सीडीएस जनरल बिपिन रावत
सीडीएस जनरल बिपिन रावत यह कोई साधारण नाम नहीं है, अपितु शौर्य और साहस का दूसरा नाम है। 8 दिसंबर से सबके जुबान पर एक ही नाम है जनरल बिपिन रावत। देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत तमिलनाडु के कुन्नूर में सेना के चौक पर विमान हादसे में दुनिया को अलविदा कह गए। जनरल बिपिन रावत के साथ ही इस हादसे में उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 सैन्य अधिकारी नहीं रहे।
जनरल बिपिन रावत एक बार और सुर्खियों में रहे थे, जब उन्होंने सेना की कमान संभालने के दौरान पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक, डोकलाम में चीनी सेना को पीछे धकेलना और जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 लगने के बाद माहौल को संभालने समेत कई कारनामे को अंजाम दिया था। यह गोरखा रेजीमेंट के चौथे अधिकारी थे, जो देश के सेना अध्यक्ष बने।
जनरल बिपिन रावत PVSM, UYSM, AVSM, SM, VSM, ADC (16 मार्च 1958 से 8 दिसंबर 2021) भारत के पहले रक्षा प्रमुख या चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ थे। उन्होंने 1 जनवरी 2020 को रक्षा प्रमुख के पद का भार ग्रहण किया। इससे पूर्व वह भारतीय थल सेनाध्यक्ष के पद पर 31 दिसंबर 2016 से 31 दिसंबर 2019 तक रहे। 8 दिसंबर 2021 को एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में 63 वर्ष की आयु में जनरल रावत का निधन हो गया।
जनरल बिपिन रावत 2019 में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ सीडीएस का पद संभालने वाले भारतीय सशस्त्र बलों के पहले अधिकारी बने। जनरल बिपिन रावत के कार्यों का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सरकार ने सेना प्रमुख पद से उनकी सेवानिवृत्ति से ठीक पहले उन्हें CDS के लिए नामित कर दिया। CDS में उनका कार्यकाल 2022 में खत्म होना था, लेकिन इससे पहले ही उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।
गोरखा रेजीमेंट से सेना प्रमुख तक का सफर
जनरल बिपिन रावत गोरखा रेजीमेंट के चौथे अधिकारी थे, जो सेना अध्यक्ष बने थे। सीडीएस के रूप में जनरल रावत सेना से संबंधित मामलों पर सरकार के एकल बिंदु सलाहकार थे। इस भूमिका में जनरल रावत ने सशस्त्र बलों के 3 विंग भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना और भारतीय नौसेना के बीच बेहतर तालमेल पर ध्यान केंद्रित किया। जनरल रावत को। 30 दिसंबर 2016 को सेनाध्यक्ष नियुक्त किया गया था। 30 दिसंबर 2019 को जनरल रावत को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ नियुक्त किया गया था।
जनरल बिपिन रावत का बेदाग सैन्य करियर
जनरल रावत ने एक ब्रिगेड कमांडर, जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ (जीओसी - सी) दक्षिणी कमान, सैन्य संचालन निदेशालय में जनरल स्टाफ ऑफिसर, कर्नल सैन्य सचिव और उप सैन्य सचिव की सेवा में चार दशक बिताएं। जनरल रावत जूनियर विंग में सचिव की शाखा और वरिष्ठ प्रशिक्षक के पद पर भी रहे। वह संयुक्त राष्ट्र शांति सेना यूएनपीएफ का भी हिस्सा थे और उन्होंने कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में एक बहुराष्ट्रीय ब्रिगेड की कमान संभाली थी।
2015 में उग्रवादियों को सफलतापूर्वक जवाब दिया
2015 में भारतीय सेना ने नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड - खापलांग (NSCN-K) के उग्रवादियों द्वारा किए गए घात का सफलतापूर्वक जवाब दिया। जनरल रावत ने उस मिशन की निगरानी की थी, जिसे III कोर आयोजित किया गया था।
2016 सर्जिकल स्ट्राइक में उड़ाई पार्क की नींद
अपने बेहद सफल कैरियर में जनरल बिपिन रावत के नाम कई उपलब्धियां है। जनरल रावत ने पूर्वोत्तर में उग्रवाद को नियंत्रित करने, म्यांमार में 2015 सीमा पर ऑपरेशन की निगरानी और 2016 के सर्जिकल स्ट्राइक की निगरानी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
2017 लोकलाम में चीन को पीछे धकेला
2017 में लोकनाम में भारतीय और चीनी सेनाएं आमने-सामने थी। चीन लोकलाम में के एक हिस्से में सड़क बना रहा था, लेकिन भारतीय सेना के कड़े विरोध के बाद दोनों सेनाओं के बीच युद्ध जैसी स्थिति आ गई थी। 70 से ज्यादा दिनों तक यह विवाद चला लेकिन सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत की अगुवाई में भारतीय सेना ने चीनी सेना का डटकर सामना किया और चीन को पीछे होने पर मजबूर किया।
2017 में कश्मीर में ऑपरेशन ऑल आउट
जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान की तरफ से फैलाए जा रहे आतंक में पिछले कुछ दशकों से अपनी जड़े जमा ली हैं। विपिन रावत के कमान संभालने के बाद 2017 में भारतीय सेना की तरफ से "ऑपरेशन ऑल आउट" लांच किया गया। इस ऑपरेशन के जरिए जम्मू कश्मीर में कई आतंकी संगठनों को ठिकाने लगाया गया।
2019 में जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद संभाला मोर्चा
केंद्र सरकार ने 2019 में जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटा दिया था। इस दौरान मोदी सरकार के सामने घाटी में शांति की कड़ी चुनौती थी। ऐसे में सरकार ने बड़ी संख्या में सेना के जवान कश्मीर में तैनात किए। तब सेना प्रमुख बिपिन रावत ने ही पूरी जिम्मेदारी संभाली और कश्मीर में मोर्चा संभाला था।
परम विशिष्ट सेवा मेडल, उत्तम युद्ध सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल, विशिष्ट सेवा मेडल, युद्ध सेवा मेडल और सेना मेडल से अलंकृत जनरल बिपिन रावत ने भारतीय सेना में विशिष्ट सेवा की थी।
सीडीएस जनरल बिपिन रावत की अंतिम यात्रा में शामिल हुए 4 पड़ोसी देशों के टॉप कमांडर
देश के शीर्ष सैन्य अधिकारी सीडीएस जनरल बिपिन रावत की अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए। इस अंतिम यात्रा में आम लोगों के साथ ही पड़ोसी देश श्रीलंका, भूटान, बांग्लादेश और नेपाल के टॉप कमांडर भी शामिल हुए।
सीडीएस जनरल बिपिन रावत की प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
विपिन लक्ष्मण सिंह रावत का जन्म 16 मार्च 1958 को उत्तराखंड के गढ़वाल जिले के पौड़ी में हुआ था। इनका परिवार कई पीढ़ियों से भारतीय सेना में सेवा दे रहा था। इनके पिता लक्ष्मण सिंह रावत पौड़ी गढ़वाल जिले के सैंजी गांव से थे और लेफ्टिनेंट जनरल के पद से सेवानिवृत्त हुए। इनकी माता उत्तरकाशी जिले से थी और उत्तरकाशी विधानसभा से विधायक रह चुके किशन सिंह परमार की पुत्री थी।
जनरल रावत की शुरुआती शिक्षा देहरादून के कैंब्रियन हॉल स्कूल और शिमला के सेंट एडवर्ड स्कूल में हुई। इसके बाद उन्होंने खड़कवासला स्थित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में दाखिला लिया। इसके बाद रावत ने भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून से प्रथम श्रेणी में स्नातक की उपाधि प्राप्त की और यहां उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए 'सोर्ड ऑफ ऑनर' अवार्ड दिया गया।
रावत ने डिफेंस सर्विसेज, स्टाफ कॉलेज वेलिंगटन से भी स्नातक की शिक्षा ली और फ़ोर्ट लेवेनवर्थ, कन्सा, स्थित यूनाइटेड स्टेट आर्मी कमांड एवं जनरल ऑफ कॉलेज से 1997 में उपाधि ग्रहण की। बाद में रावत ने मद्रास विश्वविद्यालय से रक्षा अध्ययन विषय में एमफिल की उपाधि एवं प्रबंधन एवं कंप्यूटर अध्ययन में डिप्लोमा भी प्राप्त किया। वर्ष 2011 में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से इन्हें सैन्य मीडिया अध्ययन के क्षेत्र में शोध के लिए पीएचडी की मानद उपाधि दी गई।
सीडीएस बिपिन रावत के 8 बयान जो भर देते हैं जोश
जनरल रावत की स्पीच, जो हर किसी को जोश से भर दे:-
- कश्मीर में मानवाधिकारों के हनन पर एक रिपोर्ट आई थी। उस पर जनरल बिपिन रावत ने कहा था - "मुझे नहीं लगता है कि हमें इस रिपोर्ट को गंभीरता से लेनी चाहिए। इसमें से कई रिपोर्ट दुर्भावना से प्रेरित होती हैं। मानवाधिकारों को लेकर भारतीय सेना का रिकॉर्ड काफी बेहतर है।
- मैं नहीं मानता कि रेडिकलाइजेशन से मुकाबला नहीं किया जा सकता। जो भी चीज शुरू हुई है उसका अंत भी तय है। रेडिकलाइजेशन से निपटा जा सकता है। इसके लिए आपको वहां नजर रखनी होगी, जहां यह हो रहा है ? कौन लोग इस काम को अंजाम दे रहे हैं ? यह काम स्कूलों, यूनिवर्सिटी और धार्मिक स्थानों में हो रहा है। कुछ लोगों का समूह है, जो इस कट्टरता को फैला रहा है।
- हम जानते हैं कि संघर्ष में केवल परिणाम होता है, जो जीत है। जंग का एक ही उसूल है, वह है जीत। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि हम इसे हर कीमत पर पूरा करेंगे।
- हम नया करने और स्वदेशी बनाने के लिए दृढ़ है। हम समाधान के साथ ही युद्ध लड़ने के लिए दृढ़ है। खामोशी से बनाते रहो पहचान अपनी, हवा खुद तुम्हारा तराना गाएगी।
- जनरल बिपिन रावत ने पड़ोसी देश पाकिस्तान को किसी भी साहस की कोशिश ना करने की चेतावनी देते हुए कहा था - "सीमाओं पर घुसपैठ कम हुई है क्योंकि इस्लामाबाद अच्छी तरह जानता है कि अगर वह घुसपैठ करते हैं, तो उन्हें फिर से वापस लौटना होगा।"
- सभी रक्षा सेवाओं को हर समय तैयार रहने का आह्वान करते हुए जनरल बिपिन रावत ने कहा था - "किसी स्थिति की भविष्यवाणी करना मुश्किल है। सेना हमेशा किसी भी काम के लिए तैयार रहती है, जो उन्हें सौंपा जा सकता है।"
- जनरल रावत सेना में भर्ती होने के इच्छुक जवानों के लिए कहते हैं कि - "सेना में नौकरी के लिए मत आना। नौकरी के लिए और भी बहुत क्षेत्र हैं, जहां आप रोजगार कमा सकते हैं। अगर आपको आर्मी में आना है, तो खुद को तन और मन से सुदृढ़ बनाएं।"
- जनरल बिपिन रावत ने दुश्मनों को चुनौती देते हुए कहा था कि पहली गोली हमारी नहीं होगी, परंतु उसके बाद हम गोलियों की गिनती भी नहीं करेंगे।
देश सेवा में अहम् योगदान देने वाले CDS विपिन रावत को शत शत नमन
ॐ शान्ति ॐ
ReplyDeleteभगवान इनकी आत्मा को शांति प्रदान करें! पूरा देश उनका कर्जदार रहेगा और देश के लिए किए गए उनके योगदान को हमेशा याद रखेगा...🙏🙏🙏🙏
शत शत नमन 🙏🙏
ReplyDeleteOm shanti
ReplyDeleteVery nice
देश ने एक ऐसा महान योद्धा, दूरदर्शी और रणनीतिकार खोया है जिसकी भरपाई बहुत मुश्किल है। ये पहला मौका है जब किसी सैन्य अधिकारी के शोक में विदेशी सैन्य अधिकारी और राजनीतिज्ञों ने हिस्सा लिया हो, इससे उनकी लोकप्रियता का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। देश की सेना शुरू से ही सशक्त रही है लेकिन उसकी मारक और युद्धक क्षमता में जो वृद्धि हुई है उसके लिए जनरल बिपिन रावत हमेशा याद किए जायेंगे।
ReplyDeleteशत शत नमन
ईश्वर उनकी आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें।
Om shanti om
ReplyDeleteईश्वर जनरल विपीन रावत और उनके साथ शहीद हुए सभी सैन्य अधिकारियों के घरवालों को सहने की शक्ति दे…
ReplyDeleteऊं शांति 🙏🙏🌸🌸
किसी ने नहीं सोचा था उनसे
ReplyDeleteअब फिर ना मुलाकात होगी
आज का दिन होगा अंतिम
आज ही आखिरी रात होगी
जीवन के अंतिम पड़ाव पर
उनकी पत्नी भी साथ होगी
उनकी गमगीन शहादत की
पूरे भारत देश में बात होगी
विदेश में रह रहे लोगों की
श्रद्धांजलि की सौगात होगी
अंतिम विदाई में अनगिनत
आंसुओं की बरसात होगीकिसी ने नहीं सोचा था उनसे
अब फिर ना मुलाकात होगी
आज का दिन होगा अंतिम
आज ही आखिरी रात होगी
जीवन के अंतिम पड़ाव पर
उनकी पत्नी भी साथ होगी
उनकी गमगीन शहादत की
पूरे भारत देश में बात होगी
विदेश में रह रहे लोगों की
श्रद्धांजलि की सौगात होगी
अंतिम विदाई में अनगिनत
आंसुओं की बरसात होगी
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
🙏🙏 शत शत नमन 🙏🙏
Deleteकिसी ने नहीं सोचा था उनसे
ReplyDeleteअब फिर ना मुलाकात होगी
आज का दिन होगा अंतिम
आज ही आखिरी रात होगी
जीवन के अंतिम पड़ाव पर
उनकी पत्नी भी साथ होगी
उनकी गमगीन शहादत की
पूरे भारत देश में बात होगी
विदेश में रह रहे लोगों की
श्रद्धांजलि की सौगात होगी
अंतिम विदाई में अनगिनत
आंसुओं की बरसात होगी
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
कोई विदा हो जाए इस जहां से
ReplyDeleteफिर भी सबका काम चलता है
पर कोई ऐसे छोड़कर चला जाए
तो सबका दिल बहुत जलता है
कौन है वो जिन्होंने इस वीभत्स
घटना को इस कदर अंजाम दिया
सामने होंगे सब देशद्रोही जिन्होंने
ऐसा ये नीच-निंदनीय काम किया
वह मेरे देश के शूरवीर जवान थे
भारत देश की आन-बान-शान थे
दिलेर-जांबाज़-शेर दिल थे वो सब
इस घटिया कृत्य से वो अनजान थे
माना मौत से खेलना तो आदत थी
पर बड़ी दर्दनाक उनकी शहादत थी
साजिश की बू आ रही इस घटना से
शायद देशद्रोहियों की यही चाहत थी
कुछ भी हो उनको सामने लाना होगा
गद्दारों को अंजाम तक पहुंचाना होगा
देश की सुरक्षा चाक-चौबंद हो जाए
ऐसा अब तो कोई कदम उठाना होगा
देश के जवानों के साथ सेना-प्रमुख थे
उनके खौफ से सारे दुश्मन विमुख थे
कब किस दुश्मन से कैसे निपटना है
सारे कायदे-कानून उनके सम्मुख थे
वो तो दुश्मनों के सिर की आफत थे
कड़े फैसलें लेने में तो वो महारथ थे
जोश और जुनून के जाबांज नायक
ऐसे हमारे जनरल बिपिन रावत थे
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
विपिन रावत जी को समर्पित ..
Deleteआखिर इतना विश्वसनीय विमान
Deleteआसमान से नीचे कैसे गिर गया
इस दर्दनाक हादसे को देखकर
अच्छे-अच्छों का दिमाग फिर गया
वजह क्या थी यही तो उठ रहा है
हर एक भारतीय के मन में सवाल
उच्च अधिकारियों से निवेदन है कि
इस हादसे की तरह जांच-पड़ताल
शहीद जवान और सेनानायक
वो घटना थी बड़ी दुखदायक
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
यह चेतावनी है शहीदों की शहादत
ReplyDeleteका मजाक बनाने वाले शैतानों को
ध्यान से सुन लो हम राष्ट्रवादियों
की बात खोलकर अपने कानों को
हम देश प्रेमियों ने सदा अपना माना
शहीद हुए उन सब वीर जवानों को
डरकर कभी भी कदम पिछे ना हटेंगे
सुनकर तुम नीच लोगों के तानों को
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
https://twitter.com/RupaSin44202771/status/1469582784909905927
ये वो लोग है जो खाते तो हिंदुस्तान का है लेकिन गुंगान किसी और का करते हैं ये लोग गंदे खून की पैदाइश है इन से निपटने का केवल एक ही मार्ग है इनको अपने समाज से अलग कर दिया जाए.. इनसे किसी प्रकार का कोई व्यापार नही करना इनकी दूकानों का बहिस्कार करना इत्यादि जो सम्भव हो सके
Deleteमोदीजी और अमित शाह
ReplyDeleteदोनों भारत के हैं शहंशाह
कर दो इनकी आसान राह
इनको इस देश की परवाह
जिन पर था देश को नाज
वो हस्ती नहीं रही है आज
मायूस है दोनों नायक कैसे
गिरी है आखिर ऐसी गाज
हम सबके दिल में ये गम है
यह गम कहां इतना कम है
चेहरे से साफ दिख रहा है
पर मन की आंखें तो नम है
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
बहुत अच्छा लिखा है आपने 👌👌👌🙏
Deleteआखिर इतना विश्वसनीय विमान
Deleteआसमान से नीचे कैसे गिर गया
इस दर्दनाक हादसे को देखकर
अच्छे-अच्छों का दिमाग फिर गया
वजह क्या थी यही तो उठ रहा है
हर एक भारतीय के मन में सवाल
उच्च अधिकारियों से निवेदन है कि
इस हादसे की तरह जांच-पड़ताल
शहीद जवान और सेनानायक
वो घटना थी बड़ी दुखदायक
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
Koti koti naman**asha
ReplyDeleteशहीदों की शहादत किसी
ReplyDeleteइबादत से कम नहीं है
वो ना रहे जिंदा तो समझो
जिंदा फिर हम नहीं है
क्या उनके परिवार वालों
को इसका गम नहीं है
शहादत का मजाक बनाने
वालों थोड़ी शर्म नहीं है
दिखने में इंसान पर तुम्हारे
कुत्ते जैसे कर्म नहीं है
वो तो फिर भी वफादार होते
तुम्हारे जैसे बेशर्म नही है
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
Nice
ReplyDeleteकरोड़ों भारतीयों का दिल यह मानने को तैयार नहीं है की सर सेनाध्यक्ष एवं राफेल सहित के सुरक्षा सौदों में दलाली खाने वालों, कटकी बाजों के लिए सबसे बड़ी कबाब में हड्डी बन रहे श्री बिपिन रावत जी की हेलीकॉप्टर क्रेशिंग में शहादत हो गई! किन्तु सब के दिल में एक आशंका है की कहीं उनकी सुभाष बाबू, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, शास्त्री जी , संजय गांधी, माधवराव सिंधिया, ईत्यादि की तर्ज पर देश की गद्दार ताकतों ने विदेशी ताकतों से मिल कर हत्या तो नहीं करवाई?!?सेक्यूलर दल एवं हमारे ही टैक्स के पैसों से पल रहे देशद्रोही गद्दार अपना स्वार्थ साधने को कुछ भी कर सकते हैं।
ReplyDeleteइस पोस्ट को बहुत ध्यान से पढ़िए।
सीडीएस के हेलीकॉप्टर का क्रैश होना मामूली बात नही है। सही जांच की जरूरत तो है ही जनरल रावत से जुड़ी तात्कालिक घटनाओं को भी देखना होगा।
गजब का संयोग है। सीडीएस बिपिन रावत भारत की जमीन और चीनी कब्जे को लेकर पेंटागन की रिपोर्ट को नकार देते हैं, जबकि तमाम सुबूत और सैटेलाइट इमेज हकीकत सच को बयाँ कर रहे होते हैं।
डेढ़ लाख सैनिकों को सीमा पर तैनात कर यूक्रेन पर हमले की तैयारी कर रहे रूस के राष्ट्रपति अचानक हिंदुस्तान पहुंचते हैं। डिफेंस मिनिस्टर के साथ द्विपक्षीय बातचीत में बिपिन रावत भी होते हैं। रूस के साथ समझौतों के महज 24 घण्टे बीते हैं। पुतिन के लौटने के कुछ घण्टों बाद सीडीएस का जहाज क्रैश हो जाता है।
अमेरिका साफ साफ कहता है कि अगर रूस युक्रेन के ख़िलाफ़ कोई मिसएडवेंचर करता है तो हम यूक्रेन के साथ खड़े हो जाएंगें। उधर रावत भारत सरकार की लाइन से अलग कहते हैं हमारा दुश्मन नम्बर एक चीन है पाकिस्तान नही।
कुछ घण्टों पहले ही बिपिन रावत कहते हैं कि यह कोरोना महामारी जैविक युद्ध में बदल सकती है। ऐसी स्थिति में सभी देशों को इसका मुकाबला करने के लिए तैयार रहना चाहिए और कुछ ही घण्टों बाद उनका जहाज क्रैश हो जाता है।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के अलावा यदि किसी एक अधिकारी से भारत के आंतरिक और बाहरी दुश्मन सबसे अधिक डरते थे, वो थे जनरल विपिन रावत।
मोदी सरकार ने 2016 में जब उन्हें Army Chief बनाने की घोषणा की थी, तब CONg आदि पार्टियों ने पुरज़ोर विरोध किया था। और Army Chief बनने के बाद Gen रावत ने सिद्ध कर दिया कि देश के गद्दार क्यों उनके खिलाफ थे। उन्होंने कश्मीर में आतंकवाद की कमर तोड़कर रख दी। ऐसे targeted operations चलाये कि जिहादी संगठनों को अपने लिये कमांडर ढूंढने मुश्किल हो गए।। जो भी कमांडर बनता, उसका एनकाउंटर करके उसे 72 हूरों के पास भेज दिया जाता।। धारा 370 इतनी आसानी और सफलतापूर्वक हटा दी गई, इसके लिए धरातल Gen रावत ने ही तैयार किया था।
कारगिल युद्ध के बाद से ही तीनों सेनाओं के बीच समन्वय के लिए Chief Of Defence Staff (CDS) पद बनाने की माँग उठ रही थी लेकिन अटलजी की सरकार चुनाव हार गई, और 2004 में CONg की सरकार बनने के बाद उस प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
PM मोदी ने जब लाल किले की प्राचीर से CDS पद के गठन की घोषणा की तो सबकी नजर इस बात पर थी कि पहला CDS कौन बनेगा। जब सरकार ने Gen रावत को CDS बनाया तब एक बार फिर गद्दारों ने इस फैसले का विरोध किया।
CDS बनते ही Gen रावत दिनरात काम करने में जुट गए। PM मोदी ने उन्हें Integrated Theatre Command बनाने की ज़िम्मेदारी सौंपी।
US, Russia आदि शक्तिशाली देशों में इंटीग्रेटेड थिएटर कमांड पहले से ही है। इस कमांड का काम होता है युद्ध के समय तीनों सेनाओं के सभी संसाधनों का एक साथ पूरी क्षमता से प्रयोग करना। इस तरह की कमांड न होने के कारण कारगिल युद्ध के समय भारत को भारी नुकसान झेलना पड़ा था। US जैसे विकसित देश को ये थिएटर कमांड बनाने में 20 से अधिक वर्ष लगे थे लेकिन Gen रावत चाहते थे कि अगले मात्र 2-3 वर्षों में ही वो भारतीय सेनाओं की इंटीग्रेटेड थिएटर कमांड बना दें, और इसी के लिए वो जी-तोड़ मेहनत कर रहे थे।
Gen रावत के CDS बनते ही तीनों सेनाओं का कायापलट होना शुरू हो गया। CDS स्वयं रक्षा मंत्रालय का हिस्सा होते हैं इसलिए नौकरशाहों की बिना लेटलतीफी के सेनाओं के लिए धड़ाधड़ हथियार खरीदने शुरू हो गए। वर्षों से अटकी पड़ी हुई Defence deals भी पूरी होने लगीं वो भी बीना किसी घोटाले या दलाली के बीना !
यह कोई महज संयोग है!या कोई दुष्ट साजिश? इस घटना की जांच के लिए
एक जांच कमीशन अवश्य बिठाएं मोदी सरकार। एवम दोषियों को न्यूनतम सजा फांसी की हो।😢🪔🙏🏻
हम सबको यही लगता है
ReplyDeleteकि ये एक गहरी साजिश है
साजिश का पर्दाफाश हो
मोदीजी आपसे गुजारिश है
साजिश के कौन है सूत्रधार
कौन है इस देश के गद्दार
भारत को अपमानित करने
षड्यंत्र रचाते हैं वो हर बार
संदेहास्पद ये लेख लिखा है
गौर से इसे एक बार तो पढ़ो
गद्दारों को बेनकाब करने को
मोदीजी आप अब आगे बढ़ो
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
👁विनम्र🙏श्रद्धांजलि😢अश्रुपूरित🙏श्रद्धांजलि👁
ReplyDelete🙏👣🔥😢⛳🙏👁💐👁🙏⛳😢🔥👣🙏
आज हमारा प्यारा भारत,फूट फूट कर रोया है।
शेर बिपिन रावत को हमने अचानक खोया है।।
डोकलाम-म्यांमार के नायक हमको छोड़ गए।
पत्नी सहित हमारे नायक हमसे मुंह मोड़ गए।।
जिसके दम से दुश्मन को हमने घूल चटाई है।
पड़ोसी ने सीमा से अपनी फौज हटाई है।।
उस नाहर का जाना लगा बहुत दुखदाई है।
एक हादसे में नाहर ने अपनी जान गंवाई है।।
पत्नी ने भी हर पल उनका साथ निभाया है।
साथ विदा सुहागिन दुनिया को बतलाया है।।
हम फ़ौजी हैं हर पल हमको प्रिय हिंद चमन।
हे भारत के वीर पुरुष तुमको है आज नमन।।
⛳जय हिंद के जवान🙏मेरा भारत महान⛳
देश में कैसी ये मुश्किल घड़ी है
ReplyDeleteआज कि दुर्घटना दुखद बड़ी है
इन जांबाज़ जवानों को खोकर
गम से तो हर आंख रो पड़ी है
आज सरहद बिल्कुल खामोश है
मौत का कैसा बेवक्त आगोश है
जिंदगी का कुछ भरोसा नहीं है
जाने वाले खुद वो सरफरोश है
सब को इस बात का ही गम है
ये वक्त भी तो कितना बेरहम है
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
देश के इन वीर जवानों का अपमान
ReplyDeleteकभी भी नहीं सहेगा मेरा हिंदुस्तान
अपने परिवार की परवाह ना करके
निस्वार्थ लुटाई देश पर अपनी जान
आफत चाहे कोई भी आन पड़ी हो
सामने भले ही सीना तान खड़ी हो
डरकर कदम पीछे नहीं हटाते हैं वो
मुश्किल वो चाहे कितनी भी बड़ी हो
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
जलते हुए शोले हैं जवान सब
ReplyDeleteउनके सीने में धधकती आग है
भारत माता के पावन-आंगन के
वो सब के सब रोशन चिराग हैं
इन सब शहीदों की शहादत पर
तुम गद्दार क्यों इतना हंसते हो
जिस माता का तुम दूध पीते हो
उसी मां को क्यों गाली बकते हो
अरे जान निछावर की है उन्होंने
उनका तो तुम भी सम्मान करो
उनकी शहादत पर उंगली उठा
ना उन शहीदों का अपमान करो
वो भी है किसी मां-बाप के बेटे
उनका भी तो कोई परिवार है
उनके बारे में अनर्गल बकते हो
यह कैसा तुम्हारा दूर्व्यवहार है
इस देश के लिए ही जीते हैं वो
इस देश के लिए ही तो मरते हैं
तुम इतना जो नीचे गिर जाते हो
क्या वो तुम्हें बेइज्जत करते हैं
अरे अब थोड़ी बहुत तो शर्म करो
हम सबका मिजाज ना गर्म करो
देशद्रोही साबित हो जाओ खुद
ऐसा ना कोई कुकर्म-अधर्म करो
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
आखिरी बार उसका दीदार कर लो
ReplyDeleteजी भर के चाहे उसे प्यार कर लो
जाने वाला तो किसी से रुकता नहीं
चाहे आंखों में आंसू हजार भर लो
ये जीवन-मरण जीवन के दो पहलू
तुमको भी सहना है मैं भी ये सह लूं
क्या पता कब अंत समय आ जाए
दिल कि बात तुम कहो-मैं भी कहलूं
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
आखिरी बार उसका दीदार कर लो
ReplyDeleteजी भर के चाहे उसे प्यार कर लो
जाने वाला तो किसी से रुकता नहीं
चाहे आंखों में आंसू हजार भर लो
ये जीवन-मरण जीवन के दो पहलू
तुमको भी सहना है मैं भी ये सह लूं
क्या पता कब अंत समय आ जाए
दिल कि बात तुम कहो-मैं भी कहलूं
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
विनम्र श्रद्धांजलि 🙏🙏
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ReplyDeleteजनरल विपिन रावत भारतीय सेना में बहादुरी का पर्याय थे।भारतीय सेना में उत्कृष्ट पद सी डी एस पद पर नियुक्त ए एन अनेक उत्कृष्ट सम्मानों से सुशोभित जनरल रावत की ८ दिसंबर,२०२१ को हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई
ReplyDelete।हम उन्हें हार्दिक श्रद्धांजलि देते हुए। शत शत नमन करते हैं।भारत देश उनके सर्वोत्कृष्ट योगदान के लिए सदैव ऋणी रहेगा।
आपकी ऐसी विदाई पर हम रोएं नहीं
ReplyDeleteअभी तक भी चैन से हम सोएं नहीं है
इस तरह जाने का हमें दुख है संताप है
मन-मस्तिष्क में आपकी अमिट छाप है
शहीद होकर आप सब अमर हो गए हैं
संपूर्ण ब्रह्मांड में आप नामवर हो गए हैं
कयामत तक आप सबको रखेंगे याद
फिर इस धरा पर जन्में यही फरियाद
⛳🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏⛳
सच्ची देशभक्ति का पूरा
ReplyDeleteइतिहास बनाकर दिखा दिया
जनरल विपिन रावत ने
इतिहास सजाकर दिखा दिया
मरते मरते भी भारत का
सरताज बनकर दिखा दिया
बेईमानों को ईमानदारी का
इतिहास पढ़ाकर सिखा दिया
शहीद होकर भी मुरीद बनाना
इस शहीद ने सिखा दिया
देश के लिए मर मिटने का
हौसला देकर विदा लिया
नमन है वीर सपूत रावत को
ऐरावत बन पदक सीने पर
टांगने का जज्बा सबको सिखा दिया
बेटियों के हाथ से मुखाग्नि लेकर
बेटियों को है अलविदा कहा
असली रत्न विपिन रावत है
भारत रत्न विपिन रावत है
सरकारी घोषणा का हम सबको
भारतवर्ष की पूरी जनता को
आज से ही ये इंतजार रहेगा
जय हिन्द 🇮🇳🇮🇳 जय भारत🇮🇳🇮🇳
Deleteकवि अपनी कलम से गर्जना करता है👍🏻👍🏻
विपिन रावत जी देश के असली रत्न थे, हैं और सदा रहेंगे।
Deleteभावभीनी श्रद्धांजलि 🙏🙏
ReplyDeleteनरेश राजन जी ने तो गदर मचा दी। बहुत बढ़िया लिखा है आपने। देश के गद्दारों को सजा मिलनी चाहिए, जिसने भी इस कु कृत्य को अंजाम दिया है। उसको जल्द से जल्द फांसी की सजा होनी चाहिए।
ReplyDeleteआखिर इतना विश्वसनीय विमान
Deleteआसमान से नीचे कैसे गिर गया
इस दर्दनाक हादसे को देखकर
अच्छे-अच्छों का दिमाग फिर गया
वजह क्या थी यही तो उठ रहा है
हर एक भारतीय के मन में सवाल
उच्च अधिकारियों से निवेदन है कि
इस हादसे की तरह जांच-पड़ताल
शहीद जवान और सेनानायक
वो घटना थी बड़ी दुखदायक
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
Jai Hind
ReplyDeleteशहीद को नमन।
ReplyDeleteआखिर इतना विश्वसनीय विमान
ReplyDeleteआसमान से नीचे कैसे गिर गया
इस दर्दनाक हादसे को देखकर
अच्छे-अच्छों का दिमाग फिर गया
वजह क्या थी यही तो उठ रहा है
हर एक भारतीय के मन में सवाल
उच्च अधिकारियों से निवेदन है कि
इस हादसे की तरह जांच-पड़ताल
शहीद जवान और सेनानायक
वो घटना थी बड़ी दुखदायक
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
हादसा तो बहुत दर्दनाक था। जो क्षति हुई है उसकी पूर्ति नहीं की जा सकती। हादसे की जांच पड़ताल होनी चाहिए और देशद्रोहियों को सजा मिलनी ही चाहिए।
Deleteएक वीर सैनिक का जाना एक बहुत बड़ी क्षति है। उनकी स्मृति को नमन।
ReplyDeleteइसके पीछे वजह चाहे जो भी हो
ReplyDeleteलेकिन हादसा हुआ बहुत ही बुरा
ऐसा दर्द हुआ दिल को जैसे किसी
ने पीठ-पीछे घुसा दिया कोई छुरा
माना इस देश में छुपे कुछ-कम
जयचंद-देशद्रोही और गद्दार नहीं
पर कौन वो शख्स इतना गिरा हुआ
जिससे सेना के जवान से प्यार नहीं
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
हमारे देश में एक से बढ़कर एक हिम्मतवाले लोग हैं, महान लोगों की शहादत बेकार नहीं जाती, दोषियों को कूकर्म की सजा जरूर मिलेगी ्
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