। शिवाजी की छापामार शैली के प्रशंसक राजगुरु लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक के विचारों से भी प्रभावित थे।

15 comments:

  1. भारत माँ के इन अमर सपूतों को शत शत नमन।

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  2. पवन कुमारMarch 23, 2023 at 1:46 PM

    भारत माता के ऐसे सच्चे वीर बलिदानी सपूत को
    शत शत नमन है🙏🙏🙏
    ऐसे सपूत पर हर भारतीय को गर्व है । आज भी
    उनके पदचिन्हों पर चलने की जरूरत है । शायद
    आज अगर भगत सिंह जिंदा होते तो उनका दिल
    दुखी होता। आज जो हालात है उसपर विचार
    करने की जरूरत है तभी इस वीर बलिदानी को
    सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

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  3. Jai Bharat Jai Hind

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  4. आज शहीदी दिवस पर अमर शहीद भगत सिंह,सुखदेव तथा राजगुरु को हार्दिक श्रद्धांजलि एवम शत शत नमन।

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  5. उनकी शहादत को शत शत नमन

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  6. संजय कुमारMarch 24, 2023 at 1:16 AM

    🙏अमर बलिदानी भगतसिंह जी, राजगुरु जी, सुखदेव जी के बलिदान दिवस पर उनके चरणों मे कोटिशः कोटिशः नमन 🙏🙏🙏
    🇮🇳जयहिंद 🇮🇳
    🇮🇳वन्देमातरम 🇮🇳
    🙏🙏🙏हम सबके हीरो, अमर बलिदानियों के बारे मे महत्वपूर्ण जानकारी शेयर करने के लिए आप का बहुत बहुत धन्यवाद 🙏💐🚩🇮🇳

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  7. Shat shat naman. Inqalab zindabad

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  8. श्रद्धांजलि 🙏🙏🙏

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  9. श्रद्धांजलि🙏🏻

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