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लोनार झील (Lonar Lake)

 लोनार झील (Lonar Lake)

लोनार झील (Lonar Lake) को लोनार क्रेटर के रूप में भी जाना जाता है। लोनार झील (Lonar Lake) का पानी खारा है। महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले की लोनार झील अपने अंदर कई रहस्यों को समेटे है। लोनार झील (Lonar Lake) पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय है। लगभग पांच लाख सत्तर हजार साल पुरानी इस झील का पुराणों वेदों और दंत कथाओं में भी है। लोनार झील (Lonar Lake) की ऊपरी व्यास करीब 7 किमी है। यह झील करीब 170-180 मीटर गहरी है। इसके टकराने से 10 किमी इलाके में धूल के गुब्बारे बन गए थे।

लोनार झील (Lonar Lake)

 नासा से लेकर दुनिया की तमाम एजेंसियां इस पर शोध कर चुके हैं। शोध में यह बात सामने आई है कि उल्का पिंड के पृथ्वी से टकराने के कारण यह झील बनी लेकिन उल्का पिंड कहां गई इसका कोई पता अभी तक नहीं चला है। अभी तक किसी को नही पता चला है कि उल्का पिंड टकराने के बाद कहां गया। कुछ लोगो का मानना यह भी है कि जब यह पृथ्वी से टकराया होगा तो अधिक तापमान की वजह से उल्कापिंड पिघल गया होगा।

कैसे बना लोनार झील?

70 के दशक में वैज्ञानिक मानते थे कि यह झील ज्वालामुखी के मुख के कारण बनी होगी। यह गलत साबित हुआ क्योंकि अगर यह ज्वालामुखी से बनी होती तो इसकी गहराई और ज्यादा होती। शोध से पता चला है कि यह झील उल्कापिंड के पृथ्वी से तेजी से टकराने के कारण बनी। 

गायब हुई दो झीले

लोनार झील के पास ही उल्कापिंड टकराने से 2 झीले और बनी थी। हालांकि दोनों अब गायब हो चुकी हैं। 2006 में यह झील भी सूख गई थी। गांव वालों ने पानी की जगह झील में नमक और अन्य खनिजों के छोटे-बड़े चमकते हुए टुकड़े देखें। यह बारिश के बाद फिर भर गई।

लोनार झील (Lonar Lake)

ऐतिहासिक और पौराणिक कहानियां

लोनार झील का जिक्र ऋग्वेद और कंद पुराण में भी मिलता है। पद्मपुराण और आइन-ए-अकबरी में भी इसका जिक्र है। कहते हैं कि अकबर झील का पानी सूप में डालकर पिया करते थे। हालांकि इसे पहचान 1823 में मिली, उस वक्त जब ब्रिटिश अधिकारी जेई अलेक्जेंडर यहां पहुंचे थे।

झील को लेकर अलग-अलग राज

झील को लेकर यह भी कथा है कि यहां लोनासुर नाम का एक राक्षस था। जिसका वध भगवान विष्णु ने खुद किया था। 

झील के पास कई प्राचीन मंदिर 

लोनार झील के पास कई प्राचीन मंदिरों के भी अवशेष हैं। यह भगवान विष्णु, दुर्गा, सूर्य, और नरसिम्हा को समर्पित है। जिस की बनावट खजुराहो के मंदिर के समान है। इसके अलावा यहां प्राचीन लोनारधर मंदिर, कमलजा मंदिर, मोठा मारुति मंदिर मौजूद हैं। इनका निर्माण करीब 1000 साल पहले यादव वंश के राजाओं ने कराया था। 10वीं शताब्दी में झील के खारे पानी के तट पर शिव मंदिर का निर्माण हुआ था जिसमें 12 शिवलिंग स्थापित किए गए थे।

मंगल की सतह की तरह है यह झील 

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा से लेकर दुनिया की तमाम एजेंसियां इस झील पर शोध कर चुकी है। नासा का मानना है कि बेसाल्टिक चट्टानों से बनी यह झील बिल्कुल वैसी ही है जैसी मंगल की सतह पर पाई जाती है। इसके पानी के रासायनिक गुण भी वहां की जिलों के रासायनिक गुणों से मिलती जुलती है।

लोनार झील का पानी लाल क्यों हो गया?

लोनार झील (Lonar Lake)

स्थानीय लोग और साथ ही प्रकृतिवादी और वैज्ञानिक लोनार झील के पानी के परिवर्तन से आश्चर्यचकित थे हालांकि, यह पहली घटना नहीं है जब लोनार झील का रंग बदला हो। इसके पहले भी लोनार झील का पानी का रंग कई बार बदला है। लेकिन इस बार यह स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। लोनार झील में शैवाल होते हैं। इसका पानी खारा है और इसका पीएच स्तर 10.5 है। पानी के रंग में परिवर्तन लवणता और सहवाग के कारण हो सकता है। अगर लोनार झील के पानी के ऑक्सीजन लेवल की बात करें तो इस समय पानी की सतह से सिर्फ 1 मीटर नीचे से ऑक्सीजन का लेवल शून्य है। वैज्ञानिकों का कहना है की बारिश ना होने के कारण लोनार झील में पानी की कमी है और जलस्तर भी कम हुआ है। ऐसे में लवणता बड़ी होगी और शैवाल की प्रकृति में कुछ बदलाव आया होगा। जिससे लोनार झील का पानी रंग बदल कर लाल हो गया। 

"प्रारंभ में, हमने सोचा कि यह लाल वर्णक डनलिएला शैवाल के कारण था, जिसके कारण पानी गुलाबी हो गया होगा।  लेकिन झील के पानी के नमूनों की जाँच के दौरान, हमने पाया कि झील में हलारैचिया आबादी की बड़ी उपस्थिति के कारण पानी गुलाबी हो गया है और चूंकि यह [हेलोचारिया] एक गुलाबी रंगद्रव्य का उत्पादन करता है, इसने पानी की सतह पर एक गुलाबी रंग की चटाई का निर्माण किया," डॉ धाकेफाल्कर

लोनार झील (Lonar Lake)

कुछ समय पहले ईरान में भी ऐसी घटना हुई थी। जब इरान की झील में लवणता की अधिकता के कारण पानी का रंग लाल हो गया था।


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Lonar Lake

Lonar Lake, also known as Lonar Crater.  The water of Lonar Lake is saline.  Lonar lake in Buldhana district of Maharashtra has many secrets inside it.  This lake is extremely popular among tourists.  This lake is mentioned in puranas, about five lakh seventy thousand years old, The upper diameter of the lake is about 7 km.  This lake is about 170–180 meters deep. Dust balloons were formed in the area of ​​10 km due to its collision.

  All the agencies from NASA to the world have done research on it.  Research has revealed that this lake formed due to meteorite colliding with the Earth, but no trace of where the meteorite went.   Some people also believe that the meteorite may have melted due to the high temperature when it hit the Earth, but this is not scientifically proven.

लोनार झील (Lonar Lake)

How Lonar Lake became?

In the 70s, scientists believed that this lake must have formed due to the face of the volcano. This proved to be wrong because if it had been made of volcanoes, it would have had more depth.  Research has shown that this lake formed due to meteorites hitting the Earth rapidly.

 Missing two lakes

 Two lakes were formed by hitting meteorites near Lonar lake.  Although both have now disappeared.  This lake also dried up in 2006.  The villagers saw small shining pieces of salt and other minerals in the lake instead of water.  It filled up again after the rain.

 Historical and Mythological stories

 Lonar lake is also mentioned in the Rigveda and Kanda Purana. It is also mentioned in Padmapuran and Ain-i-Akbari.  It is said that Akbar used to drink the water of the lake after putting it in the soup. However, it was recognized in 1823, when British officer JE Alexander arrived here.

 Different Secrets about the lake

 There is also a story about the lake that there was a demon named Lonasur here.  Which was slaughtered by Lord Vishnu.

 Many ancient temples near the lake

 There are also remains of several ancient temples near Lonar Lake.  It is dedicated to Lord Vishnu, Durga, Surya, and Narasimha. The structure of which is similar to the temple of Khajuraho. Apart from this, there are ancient Lonardhar Temple, Kamalja Temple, Motha Maruti Temple. They were built about 1000 years ago by the kings of the Yadav dynasty.  In the 10th century, the Shiva temple was built on the saltwater bank of the lake in which 12 Shivalingas are there.

 This lake is like the surface of Mars

 From the US space agency NASA, all the agencies of the world have done research on this lake.  NASA believes that this lake made of basaltic rocks is similar to that found on the surface of Mars.  The chemical properties of its water are also similar to the chemical properties of the districts there.

Why did the water of Lonar lake turn red?

लोनार झील (Lonar Lake)

Recently in June 2020, the water of the lake turned pinkish red. Local people as well as naturalists and scientists were surprised by the change of water of the Lonar lake. However, this is not the first time that the color of the Lonar lake has changed.  Even before this, the color of the water of Lonar Lake has changed many times.  But this time it is clearly visible. Lonar lake contains algae. Its water is saline and its pH level is 10.5.  Water color changes can be caused by salinity and sehwag.  If we talk about the oxygen of the water of Lonar lake, then at this time the oxygen level is just 1 meter below the surface of the water.  Scientists say that due to lack of rain, there is a shortage of water in the Lonar lake and the water level has also come down.  In this case, the salinity will be large and there will be some change in the nature of the algae.  Due to which the water of Lonar lake changed color to red.

 "Initially, we thought it was due to the red pigment Dunaliella algae, which would have caused the water to turn pink. But during examination of the lake's water samples, we found that the water was pink due to the large presence of Halarachia populations in the lake.  Has gone and since it [Halocharia] produces a pink pigment, it produced a pinkish mat on the surface of the water, "Dr. Dhakefalkar

 A similar incident occurred in Iran some time ago.  When the water of the lake became red due to the excess of salinity in the lake of Iran.

19 comments:

  1. Mai gya hu bahut accha jheel hai👍

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  2. Very informative 👍👌
    Isk pahle kabhi nhi suna is jheel k bare me

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  3. Wow... Very informative post...suna to tha thoda bahut iske bare me...aaj detail padhne ko mila👍👍👍

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  4. आश्चर्यजनक झील के विषय में विस्तृत जानकारी मिली

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  5. beautiful lake...Informative post..

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  6. Beauty of the nature are presented by you are too good

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  7. Beautiful lake. ..

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  8. Very Nice रूपा जी 👌🏻🙏🏻😊

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  9. शानदार और आकर्षक 👌🏻

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