Heart Touching Quotes
तुम से बात करने का बहाना ढुंढता हूं,
तुम्हारा दिदार करने का फसाना ढुंढता हूं,
मोहब्बत हो गई है तुम से इस कदर..
अब तुम्हें न चाहने का बहाना ढुंढता हूं..
तुम्हारा दिदार करने का फसाना ढुंढता हूं,
मोहब्बत हो गई है तुम से इस कदर..
अब तुम्हें न चाहने का बहाना ढुंढता हूं..
कास के कुछ ऐसा हो जाए,
तुम्हें भी मुझसे प्यार हो जाए,
तुम्हें भी मेरी तरह मुझ पर एतबार
हो जाए..
तुम्हें भी मुझसे प्यार हो जाए,
तुम्हें भी मेरी तरह मुझ पर एतबार
हो जाए..
तुम massage करो या न करो ये किस्मत की बात है..
लेकिन दिल को सुकून जरूर मिलता है तुम्हें online देखकर..
लेकिन दिल को सुकून जरूर मिलता है तुम्हें online देखकर..
तुझे तेरी जीद्द मुबारक,
हार तो मेरे प्यार का होगा..
हार तो मेरे प्यार का होगा..
जाम पर जाम पीने से क्या फायदा,
सुबह तक तो सारी उतर जाएगी..
हमने आप की आंखों से पी हैं,
हमने आप की आंखों से पी हैं,
सारी उमर नशे में गुजर जाएगी..
कुछ अपना अंदाज हैं कुछ मौसम रंगीन हैं,
तारीफ करूँ या चुप रहूँ जुर्म दोनो ही संगीन हैं..
तारीफ करूँ या चुप रहूँ जुर्म दोनो ही संगीन हैं..
मिलती है शराफत से, शराफत किसी को
दिल दे के ही मिला करती है, मोहब्बत किसी को..
दिल दे के ही मिला करती है, मोहब्बत किसी को..
जरा सी देर के लिए सब कुछ भुला के देख लेते है,
तुम्हें हम सामने बैठा कर देख लेते है,
वो चेहरे कैसे होते है की जिनसे चाँद शर्माए,
जरा तेरे चेहरे से जुल्फे हटा कर देख लेते है..
तुम्हें हम सामने बैठा कर देख लेते है,
वो चेहरे कैसे होते है की जिनसे चाँद शर्माए,
जरा तेरे चेहरे से जुल्फे हटा कर देख लेते है..
तुम्हारी क्या तारीफ करू ” सुनो , तुम मुझे,
बिना रीजन और हर रीजन अच्छी लगती हो..
बिना रीजन और हर रीजन अच्छी लगती हो..
तुझको देखा फिर उसको ना देखा,
चांद कहता रहा..मैं चांद हूं, मैं चांद हूं..
चांद कहता रहा..मैं चांद हूं, मैं चांद हूं..
ये मोहब्बत का सब्ब ये नसिहथ तेरी,
सख्त दीदार की नहीं चाहिए दौलत तेरी,
भूल के भी नहीं आऊँगा राहों में तेरी,
क्योंकि जान गया हूं मैं क्या है हकीकत तेरी..
सख्त दीदार की नहीं चाहिए दौलत तेरी,
भूल के भी नहीं आऊँगा राहों में तेरी,
क्योंकि जान गया हूं मैं क्या है हकीकत तेरी..
कभी अदाएं दिल चुराने की,
तो कभी दिल मे बस जाने की,
बनाया है आपको चांद जैसा और
बनाया है आपको चांद जैसा और
ख्वाहिश हमारी है चांद को पाने की..
छू ना पाया मेरे अन्दर की उदासी को कोई,
मेरे चेहरे ने इतनी अच्छी अदाकारी की..
मेरे चेहरे ने इतनी अच्छी अदाकारी की..
ना जाने ये कौनसा मुकाम है इश्क का के,
ना तू वक्त देता है, ना मैं मांगता हूं..
ना तू वक्त देता है, ना मैं मांगता हूं..
जिन्दगी के सफर में ये बात भी आम रही
की मोड़ तो आये कई मगर मंजिले गुमनाम रही..
की मोड़ तो आये कई मगर मंजिले गुमनाम रही..
तेरा मेरा मिलना महज़ एक इत्तेफ़ाक़ था,
बस यहीं तक का सफ़र तेरे साथ था,
तू अब वो नहीं रहा जो,
बस यहीं तक का सफ़र तेरे साथ था,
तू अब वो नहीं रहा जो,
मेरे लिए कभी सबसे ख़ास था..
दिल से मांगी जाए तो
हर दुआ में असर होता है,
मंजिलें उन्हीं को मिलती है
जिनकी जिंदगी में सफर होता है..
हर दुआ में असर होता है,
मंजिलें उन्हीं को मिलती है
जिनकी जिंदगी में सफर होता है..
मुस्कुराहट से अपनी सबके होश उड़ा देती हो,
हम होश में कैसे आएं, तुम फिर मुस्कुरा देती हो..
हम होश में कैसे आएं, तुम फिर मुस्कुरा देती हो..
अच्छे लगे तुम सो हमने बता दिया,
नुकसान ये हुआ कि तुम मगरूर हो गए..
नुकसान ये हुआ कि तुम मगरूर हो गए..
तू चाँद और मैं सितारा होता?
आसमान में एक आशियाना हमारा होता?
लोग तुम्हे दूरसे देखते,
नज़दीक से देखने का हक बस हमारा होता..
आसमान में एक आशियाना हमारा होता?
लोग तुम्हे दूरसे देखते,
नज़दीक से देखने का हक बस हमारा होता..
ऐ-जिंदगी तू खेलती बहुत है खुशियों से,
हम भी इरादे के पक्के हैं मुस्कुराना नहीं छोडेंगे..
हम भी इरादे के पक्के हैं मुस्कुराना नहीं छोडेंगे..
चल चले उस मोहब्बत के जहाँ मेँ,
जहाँ मेरी आँखे कभी ना नम हो,
मेरे दामन मेँ भरी रहेँ खुशिया तेरी मोहब्बत से,
और वो मोहब्बत कभी ना कम हो..
जहाँ मेरी आँखे कभी ना नम हो,
मेरे दामन मेँ भरी रहेँ खुशिया तेरी मोहब्बत से,
और वो मोहब्बत कभी ना कम हो..
सफर में साथ पहले भी थे
मझधार में छोड़ कर चले गए..
अब किसी का साथ
बेमानी सा लगता है..
जिनपर खुद से ज्यादा भरोसा किया
वही साथ छोड़ कर चल दिया...
मझधार में छोड़ कर चले गए..
अब किसी का साथ
बेमानी सा लगता है..
जिनपर खुद से ज्यादा भरोसा किया
वही साथ छोड़ कर चल दिया...
वो शमां की महफिल ही क्या,
जिसमें दिल खाक न हो
मजा तो तब है चाहत का,
जब दिल तो जले,पर राख ना हो
जिसमें दिल खाक न हो
मजा तो तब है चाहत का,
जब दिल तो जले,पर राख ना हो
कुछ खास सी लगती हो,
कुछ एक नये एहसास सी लगती हो,
मैं जानता हूं के तुम एक चमकता हुआ सितारा हो,
फिर भी दूर हो के भी पास सी लगती हो तुम..
कुछ एक नये एहसास सी लगती हो,
मैं जानता हूं के तुम एक चमकता हुआ सितारा हो,
फिर भी दूर हो के भी पास सी लगती हो तुम..
तुम्हें पाने की चाहत नहीं मुझे,
तुम हो इस ख्याल से खुश हू,
जिक्र करोगी जब तुम मोहब्बत का,
तुम हो इस ख्याल से खुश हू,
जिक्र करोगी जब तुम मोहब्बत का,
मेरा नाम आएगा तुम्हारे ख्यालों मे,
मैं इस ख्याल से खुश हूं..
मैं इस ख्याल से खुश हूं..
ये तुम्हारा पलट के देखना और फिर
अचानक से नजरे घुमा लेने की जो अदा है,
ये भी "हिट एंड रन" का केस बनता है ..
ये भी "हिट एंड रन" का केस बनता है ..
तू सागर है,
तेरी गहराइयों में जानें कितने किस्से दफ़्न होंगे,
एक मुकम्मल दास्ताँ मै भी हूँ,
मेरे अन्दर झाँक कर तो देख..
तेरी गहराइयों में जानें कितने किस्से दफ़्न होंगे,
एक मुकम्मल दास्ताँ मै भी हूँ,
मेरे अन्दर झाँक कर तो देख..
इश्क की राह मे,
खूबसूरत क्या है....एक मैं हूं, एक तुम हो
और जरूरत क्याहै..
खूबसूरत क्या है....एक मैं हूं, एक तुम हो
और जरूरत क्याहै..
इश्क की राह इतनी आसान कहां है..
एक मैं हूं एक वो है, फिर ये दूरियां कहां से हैं..
एक मैं हूं एक वो है, फिर ये दूरियां कहां से हैं..
आज मेरे दिल में इतना दर्द हैं,
कि दर्द मेरे दर्द को देख रोने लगा,
दर्द को देख के न रोए हम कभी,
दर्द हमारे दर्द को देख के रोने लगा..
कि दर्द मेरे दर्द को देख रोने लगा,
दर्द को देख के न रोए हम कभी,
दर्द हमारे दर्द को देख के रोने लगा..
तुम अपने बारे में कुछ देर सोचना छोङो,
तो मैं बताऊ,तुम किस कदर अकेले हो..
तो मैं बताऊ,तुम किस कदर अकेले हो..
कैसे करूँ मैं खुद को तेरे काबिल ऐ जिन्दगी,
हम आदतें बदलते हैं...तो तू शर्तें बदल लेती है..
हम आदतें बदलते हैं...तो तू शर्तें बदल लेती है..
फिसल कर वक़्त के फर्श पर,
उम्र ढल रही हैं..
बिन जिए ही लगता हैं जैसे,
जिन्दगी निकल रही हैं..
उम्र ढल रही हैं..
बिन जिए ही लगता हैं जैसे,
जिन्दगी निकल रही हैं..
चाहत है मेरी तू मुझेमे मैं तुझमें बस जाऊ...
न तू तन्हा रहे न मैं तन्हा रहू...
बन कर रुबाई तू मुझमें मैं तुझमें बस जाऊ..
न तू तन्हा रहे न मैं तन्हा रहू...
बन कर रुबाई तू मुझमें मैं तुझमें बस जाऊ..
दर्द से दर्द का मिलन हो रहा है,
जो बातें अधुरी है उनका संगम हो रहा है..
मिल जाने दो इन्हें एक दुसरे से,
कुछ हम पर कुछ तुम पर ये नियति का करम हो रहा है..
जो बातें अधुरी है उनका संगम हो रहा है..
मिल जाने दो इन्हें एक दुसरे से,
कुछ हम पर कुछ तुम पर ये नियति का करम हो रहा है..
चांद भी तङपता होगा मेरा दर्द देख कर,
दर्द क्या चीज है, इसका एहसास उसे भी होता होगा..
दर्द क्या चीज है, इसका एहसास उसे भी होता होगा..
उतरा था चांद हमारे भी आंगन में,
सितारों को ये गवारा न था,
हम तो सितारों से भी लङ लेते,
मगर वो चांद ही हमारा न था..
सितारों को ये गवारा न था,
हम तो सितारों से भी लङ लेते,
मगर वो चांद ही हमारा न था..
कुछ दर्द अभी बाकि हैं..
कुछ जख्म भरना अभी बाकि है..
ये रूपा अपने रूप का मरहम लगादे..
कभी सांस मेरी कुछ बाकि है..
कुछ जख्म भरना अभी बाकि है..
ये रूपा अपने रूप का मरहम लगादे..
कभी सांस मेरी कुछ बाकि है..
कुछ लिखता हूं कुछ मिटाता हूँ,
न जाने वो कौन सी पहेली है,
जिसमें मैं उलझता ही चला जाता हूँ..
न जाने वो कौन सी पहेली है,
जिसमें मैं उलझता ही चला जाता हूँ..
बन कर एक हसीन खवाब,
तुम मेरी जिन्दगी में आई हो..
देख कर तम्हें लगता है,
तुम बस मेरी रहनुमाई हो..
तुम मेरी जिन्दगी में आई हो..
देख कर तम्हें लगता है,
तुम बस मेरी रहनुमाई हो..
आईना भी अब मुझसे सवाल करने लगा है,
लगता है कि उसे मेरा दर्द दिखने लगा है..
लगता है कि उसे मेरा दर्द दिखने लगा है..
दर्द ने दर्द से कहा आ गले लगाले मुझे,
दर्द मेरे दर्द से मिल कर रोने लगा..
दर्द मेरे दर्द से मिल कर रोने लगा..
दर्द मुझको ढूंढ लेता है रोज नये बहाने से,
वो हो गया है वाकिफ मेरे हर ठिकाने से..
वो हो गया है वाकिफ मेरे हर ठिकाने से..
खुदा की इतनी बड़ी कायनात में मैंने,
बस एक शख़्स को मांगा मुझे वहीं न मिला..
बस एक शख़्स को मांगा मुझे वहीं न मिला..
बहुत अजीब है ये कुरबतों की दूरी भी,
वो मेरे साथ रहा और मुझे कभी न मिला..
वो मेरे साथ रहा और मुझे कभी न मिला..
कभी तन्हाई ढुंढते है कभी महफिल,
ये जिन्दगी मे भी अजीब कसमकस है..
ये जिन्दगी मे भी अजीब कसमकस है..
दर्द का भी अपना मजा है..
कभी हंसाती है कभी रूलाती है..
न जाने कितने रंग ये भी दिखाती है..
कभी हंसाती है कभी रूलाती है..
न जाने कितने रंग ये भी दिखाती है..
कोई राही, कोई साथी, कोई हमदम नही,
चला जा रहा हूं,
कभी गिरता हूं, कभी उठता हूं,
खुद से खुद को सम्भालता हूं.
कोई थामले मेरा हाथ, ऐसा कोई रकबर नहीं..
चला जा रहा हूं,
कभी गिरता हूं, कभी उठता हूं,
खुद से खुद को सम्भालता हूं.
कोई थामले मेरा हाथ, ऐसा कोई रकबर नहीं..
गर खुद में हो गिर कर
संभलने का हुनर
तो इससे अच्छी कोई बात नहीं
राही साथी हमदम
का क्या भरोसा
कब चल दे राह में अकेला छोड़ कर..
संभलने का हुनर
तो इससे अच्छी कोई बात नहीं
राही साथी हमदम
का क्या भरोसा
कब चल दे राह में अकेला छोड़ कर..
जिंदगी की तामिल राहों में,
साथ अकसर छुट जाते हैं..
बङे खुश नसीब होते हैं वो लोग,
जिन्हें मुकम्मल चाहा हम सफर मिलता है..
साथ अकसर छुट जाते हैं..
बङे खुश नसीब होते हैं वो लोग,
जिन्हें मुकम्मल चाहा हम सफर मिलता है..
इंतेजार है मुझे जिंदगी के आखिरी पन्नों का,
सुना है अंत में सब ठीक हो जाता है..
सुना है अंत में सब ठीक हो जाता है..
कौन कहता है दोस्ती बर्बाद करती है,
निभाने वाले मिल जाए तो दुनिया याद करती है..
निभाने वाले मिल जाए तो दुनिया याद करती है..
बेबसी क्या होती है,
उस इंसान से पूछों..
जो किसी को खो भी नही सकता,
और उसका हो भी नहीं सकता..
उस इंसान से पूछों..
जो किसी को खो भी नही सकता,
और उसका हो भी नहीं सकता..
प्यार तो किया था मैंने भी
पर उन्हें किसी और की दोस्ती पसंद आई
हमारा दिल जानता हैं ये मोहब्बत थी
बस उनके हिसाब से
हमारी मोहब्बत दोस्ती नज़र आई..
पर उन्हें किसी और की दोस्ती पसंद आई
हमारा दिल जानता हैं ये मोहब्बत थी
बस उनके हिसाब से
हमारी मोहब्बत दोस्ती नज़र आई..
लिखा भी उसने मिटाया उसने,
गजब सा मंजर दिखाया उसने,,
हमे तो बस मोहबबत थी उनसे,
फिर कयो चाहा भी उसने भुलाया भी उसने,,
हमे भुलाना ये कैसे सोचा उसने,
क्यों.लिखा उसने और फिर मिटाया भी उसने..
गजब सा मंजर दिखाया उसने,,
हमे तो बस मोहबबत थी उनसे,
फिर कयो चाहा भी उसने भुलाया भी उसने,,
हमे भुलाना ये कैसे सोचा उसने,
क्यों.लिखा उसने और फिर मिटाया भी उसने..
मिले हो तुम हमे किस तरह से,
सोचा नही था कोई मिलेगा इस तरह से,,
यू ही प्यार जताना किसी ना किसी तरह से,
क्योकि हमे आदत हो गई है आपकी हर तरह से..
सोचा नही था कोई मिलेगा इस तरह से,,
यू ही प्यार जताना किसी ना किसी तरह से,
क्योकि हमे आदत हो गई है आपकी हर तरह से..
उसका हाथ मेरे हाथ में हो..
मेरी हर सांस उसकी सांस मे हो..
मेरी हर सुबह हर शाम उसके साथ मे हो..
कर ऐ खुदा कुछ ऐसा करम के,
दर्द उसके दिल में हो,
और आंशू मेरी आंख मे हो..
मेरी हर सांस उसकी सांस मे हो..
मेरी हर सुबह हर शाम उसके साथ मे हो..
कर ऐ खुदा कुछ ऐसा करम के,
दर्द उसके दिल में हो,
और आंशू मेरी आंख मे हो..
तुझे लिख कर मैं मिटा दूगा..
आपनी मोहब्बत को मैं सजा दूंगा,
तुम आओ गी मुझे जब जब याद,
तुम्हारी हर एक याद को कफन उढा दूंगा..
आपनी मोहब्बत को मैं सजा दूंगा,
तुम आओ गी मुझे जब जब याद,
तुम्हारी हर एक याद को कफन उढा दूंगा..
तुम्हें देखे बिना चाहा है..
तुम्हें जाने बिना मांगा है,
कुछ तो यकीन कर मेरी मोहब्बत पर..
तुम्हें खुदा से कम नही माना है..
तुम्हें जाने बिना मांगा है,
कुछ तो यकीन कर मेरी मोहब्बत पर..
तुम्हें खुदा से कम नही माना है..
हसीना बन कर मेरी जिंदगी में हंसी आई है,
खुदा की हुई ऐसी रहमत मेरी जिंदगी मे खुशी आई है,
न वफा न कोई उम्मीद की चाहत है,
चांद की चांदनी सी मेरी जिंदगी मे एक रहबरी आई है..
खुदा की हुई ऐसी रहमत मेरी जिंदगी मे खुशी आई है,
न वफा न कोई उम्मीद की चाहत है,
चांद की चांदनी सी मेरी जिंदगी मे एक रहबरी आई है..
खुदा की बस इतनी सी मुझपर इनायत हो जाए..
तुम्हें भी मुझसे मोहब्बत हो जाए,
ये फासले जो हैं तेरे मेरे दरमियान...
तुम भी मुझे चाहों इतना ये कम हो जाए...
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