इतवार (Sunday)
❤❤क्यों डरे कि जिंदगी में क्या होगा?
हर वक्त क्यों सोचें कि बुरा होगा ?
बढ़ते रहे मंजिलों की ओर हम..
कुछ ना मिला तो क्या हुआ..
"तजुर्बा" तो नया होगा !!❤❤
अब यह चिड़िया कहां रहेगी
अब यह चिड़िया कहां रहेगी?
आंधी आई जोर शोर से,
डालें टूटी है झकोर से।
उड़ा घोंसला, अंडे फूटे,
किससे दुख की बात कहेगी?
अब यह चिड़िया कहां रहेगी?
हमने खोला अलमारी को,
बुला रहे हैं बेचारी को।
पर वो ची - ची करती है,
घर में तो वह नहीं रहेगी !
घर में पेड़ कहां से लाएं,
कैसे यह घोंसला बनाएं !
कैसे फूटे अंडे जोड़े ,
किससे यह सब बात कहगी !
अब यह चिड़िया कहां रहेगी ?
महादेवी वर्मा
Where will this bird be now
Where will this bird be now?
The thunder came with the noise,
Branches are broken with tree.
Nest blown, broken eggs,
To whom would it say sadly?
Where will this bird be now?
We opened the cupboard,
Calling poor birds.
But she does chi-chi,
She will not stay at home!
Where to bring trees in the house
How to make this nest!
How to stick cracked eggs,
With whom will it say all this?
Where will this bird live now?
जिनको आता है मुरझाना ,
वे तारों के दीप, नहीं
जिनको भाता है बुझ जाना"❤❤
Nice poem.. enjoy
ReplyDeleteहमेशा की तरह इतवार को और भी अधिक खुशनुमा बनाता आपका ब्लॉग।
ReplyDeleteशुभ रविवार।
NICE POEM....������
ReplyDeleteEk aur khushnuma subah.... beautiful pic ❤️❤️
ReplyDeleteMahadevi Verma ki kavita dil ko chu jati👌👌👌👌
🦋🙏
ReplyDeleteHappy Sunday ☺☺
ReplyDeleteअच्छी कविता सुन्दर तस्वीर के साथ ❤️👍
ReplyDeleteशुभ रविवार 🌹🌹
Bhut hi khubsurat poem❤️❤️❤️
ReplyDeletePics r so beautiful 😘😘😘
ReplyDelete👍👍👌👌👌👌😘😘😘😘
ReplyDeleteसुन्दर तस्वीर के साथ अच्छी कविता, रविवार की आप सबको बधाई
ReplyDeleteNice poem
ReplyDeleteमार्मिक और हृदयग्राही पंक्तियों के साथ प्यारी सी फ़ोटो रविवार के ब्लॉग को बहुत खास बना देती है
ReplyDeleteHappy sunday
ReplyDeleteHappy sunday
ReplyDeleteHappy sunday 🤗🤗
ReplyDeleteशुभ रविवार
ReplyDeleteNice poem
ReplyDeleteNice poem with good pic
ReplyDeleteLovely 😘🌹
ReplyDeleteVery Happy Sunday 🌹🌹
ReplyDeleteWonderful pic 😘😘❤️
ReplyDeleteHappy Sunday... Student life me Mahadevi Verma ki bahut Srories padhi ha...Beautiful pic...keep it up..
ReplyDeleteअसहाय जीवन की शिक्षाप्रद कविता जीवन को झकझोरती है।सुंदर चित्र के साथ शुभ इतवार।ब्लाग की सफलता की हार्दिक बधाई।
ReplyDeleteNice pic
ReplyDeletenice
ReplyDeleteNice poem enjoy
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