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गुलब्बास या कृष्ण कली || Gulabbas or Krishnakali ||

गुलब्बास या कृष्ण कली

आज आपको एक ऐसे फूल से मिलवाते हैं, जिसको देखा तो सभी ने होगा, परंतु इसके नाम से और इसके गुणों से कम लोग ही कोई अवगत होंगे। यह है गुलब्बास या कृष्णकली का फूल। क्यों, सही कहा ना, गली - नुक्कड़ पर आसानी से दिखने वाले इस फूल का नाम किसी को पता नहीं था ना? अंग्रेजी में इस फूल को "फोर ओ क्लॉक फ्लावर" भी कहा जाता है, क्योंकि यह फूल दोपहर के बाद 4:00 बजे शाम को खिलता है। इसके फूल लाल, पीले, बैगनी और गुलाबी रंग के तथा धब्बेदार भी होते हैं।

गुलब्बास या कृष्ण कली  || Gulabbas or Krishnakali ||

गुलब्बास या कृष्ण कली क्या है?

कृष्णकली घर के बगीचों और गमलों में आसानी से उगने वाला, मोटे कंदीय जड़ वाला एक शाकीय पौधा होता है। यह लगभग 1 मीटर ऊंचा, बहूवर्षीय शाक होता है। इसकी शाखाएं द्विविभाजित होती हैं। इसका तना मांसल तथा पर्वसंधियों से युक्त होता है। इसके पत्ते साधारण होते हैं, जिसके आगे का भाग नुकीला होता है। इसके फूल पांच परिदल पत्ते वाले होते हैं। इसका फूल ठंडी प्रकृति वाला होता है। कृष्ण कली का फल गोलाकार काले रंग का झुर्रिदार, गोल मरीच के समान होता है। इस पौधे में फूल खिलने का समय जुलाई से जनवरी तक का होता है।

गुलब्बास या कृष्ण कली  || Gulabbas or Krishnakali ||

जानते हैं कृष्ण कली के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुणों के बारे में

आयुर्वेद में कृष्णकली के फायदे के बारे में अनेक बातें बताई गई हैं। कब्ज की समस्या, सूजन कम करने, डायबिटीज, खुजली आदि में गुलब्बास से लाभ मिलता है।

पित्त संबंधी समस्या

कृष्ण कली के पत्ते के रस का लेप करने से पित्त के कारण हुए जलन तथा खुजली में आराम मिलता है।

कब्ज की समस्या

अव्यवस्थित जीवनशैली की वजह से शरीर में बहुत सारी परेशानियां बढ़ गई हैं। संतुलित भोजन ना करने की वजह से कब्ज जैसी समस्या आम हो गई है। ऐसे में कृष्ण कली के पत्ते के रस को पेट पर लगाने मात्र से या पेट की मालिश करने से आराम मिलता है।

खुजली की समस्या

किसी बिमारी के वजह से या सनबर्न की वजह से या रूखे त्वचा के कारण खुजली की समस्या हो सकती है। कृष्णकली इसमें फायदेमंद है। कृष्णकली के पत्ते के रस को प्रभावित जगह पर लगाने से खुजली से आराम मिलता है।

गुलब्बास या कृष्ण कली  || Gulabbas or Krishnakali ||

डायबिटीज की वजह से होने वाले घाव में

यदि किसी व्यक्ति को मधुमेह है और उससे कोई घाव हो जाता है, तो वह जल्दी सूखता नहीं है। ऐसी अवस्था में कृष्णकली के कंद को पीसकर लगाने से मधुमेह के कारण होने वाले घाव में लाभ होता है।

फोड़े को सुखाने में

कृष्ण कली के पत्तों को पीसकर गुनगुना करके बांधने से फोड़े थोड़ी जल्दी पक कर फूट जाते हैं और सुख जाते हैं।

गुलब्बास या कृष्ण कली  || Gulabbas or Krishnakali ||

सूजन होने पर

अगर शरीर के किसी भी अंग में सूजन हो गया है और कम नहीं हो रहा है, तो कृष्ण कली के जड़ को पीसकर लेप लगाने से चोट के कारण उत्पन्न सूजन ठीक हो जाती है।

मोच के दर्द में

कृष्णकली के पत्तों को पीसकर मोच वाले जगह पर लगाने से लाभ होता है।

पाइल्स की समस्या

ज्यादा मसालेदार, तीखा खाने से तथा पेट की गड़बड़ी से पाइल्स की समस्या उत्पन्न हो जाती है। ऐसे में बवासीर के मस्सों पर इसके पत्तों का रस लगाने से मस्से सूखकर नष्ट हो जाते हैं।

गुलब्बास या कृष्ण कली  || Gulabbas or Krishnakali ||

विभिन्न भाषाओं में कृष्णकली का नाम

Sanskrit-    संध्याकाली, कृष्णकली;
Hindi-        गुलब्बास, गुलाबास;
Urdu-         गुलेब्बास (Guleabbas);
Konkani-   आकाशमुरी (Akashmuri), मेरेम्डी (Meremdi);
Kannada-   संजामल्लिगे (Sanjamallige), संजिमल्लिगे (Sanjimallige), चट्टमल्लिगे (Chattmallige), चन्द्रमल्लिगे (Chandermallige);
Gujrati-     गुलबास (Gulbas);
Tamil-       अन्धिमल्लिगई (Andimalligai);
Telugu-     चन्द्रमल्ली (Chandarmalli), चन्द्रकान्ता (Chandarkanta);
Bengali-    कृष्णकेली (Krishnakeli);
Nepali-      लंकाफूल (Lankaphool);
Punjabi-    अबासी (Abasi), गुलब्बास (Gulabbas);
Malayalam-अन्तिमलारी(Antimalari);
Marathi-    गुलअब्बास (Gulababas);
Manipuri-    मुकाक लेई (Mukak lei)।
English-    ब्यूटी ऑफ दी नाइट (Beauty of the night);
Arbi-    जहरूलाजल (Zahrulajal), शाहेल्लेइल्ली (Shahelleilli);
Persian-गुलेब्बास(Guleabbas)
गुलब्बास या कृष्ण कली  || Gulabbas or Krishnakali ||

English Translate

Gulabbas or Krishnakali

Today, let us introduce you to such a flower, which everyone would have seen, but hardly anyone would be aware of its name and its properties. This is the flower of Gulabbas or Krishna Kali. Why, right? This flower is also called "four o clock flower" in English, because this flower blooms after noon at 4:00 pm. Its flowers are red, yellow, purple and pink in color and also speckled.

What is Gulabbas or Krishna Kali?

Krishnakali is a herbaceous plant with thick tuberous roots, easy to grow in home gardens and pots. It is a perennial herb about 1 meter high. Its branches are bifurcated. Its stem is fleshy and full of joints. Its leaves are simple, the front part of which is sharp. Its flowers are having five circumscribed leaves. Its flower is cold in nature. The fruit of Krishna bud is spherical black in color, wrinkled, like a round marig. The flowering time of this plant is from July to January.
गुलब्बास या कृष्ण कली  || Gulabbas or Krishnakali ||

Know about the advantages, disadvantages, uses and medicinal properties of Krishna Kali

Many things have been told about the benefits of Krishna Kali in Ayurveda. Gulabbas is beneficial in the problem of constipation, reducing swelling, diabetes, itching etc.

bile problem

Applying juice of black bud leaves provides relief in burning and itching caused by pitta.

constipation problem

Due to the chaotic lifestyle, many problems have increased in the body. Problems like constipation have become common due to lack of balanced diet, in such a situation, simply applying the juice of the leaves of Krishna bud on the stomach or massaging the stomach provides relief.

itching problem

The problem of itching can be due to some disease or due to sunburn or due to dry skin. Krishnakali is beneficial in this. Applying the juice of the leaves of Krishna Kali on the affected area provides relief from itching.

wound caused by diabetes

If a person has diabetes and it causes a wound, it does not dry quickly. In such a condition, grinding the tuber of Krishna Kali is beneficial in wounds caused by diabetes.
गुलब्बास या कृष्ण कली  || Gulabbas or Krishnakali ||

to dry the boil

Grinding the leaves of Krishna bud and tying it lukewarm, boils ripen a little sooner, bursts and dries up.

in case of swelling

If there is swelling in any part of the body and it is not decreasing, then applying paste by grinding the root of the black bud ends the swelling caused by the injury.

in sprain pain

Grinding the leaves of Krishna Kali and applying it on the sprained area is beneficial.

problem of piles

The problem of piles arises due to eating more spicy, spicy food and stomach upset, in such a situation, by applying the juice of its leaves on the piles, the warts get dried and destroyed.

गुलब्बास या कृष्ण कली  || Gulabbas or Krishnakali ||

गुलब्बास के नुकसान (Side Effects of Gulabbas)

गुलब्बास के नुकसान के विषय में कोई भी उल्लेख प्राप्त नहीं है। 

19 comments:

  1. फूल तो सदा से ही गुण कारी रहे हैं,फूलों की बहुत सी विशेषताएं है ये फूल दोस्ती को भी बढाते है जब कोई मोहब्बत मे होता है तो ये फूल ही उसकी मोहब्बत का प्रतीक बनते हैं।

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  2. रोचक और ज्ञानवर्धक जानकारी 👍

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  3. रोचक जानकारी

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  4. अत्यंत महत्वपूर्ण और रोचक औषधि के साथ ज्ञान वर्धक भी है पौधे की जानकारी।। धन्यवाद जी।। शुभ संध्या

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  5. अच्छी जानकारी

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  6. Areee waah..ye to sadak kinare dikh jata hai, bina kisi mehnat ke ug bhi aata hai.. good information

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  7. बिल्कुल सही कहा नाम से अंजान थे और ये भी अद्भुत है कि इसके फूल शाम के 4 बजे खिलता है। औषधीय गुणों से भरपूर भी है।
    अच्छी और उपयोगी जानकारी

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  8. सही में कृष्ण कली फूल देखा तो था लेकिन इसका नाम नही पता था।

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  9. अच्छी जानकारी

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  10. अत्यंत मनमोहक फुल। 💯🙋‍♂️💐👏👍🙏♥️

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